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  • मनाली में वाईफ का यादगार थ्रीसम

    हेल्लो दोस्तो मेरा नाम राज है में देहरादून में रहता हूं ये मेरी पहली कहानी है । मुझे आशा है कि आपको मेरी ये रियल स्टोरी अच्छी लगेगी । मेरी उम्र 38 है और मेरी वाइफ की उम्र 31 है उसका नाम रिया है। शादी से पहले मेरी दो गर्ल फ्रेंड थी। जो कि पहली गर्लफ्रैंड  7 साल तक रही और दूसरी 12 साल तक पर किसी से भी शादी नही हो पाई पर उन दोनों की चुदाई बहुत की मेने। 19 साल तक मे बहुत चुदाई कर चुका था। पर दूसरी वाली गर्लफ्रेंड मेरी ऐसी गांड फाड् कर गई कि मुझे बिल्कुल बर्बाद कर गई पैसे से भी मन से भी ओर फिजिकल भी में उससे बहुत प्यार करता था पर वो बहुत बड़ा धोखा दे कर गई । हर स्टोरी में सिर्फ सेक्स होता है पर मेरे भइयों आज में सबको सिर्फ एक ही बात कहूंगा।

    आदमी की किस्मत ओर औरत का चरित्र कभी भी बदल सकता है। इसलिए चुत को कभी दिमाग मे मत घुसने देना ये लोडे के लिए बनी है। इसलिए इसे बस लंड तक रखना। एक बात और कहना चाहूंगा कि लड़कियों की हमेसा इज्जत जरूर करना। हमेसा उसूल ये होना चाहिए की लो उसी से जो दे खुशी से । 

    आपको किस चीज़ से खुसी मिलती है। ये आप तय करेंगे इसका हक सिर्फ आपको है सही और गलत की क्या परिभाषा जो आपके मन को सही लगे वही सही है। लाइफ आपको एक बार मिली है आपको जो करना है इसी लाइफ में करना है फिर क्या सोचना बस आपको ये ध्यान रखना होता है कि आप मज़ा ले पर ध्यान रखे कि इस तरह से ले कि काम होने के बाद आप फ्री रहे बाहर जाए और लाइफ का मज़ा ले।

    अब में अपनी कहानी पर आता हूं में बहुत ही सेक्सी प्रवर्ति का हु मेरे पहले चोद खत्म होने के बाद मेरे मम्मी पापा ने मेरे से शादी के लिए पूछा मेने कह दिया कि आप जो भी कहोगे मुजे मंजूर है क्योंकि गांड  फट चुकी थी । जब मन की करने के बाद आदमी की गांड फट जाती है । तो लास्ट में मा बाप ही याद आते है। खैर मेरे लिए लड़की ढूंढने के काम शुरू हुआ। 

    भगवान जोड़ी भी सोच कर बनाता है आखिर मेरे लिए भी लड़की मिल गई। देहरादून से कुछ दूर ही मेरा रिस्ता हुआ लड़की मेरे से सात साल छोटी थी। सुंदर थी हल्की सी सावली थी। लंबाई 5″2 पर बॉडी बहुत मस्त थी फिगर 36 32 38बूब्स उठे हुए और गांड भी गोल एक दम मस्त।

    16 दिसम्बर 2015 में हमारी शादी हुई । सुहागरात पर हमने खूब चुदाई की पर वो शादी से पहले दो चार बार चुदी हुई थी पर चुत टाइट थी। शादी के दो तीन साल तो सेक्स में खूब मजा किया फिर वो मज़ा नही आता था। में लगातार अन्तर्वासना पर कहानियां पड़ता रहता था वही मेने वाइफ थ्रीसम की स्टोरी पढ़ी मेरे दिमाग मे रिया को चुदते देखने का मन करने लगा मेने प्लान बनाने सुरु कर दिए रिया की चुदाई करते समय मेने उसकी चुत में दो उंगली डाल दी और उसकी गांड में लोडा डालना सुरु कर दिया । फिर मेने एक दिन उसको बोल दिया।

    में -रिया यार अब चुदाई में इतना मज़ा नही आ रहा है ना।

    रिया-आप ऐसे क्यों बोल रहे हो कुछ कमी है क्या मुझमे ।

    मेने कहा नही यार वो बात नही है बस कुछ नयापन नही है अब तो वो बोली कि फिर क्या करना है। मेने कहा कही घूमने चलते है और वही मज़े करेंगे उसने कहा ठीक है। ऐसे ही कुछ दिन निकल गए फिर दिसम्बर में मैने मनाली जाने का प्रोग्राम बनाया। 12 दिसंबर को हम निकल गए मनाली के लिए मनाली पहुच कर हमने पूरा दिन आराम किया। शाम के समय हम घुमने के लिए  निकल गए।

    मनाली बाज़ार घूम रहे थे पर मेरे दिमाग में बस वही रिया की चुदाई करवाने का ख्याल चल रहा था । तभी एक लड़का हमारे पास आया।

    वो शिमला का रहने वाला था उसका नाम रवि था और मनाली में रोहतांग पास के लिए गाड़ी चलता था 5″7 इंच का गोरा फिट लड़का था । उसने हमसे कहा सर आप रोहतांग जाओगे क्या। फिर हमारी बात होनी सुरु हुई मेने उससे पैसे के पूछा वो मेरी वाइफ की और देख कर बोला 7000 रुपये देदेना कुछ देर बात करने के बाद वो सही रूपए में मान गया। 

    अगले दिन सुबह के टाइम वो गाड़ी लेकर हमारे होटल आ गया जो आल्टो थी। फिर हम तीनो गाड़ी में बैठ कर चल दिए । कुछ ही दूर जाने के बाद हम आपस मे बात करने लगे रवि भी अब हमसे बाते कर रहा था की हम कहा के रहने वाले है । 

    मेरी वाइफ भी उससे पूछ रही थी कि यहां ओर कोन सी जगह है घूमने के लिए रवि भी बात करता रहा। वो शादीशुदा था उसकी एक लड़की थी। अच्छा इंसान था। हम काफी घुलमिल गये मेने गौर किया रवि मेरी वाइफ रिया में काफी इंटरेस्ट ले रहा था और रिया भी अच्छे से बात कर रही थी । में समझ गया था कि मेरी इच्छा यहां पूरी हो सकती है। इसलिए में बार बार समान की शॉप पर रुक कर समान देखने लगता था ताकि उन दोनों को बात करने का मौका मिले। ओरत हो या आदमी अगर मोका मिले तो सब मज़ा लेने की सोचते है । शायद रिया के मन में भी यही बात आई में भी यही चाहता था की जो भी हो खुल कर हो । क्युकी चोरी करके रिश्ते में फुट पड़ सकती है । इसलिए मेने दोनों को छुट दी ताकि इस काम में खुल कर मजा आये आखिर हम रोहतांग पहुच गए बहुत बर्फ थी हमने रास्ते से कपडे ले लिए थे जो वहा मिलते है। में कुछ दूर बर्फ में चला मुझे ठण्ड लगने लगी में वही कोफ़ी पिने के लिए जो गाड़ी खड़ी  रहती है वहा चला गया । मेने रिया से कहा तुम दोनों बर्फ में घूम लो तो रवि ने रिया से का भाभी जी ऊपर की तरफ काफी अच्छी बर्फ है आप वहा चलिए रिया मेरी और देखने लगी ।

    में रिया के पास गया और उसके कान में बोल दिया देखो रिया हम यहाँ मज़ा लेने आये है । तुम दिल खोल कर मज़े लो यहाँ कोई नहीं है जो हमे जनता हो । ये बात सुन कर रिया की आखो में चमक सी आ गई । और वो रवि के साथ ऊपर बर्फ के पहाड़ो पर चड़ने लगी।

    अब वो फ्री माइंड हो कर रवि से बाते करते हुए ऊपर चढ़ रही थी। पुरे एक घंटे तक दोनों बर्फ मस्ती करते रहे। और बाते करते हुए निचे आ गए रिया ने बहुत सारी पिक क्लिक करवाई थी रवि से और अब रिया ठण्ड से ठिठुर रही थी। बर्फ के पानी से उसके कपडे भीग चुके थे । हम वापस गाड़ी में आ कर बैठ गए। रवि ने हीटर चला दिया । कुछ देर में गाड़ी गरम हो गई तो रिया ने वो कपडे उतर दिए जो वहा से लिए थे । अब वो टी-शर्ट और जींस में थी वो आगे रवि के पास फ्रंट शीट पर बैठी थी। रवि गाड़ी चला रहा था। फिर वो शॉप आ गई जहा से हमने कपडे लिए थे । 

    रवि ने मुझसे कहा आप कपडे वापस कर दीजिये मेने कहा ठीक है । में कपडे वापस करने के लिए उतरा और जब वापस आया तो देखा रवि और रिया कुछ बात आकर रहे थे । रवि ने रिया के बालो में हाथ डाला और कुछ बोला में गाड़ी के पास चला गया उन्होंने मुझे देखा और अलग हो गए। 

    में जाकर गाड़ी की पिछली सीट पर बैठ गया आगे रवि और रिया बैठे थे। मेने अपना मोबाइल निकला और उसे चलाने लगाे। रवि ने मुझे देखा की में मोबाइल चला रहा हे। फिर अपना हाथ रिया जी जांघ पर हलके से रख दिया । रिया ने उसकी और देखा उसकी आखो में एक नशा सा दिख रहा था। रिया ने अपना चहरा दूसरी तरफ घुमा लिया। रवि ने फ्रंट वाले शीशे से मेरी और देखा में मोबाइल में देखने का रवि ऐसे ही आराम आराम से उसकी जांघो को सहलाता रहा रिया ने अपनी आँखें बंद करली ओर उसका हाथ हटा दिया शायद वो गरम हो गई थी। रवि गाड़ी चलता रहा फिर बीच मे रिया ने कहा भूख लगी है । 

    तो रवि ने गाड़ी मैग्गी पॉइंट पर लेली में उतर गया । मेरे बाहर निकलते ही रिया ने रवि को कुछ कहा । और दोनों उतर कर खाने के लिए आ गये रिया ने आ कर मेरा हाथ पकड़ लिया। ओर मेरे पास बैठ गई। कुछ देर हमने खाना पिना किया । ओर फिर हम गाड़ी में बैठ गए रिया फिर आगे बैठ गई। हम लोग काफी थक चुके थे ओर शाम के 5 भी बज चुके थे मेने रवि से कहा सीधा होटल चलो अब थोड़ा आराम करेगे। थोड़ी देर बाद हम होटल पहुँच गए। 

    मेने रिया से कहा के अभी थोड़ा आराम कर लेते है रात को पार्टी करेंगे रिया बोली यहां तो कोई भी हमे नही जानता आप अपने लिए बियर ओर समान कैसे लेने जाओगे मेने कह दिया रवि का नंबर है। मेरे पास उसी को कॉल कर लूंगा। रिया के कहा ठीक है वो भी आपको कंपनी देदेगा मेने कहा हा और तुम्हे भी रिया ने मेरी ओर देखा और बोली अच्छा जी वो कैसे मेने कहा यार हम इतनी दूर आए है। ये पल यादगार होने चाहिए । अगर तुम मान जाओ तो हम खूब मस्ती कर सकते है। रिया मेरी बात समझ गई और बोली पर यार क्या आपको ये सब अच्छा लगेगा। मेने कहा कि में मिलकर मस्ती करने की बात कर रहा हु मेरा बहुत मन है। रिया बोली अगर आपकी खुशी है। तो मुजे कोई प्रॉब्लम नही है।

    ये कह कर रिया ने मेरे लिप्स पर किस्स किया और वाशरूम चली गई में सो गया और 1 घंटे बात उठा 7:30 बजे थे । मेने रवि को कॉल की उसने फ़ोन उठाया। मेने कहा कहा हो रवि उसने कहा यही 2 km दूर हु मेने कहा थोड़ा काम कर दोगे क्या रवि बोला हा बताइये क्या करना है मेने कहा थोड़ा सा समान लेकर आना था। तुम होटल आ जाओ फिर दिला लाओ उसने बोला भैया आप क्यों परेशान होते हो मुजे व्हाट्सएप दो जो समान लाना है।

    मेने कहा ठीक है ओर उसको समान के लिए रेडवाइन सिगरेट ओर समान सैंड कर दिया और लिख दिया कि आज रात तुम खाना हमारे साथ खाना इसलिए अपनी मर्जी से ओर समान ले आना। कुछ देर बाद रिया के मोबाइल की लाइट जली मेने देखा तो रवि का व्हाट्सएप मैसेज था। उसमे लिखा था आपके लिये क्या लाना है। ओर ऊपर कुछ मैसेज डिलेट थे। मेने रिया के मोबाइल से उसे सैंड कर दिया। अपनी पसंद से ले आना अच्छा सा कुछ उसने रिप्लाई किया आपको कोंन से फ्लावर पसंद है। मेने लिख दिया मुजे चॉकलेट पसंद है। उसने लिखा कुछ हो सकता है क्या हमारा भी मेने सैंड किया सब कुछ हो सकता है।

    उसने लिखा के आपके हस्बैंड भी तो है मेने लिखा उन्हें सब पता है। वो भी मस्ती करना चाहते है। उसने लिखा ठीक है। में पूरी तैयारी करके आता हूं। मेने सारे मैसेज डिलेट कर दिए। रिया वाशरूम से आई मेने उससे पूछा रवि ने तुमसे नंबर लिया था उसने कहा हा जब हम पहाड़ पर थे तब लिया था। मेने कहा ठीक है फिर मेने सोचा थोड़ा सेक्सी माहौल बना कर रिया के दिल की बात ली जाए रिया एक टॉप ओर लांग स्कर्ट पहन कर शीशे के सामने खड़ी थी। में उसके पीछे गया मेने कहा क्या बात तयारी कर रही हो रात के लिये। ओर पीछे से उसकी गर्दन पर किस्स करने लगा आराम आराम से उसके कान के लव को चूसने लगा। वो गरम होने लगी मेने रिया से कहा जान 

    आज जी भर कर मस्ती करना। रिया कहा हम्म मेने कहा बताओ ना कैसे करना है। उसने कहा जैसे आपको पसंद हो । मेने कहा बताओ ना रिया ने कहा आज मुजे मसल देना आप मेने कहा में या हम दोनों रिया शर्मा गई और मेरे सीने से लग गई । मेने कहा तुम तैयार हो ना दो लंड लेने के लिए रिया मेरे होंठ चूसने लगी वो बहुत गर्म हो गई। थी। मेने अपना लोअर नीचे किया और लंड रिया के हाथ मे दे दिया । वो लंड को मसलने लगी। कुछ देर ऐसे ही मस्ती करने के बाद में वाशरूम चला गया और आराम से नहाया 9:30 बजे के करीब रवि ने डोर नॉक मेने डोर ओपन किया बाहर रवि खड़ा था दोनों हाथ मे समान के बेग लेकर मेने उसे अंदर आने के लिए कहा।

    रवि अंदर आ गया उसकी नज़र रिया को ढूंढ रही थी। फिर वो बोला भैया में सब समान ले आया हु ओर बताओ भाभी कहा है मेने कहा रूम के बाहर जो हल्का आ लोन होता है वहां है। तुम बैठो वो बैठ गया मेने समान देखा उसमे 4 बियर एक रेड वाइन चिप्स चिल्ली पनीर काफी खाने का सामान था। दूसरे बेग में एक पैकेट था मेने कहा ये क्या है। तो वो बोला कि गिफ्ट है भाभी जी के लिए मेने कहा अच्छा जी फिर रिया आ गई वो कपड़े बदल कर आई कैपरी ओर टी शर्ट में कैपरी में उसकी गांड क्या लग रही थी।

    वो आकर हमारे पास बैठ गई रवि बोला भाभी जी अच्छे लग रहे हो रिया ने आँखे नचा कर थैंक्यू कहा और समान देखने लगी मेने कहा यार जल्दी खाना लगाओ भूख लगी है। रिया खाना लगाने लगी में रवि को अपने साथ बाहर ले गया में सब कुछ खुल कर करना चाहता था इसलिए मैंने उसे बता दिया कि आज रात हम तीनों मिलकर फूल एन्जॉय करंगे वैसे वो फुल तैयारी से आया था। हम अंदर आ गए ओर खाने के लिए बैठ गए। मेने रेड वाइन निकली और ओपन करके तीन गिलास डाल दी। हमने गिलास हाथ मे ले लिये मेने रवि से कहा ये हमारी दोस्ती के नाम और हम पिने लगे । एक पेग रेड वाइन के बाद हमने बियर खोल ली और खाने के साथ बियर पीने लगे।

    मेरे मोबाइल की रिंग बजी मेने देखा तो हमारी शॉप से लड़को का कॉल था स्टॉक के लिए में बालकोनी में बात करने के लिए आ गया बाहर कमरे की खिड़की में शीशे ओर पर्दे लगे थे पर अंदर से सब दिख रहा था। ओर दरवाजा खुला था इसलिए आवाज भी आ रही थी।

    रवि ने रिया को अपनी बियर से पीने के लिए कहा रिया ने कहा नही यार इस पर रवि बोला प्लीज़ रिया इसका सुरूर अच्छा होता है। ओर रिया के बगल में बैठ गया रिया ने रवि की आखो में देखा और बियर पीने लगी वो भी चाहती थी कि उसकी आज अच्छे से चुदाई हो उसने आधी से ज्यादा बियर पी ली में बाहर से ये सब देख रहा था। रवि ने कहा आप तो अकेले पी रही हो मुजे भी तो पिलाओ रिया बोतल को रवि के हाथ मे देने लगी रवि ने कहा ऐसे नही अपने होठों से रिया के गाल लाल हो गए उसने आँखे बंद करली रवि मेरी वाइफ के होठों के पास अपने होंठ ले गया ओर हल्के से टच किये रिया ने अपना मुंह खोल दिया रवि उसके होंठ चूसने लगा बहुत आराम आराम से उसे बिल्कुल भी जल्दी नही थी और जो लड़की शादी से पहले चुदी हो उसके लिए ये डबल मजा हो जाता है रिया भी उसका पूरा साथ दे रही थी में अंदर आया मेने कहा यार अकेले अकेले सुरु हो गये।

    रिया ने दोनों हाथो से अपना मुंह ढक लिया मेने रिया से कहा रिया यार शर्माने का नही मज़ा लेने का टाइम है मेने रवि को इशारा किया कि मज़े करो और में अपनी बियर लेकर पीने लगा रवि अपने होठ रिया के कान के पास ले गया और गर्म सास उसे कान पर मारने लगा और इसके कान को चूसने लगा रिया ने अपने हाथ मुह पर से हटा लिए ओर उसका साथ देने लगी मेरा ऐसा मन कर रहा था कि अभी रिया की चूत का भोसड़ा बना दु चोद चोद कर पर में बैठ कर इसका मज़ा ले रहा था रवि ने रिया के बाल खोल दिये और उसके बालो में हाथ डाल कर उसके गले को चूसने चाटने लगा रिया मस्ती में आह आह आउच कर रही थी। 

    वो दोनों पैरों को आपस में रगड़ रही थी रवि अपने हाथ को रिया की कमर पर ले गया और पीछे से उसकी टीशर्ट ऊपर करके रिया की कमर पर हाथ रगड़ने लगा और अपनी जीभ उसके मुंह मे डाल दी दोनों एक दूसरे की जीभ चूस रहे थे रवि ने पीछे से रिया की ब्रा खोल दी और उसकी टीशर्ट ऊपर करके उतारने लगा रिया का मुह वासना ओर शरम से लाल हो रहा था रिया ने अपने दोनों हाथ ऊपर कर दिए। रवि ने उसकी टीशर्ट ओर ब्रा उतार दी। रिया के बूब्स मस्त लग रहे थे। में भी उनके पास जा कर बैठ गया। रवि ने रिया के एक बूब्स को चूसना सुरु में मैने दूसरा बूब्स को पकड़ा और मुह में ले लिया रिया के मुह से आह निकल गई । मानली की ठंड में भी हमे गर्मी महसूस हो रही थी। रिया अब फुल गरम हो चुकी थी। रवि ने रिया के बूब्स को छोड़ कर उसके पेट को चाटना सुरु कर दिया ।

    रिया के मुह से ओह्ह प्लीज क्या कर रहे हो आह आह की आवाज आने लगी उसका पेट कांप रहा था शरीर के रोये खड़े हो गए थे। अब वो भी खुल कर बोल रही थी मज़े ले रही थी। रवि कैपरी के ऊपर से रिया की चुत पर हाथ फेरने लगा रिया ने नीचे पैंटी नही पहनी थी रवि नीचे बैठ गया और रिया के पैर के अंगूठे को चूसने लगा और आराम आराम से पैरों को चाटता हुआ ऊपर तक आ गया ओर नाभि को जीभ से कुरेदने लगा रिया से अब सहा नही जा रहा था उसकी चुत लगातार पानी छोड़ रही थी। कुछ देर ऐसे ही करने के बाद रवि ने उसकी कैपरी को ऊपर से पकड़ा ओर नीचे करने लगा रिया ने अपनी कमर को ऊपर करलिया रवि ने कैपरी नीचे तक खींच कर उतार दी रिया ने दोनों टाँगे आपस मे चिपका ली रवि ने दोनों पैरों को हाथ से खोला रिया ने चुत को बहुत अच्छे से साफ किया था बिल्कुल चिकनी हल्की सावली चुत देख कर रवि ने अपना मुँह चुत से लगा दिया रिया के मुँह से तेज सीत्कार निकल गई उसने मेरे हाथ को कस कर पकड़ लिया।

    रवि ने अपनी जीभ गोल बना कर रिया की चूत में डाल दी ठंड में गर्म जीभ जब चुत पर लगी तो रिया मस्ती में अपनी कमर ऊपर कर दी रिया मस्ती में बोलने लगी आह ह ह रवि चुसो ओर जोर से ओर उसका सिर पकड़ कर चुत पर दबाने लगी मेरा ओर रवि का लंड फटने को हो रहा था फूल टाइट मेने अपनी टीशर्ट ओर जीन्स उतार दी और नंगा हो गया और अपना लोडा रिया के मुह के पास ले गया रिया ने आराम से मेरा लंड को अपने मुँह में ले लिया और मस्ती से चूसने लगी । मुजे देख कर रवि भी अपनी ट्राउज़र उतारने लगा उसने अपनी शर्ट और ट्राउज़र उत्तर दी और नंगा हो गया उसका लोडा भी मेरे जितना ही था पर आगे से कम मोटा ओर पीछे से काफी मोटा था पीछे से कम से कम 4 ” गोलाई होगी।

    जो लोग मुठ नही मरते ओर कम सेक्स करते है उनके लंड गोल ओर लंड की खाल ढकी रहती है। उसने रिया को अपने ऊपर ले लिया और उसकी चुत आने मुँह पर लेली ओर चुत को गांड तक चाटने ओर चूसने लगा रिया ने रवि के लंड को देखा और आराम से हाथ मे ले लिया मेने कहा कैसा लग रहा है जान रिया बोली बहुत मज़ा आ रहा है और रवि के लंड के ऊपर जीभ फरने लगी और लण्ड ओर मुह में ले लिया अब दोनों 69 में एक दूसरे को चूसने में लगे हुए थे रिया के मुह में रवि का लोडा आ भी नही पा रहा था । कुछ देर चुसाई के बाद रवि खड़ा हुआ और अपनी ट्राउज़र की जेब से कामसुत्र का स्प्रे निकला ओर लवड़े पर स्प्रे करने लगा खुद यूज़ करके उसने वो मुजे दिया मेने भी अपने लोडे पर स्प्रे कर लिया ।

    रिया ने कहा ये क्या है मेने कहा बस देखती जाओ आज तेरी चुत का भोसड़ा बनने वाला है मेने कहा बताओ पहले किसका लोगी मेने रवि की ओर देखा तो वो आस से मुजे देख रहा था मेने पहले रवि को चुदाई के लिए कहा मेरे कहते ही रवि रिया के पास गया ओर अपने लंड पर थूक लगा कर रिया के ऊपर आ गया उसने रिया की चूत पर लण्ड को रगड़ना सुरु किया रिया तो मानो लण्ड लेने के लिए मेरी जा रही थी। रवि ने हल्का सा दबाव बनाया और लण्ड हल्का सा अंदर चला गया रवि ने फिर बाहर खिंच लिया फिर अंदर किया चुत पानी निकलने की वजह से चिकनी हो चुकी थी। रिया ने मेरा लण्ड मुह से निकाला और रवि की ओर देखा रिया ने कहा अंदर करो न रवि ने तेज़ झटका मारा रिया ने कहा आह माँ मर गई मेने पीछे जाकर देखा तो रवि का लण्ड रिया की चूत में आधा मोटाई तक घुस गया था।

    अब रवि ने अपनी कमर चलानी सुरु करदी वो आधा लण्ड बाहर निकलता फिर अंदर कर देता रिया अऊह आह आह आह कर रही थी । 10-15 धक्के लगते ही रिया की चुत से पानी आने लगा जिससे लोडा ओर गिला हो गया। अब वो थोड़ा और अंदर तक लंड पेलने लगा।10 मिनट तक रवि बहुत आराम से अंदर बाहर कर रहा था फिर उसने रिया के पैर अपने कंधे पर रख लिए जिसे रिया की गांड ऊपर हो गई और उसने अपना लण्ड चुत पर रख कर एक धक्का मारा लोडा अंदर घुस गया रिया मस्ती में आ गई और कमर को ऊपर उछलने लगी फिर रवि ऐसी चुदाई करनी सुरु की वो पूरा लोडा बाहर तक लाता ओर गप्प से अंदर कर देता रिया मज़े में बड़बड़ाने लगी आह चोदो उफ्फ ओर फ़ास्ट चोदो भोसड़ा बना दो आज मेरी चुत का मुश्किल से 5 मिनट की वाइल्ड चुदाई के बाद रिया जोर से चिल्ला पड़ी आह में छूट रही हु ओर बहुत सारा पानी उसकी गांड से होता हुआ बेड पर गिरने लगा।

    पर रवि का लण्ड अभी भी खड़ा था। रवि लेट गया और रिया को अपने ऊपर आने को बोला रिया रवि के ऊपर आयी और अपने हाथ से लण्ड को चुत पर सेट करके झटके से बैठ गई लण्ड घप से चुत में जड़ तक घुस गया मेने अपना लण्ड रिया के हाथ मे दे दिया उसने मेरे लण्ड को मुह में लेकर चूसना सुरु कर दिया एक मिनट लण्ड चुसाने  के बाद में रिया के पीछे आ गया वो समझ गई कि अब उसकी गांड फटने वाली है मेने उसकी गांड के छेद पर थूक लगाया और अपने लवड़े पर भी ओर उसकी गांड में लंड रख कर हल्का सा अंदर किया ठप्प से मेरे लण्ड का टोपा उसकी गांड में घुस गया मेने ओर अंदर कर दिया रिया ने पीछे हाथ करके मुजे रोक दिया।

    ओर लण्ड बाहर निकल दिया उसे दर्द हुआ था कुछ देर बाद फिर उसने कहा अब घुसाओ मेने फिर गांड पर लण्ड रख कर अंदर किया इस बार में लंड आधा घुसा दिया ऐसा लगा जैसे किसी ने लण्ड को मुट्ठी में भीच लिया हो मेने धक्के लगाने सुरु कर दिए नीचे से रवि झटके मारता ओर ऊपर से में रिया आह आह फाड़ो मेरी चुत को मेरी गांड को कर रही थी स्प्रे की वजह से हमारा लोडा झड़ने का नाम ही नही ले रहा था आधे घंटे तक हमने रिया को चोद चोद कर उसकी चुत ओर गांड का बुरा हाल कर दिया था वो पता नही कितनी बार झड़ी तब जाकर हम भी झड़ने को आ गए मेने अपना लोडा रिया के मुह में दे दिया और झड़ गया मेरे माल से रिया का मुह भर गया कुछ उसने अंदर ले लिया और कुछ निकल दिया रवि ने रिया की गांड में इतनी तेज़ तेज़ धक्के मारे की उसकी चीख़ निकल दी और उसकी गांड में ही झड़ गया इस तरह हमने वहां थ्रीसम के मज़े लिए अब हमारी लाइफ बिल्कुल बदल चुकी है हम वाइफ स्वैप करते है थ्रीसम करते है और लाइफ को फुल एन्जॉय करते है ।

    अपनी यादों को कहानी में उतारना बहुत मुश्किल होता है क्योंकि हम उस अहसास को पूरी तरह से बया नही कर सकते आपको मेरी ये स्टोरी कैसी लगी मुजे मेल जरूर में ओर भी स्टोरी आपके साथ शेयर करूँगा।

    मेरी ईमेल आई डी – [email protected]

  • दोस्त की भाभी part 1

    जैसा मैंने ऊपर बताया मेरा नाम अमित शर्मा उम्र 32 साल कद 5″10 मै दिल्ली मे रहता हु और एक प्राइवेट कंपनी मे मैनेजर की पोस्ट पर कार्यरत हु | मेरी शादी को 4 साल हो चूके है पत्नी का नाम मेघा है वो हाउस वाइफ है| मेरा एक दोस्त मनीष मेरे ही साथ काम करता और हम कॉलेज टाइम से बहुत अच्छे दोस्त है| बात अप्रैल 2021 की है मनीष की बहन की शादी होने वाली थी और मुझे उसके साथ शादी मे शामिल होना था क्योंकि मनीष एक अमीर घर से था इसलिए शादी का प्रोग्राम उदयपुर मे था हम दोनों ने अपनी अपनी छुटी के लिए आवेदन किया पर मुझे 3 और मनीष को 5 दिन की छुट्टी मिल गयी क्युकी शादी सगाई मेहंदी सब मिला कर कुल 4 दिन का प्रोग्राम था.
    शादी 29 अप्रैल को थी और हम वहां 26 को पहुचे शादी एक बड़े रिसोर्ट मे थी वहां मनीष ने अपने परिवार से मेरा और मेरी पत्नी का परिचय कराया माता पिता अपने बड़े भाई तरुण और भाभी इंदु और अपनी छोटी बहन नंदनी जिसकी शादी थी सबसे मिलवाया]| यहाँ मै बता दूँ के मनीष के बड़े भाई की उम्र लगभग 38 की होंगी और वो राजस्थान पुलिस मे कांस्टेबल है भाभी इंदु को मैंने पहली बार देखा उम्र करीब 33 साल कद 5″8 बदन के बारे मे क्या कहूं दिल्ली मे तो ऐसी औरतों को मोटी कहेँगे पर सच कहु तो ऐसे बदन को ही ग़दराया कहते है | उन्होंने लाइट पिंक कलर की साड़ी पहन रखी थी सिंपल सा ब्लाउज़ जिसमे से कुछ भी नहीं दिख रहा था ना उनकी कमर ना चूचे बस साड़ी और ब्लाउज के बीच मे पेट दिख रहा था वो भी नाभि से ऊपर सच कहु तो मैंने रियल मे इतनी सुन्दर औरत नहीं देखि मै बस देखता ही रह गया उनके बगल मे मनीष की वाइफ भी खड़ी थी उसपर मेरा ध्यान गया ही नहीं मै जैसे कहीं खो गया पर शुक्र है किसी ने मुझे नोटिस नहीं किया वो और मेरी पत्नी तो ऐसे मिली जैसे सगी बहने हो खैर वो एक छोटी सी मुलाक़ात थी मेरी और भाभी की तब तक मेरे मन मे उनके बारे मे कोई गलत ख्याल नहीं था| फिर मै और मनीष उसके भाई के साथ जाकर बैठ गए जहाँ मनीष के और भी भाई चाचा ताऊ के लड़के थे भैया सबको उनका काम बता रहे थे क्युकी वो सबसे बड़े थे उन्होंने मुझे अपनी गाडी की चाबी दी और बोले के रेलवे स्टेशन से मेहमानों को तुम ले आना खैर उस दिन ज्यादा लोग नहीं आने वाले थे क्युकी अगले दिन मेहंदी का प्रोग्राम था तो सब कल ही आने वाले थे | मनीष ने मुझे एक रूम की चाबी दी और कहा जाकर फ्रेश हो जाओ फिर सब लंच करेंगे| मै अपना सामान लेकर रूम मे चला गया रूम मे आते ही बेड पर रिलैक्स लेटकर मै सोचने लगा क्या किस्मत है मनीष के भैया की और यही सोचते ना जाने कब मेरी आँख लग गयी और मै सो गया| फिर ऐसे ही समय बीता और रात के खाने के बाद सब हॉल मे टाइमपास कर रहे थे पर मेरी आँखे भाभी को ढूंढ रही थी पर वो मुझे नहीं दिखाई दी रात करीब 12.30 बजे मुझे नींद आने लगी बाकि सब भी अपने अपने रूम मे जा रहे थे तभी मुझे मनीष की वाइफ दिखाई दी मैंने उससे पूछा मेघा कहा है तो उसने एक रूम की तरफ इशारा करके मुझे बताया मै रूम मे गया तो वहा बहुत सी लेडीज थी सब बातों मे मगन मैंने अपनी पत्नी को ढूँढा पर वो मुझे नहीं दिखी पर मै जिसको सचमे देखना चाहता था वो मुझे दिखी वो बिलकुल मेरे सामने बैठी थी जैसे ही उन्होंने मेरी तरफ देखा उन्होंने मेरी पत्नी को इशारा किया की मै उसे ढूंढ रहा हु क्युकी उसकी पीठ मेरी तरफ थी जैसे ही मेरी पत्नी वहा से उठी भाभी ने मेरी पत्नी को एक छेड़खानी वाली आँखों से देखा और कुछ कहा भी पर क्या कहा वो मैंने नहीं सुना मेरी पत्नी मेरे पास आई तो मैंने उससे रूम की चाबी ली और कहा मुझे नींद आ रही है मै रूम मे जा रहा हूं उसने चाबी देकर कहा मै भी थोड़ी देर मे आती हु और वो वापस वही जाकर बैठ गयी | और मै जाकर सो गया अगले दिन मेहंदी का प्रोग्राम था भैया ने 2-4 मेहमानों को लाने को कहा और करीब 12 बजे तक सब आ गए फिर मनीष ने मुझे रेडी होने के लिए कहा और मेहंदी ड्रेस के बारे मे याद दिलाया जो ये था के सभी लोग येलो कलर ही पहनेंगे मैंने हसकर ओके कहा और अपने रूम मे आ गया रूम मे मेरी पत्नी पहले से ही तैयार हो रही थी उसने भी येलो कलर का घाघरा चोली पहना हुआ था और वो शीशे के सामने अपने कानो मे इयररिंग डाल रही थी क्या बाला की खूबसूरत लग रही थी | यहाँ मैं आपको बता दूँ की मेरी बीवी मेघा बहुत खूबसूरत है बड़ी बड़ी आँखे लम्बे बाल 36 इंच के कसे हुए बूब्स कमर लगभग 28 इंच और गांड 42 इंच जो सबसे आकर्षण का केंद्र है | उसके ऐसे बदन पर घाघरा चोली क्या कहु आगे से चोली मे से गोरे मोटे दूध दोनों के बीच मे एक तिल भी जो काफी नीचे था पर आज वो भी दिख रहा था पीछे से चोली मे सिर्फ डोरी थी जिसमे से उसकी गोरी कमर साफ दिख रही थी उसके नीचे घाघरा जो उसकी गांड से थोड़ा ऊपर बंधा हुआ था और नीचे ज़मीन तक था मै रूम के गेट पर खड़े होकर उसकी गांड देख रहा था तभी उसने मुझे देखा और कहा आ गए आप जल्दी से तैयार होकर नीचे चले जाओ मुझे इंदु भाभी को भी तैयार करने मे हेल्प करनी है वो आती ही होंगी पर मै इस समय होश मे नहीं था मेरा लंड लोअर फाड़ के बाहर आने को तैयार था मै दरवाज़ा फेर के उसके पीछे जाकर उसकी कमर पर चूमने लगा वो गुदगुदी से बालखाती बोली अभी नहीं रात मे पर मुझे होश नहीं था मैंने एक हाथ आगे लेकर उसके गुदगुदे पेट पर रखा और पीछे की तरफ खिंचा जिससे मेरा लंड उसकी मोटी गांड से सट गया और मै उसके गले पर किस करने लगा अचानक उसने अपने पेट से मेरा हाथ हटाया और मुझे पीछे धकेला पर मैंने भी फ़िल्मी स्टाइल मे उसका हाथ पकड़कर अपनी ओर खींचा और वो सीधा मेरे सीने से आकर लिपट गयी शायद अब वो थोड़ी गर्म होने लगी थी इसलिए क्युकी मेरी बीवी को अलग अलग पोजीशन मे और सेक्सी ड्रेस पहनकर चुदना बहुत पसंद है उसके बाद मैंने उसके चेहरे से बाल हटाया तो वो नशीली आंखों से मेरी तरफ देख कर बोली प्लीज सारा मेकअप ख़राब हो जायेगा पर वो लागातार मेरी आँखों मे देख रही थी और अब छुटने का प्रयास भी नहीं कर रही थी उसकी आँखे नशीली होती जा रही थी मैंने उसका हाथ पकड़ कर अपने लंड पर रखा और कहा मै तो रुक सकता हूं पर इसका क्या करूँ उसने लोअर के ऊपर से ही लंड को थोड़ा दबाया और मैंने उसके होठों को चूसना शुरू किया और पीछे दीवार से सटाकर चोली मे दिख रहे अधनंगे चुचो को मसलता हुआ अपनी जींभ उसके मुँह मे डाल रहा था हम दोनों बहुत ज्यादा गर्म हो गए लगभग 5 मिनट एकदूसरे के मुँह मे जींभ डालकर चूस रहे थे मैंने बीवी की एक टांग उठा कर अपनी कमर पर नीचे हाथ डालकर उसकी चूत को टटोला के तभी अचानक दरवाजा खुला और इंदु भाभी मेघा को आवाज़ देती अंदर आ गयी और अगले ही पल अंदर का नजारा देख के उनका मुँह खुला का खुला रह गया ये देख मेरी पत्नी और मै एक झटके मे अलग हुए और भाभी अपनी आँखों पर हाथ रखकर पीछे की तरफ घूम गयी मै सीधा बाथरूम मे घूस गया और मेघा अपने उठे हुए घाघरे और कंधो से नीचे आयी चोली को ठीक करते हुए बोली अरे भाभी आप आ भी गई मै तो अभी अपने कपडे ही पहन रही थी… मेघा भाभी को गाँव की समझ के पागल बनाती हुई बोली तभी भाभी ने कहा ठीक है तुम आराम से सब पहन लो फिर मेरे रूम मे ही आ जाना और वो जल्दी से रूम से निकल गई | मेघा भी जल्दी से सब ठीक करके उनके रूम मे चली गई फिर मै भी थोड़ी देर बाद तैयार होकर नीचे हॉल मे चला गया जहा मनीष एक चेयर पर बैठा मै भी उसके पास जाकर बैठ गया | धीरे धीरे बाकी सब लोग भी आने लगे | मेरे मन मे अभी भी रूम वाली घटना ही चल रही थी पता नहीं भाभी को कैसा लगा होगा मै यही सब सोच रहा था के तभी मेरी बीवी मेघा और मनीषा की बीवी सामने से आती दिखाई दी और वो दोनों हम दोनों के पास से होती हुई लेडीज के ग्रुप मे चली गई जहा लड़की को मेहंदी हल्दी लगाई जा रही थी | मैंने नोटिस किया ज्यादा तर लड़को का धयान मेघा की गांड की तरफ ही था क्युकी आज उसकी गांड घाघरे मे कुछ ज्यादा ही बड़ी और उठी हुई लग रही थी
    तभी मुझे ऊपर से इंदु भाभी आती दिखाई दी उन्होंने भी येलो कलर की घाघरा चोली ही पहनी थी| वो सामने से आती हुई क्या बाला की खूबसूरत लग रही थी जैसे ही वो मेरी टेबल के करीब आई तभी भैया ने आकर उनसे कुछ पूछा और बिलकुल मेरे सामने आकर भैया से बात करने लगी मैंने उनको बड़ी तसल्ली से आज देखा गोरा रंग उनके 38 के बूब्स चोली से बाहर आने हो उसके नीचे सपाट गुदगुदा पेट गहरी नाभि और घाघरा मेरा लंड तो वैसे ही प्यासा था फिर से पायजामे मे खड़ा हो गया | ऐसा मन कर रहा था के पहले भाभी को पूरी नंगी करके थोड़ी देर उनके बदन को देखु फिर आगे कुछ करू मेरा ध्यान बार बार उनके बूब्स पर और गोरे पेट और नाभि से हट ही नहीं रहा था तभी मैंने भाभी के चेहरे की तरफ देखा तो वो मुझे ही देख रही थी मुझे एकदम होश आया तो मेरा हाथ मेरे लंड पर था और धीरे धीरे लंड दबा रहा था मैंने लंड से हाथ हटाया और मनीष से कुछ पूछने लगा. तब तक भाभी को मेरे पायजामे के ऊपर से मेरे लंड कर उभार दिख गया और वो नजर बचाते हुए वहा से चली गयी | थोड़ी देर बाद मैंने मनीष को बोला यार ऐसे तो बोर हो जायेंगे कुछ कर जो हम भी एन्जॉय कर सकें उसने कहा मेरे रूम मे चलकर 2-2 पेग लेते है और हम ऊपर मनीष के रूम मे चले गए वहा मैंने 3 पटियाले पेग लिए और मुझे नशा शुरू होने लगा और फिर थोड़ी बाद हम नीचे आ गए सभी लोग अपने अपने काम मे बिजी थे हम भी नीचे आकर सोफे पर बैठ गए थोड़ी देर बाद वहा मेरी और मनीष की बीवी भी आ गए और हम बस ईधर उधर की बातें करने लगे तभी मनीष और उसकी वाइफ को उसकी बहन नंदनी ने आवाज़ दी तो वो वहा चले गए उनके जाते ही मेघा ने मेरी तरफ देखकर कहा मुझे लगता है भाभी ने सब देख लिया मै नशे मे तो था ही तो मैंने कह दिया की ऐसा अलग देख लिया और तुम मेरी बीवी हो मुझसे ऐसा सुनकर वो हस पड़ी और बोली तुम भी ना…. तो मैंने कहा लेकिन आज तुमने मुझे प्यासा ही छोड़ दिया. इस पर बोली जान प्यासी तो मै भी हूं बस ये फंक्शन ख़तम होने दो एक बार तभी इंदु भाभी ने मेघा को पुकारा और कहा अमित भैया और तुम नंदनी के साथ फोटो खिचवालो मैंने मेघा से कहा तुम भाभी के साथ चलो मै बाथरूम होके आता हु और फिर मै बाथरूम की तरफ चला गया सच तो ये था की मुझे नशा ज्यादा हो रहा था जब वापस आया और स्टेज की तरफ गया तो मेघा और इंदु भाभी आपस मे हसीं मज़ाक कर एक दूसरे को छेड़ रही थी मै ठीक उनके पीछे जाकर खड़ा हो गया और दोनों की कमर और गांड का जाइजा लेने लगा मैंने देखा की भाभी की कमर मेघा से ज्यादा पतली और चिकनी थी लेकिन गांड का उठाव मेघा का ज्यादा था तभी भैया ने मुझे पीछे से बोला अमित फोटो के बाद रूम न. 205 मे आ जाना और उनकी आवाज़ सुनकर मै चौंक गया और जी भैया कहकर आगे चला गया जहा मनीष और उसकी वाइफ खड़े थे मैंने नोटिस किया की मनीष के भैया मेघा की गांड को बड़ी गौर से देख रहे थे उसके बाद सबने फोटो कराया और मै और मनीष 205 की और चले गए जहाँ ड्रिंक्स का इंतजाम था हम तो पहले ही ले चुके थे और 2 पेग लेने पड़े 1 घंटे बाद मनीष और मै बाहर आये तो ज्यादातर सभी रूम मे जा चुके थे हॉल मे सिर्फ मेघा मनीष की वाइफ भाभी और एक राउंड टेबल पर बैठ कर खाना खा रही थी मै भी वही जाकर मेघा के पास बैठ गया क्युकी मुझे बहुत तेज भूख लगी थी मैंने जल्दी से थोड़ा बहुत खाया और नींद आने की कह के अपने रूम की तरफ जाने के लिए खड़ा हुआ जैसे ही मैंने भाभी की तरफ देखा वो मेघा की तरफ देख के हस्ती हुई बोली जाओ अब तुम भी आराम करो कल फिर जल्दी उठना है मै समझ रहा था भाभी का इशारा और फिर मै वहां से अपने रूम मे चला गया | अपने रूम मे आकर मैंने चेंज करके बेड पर लेट गया और रिलैक्स होने लगा क्युकी अब मुझे नशा बहुत हो रहा था मैंने अपनी आँखे बंद की तो भाभी की गांड और कमर दिमाग मे घूमने लगी और लंड मे फिर से तनाव आने लगा करीब आधे घंटे बाद मेघा रूम मे आयी और लॉक करके सीधा बेड पर आकर बैठ गयी और मेरे लंड को धीरे धीरे आगे पीछे करने लगी मै अभी भी आँखे बंद करके भाभी के खयालो मे खोया हुआ था तभी उसने मेरा लंड अपनी जींभ से चाटा और नीचे बॉल तक अपनी जींभ से बॉल को चूसने लगी फिर उसने मेरे लंड को मुँह मे लेकर लॉलीपॉप की तरह चूसना शुरू किया मेरा लंड इतने तनाव मे था के पूरा उसके मुँह मे भी नहीं आ रहा था पर वो आज ऐसे लंड चूस रही थी जैसे कब से प्यासी हो वो 5 मिनट तक लगातार लंड चूसती रही फिर उसका मुँह थक गया और वो मेरे ऊपर आ गई मैंने उसे अपने ऊपर से हटाया और घोड़ी बना कर उसका घाघरा उसकी गांड तक उठाया और पैंटी को उतार कर उसकी गीली चूत पर अपना मुँह रखकर उसकी चूत की सुगंध ली फिर चूत की दोनों फाँको को जींभ से चाटा तो वो सिसकियां लेने लगी मैंने अपनी पूरी जींभ चूत मे डालकर आगे पीछे करने लगा और वो जोर से आवाज़ करने लगी मै भी किसी भूखे कुत्ते की तरह उसकी चूत चाट रहा था और वो जोर जोर से आह आह की आवाज़ निकाल रही थी फिर मै रुका और अपना लंड उसकी चूत पर रखा और एक ही झटके मे पूरा डाल दिया वो इतनी जोर से चिलाई जैसे आज ही सील टूटी हो और मैंने उसे चोदना शुरू किया आज मै कुछ ज्यादा तेज झटके मार रहा था और वो जोर जोर चिल्ला रही थी मैंने 5 मिनट तक उसे घोड़ी बना कर चोदा फिर बेड से उठा कर सोफे पे खड़ी करके चोदने लगा उसकी गांड देखकर भाभी की गांड याद आ गई और मै जोश मे उसकी गांड पे तप्पड़ मार मार के उसकी गांड लाल कर दी फिर मै सोफे पर बैठ गया और मेघा मेरे ऊपर आकर खुद चुदने लगी और जोर जोर आह आह कर रही थी फट फट की आवाज़ रूम के बाहर तक जा रही थी मै हैरान था के अभी तक मेरे लंड ने हार नहीं मानी थी जबकि मेघा 2 बार झड़ चुकी थी फिर मैंने उसे बेड पर ले गया वो अभी भी घाघरा चोली मे ही थी बस चोली मे से उसके बूब्स बाहर कूद रहे थे हम दोनों बेड के पास खड़े होकर एक दूसरे के होठो को चूस रहे थे तभी मैंने उसके घाघरे का नाड़ा खींच दिया और वो पूरी नंगी हो गई अब मैंने उसे बेड पर लेटाया और खुद खड़ा रहा मैंने अपना लंड उसकी चूत के ऊपर 4-5 ऊपर नीचे रगड़ा उसकी चूत चुद चुद लाल हो गई थी और फूल गई थी अब मैंने उसकी दोनों टांगो को अपने हाथों से पकड़ा और पूरा लंड एक बार मे घुसा दिया वो फिर चिल्लाई मैंने फिर पूरा लंड बाहर निकला फिर पूरा अंदर डाला ऐसा मैंने 10-12 किया और वो हर झटके पर जोर आह… करती अब मै भी झड़ने वाला था तो मैंने लंड उसकी चूत से निकला और उसके होठों के पास ले गया पर वो मुँह मे लेने से मना करने लगी मैंने उसके बालों को पीछे से खिंचा तो दर्द से आह निकल गई और मुँह खुल गया और मैंने लंड मुँह मे डाल दिया और फिर उसके मुँह को चोदा 4-5 अंदर बाहर मे ही मेरा झड़ गया और मैंने सारा माल उसके मुँह मे भर दिया वो 2 मिनट माल मुँह मे भर कर बैठी रही फिर बाथरूम की तरफ भागी और सारा माल थूक दिया मै नंगा ही बेड पर लेटकर उसे देख रहा था वो अपना फेस धो रही थी मेरी तरफ उसकी मोटी लाल गांड और सूजी हुई चूत मुझे साफ दिख रही थी फिर वो आकर मेरी छाती पर सर रखकर लेट गई मै उसके बूब्स को बहुत प्यार से सहला रहा था मै झड़ तो गया था पर मन नहीं भरा था मै आज कुछ और ही करने के मूड मे था करीब 5 मिनट बाद मैंने बातें करना स्टार्ट किया मैंने कहा आज सबकी नजर पार्टी मे तुम्हारी गांड पर ही थी उसने कहा सच मे अपनी तारीफ सुनते ही थोड़ा जोश आया फिर मैंने पूछा तुमने ये बात नोटिस नहीं की तो उसने कहा कोई मेरी बैक देखेगा तो मुझे कैसे पता चलेगा पर हाँ मनीष के बड़े भाई मेरे बूब्स बार बार बड़ी ललचाई नजरों से देख रहे थे फिर वो उठी और अपनी नाईटी पहन कर सो गई मुझे भी थोड़ी नींद आ गई…..
    कहानी के अगले भाग मे मै भाभी को कैसे चोद पाया जल्द ही आप सबके लिए पेश करूँगा

  • बस के स्लीपर में भाभी की चुदाई

    हैल्लो दोस्तों, में सुमित उम्मीद करता हूँ कि आप सभी चाहने वाले इस पर रोजाना नयी नयी कहानियाँ पढ़कर अपनी सेक्स की आग को और हवा दे रहे हो. दोस्तों वैसे में भी बहुत अच्छी तरह से समझता हूँ कि सेक्सी कहानियाँ पढ़ने से चुदाई की इच्छा इतनी बढ़ जाती है और उस वक़्त जो भी चूत सामने मिले मन करता है कि उसी को चोद दूँ और इस वजह से ही लोग किसी भी रिश्ते की परवाह किए बगैर सिर्फ़ चुदाई के बारे में सोचते है और अपने अंदर जल रही उस सेक्स की आग को ठंडा करते है. दोस्तों में भी कामुकता कहानियाँ बहुत समय से पढ़ता आ रहा हूँ और यह सभी कहानियाँ पूरे बदन में लगी आग को और भी भड़का देती है.

    दोस्तों अब में अपने बारे में बताता हूँ, में मिस्टर सुमित एक बंगाली लड़का हूँ और में वेस्ट बंगाल के कोलकाता शहर का रहने वाला हूँ, मेरी उम्र 29 साल है. में शादीशुदा हूँ और मेरी बहुत ही अच्छी, सुंदर एक पत्नी है और मेरे तीन लड़के है. दोस्तों में अपनी शादीशुदा जिन्दगी में बहुत मज़े करता हूँ, लेकिन बात तो अब वो थी कि सभी बोलते है और बहुत अच्छी तरह से जानते भी है कि एक मर्द को जितनी भी बार चूत, चुदाई करने को मिल जाए उसकी चोदने की भूख कभी कम नहीं होती, लंड कुछ देर बाद दोबारा खड़ा होकर एक प्यासी चूत में जाने के लिए एक बार फिर से तैयार हो जाता है.

    दोस्तों मेरे साथ भी बिल्कुल कुछ ऐसा ही है. में भी चुदाई करने का बहुत दीवाना हूँ और मुझे कोई भी प्यासी चूत मिल जाए तो में उसे चोदकर अपने लंड का दीवाना बना देता हूँ और ऐसा मैंने बहुत बार किया है. मेरे लंड से चुदकर हर एक चूत को बहुत संतुष्टि मिल जाती है. दोस्तों मैंने ऐसा अपने पड़ोस में रहनेवाली कुछ भाभियों को और अपनी तीन भाभियों को बड़े ही प्यार से पटाकर चोदा है, लेकिन हाँ मैंने कभी भी अपने बीच में बनी रिश्ते की दीवार को नहीं गिराया है.

    दोस्तों में आप सभी के सामने अपनी एक पड़ोस की भाभी की चुदाई की कहानी बता रहा हूँ जिसे चोदने की मेरी इच्छा बचपन से थी जो कि अब फरवरी के महीने में पूरी हुई. दोस्तों मेरी भाभी इतनी सुंदर तो नहीं है कि जो भी उसे देखे उसका लंड भाभी को चोदने के लिए खड़ा हो जाए, लेकिन पता नहीं क्यों फिर भी में उसे हमेशा से ही चोदना चाहता था.

    पहले तो वो दुबली पतली सी थी और उसकी वो छोटी छोटी चूचियाँ मुझे बहुत अच्छी लगती थी, लेकिन अब वो समय के साथ साथ थोड़ी मोटी हो चुकी है और मोटे होने साथ साथ अब उसके चूतड़, बूब्स ने भी अपना आकार बदल लिया है जिसकी वजह से में उस जिस्म का बिल्कुल दीवाना हो चुका हूँ और अब उसका शरीर पहले से भी बहुत अच्छा दिखता है मतलब अब तो वो और भी चुदासी और सेक्सी लगती है. अब उसकी चुचियाँ भी बहुत बड़ी हो गयी है बिल्कुल गोल गोल, लेकिन हाँ मोटी औरतों की झूलती हुई चूचियों की तरह नहीं बल्कि एकदम टाईट है.

    दोस्तों जैसा कि आप लोग सेक्सी कहानियों को पढ़कर सोचते होंगे कि भाभियों को अपनी बातों में फंसाकर चोदना बहुत आसान होता है, लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है अगर ऐसा होता तो में कब का अपनी भाभी को चोद देता और मुझे उनकी चूत मिलने में इतना लंबा समय नहीं लगता और मेरे मन की इच्छा बहुत पहले ही पूरी हो चुकी होती, लेकिन उसे चोदने का मौका मुझे इस बार मेरी अच्छी किस्मत से मिल ही गया और मैंने उसे एक बस के स्लीपर कोच में चोदा.

    दोस्तों इस बार कुछ ऐसा हुआ कि बस में हमे एक बहुत लंबा सफर तय करना था और मेरी अच्छी किस्मत से मुझे बस में एक भी सीट खाली नहीं मिली तो हमें मजबूरी में एक स्लीपर लेना पड़ा जिसकी वजह से में तो मन ही मन बहुत खुश था, लेकिन भाभी अब थोड़ा अच्छा महसूस नहीं कर रही थी और में उनकी इस बैचेनी की वजह भी बहुत अच्छी तरह से समझ चुका था. मुझे पता था कि अब उनके मन में क्या क्या चल रहा होगा और वो क्या सोच रही है? अब हम दोनों अपना सामान ठीक जगह पर रखकर बस के स्लीपर पर अपनी सीट पर चढ़कर बैठ गये और मैंने स्लीपर का दरवाजा अंदर से बंद कर दिया और फिर में लेट गया, लेकिन भाभी अब भी बैठी हुई थी.

    फिर कुछ देर बाद बस चलने लगी और बाहर बहुत अंधेरा सा छा गया और अब में भाभी की पीठ पर अपना हाथ घुमा रहा था और मुझे ऐसा करने में बहुत मज़ा आ रहा था. मुझे अच्छी तरह से पता था कि मेरे ऐसा करने से भाभी गरम हो ही जाएगी, अब उससे पहले मेरा लंड उन्हें चोदने के लिए तैयार हो गया. मैंने कुछ देर बाद भाभी को लेटने के लिए कहा लेकिन भाभी नहीं मानी, ना जाने उनके मन में क्या चल रहा था? और अब मैंने उसे तुरंत जबरदस्ती पकड़कर अपने ऊपर खींचकर अपने साथ लेटा लिया और इसी खींचातानी में उसकी साड़ी का पिन खुल गया, जिसको वो अब लगाने लगी.

    मैंने तुरंत उसका हाथ पकड़ लिया और कहा कि रहने दो ना भाभी अब रात में इसे लगाकर क्या होगा? तो भाभी ने उसे वैसे ही छोड़ दिया और वो अब मेरे साथ लेट गई, दोस्तों जैसा कि में पहले भी कई बार उनके बूब्स का बहुत मज़ा ले चुका था तो में बिल्कुल निडर होकर अब अपना एक हाथ उसके बूब्स पर घुमाने लगा और भाभी मुझे ऐसा करने से कभी नहीं रोकती थी और आज भी उन्होंने मुझे ऐसा करने से नहीं रोका था.

    अब में धीरे धीरे भाभी के ब्लाउज के एक एक बटन खोलने लगा और फिर उसकी नंगी चूचियों को दबाने लगा, भाभी हल्का हल्का उउउहह आआहह करने लगी थी, लेकिन में तो पूरे मूड में था. में अपने पैरों से भाभी की साड़ी को ऊपर खींचने लगा और उसके पैरों पर अपने पैर रगड़ने लगा, क्योंकि मुझे बहुत अच्छी तरह से पता था कि वो मेरे ऐसा करने से बहुत जल्दी गरम हो जाएगी, लेकिन जैसे ही मैंने अपना हाथ उसकी साड़ी के अंदर डाला और उसकी पेंटी को हाथ लगाया तो भाभी अचानक से उठकर बैठ गई.

    अब वो मुझे यह सब करने से रोकने लगी और मुझसे कहने लगी कि क्या तुम्हे पता भी है कि तुम मेरे साथ यह क्या कर रहे हो थोड़ा अपने आप पर कंट्रोल करो और चुपचाप सो जाओ? दोस्तों में आज रुकना नहीं चाहता था और मुझे तो आज कैसे भी उस चूत के दर्शन करने थे जिसको में इतने सालों से अपने सपनों में मेरे लंड से चुदता हुए देख रहा था तो फिर आज में कैसे पीछे हटता? अब मेरे ऊपर तो उसकी चुदाई का भूत सवार था.

    फिर मैंने भाभी से बोला कि भाभी प्लीज़ ऐसा मौका मुझे और कभी नहीं मिलेगा, प्लीज़ आज मुझे मत रोको और मुझे वो सब करने दो जो में करना चाहता हूँ प्लीज, लेकिन भाभी मेरे इतना कहने समझाने के बाद भी नहीं मान रही थी, लेकिन दोस्तों में भी मन ही मन ठान चुका था कि जो भी होगा देखा जाएगा. फिर में उसकी जांघों को धीरे धीरे मसलने, सहलाने लगा जिसकी वजह से भाभी अब धीरे धीरे कसमसा रही थी और में समझ चुका था कि वो कुछ समय जरुर लगाएगी, लेकिन चुदने को जरुर तैयार हो जाएगी और उस बात का फायदा उठाते हुए मैंने अपना एक हाथ धीरे से उसकी गरम, पेंटी पर रखा तो मैंने महसूस किया कि उसकी पेंटी अब भीग चुकी थी और अब में समझ गया कि भाभी भी गरम हो चुकी है, लेकिन वो मुझे अपनी चूत को चोदने नहीं देना चाह रही थी.

    फिर मैंने घड़ी में टाईम देखा तो मेरे पास अभी और कुछ घंटे ही बचे थे और इस बीच मुझे उनकी चुदाई के काम को पूरा भी करना था जो मेरे लिए बहुत मुश्किल था, लेकिन नामुमकिन नहीं था. फिर में अपना हाथ धीरे धीरे उसकी पेंटी पर चूत के ऊपर से रगड़ने लगा और अब मैंने महसूस किया कि भाभी का बदन अकड़ रहा था और वो ऊपर के मन से मना भी नहीं कर रही थी.

    अब में धीरे धीरे उसकी पेंटी को नीचे खींचने लगा और फिर मैंने पेंटी को पूरा नीचे उतार दिया और अब में अपने हाथ से उसकी उस बालों से भरी चूत को रगड़ने, सहलाने लगा वाह दोस्तों मैंने हाथ लगाकर महसूस किया कि उसकी चूत तो पूरी गीली हो चुकी थी और अब में अपनी एक उंगली से उसकी चूत को चोदने लगा और भाभी हल्की आवाज़ के साथ उुउऊहह आआहह ऊओफफफ्फ़ ऊऊफफह करने लगी. दोस्तों मैंने भी कुछ देर बाद सही मौका देखा और अपनी पेंट को उतार दिया और साथ ही साथ अपनी अंडरवियर को भी, क्योंकि मेरा लंड तो उस चूत को चोदने के लिए कब से तैयार खड़ा था और वो चूत आज मेरे हाथ में थी जिसको चोदना अब मेरा सबसे बड़ा सपना था.

    अब में भाभी के ऊपर आ गया और मैंने दोनों पैरों को फैलाकर अपना लंड धीरे से धक्का देकर भाभी की चूत में डाला और जैसे ही मेरा लंड भाभी की चूत में गया तो भाभी ने ज़ोर से कसकर मुझे पकड़ लिया और सिसकियाँ भरने लगी. मैंने भी मौके का फ़ायदा उठाते हुए भाभी की बहुत अच्छी तरह से चुदाई कर डाली. फिर में लगातार ज़ोर ज़ोर से धक्के देता रहा और वो मेरे लंड के अंदर बाहर होने के साथ साथ सिसकियाँ लेने लगी. बस मैंने करीब बीस मिनट तक चुदाई का पूरा मज़ा लिया और मैंने अपना वीर्य चूत में डाल दिया, लेकिन कुछ बाहर भी निकला जिसको भाभी ने साफ किया.

  • पति ने मुझे नये लंड से चुदवाया

    हैल्लो दोस्तों, में ललित आपके लिये एक मस्त कहानी लेकर आया हूँ. दोस्तों उस समय बच्चों की गर्मियों की छुट्टियाँ चल रही थी और में तैयार होकर अपने ऑफिस चला गया, ऑफिस पहुंचने के कुछ देर बाद मेरे पास रोहित का फोन आया जो लखनऊ में रहता है और वो मेरा कज़िन है, मुझसे करीब 10 साल छोटा है. तो वो मुझसे बोला कि ललित भैया कैसे है आप और क्या घर में सब ठीक है? तो मैंने उसको अपना जवाब देते हुए उससे सबका हाल चल पूछा और बोला कि आज मेरी याद कैसे आई?

    रोहित मुझसे बोला कि भैया में और सोनिया कुछ दिन दिल्ली घूमने के लिए आ रहे है अगर आपको कोई तकलीफ़ ना हो तो हमें दिल्ली के दर्शन करवा देना क्योंकि सोनिया मुझसे कई बार बोल चुकी है, लेकिन मुझे अपने ऑफिस से छुट्टी नहीं मिलती. तो मैंने कहा कि यह भी कोई पूछने के बात है, इस बहाने से बच्चे भी खुश हो जाएँगे और अभी उनकी छुट्टियाँ भी है इस बहाने से हम सब घूम लेंगे.

    फिर हम दोनों ने कुछ देर इधर उधर की बातें करके फोन कट कर दिया और शाम को जब मैंने घर पर आकर प्रिया को बताया कि रोहित और सोनिया दिल्ली घूमने के लिए आ रहे है तो प्रिया मुझसे बोली कि रोहित को हमारी अब याद आई है उसकी शादी को एक साल हो गया है और वैसे भी में उसको कितनी बार बुलाने के लिए फोन कर चुकी हूँ, लेकिन वो हर बार मुझसे आने का वादा करता है, लेकिन कभी आता नहीं है, क्यों वो लोग कब आ रहे है? फिर मैंने कहा कि वो लोग परसो आ जाएँगे और में जाकर उन्हें स्टेशन से लेने चला जाऊंगा.

    प्रिया बोली कि हाँ हम उनके लिए कुछ खरीद भी कर लेते है, शादी के बाद पहली बार वो हमारे यहाँ पर आ रहे है. फिर हमारे बीच यह सब बातें चलती रही और फिर में शुक्रवार को उन्हे लेने स्टेशन चला गया, स्टेशन पर रोहित मेरे गले लगा और सोनिया ने मेरे पैर छुए.

    मैंने सोनिया से मजाक में हंसकर कहा कि सोनिया तुम मुझे इतनी जल्दी बुजुर्ग मत बनाओ तो हम सब हंसने लगे और घर पर आकर बच्चे भी सोनिया चाची से घुल मिल गये और दो दिन तक हम सबने बहुत मस्ती की एक रात इंडिया गेट घूमने के बाद हम घर पर पहुंचे तो हम सभी बहुत थक चुके थे तो रोहित और सोनिया अपने कमरे में चले गये और हम दोनों और हमारे बच्चे भी अपने अपने रूम में चले आए. फिर कुछ देर लेटकर आराम करने के बाद प्रिया मुझसे कहने लगी कि में उनसे पूछती हूँ कि किसी को कॉफी पीनी है?

    मैंने उससे कहा कि क्यों तुम उन्हे परेशान करती हो, पिछली तीन रातों से हम 2 बजे तक जाग रहे है और उनकी शादी को अभी एक साल हुआ है और उनकी अपनी प्राइवेट नाईट लाईफ है, उन्हे भी वो सब मज़े करने दो. प्रिया मेरी यह बात सुनकर हंस पड़ी और वो मुझसे बोली कि हाँ वो सब मुझे भी पता है, लेकिन जिस दिन सोनिया आई थी उसी दिन से उसके पीरियड आ गये थे और आज उसका आखरी दिन है. मैंने पूछा कि प्रिया क्या अभी इन दोनों ने फेमिली प्लान नहीं किया? तो प्रिया बोली कि हाँ सोनिया ने मुझे कल सुबह बताया था कि वो अब प्लान कर रहे है क्योंकि रोहित चाहता था कि एक साल तक सिर्फ़ हम दोनों एक दूसरे को समझे.

    फिर मैंने उससे कहा कि इसका मतलब रोहित बहुत समझदार है तो प्रिया ने मेरी चुटकी ली और बोली कि हाँ तुम्हारे परिवार में सारे मर्द समझदार है और फिर हम दोनों हंसने लगे. फिर प्रिया उनसे कॉफी के लिए पूछने उनके रूम की तरफ चली गयी और वो करीब 10 मिनट के बाद आई तो वो मुझसे बोली कि ललित वो लोग तो अभी से शुरू हो गये है.

    मैंने कहा कि तीन दिन रुक गये है बस वो ही बहुत है और तुम क्या मज़े ले लेकर देख रही थी? तो प्रिया ने तुरंत मेरा एक हाथ पकड़कर अपनी पेंटी में डाल दिया तो मुझे महसूस हुआ कि प्रिया की चूत पूरी गीली थी, मैंने उससे पूछा कि क्यों तुमने ऐसा क्या देखा? तो प्रिया ने कहा कि तुम भी देखकर आ जाओ और में चुपके से गया और खिड़की के पास से अंदर देखा तो रोहित उस समय बेड पर खड़ा हुआ था और सोनिया उस समय पूरी नंगी थी और वो बेड पर अपने घुटनों के बल बैठकर रोहित का लंड चूस रही थी, दोस्तों रोहित का लंड बहुत मोटा था और सोनिया का बदन भी इतना गोरा था कि ज़रा सा दाग भी दूर से दिख जाए और उसके बिल्कुल कसे हुए बूब्स थे.

    फिर रोहित बोला कि सोनिया अब तुम उल्टी हो जाओ और में आज तुम्हे पीछे से चोदूंगा. सोनिया बोली कि आज पूरी मस्ती से चोदना, जल्दी मत निकालना. दोस्तों में यह सब शब्द सोनिया के मुहं से सुनकर बहुत हैरान रह गया कि जो लड़की इतनी मासूम सी दिखती है वो बिस्तर पर इतनी तेज़ बातों से तो बहुत बड़ी रांड लगती है. तभी मेरे पीछे से प्रिया भी आ गई और वो बहुत धीरे से मुझसे बोली कि ललित देखो रोहित का कितना मोटा है? और सोनिया उसका कितने आराम से ले रही है शायद उसे मोटे आकार का लेने में बहुत मज़ा आ रहा होगा.

    मैंने उससे कहा कि क्यों रोहित पर दिल आ गया? तो प्रिया ने मेरी तरफ देखा और उस समय उसकी आँखो में वासना भरी हुई थी. मैंने उससे कहा कि आज तुम मुझसे काम चलाओ, फिर देखता हूँ कि रोहित को कैसे तैयार करूं? उस रात प्रिया ने मुझे रोहित बनाकर चुदवाया. मैंने सुबह सुबह सबको उठाकर मंदिर जाने के लिए बोला और कहा कि सभी लोग जल्दी से तैयार हो जाओ, तभी प्रिया बोली कि तुम सब मंदिर जाओ में तुम्हारे लिए लंच तैयार करती हूँ.

    दोस्तों मुझे पहले से ही पता था कि रोहित किसी भी मंदिर नहीं जाता और फिर वही हुआ रोहित बोला कि में भी नहीं जाऊंगा और वो प्रिया को बोला कि भाभी, लेकिन में आपकी खाना बनाना में मदद ज़रूर करूँगा और फिर हम सब मंदिर के लिए निकल गये. रास्ते में मैंने प्रिया को एक मैसेज किया कि आज तुम्हारा रास्ता बिल्कुल साफ है. तो प्रिया ने भी मुझे ठीक है लिखकर मैसेज भेज दिया. फिर हम करीब 3 बजे घर पर वापस आए तो मैंने प्रिया को इशारे से हाल जानने की कोशिश की तो उसने स्माइल देकर अच्छे संकेत दिए और अब में तुरंत समझ गया कि मेरा काम हो गया है और फिर उसी रात तक हम सब मस्ती, हँसी मज़ाक करते रहे और रोहित ने भी अपने स्वाभाव से यह बिल्कुल जाहिर नहीं होने दिया कि हमारे पीछे से क्या तूफान आया था.

    फिर में कुछ देर बाद फ्री होकर प्रिया से बोला कि प्रिया सुनाओ मेरे पीछे से तुमने क्या क्या किया? मज़ा लूटा या नहीं? तो प्रिया ने तुरंत अपनी टी-शर्ट को उठाकर मुझे दिखाया कि देखो रोहित ने किस तरह अपने दातों से काट काटकर मेरे बूब्स पर निशान बना दिए है. तो मैंने उससे कहा कि ऐसे नहीं, मुझे पूरी कहानी विस्तार से सुनाओ क्या क्या हुआ?

    प्रिया ने बेडरूम का दरवाज़ा बंद किया और पूरी नंगी हो कर बेड पर आ गयी और वो मुझसे बोली कि तुम भी अपना लंड बाहर निकाल लो और अपनी बीवी की चुदाई की कहानी सुनो. फिर मैंने भी उसकी चूत में उंगली डाली और कहा कि तुम्हारी चूत तो अभी भी गीली है क्या मन नहीं भरा? तो प्रिया बोली कि नहीं, आग तो रोहित ने शांत की थी, लेकिन जब तक तुम से ना चुदवाऊँ मेरी नियत नहीं भरती.

    फिर प्रिया बोली कि तुम्हारे जाने के बाद मैंने रोहित को चाय दी और में नहाने चली गयी और फिर रोहित को आवाज़ देकर कहा कि रोहित किचन में गेस बंद कर दो और तुम भी नहा लो, में बस दो मिनट में बाथरूम से बाहर आ रही हूँ और फिर एकदम से मैंने ज़ोर से बाल्टी को फेंकी और साथ में चिल्लाई तो रोहित भागकर बाथरूम तक आया और बोला कि भाभी क्या हुआ?

    मैंने गिरने का नाटक किया और दरवाज़ा खोला, में तब तक जमीन पर ही बैठी रही और मैंने उस समय सिर्फ़ टावल लपेटा हुआ था. फिर मैंने रोहित से बोला कि देखते क्या हो मुझे उठाओ और बेड पर लेटा दो, रोहित ने कुछ हिचकिचाते हुए मुझे अपनी गोद में उठाया और बेड पर लेटा दिया, इतने में मैंने रोहित के चेहरे पर पसीना देखा और तभी मैंने रोहित से कहा कि तुम मेरे पैरों को मोड़ो और फिर रोहित ने भी मेरा एक पैर घुटने से मोड़ दिया जिसकी वजह से पूरा टावल उतर गया और में उसके सामने पूरी नंगी हो गई और रोहित मुझे लगातार घूर घूरकर देखता रहा, वो मेरे पूरे जिस्म को बस देखे ही जा रहा था और मैंने भी रोहित का हाथ पकड़कर उसे अपनी कमर पर दबाने को कहा. तब उसे थोड़ा होश आया और उसने अपने होंठ मेरे होंठो पर रख दिए और मुझे चूमने लगा.

    करीब 10 मिनट तक हम एक दूसरे को सहलाते रहे और तभी मैंने अपना हाथ उसकी पेंट में डालकर उसका लंड पकड़ लिया और पेंट को खोलकर लंड को मुहं में ले लिया और चूसने लगी. अब रोहित ने भी मेरे बाल पकड़ लिए और सिसकियाँ लेने लगा और वो मुझसे बोला कि भाभी सोनिया को लंड चूसना नहीं आता, आप तो इस काम में बहुत अनुभवी लगती हो. अब में भी हंसते हुए बोली कि हाँ में और भी बहुत कामों में अनुभवी हूँ. तभी रोहित बोला कि प्लीज भाभी अपने पैर खोलो और मुझे दर्शन तो करवाओ, फिर मैंने उससे पूछा कि क्यों किसके दर्शन? तो रोहित बोला कि चूत के तो मैंने अपने दोनों पैर खोल दिए और उससे कहा कि हाँ लो कर लो दर्शन और इसकी आग को भी शांत कर दो. फिर रोहित ने कहा कि भाभी इसकी आग शांत करने के लिए ही तो भैया ने मुझे यहाँ पर रोका था.

    उसके मुहं से यह बात सुनकर मुझे तो एकदम से झटका लगा, रोहित मुझसे बोला कि भाभी मुझे सब पता है. रात को भैया ने छत पर मुझे बुलाया और ड्रिंक करते हुए अपने बारे में सब बता दिया और उन्हे भी यकीन था कि में मान जाऊंगा, क्योंकि शादी से पहले भैया के साथ मैंने लखनऊ में हमारी पड़ोसन को बहुत बार चोदा था.

    भैया ने आपको अपना तो बताया होगा, लेकिन मेरे बारे में नहीं बताया होगा कि में उनके साथ था. तभी मैंने सोनिया को भी सब कुछ बता दिया क्योंकि सोनिया से में कुछ नहीं छुपाता हूँ और हम अलग अलग तरीके से सेक्स का मज़ा लेते है और हमने प्लान किया आपको चकित करने का और इसमे सोनिया भी हमारे साथ थी. तभी मैंने रोहित को लेटा लिया और अपनी चूत उसके मुहं पर रखकर बोली कि अब चुप हो जाओ और मेरी चूत की आग अपनी जीभ और लंड से बुझाओ और फिर रोहित ने भी करीब 10 मिनट तक मेरी चूत को चाटकर मेरा दो बार पानी निकाला और उसके बाद मैंने अपनी चूत उसके लंड पर रख दी और में खुद ही उछल उछलकर उसके लंड से चुदने लगी.

    तभी रोहित मुझसे बोला कि भाभी कुछ गंदा बोलो, मुझे पता है कि तुम्हे चुदते हुए गंदा बोलना बहुत अच्छा लगता है. तो मैंने कहा कि हाँ रोहित, तू आज फाड़ दे मेरी चूत अपने लंड से, में तेरी रंडी हूँ और मुझे भाभी नहीं बल्कि रंडी बोल, मुझे गालियाँ दे, अपनी कुतिया बनाकर मुझे चोद, में मानती हूँ कि मेरी चूत सोनिया की तरह टाइट नहीं है, लेकिन मुझे चुदाई का अनुभव सोनिया से बहुत ज्यादा है.

    रोहित बोला कि हाँ साली रंडी वो तो मुझे पता है और मुझे यह भी बहुत अच्छी तरह से पता है कि तुम्हारे साथ रह रहकर सोनिया भी पूरी रंडी बन जाएगी. अभी भी वो रंडी पेंटी नहीं पहनकर गई है और जहाँ कहीं भी उसे कोई अच्छा मौका मिलेगा वो भैया का लंड ले लेगी. फिर में भी चुदते हुए उससे बोली कि हाँ ललित भी उसे चोदकर ही आएँगे जब वो मुझे बिना बताए तुम्हारा लंड दिलवा सकते है तो सोनिया की चूत कैसे नहीं चोदेंगे, उसके बाद तो हमने आधा घंटा अलग अलग पोज़िशन में चुदाई के मजे लिए और आख़िर में मैंने रोहित से बोला कि अपना पानी मेरी चूत और मुहं में डालना. फिर रोहित मुझसे बोला कि भाभी एक साथ में दोनों में कैसे गिराऊंगा?

    मैंने फिर से उसको कहा कि तुम मुझे चोदते हुए भाभी मत बोलो, तुम थोड़ा सा पानी मेरी चूत में गिराना और फिर मेरे मुहं में डाल देना, चल अब आ जा अपने झटके शुरू कर दे. फिर रोहित भी पूरे जोश में आ गया और बोला कि हाँ ले साली रंडी, कुतिया ले हाँ ले, उसका वीर्य निकल गया और तभी कुछ वीर्य चूत में गिराते हुई में उठ गयी. फिर मैंने उसका लंड पकड़कर अपने मुहं में डाल लिया और 5 मिनट तक चूस चूसकर पूरा साफ कर दिया.

    फिर पूरी कहानी ललित को सुनाने के बाद ललित ने मुझे उल्टा किया और बोला कि तूने मुझे अपनी आप बीती सुनाई, अब में तुझे सोनिया की चुदाई कार में कैसे की वो दिखाता हूँ और ललित ने अपना लंड पीछे से मेरी चूत में डाल दिया और उसने मुझे करीब 20 मिनट इतनी बुरी तरह से चोदा कि मेरा बहुत हाल बुरा हो गया, तो सोचो कि सोनिया का क्या हाल हुआ होगा? दोस्तों यह था हमारा सेक्स अनुभव मुझे उम्मीद है कि आप लोगों को इसे पढ़कर जरुर मज़ा आया होगा.

  • सीमा भाभी के साथ सोने का मौका

    हैल्लो दोस्तों, में आप सभी को अपनी एक सच्ची कहानी सुनाने जा रहा हूँ, लेकिन यह कुछ अलग है और यह तब की है जब में कुंवारा था और अपने एक दोस्त के साथ एक फ्लेट में किराए से रहता था. तभी हमारे नीचे वाले फ्लेट में एक फेमिली रहती थी और जिसमें काशिफ भाई उनकी बहुत सुंदर पत्नी और माता, पिता रहते थे.

    में उन दिनों MBA करता था और में उस वक़्त 24 साल का था. दोस्तों काशिफ भाई ने अपनी मर्जी से लड़की पसंद करके अपनी शादी की थी और उसकी पत्नी बहुत सुंदर थी, उनकी उम्र उस वक़्त 29 साल थी और काशिफ भाई की उम्र 27 साल थी. दोस्तों काशिफ भाई उसके हुस्न के दीवाने हो गए थे, इसलिए उन्होंने उससे शादी कर ली और काशिफ भाई की शादी को अभी एक महिना ही हुआ था. जब मैंने पहली बार भाभी को देखा तो पता नहीं मुझे कुछ अजीब सा आकर्षण भाभी में महसूस हुआ. वैसे वो मुझसे उम्र में बड़ी थी और में सिर्फ़ 24 साल का था और वो 29 साल की थी, लेकिन वो 29 साल की होकर भी किसी 18 साल वाली लड़की से कम नहीं थी, उनका फिगर दिल को ठंडक देने वाला था और जब वो फिटिंग के कपड़े पहनती तो बस हुस्न की परी लगती थी.

    फिर मैंने अपने मन को बहुत समझाया कि यह हमारे पड़ोसी और काशिफ भाई के घर की इज्जत है और मेरी भाभी भी है, लेकिन पता नहीं क्यों एक दिन मैंने भाभी को सपने में चोदते हुए देखा और बस उस रात के बाद में उस सपने को अब हक़ीक़त में बदलना चाहता था और अब में उन्हें यह बताने लगा कि में भी कोई कम स्मार्ट नहीं हूँ और में अपनी जवानी पर हूँ और ऊपर से में बॉडी बिल्डिंग भी करता हूँ और मुझे जब भी मौका मिलता था तो में बिल्कुल टाईट शर्ट पहनकर भाभी के सामने आता रहता था, जब भी वो कपड़े सुखाने बाहर निकलती थी तो में जानबूझ कर नीचे उतरता था, क्योंकि में यह चाहता था कि भाभी मेरा जिस्म देखकर कुछ सोचने पर मजबूर हो जाए.

    एक दिन की बात है कि काशिफ भाई कहीं पार्टी में जा रहे थे, वो सब तैयार होकर नीचे उतर रहे थे और जब सीमा भाभी तैयार होकर नीचे उतर रही थी तो में उनके बूब्स को देखता ही रह गया, क्योंकि उन्होंने फिटिंग की कमीज़ पहनी हुई थी और जिस पर बहुत सुंदर कढ़ाई हो रही थी, वो उस कमीज़ में बहुत सेक्सी लग रही थी और में उनके बूब्स को लगातार घूरता रहा.

    फिर सीमा भाभी ने एकदम से गौर किया और उन्होंने अपना दुपट्टा अपने बूब्स पर डाल दिया और अपने पति से बात करने लगी और इस तरह उन्होंने मुझे नज़र अंदाज कर दिया तो मुझे वो बहुत बुरा लगा, लेकिन में क्या कर सकता था, क्योंकि में तो उनके हुस्न का बिल्कुल दीवाना हो गया था? में अब कैसे भी उनकी चूत को देखना चाहता था और में उनको अपने दोस्त काशिफ भाई से भी ज्यादा प्यार देना चाहता था और उनके बूब्स को हाथों से छूना चाहता था. अब में अपने से बड़ी उम्र की उस औरत को चोदने पर तुला हुआ था, क्योंकि वो औरत नहीं थी बल्कि एक लड़की से भी ज्यादा सुंदर थी, एक कुँवारी लड़की का भी क्या फिगर होगा जो सीमा भाभी का फिगर था? उनकी आँखे नीली कलर की थी और उनकी हँसी करीना की तरह थी, उनके बूब्स 36 के थे और उनकी कमर 28 की थी और कूल्हे तो बस देखने के लायक थे. दोस्तों बस मेरी इच्छा थी कि में उनको चोद दूँ और उनके साथ सेक्स करूं, लेकिन यह मेरी बहुत गंदी सोच थी, क्योंकि वो मेरे दोस्त की बीवी थी और वो मुझसे उम्र में बड़ी भी थी, लेकिन में उसके फिगर का दीवाना हो चुका था.

    एक दिन काशिफ भाई को ऑफिस के किसी काम से कहीं बाहर जाना पड़ गया और उस दिन घर में उनके माता, पिता के अलावा कोई भी नहीं था और एक रात काशिफ भाई के पापा की तबियत अचानक बहुत ज्यादा खराब हो गई और फिर मेरे मोबाईल पर काशिफ भाई का फोन आया तो उन्होंने मुझे वो सब बता दिया और में जल्दी से उनके घर पर पहुंच गया और अब में उनके पापा को हॉस्पिटल लेकर चला गया, तब डॉक्टर्स ने कहा कि उन्हें हार्टअटेक हुआ था और अब ख़तरे की कोई बात नहीं है और डॉक्टर्स ने कहा कि कोई भी एक यहाँ पर रुक जाए बाक़ी सब घर चले जाए. फिर काशिफ भाई की मम्मी वहाँ पर रुक गई और उन्होंने मुझसे कहा कि आप सीमा के पास ही रुकना वरना यह घर पर अकेली रहेगी.

    फिर मैंने आंटी को कहा कि आप बिल्कुल भी फिक्र नहीं करे में सीमा भाभी को अपने साथ घर पर ले जाता हूँ, उसी समय काशिफ भाई का कॉल आया और भाभी ने उनको कहा कि अब पापा की तबियत ठीक है और आप आराम से आना और वो उस समय बाहर गए हुए थे और उसी रात को वापस निकलने वाले थे, लेकिन अगले दो दिन तक कोई फ्लाईट नहीं थी, इसलिए उन्हें मजबूरी में वहां पर रुकना पड़ा. फिर मैंने उनसे बात करके कहा कि काशिफ भाई अपना पूरा काम खत्म ही करके आए और यहाँ की कोई टेंशन नहीं ले, में यहाँ पर सब सम्भाल लूँगा और आप यहाँ के बारे में ज्यादा मत सोचो.

    फिर वो बहुत खुश होकर मुझे बहुत बहुत धन्यवाद देने लगे और फिर में सीमा भाभी को लेकर फ्लेट पर पहुंच गया. दोस्तों मुझे आंटी ने बताया था कि सीमा भाभी को अकेले सोने में बहुत डर लगता है, क्योंकि वो कभी अकेली नहीं रही और काशिफ भाई भी पहली बार ऑफिस के काम से कहीं बाहर गये थे, इसलिए वो कभी अकेली नहीं सोई थी तो मुझे उनके साथ सोने का मौका मिल गया और जब मैंने भाभी से पूछा कि क्या में भी आपके रूम में ही सो जाता हूँ? तो भाभी ने पहले तो मुझसे साफ मना कर दिया, लेकिन मैंने उनसे बहुत ज़िद की में भी आपक साथ सोऊंगा. फिर वो मान गई और अब में उनके रूम में चला गया.

    फिर भाभी ने मुझसे कहा कि तुम बेड पर लेट जाओ तो में नीचे बिस्तर करके लेट जाउंगी. फिर मैंने कहा कि ठीक है भाभी जैसी आपकी मर्ज़ी. उसके बाद मैंने उनके साथ बिस्तर लगवाने में मदद करने लगा, उन्होंने उस वक़्त दुपट्टा नहीं पहना हुआ था और उन्होंने नाईट ड्रेस पहनी हुई थी और जिसमें वो बहुत सेक्सी लग रही थी, मेरी नज़रे बार बार उनके बूब्स पर जम रही थी तो भाभी ने तुरंत इस बात पर गौर कर लिया और फिर उन्होंने मुझसे कहा कि अब तुम्हें भी शादी कर लेनी चाहिए. फिर मैंने तुरंत कहा कि भाभी में शादी नहीं करूंगा तो भाभी ने मुझसे इसकी वजह पूछी कि क्यों तुम शादी क्यों नहीं करोगे? मैंने कहा कि अगर कोई लड़की मुझे आप जैसी सुंदर मिली तो में उससे शादी करूंगा वरना में कभी भी नहीं करूंगा. अब भाभी मेरी यह बात सुनकर ज़ोर ज़ोर से हंसते हुए बोली कि अच्छा में सुंदर हूँ और अब तुम्हें मेरी सुन्दरता का भी पता चल गया, हाँ क्यों ना हो तुम अब बहुत बड़े हो गए हो ना? और भाभी मुझसे मजाक कर रही थी, क्योंकि वो मुझे बहुत छोटा समझती थी, लेकिन मेरे दिल के जज़्बात से वो अभी तक नासमझ थी.

    फिर मैंने उनसे कहा कि भाभी में अब बड़ा हो गया हूँ और में शादी आप जैसी कोई सुंदर लड़की से ही करूंगा, तब भाभी ने तुरंत मुझसे पूछ लिया कि तुम्हें मुझमें ऐसा क्या सुंदर नज़र आ गया है? फिर मैंने कहा कि कसम से सीमा भाभी आप बहुत सुंदर हो और में आपसे बहुत प्यार करता हूँ, आप मुझे बहुत अच्छी लगती हो, शायद यह सब आपको पता नहीं है, लेकिन में आपकी सुन्दरता का बहुत बड़ा दीवाना हूँ. दोस्तों मैंने जैसे ही अपने मन की सच्ची बात को उनको आज पहली बार बताया तो भाभी वो सब मेरे मुहं से सुनकर एकदम से चकित रह गई और अब उन्हें मुझ पर थोड़ा थोड़ा शक होने लगा कि में सही में उन्हें मन ही मन चाहने लगा हूँ.

    फिर उन्होंने तुरंत मुझसे बच्चो वाला व्यहवार किया और वो मुझसे बोली कि अच्छा अब सो जाओ ज़्यादा बातें मत बनाओ और अभी तुम अपनी पढ़ाई पर ध्यान दो, सुबह तुम्हें युनिवर्सिटी जाना है या नहीं, ठीक है अब सो जावो? भाभी ने अब कमरे की लाईट को बंद कर दिया और में सोने के लिये लेट गया, लेकिन मैंने सोते सोते भाभी से कह दिया कि भाभी आप बहुत सुंदर हो, क्योंकि में चाह रहा था कि कुछ ऐसी बात बन जाए कि आज की रात ही में भाभी का पूरा जिस्म कपड़ो के बिना देख सकता और में आज की रात ही उन्हें छू सकता, अपने दिल की भड़ास निकाल सकता और इसलिए में कोई ना कोई अच्छा मौका तलाश कर रहा था कि काश कोई अच्छा मौका मेरे हाथ लग जाए और में एक हसीन, सुंदर, सेक्सी लड़की को जो कि इस वक़्त मेरे दोस्त की पत्नी है और मेरे पास लेटी हुई है इसको आज किसी भी तरह चोद दूँ और अपनी भाभी के बूब्स को चूम लूँ, लेकिन भाभी ने मुझसे यह बात कहकर अपनी करवट बदल ली कि अब सो जाओ तुम्हें सुबह यूनिवर्सिटी जाना है.

    फिर जब सुबह हुई तो मैंने देखा कि सीमा मुझसे पहले उठ चुकी थी और जब मेरी आँख खुली तो मैंने अपना मोबाईल उठाकर देखा जिसमें आज क्लास नहीं लगने का एक मैसेज आया हुआ था और मुझे बहुत खुशी हुई और जब मैंने वो मैसेज देखा तब तक सुबह के 10:30 बज चुके थे. फिर भाभी की नज़र मुझ पर पड़ी तो उन्होंने एक शरारती स्माइल देते हुए मुझसे पूछा कि क्यों आपकी क्लास कब है? तो मैंने कहा कि वो आज किसी वजह से रद्द हो गई है.

    फिर मैंने उनसे पूछा कि क्यों हॉस्पिटल आंटी और अंकल के लिए कुछ लेकर जाना पड़ेगा ना? तो सीमा ने कहा कि नहीं, आंटी ने सुबह फोन करके बताया है कि हॉस्पिटल में सब कुछ मिल जाता है जब तक डिसचार्ज ना करे आप घर पर ही रहे और अब मुझे इस बात का डर था कि कहीं भाभी काशिफ भाई से वो सभी बातें (जो कल रात को मैंने भाभी से कही थी) ना बोल दे, लेकिन अभी तक मामला बिल्कुल ठीक ठाक चल रहा था और वो जब भी मुझसे बात करती तो में उनकी आखों में देखकर बातें किया करता था और अब में अपने फ़ैसले पर अड़ गया था और में रोज़ाना भाभी को सपनों में चोदता था, इससे मुझे रोज़ अच्छा लगता था.

    अब में जल्द से जल्द सीमा भाभी को चोदना चाह रहा था और अब तक हॉस्पिटल से अंकल को भी डिसचार्ज कर चुके थे और काशिफ भाई भी वापस आ चुके थे और उसके कुछ दिनों के बाद मुझे पता चला कि अंकल और आंटी को एक शादी में शामिल होने के लिए एक सप्ताह के लिए जाना था तो काशिफ भाई के माता, पिता एक दिन चले गये और दूसरे दिन काशिफ भाई को दोबारा किसी जरूरी काम से चार-पांच दिन के लिए बाहर जाने के लिए कहा गया तो उन्होंने अपने ऑफिस वालों को बहुत कहा कि में अपनी पत्नी को भी अपने साथ ले जाना चाहता हूँ, लेकिन वो एक ऑफिशियल टूर था जिस पर उनको दिन रात काम करना था. तो मेरी जब काशिफ भाई के साथ मुलाक़ात हुई तो उन्होंने वो सब कुछ बताया और वो अब यह सोचकर बहुत दुखी थे कि वो अब क्या करें? फिर मैंने उनसे कहा कि काशिफ भाई आप बिना चिंता के चले जाए और मैंने इससे पहले भी सीमा भाभी का बहुत ख्याल रखा था और अब भी में उनकी पूरी देख रेख करूंगा और पूरा पूरा ख्याल रखूंगा. फिर उन्होंने मुझे बहुत बहुत धन्यवाद कहा और मुझसे अपने घर के साथ साथ भाभी का भी ख्याल रखने के लिए कहा और मैंने उनसे हाँ कहा.

    फिर वो उसी दिन दोपहर को निकल गये और में मन ही मन बहुत खुश होता हुआ अपनी किताब लेकर सीमा भाभी के रूम पर चला गया और मैंने वहां पर पहुंचकर भाभी के दरवाजे को खटखटाया तो भाभी ने दरवाज़ा खोल दिया. अब मैंने उनसे कहा कि भाभी घर पर कोई नहीं है, क्या में आपके रूम पर अपनी पढ़ाई कर लूँ? तो उन्होंने तुरंत कहा कि हाँ आ जाओ अंदर और इस तरह में भाभी के रूम में दाखिल हो गया, उस वक़्त भाभी ने दुपट्टा नहीं पहना हुआ था जिसकी वजह से उनकी काली कलर की ब्रा उनकी नीली कलर की कमीज़ में से साफ साफ झलक रही थी. में भाभी के पास ही बेड पर बैठ गया और फिर अपनी पढ़ाई करने का झूठा नाटक करने लगा.

    फिर भाभी एक कोई किताब लेकर उसे पढ़ने लगी और में पढ़ाई में लगा रहा, लेकिन मेरी पढ़ाई तो सिर्फ उनको देखना था और में उनको मौका पाकर बार बार देखे जा रहा था कि तभी अचानक से भाभी ने मुझसे कहा कि तुम इस तरह से मुझे हर बार क्यों देख रहे हो?

    तो में उनकी यह बात सुनकर एकदम चकित हो गया और मैंने उनसे कहा कि कुछ नहीं में तो बस ऐसे ही देख रहा था और फिर मैंने उनसे इतना कहकर अपना मुहं नीचे झुका लिया और मैंने देखा कि भाभी के चेहरे पर एक स्माइल आई हुई थी जिसको देखकर में मन ही मन थोड़ा खुश हो गया और उसके बाद मैंने हिम्मत करके भाभी से कहा कि भाभी आज आप बहुत सेक्सी लग रही हो, तभी तो में अपनी नज़रे आपके ऊपर से हटा नहीं पा रहा था.

    अब भाभी हंसते हुए मेरी तरफ अपना मुहं करके उल्टा लेट गई और अब उन्होंने मुझसे पूछा कि बताओ तुम्हे में कैसे सेक्सी लग रही हूँ? दोस्तों भाभी के बूब्स झुकने की वजह से मुझे साफ साफ नज़र आ रहे थे और भाभी ने मेरी इस खा जाने वाली नजर पर गौर किया और बहुत प्यार से मेरे गाल को छूते हुए मुझसे कहा कि लगता है आप अब बहुत बड़े हो गये है और आपको क्या क्या पता है हमें भी तो पता चले? फिर मैंने अब थोड़ी हिम्मत करते हुये उनसे कहा कि आप मुझे एक बार मौका तो दो, फिर भाभी मुझसे बोली कि लगता है आज मुझे ही शुरू करना पड़ेगा और उन्होंने मुझे एक रोमॅंटिक और बहुत गहरा लिप किस किया और फिर मुझसे कहा कि अब बताएगें आप या नहीं.

    फिर बस में सीमा भाभी से लिपट गया और उन्हें लगातार किस करने लगा, एक दीवाने मजनू और प्यासे आशिक़ की तरह उनको किस करता गया और उनके बूब्स को भी दबाता गया और अब फ्रेंच किस करते करते बूब्स दबाते दबाते हमें पता नहीं चला कि कैसे हमने एक दूसरे के कपड़े उतार दिए और हम किस करने में पूरी तरह से मदहोश हो गए थे और जब मेरी ऊँगली भाभी की चूत तक पहुंची तो भाभी सिसकियाँ भरने लगी और आहिस्ता आहिस्ता लिप किस के बाद गाल, कंधे, कान, बूब्स और पेट तक जा पहुंचा और अब में चूत के बिल्कुल करीब था.

    फिर जब मैंने भाभी की चूत के उस गुलाबी दाने पर जैसे ही किस किया तो भाभी अपने पूरे होश गवां बैठी और वो मेरे बाल ज़ोर ज़ोर से नोचने लगी, में और ज़ोर ज़ोर से उनके दाने को चूसता गया और भाभी ज़ोर ज़ोर से सिसकियाँ भरने लगी और चिल्लाने लगी उफफफफफ्फ़ आह्ह्ह्हह्हह्ह्ह माँ आईईईइ मार दिया तुमने मुझे इतना मज़ा उफफफफफ्फ़ और ज़ोर से प्लीज़ स्स्सीईईईईइ और ज़ोर से चूसो तुम आज अपनी सारी हदे पार कर जाओ, मुझे जितना मज़ा दे सकते हो देते जाओ, आज यहाँ पर हमारे अलावा कोई नहीं है, तुम मुझमें समा जाओ आईईईई आआआहहउूुउउंम् में अब झड़ने वाली हूँ उह्ह्ह्ह मेरा जूस अब निकलने वाला है.

    दोस्तों भाभी अब और भी बेक़ाबू हो गई और उन्होंने एकदम ज़ोर से प्रेशर से अपना पूरा जूस बाहर निकाल दिया जिसको में पी गया, वो क्या मजेदार था? फिर भाभी ने कुछ देर बाद मुझसे कहा कि अब मेरी बारी है में आज तुम्हारे इस छोटू उस्ताद को जरुर सबक सिख़ाऊगी जो तुम्हे मेरे लिए इतना तंग करता है और फिर भाभी ने तुरंत मेरा 6.5 इंच का लंड पकड़कर चूसना शुरू कर दिया उफफफ्फ़ में तो उसकी वजह से बिल्कुल पागल हो रहा था और भाभी मेरा लंड ऐसे चूस रही थी जैसे कोई अनुभवी रंडी के हाथ बहुत दिनों बाद मेरा लंड लगा हो. वो मेरे लंड को ऐसे चूस रही थी कि जैसे भाभी आईस्क्रीम चाट रही है और वो बस लगातार चूसती गई चूसती गई.

    फिर कुछ देर बाद वो अपने मुहं में लंड लेकर ज़ोर ज़ोर से हिलाने लगी जिसकी वजह से में भाभी के मुहं में झड़ गया वो मेरा वीर्य चूसने, चाटने लगी और अब भाभी मेरे जिस्म पर किस करते और अपनी जीभ को मेरे जिस्म पर फेरते हुए मेरे होंठो पर आ पहुंची और हम एक बार फिर से ज़ोरदार फ्रेंच किस करने लगे और अब भाभी की चूत मेरे लंड से बिल्कुल चिपकी हुई थी और भाभी अब आहिस्ता आहिस्ता अपने कूल्हों को हिला रही थी जिसकी वजह से कुछ देर बाद मेरे लंड में एक बार फिर से जोश आना शुरू हो गया और मेरा लंड अब कड़क हो चुका था. में अब भाभी को पकड़ कर बेड पर लेट कर उसके ऊपर आ गया और मैंने दोनों पैरों को अपने कंधे पर रखकर भाभी की चूत में अपना लंड डालना शुरू किया और फिर भाभी की सिसकियाँ सस्स्सस्स आहहहह ऊऊऊहह उूउउम्म्म्म.

    फिर मैंने अचानक एकदम से धक्का लगाया तो भाभी की चीख निकल गई प्लीज थोड़ा आराम से आअहह उूुउउम्म्म्मम हाँ आज तुम अपनी भड़ास निकाल दो, तुम आज मुझे दिखाओ कि तुम कितना अपनी भाभी को चाहते हो? मैंने अपने धक्के शुरू किए, जिसकी वजह से हमारे जिस्म आहिस्ता आहिस्ता टकरा रहे थे और उसकी वजह से ठप ठप ठप ठप ठप की आवाज़ आने लगी, भाभी की सिसकियाँ मुझे और भी दीवाना और मस्ताना कर रही थी और मैंने अपने धक्कों की स्पीड को तेज़ किया और भाभी को चोदता गया और फिर कुछ देर बाद उनको अपनी गोद में उठाकर मैंने अपनी पोज़िशन को चेंज कर लिया और अब में अपने पैरों को घुमाकर भाभी के ऊपर बैठकर उनके बूब्स को पकड़कर ज़ोर ज़ोर से धक्के लगाने लगा और अब मैंने महसूस किया कि भाभी झड़ चुकी थी.

    फिर मेरा लंड भी झड़ने का इंतजार करने लगा था और में भाभी को होंठो पर, कान पर और छाती पर किस करते हुए अगले मिनट में झड़ने वाला था. फिर भाभी ने मुझसे कहा कि तुम मुझे अब लेटा दो और आज मुझे अपने होने वाले बच्चे की माँ बना दो और बस भाभी का यह कहना था और मुझे अजीब एक अजीब सा अहसास आ रहा था जिसको में आप सभी को शब्दों में नहीं बता सकता और उसी वक़्त मेरे लंड से एक ज़ोरदार पिचकारी निकलना शुरू हो गई और में अपने झटके लगातार लगाता रहा और उसी वक़्त एक बार फिर से भाभी भी झड़ गई और में उनकी चूत को अपनी ऊँगली से सहलाने लगा और फिर में करीब पांच मिनट तक भाभी के ऊपर लेट गया और आहिस्ता आहिस्ता किस करता रहा.

    फिर कुछ देर बाद भाभी ने मुझसे धन्यवाद कहा और उन्होंने कहा कि तुम्हारी वजह से मेरी आज की रात बहुत हसीन हो गई है और तुमने मुझे चोदकर बहुत मज़े दिए है, में आज से बस तुम्हारी हूँ. दोस्तों भाभी का में अब और भी दीवाना हो गया था और उसके बूब्स को में ज़ोर ज़ोर से चूसता रहा. फिर भाभी ने मुझे थोड़ा इंतजार करने को कहा और इतने में भाभी एक बड़ा ग्लास लेकर आई जो दूध और ड्राईफ्रूट के साथ पूरा भरा हुआ था. बस उसको पीते ही मुझमें और भी जोश आ गया और उसके बाद मैंने भाभी को एक बार फिर से चोदना शुरू किया. मेरी चुदाई से भाभी अब पूरी तरह संतुष्ट थी और वो मेरा पूरा पूरा साथ दे रही थी. मैंने उस रात को करीब उनको तीन बार और चोदा.

  • तड़पते हुए जिस्म की भूख

    नमस्कार दोस्तों, यह मेरी आज पहली कहानी है और में उम्मीद करता हूँ कि आप लोगों को यह जरुर पसंद आएगी. दोस्तों मेरा नाम शुभम है और यह मेरी एकदम सच्ची घटना है और में एक इंजिनियर हूँ. मैंने कुछ सालों पहले अपनी इंजिनियरिंग की पढ़ाई पूरी की और अब एक प्राईवेट कम्पनी में काम करता हूँ और इस समय मुंबई में रहता हूँ. दोस्तों मुझे अक्सर कम्पनी की तरफ से विदेशों के टूर पर भेजा जाता है.

    दोस्तों ये कहानी मेरी और श्रेया की है और वो एक ग्रहणी थी और वो बहुत पड़ी लिखी थी, उन्होंने MBA किया हुआ था और उनकी उम्र 37 साल की है और उनकी एक बेटी भी है. श्रेया के पति एक बैंक में जनरल मैनेजर है और श्रेया उन दिनों वशी में रहती थी जो कि नई मुंबई में ही आता है. श्रेया की शादी को 15 साल हो गये थे और उनके पति हमेशा अपने ऑफिस के काम में ही व्यस्त रहते थे, जिसकी वजह से उनकी लाईफ से सेक्स बिल्कुल खत्म हो गया था और श्रेया के पति को सेक्स में अब बिल्कुल भी दिलचस्पी नहीं रही थी.

    फिर दूसरी तरफ श्रेया का बहुत मन करता था कि वो अपने पति के साथ सेक्स करे. वैसे श्रेया एक संस्कारी औरत थी और उसने आज तक कभी भी अपने पति के अलावा किसी के साथ कभी सेक्स नहीं किया था, लेकिन उनको अब सेक्स कहानी पड़ने की आदत लग गई थी, जिसकी वजह से वो अब बहुत सेक्स कहानियाँ पड़ती थी और उनके अंदर एक प्यास थी और जो बुझाए नहीं बुझती थी और उन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि वो कभी किसी के साथ अफेयर करेगी. उनके पति थे जो कभी सेक्स के लिए तैयार ही नहीं होते थे. सेक्स तो दूर की बात थी वो एक दूसरे को आपस में किस तक नहीं करते थे और यह सभी बातें श्रेया ने मुझे यह बात चेट पर बताई थी.

    श्रेया को रात भर सेक्स कहानी पढ़ने की एक आदत लग गई थी तो उनको अब कहानियाँ पढ़े बिना नींद भी नहीं आती थी और उनका पूरा बदन जलता रहता था और वो अधिकतर समय सुबह 3 बजे सोती थी और उन्हें 6 बजे अपनी बेटी को स्कूल भेजने के लिए सुबह मजबूरी में जल्दी उठाना पड़ता था. ऐसे हर रोज उठने की वजह से श्रेया को हाई बीपी की परेशानी हो गई और जिस दिन श्रेया को इस बात का पता चला तो उस दिन से उसे अपनी दिनचर्या को ठीक करने का ख्याल आया और उसने निर्णय किया कि अब वो अपनी प्यास को कंट्रोल करेगी, लेकिन वो उस काम में पूरी तरह से असफल थी और अपनी परेशानी के बारे में वो किसी से बात भी नहीं कर पा रही थी.

    उसने आखिरकार समझ लिया कि सेक्स की भूख इंसान की एक प्राक्रतिक प्रवती है और इसे कंट्रोल कर पाना नामुमकिन है. अब उसने निर्णय किया कि वो किसी और के साथ शारीरिक संबंध बनाएगी, क्योंकि सेक्स की तड़प अब उसके शरीर को भी धीरे धीरे खराब कर रही थी, लेकिन उसके सामने सबसे बड़ी समस्या यह थी कि वो किस के साथ संबंध बनाए और उसको अपनी बदनामी का बहुत डर था और उस काम की वजह से उसकी ज़िंदगी बर्बाद हो जाती और फिर उसने फेसबुक पर मुझसे बहुत चेटिंग की और मेंने अपने बारे में उसे बताया और उसने यह सारी जानकारी मुझे चेट पर ही बताई. हम दिन में दो तीन घंटे आपस में चेट करते रहते थे, मुझे उनका स्वभाव भी बहुत अच्छा लगा. फिर करीब एक, दो सप्ताह तक चेट करने के बाद हम दोनों को एक दूसरे पर पूरी तरह से विश्वास हो गया.

    अब हम एक दूसरे के पास अपने फोटो भी भेजने लगे और वो फोटो देखकर उनको और मुझे पता चल गया कि हम दोनों एकदम अच्छे लोग है और फिर जैसे कि मैंने आपको बताया कि हम दोनों ही नई मुंबई में रहते थे.

    फिर एक दिन हम दोनों ने आखिरकार निर्णय कर लिया कि हम अब एक दूसरे से मिलेंगे. दोस्तों में सबसे पहले आप सभी को श्रेया के बारे में बताता हूँ. वो बहुत ही सुंदर महिला थी और उनकी हाईट 5 फिट 5 इंच थी, उनका फिगर 36-34-38 था और बूब्स दिखने में बहुत बड़े थे, लेकिन थोड़ा नीचे की तरफ झुके हुए थे, उनका रंग एकदम गोरा था और उनके होंठ एकदम हल्के गुलाबी कलर के थे, गांड बहुत बड़ी थी और थोड़ा बड़ा आकार होने की वजह से बाहर की तरफ आ रही थी, लेकिन उनका एक कातिलाना फिगर था.

    अब में अपने बारे में बताता हूँ. में 5 फिट 9 इंच लंबा हूँ, अच्छा बदन और मैंने श्रेया से मिलने से पहले सिर्फ़ एक ही बार सेक्स किया था. फिर श्रेया ने मुझसे अपना टाईम लिया और मुझे बुलाया और फिर मेरे बहुत कहने पर आखिरकार वो मेरे साथ सेक्स करने को मान गई, उसका मुझसे सबसे बड़ा वादा यह था कि में कभी भी उसके साथ धोखा ना करूं और किसी को भी कभी कुछ नहीं बताऊँ और में उसके पीछे जबरदस्ती ना पडूं और मुझसे चेट करते करते उसने भी अब समझ लिया कि मेरे लिए भी उसकी और अपनी इज़्ज़त बहुत महत्वपूर्ण थी और उस बदनामी से मेरे ऑफिस में मेरी बहुत बेईज़्ज़ती हो जाएगी.

    फिर में भी उसकी सभी बातों को अब पूरी तरह से मान गया था कि श्रेया एक सीधी साधी लेडी है और जिसकी बहुत इज्जत है और हमने चेटिंग पर अपने मोबाईल नंबर्स भी एक दूसरे को दे दिए थे और हमने फिर फोन पर बहुत सारी बातें भी की और करीब तीन सप्ताह तक ऐसे ही बात करने के बाद हमने अब मिलने का निर्णय ले लिया था और अब हम एक दूसरे पर पूरा पूरा विश्वास भी करने लगे थे, हमारी मिलने की जगह का निर्णय भी श्रेया ने ही किया.

    कुछ दूरी पर स्टेशन के पास एक रेस्टोरेंट में उन्होंने मुझसे मिलने को कहा और में एकदम ठीक टाईम पर वहाँ पर पहुंच गया और अब में वहां पर उनका इंतजार करने लगा और करीब 15-20 मिनट के बाद श्रेया वहाँ पर आ गई. उसने एक काली कलर की साड़ी पहने हुई थी बाल एकदम खुले करे हुए थे और थोड़ा मेकअप किया हुआ था, वो साड़ी थोड़ी सी जालीदार थी और जिसकी वजह से उनके बूब्स अलग ही बड़े आकर के लग रहे थे, लेकिन थोड़ी सी भी छाती नहीं दिख रही थी और दूर से देखते ही हमने एक दूसरे को पहचान लिया, क्योंकि हमारे मिलने से पहले हमने एक दूसरे के फोटो बहुत बार देख लिए थे.

    अब हम दोनों पहली बार किसी से ऐसे मिल रहे थे, वो बार बार मुझे देखकर स्माईल कर रही थी. अब उसने मुझसे कहा कि तुम तो बहुत अच्छे दिखते हो और तुमने अपनी बॉडी भी बहुत अच्छी बना रखी है. फिर मुझे उनकी यह बात सुनकर बहुत खुशी हुई और फिर मैंने भी उन्हें सबसे पहले धन्यवाद कहा और उसके बाद कहा कि आप भी बहुत हॉट लग रही हो. हमने करीब 30 मिनट आपस में गप्पे मारे और साथ में लंच किया.

    अब हम एक दूसरे से बातें करते हुए आपस में बहुत खुलकर बातें करने लगे थे और अब कुछ देर बातें, हंसी मजाक करने के बाद तुरंत श्रेया ने मुझसे कहा कि अब हम जल्दी से सेक्स का प्रोग्राम बनाते है, तुम इस काम के लिए कोई सही जगह बताओ? फिर मैंने बोला कि मेरे घर से सुरक्षित कोई जगह नहीं है और में 7th मंजिल पर एक बड़े फ्लेट में अकेला ही रहता हूँ, जिसकी वजह से हमे कोई भी कुछ नहीं कहने वाला, लेकिन उसे थोड़ा डर महसूस हो रहा था और वो बोल रही थी कि यार हम पहली बार कोई होटल में चलते है.

    फिर मैंने उससे कहा कि उसमें भी तो बहुत रिस्क है और वहां पर हमे बाहर के सभी लोग देख सकते है और अब मैंने उससे बोला कि क्या आपके पास कोई और जगह है तो वो बताओ? फिर उन्होंने बोला कि उनके घर पर तो करना बहुत मुश्किल है और किसी पड़ोसी ने देख लिया तो क़यामत आ जाएगी और उन्होंने आखिरकार बोला कि ठीक है तुम्हारा घर ही सुरक्षित रहेगा और उन्होंने मुझसे बोला कि देखो में तुम पर अपने से भी ज्यादा विश्वास कर रही हूँ प्लीज तुम मेरे विश्वास को मत तोड़ना. फिर मैंने उनसे वादा किया कि में कभी भी आपके विश्वास को नहीं तोड़ूँगा और इतनी बात करके कुछ देर बाद हम दोनों वहां से अपने अपने घर की तरफ चले गए.

    फिर अगले सप्ताह सोमवार का दिन हमने सेक्स करने के लिए तय किया. उस पूरे सप्ताह से बहुत जोश में था और श्रेया के ख्याल को सोच सोचकर मेरा 6.5 इंच का लंड बार बार खड़ा हो जाता था और में हर बार सोचता कि उसके साथ में यह करूँगा वो करूँगा और सोमवार के दिन मैंने अपने ऑफिस से छुट्टी ले ली. फिर मैंने अपने ऑफिस में अपनी बीमारी का झूठा बहाना बना दिया और वैसे भी मेरे पास बहुत छुट्टी पड़ी हुई थी. फिर करीब 10:30 बजे श्रेया मेरी बिल्डिंग में आ गई. में 7th मंजिल पर रहता हूँ और उसने बिल्कुल नीचे पहुंचकर मुझे कॉल कर दिया और मैंने तुरंत बाहर की तरफ देखा कि कोई मेरी मंजिल पर बाहर खड़ा तो नहीं है तो मैंने देखा कि बाहर कोई भी नहीं खड़ा था और अब मैंने श्रेया से बोला कि तुम जल्दी से ऊपर आ जाओ.

    दोस्तों में तो उस दिन मन ही मन बहुत अच्छा महसूस कर रहा था और मेरा लंड बार बार खड़ा हो रहा था. मैंने अपने घर का दरवाज़ा खुला रखा तो श्रेया चुपचाप अंदर आ गई और मुझे देखकर उसने हाए कहा और मैंने जाकर दरवाज़ा बंद किया. दोस्तों वो आज चेहरे से बिल्कुल भी परेशान नहीं लग रही थी. फिर मैंने पास जाकर उसे हग किया. दोस्तों आज मेरे अंदर ग़जब का आत्मविश्वास था और उसके मुलायम बूब्स मेरे सीने पर दब गये. आज उसने लाल रंग का सूट पहना हुआ था और उस पर सफेद रंग की एक जालीदार चुन्नी थी.

    अब श्रेया ने मुझसे बोला कि मुझे अपना घर दिखाओ तो श्रेया मेरे पूरे घर को बहुत ध्यान से देख कर रही थी. फिर मैंने उससे पूछा कि क्या हुआ? तो वो बोल रही थी कि में देख रही हूँ कि तुमने कहीं कोई कैमरा तो नहीं छुपाया है जिससे मेरी ब्लूफिल्म ना बन जाए. फिर मुझे उसकी इस बात पर बहुत हंसी आई. फिर मैंने कहा कि हाँ अच्छी तरह से देख लो और अपनी सहूलियत कर लो. फिर उसने कुछ देर देखकर वो मुझसे बोला कि सब ठीक है तुम वाकई में बहुत शरीफ लड़के हो. फिर मैंने उससे बोला कि मैंने आपको अपनी इंजिनियरिंग की डिग्री तक दिखा दी. फिर भी आप मुझ पर इतना शक करती हो.

    फिर उसने मुझसे कहा कि प्लीज मुझे माफ़ कर दो और अब वो मेरे बिल्कुल करीब आकर बैठ गई और फिर उसने मुस्कुराते हुए मुझसे कहा कि लो आज से में तुम्हारी हुई और फिर मैंने उसे अपनी बाहों में भर लिया. दोस्तों उसके जिस्म से बहुत ही प्यारी खुशबू आ रही थी और उसके बूब्स मेरी छाती पर छू रहे थे.

    फिर मैंने उसके गाल पर एक किस किया और मैंने महसूस किया कि उसकी साँसे अब धीरे धीरे तेज़ हो रही थी. फिर धीरे धीरे हमने एक दूसरे के होठों से होंठ मिला लिए और मैंने अपनी जीभ को उसके मुहं की तरफ बड़ाई तो उसने भी अपना मुहं खोलते हुए उसे अंदर ले लिया और अपनी जीभ से मिलाने लगी और जिसकी वजह से हमारा सलाइवा एक दूसरे से मिल रहा था और हमने एक दूसरे के साथ बहुत देर तक जीभ से जीभ मिलाई और कुछ देर बाद उसने मुझसे बोला कि में एक बहुत अच्छा किसर हूँ और वो बोल रही थी कि उनके पति के दांत थोड़े खराब है तो उनको किस करना उन्हें पसंद नहीं है, लेकिन मेरे साथ उनको बहुत मज़ा आ रहा है और उन्होंने मुझसे बोला कि तुम अब बिल्कुल भी शरमाओ मत और मेरे बूब्स पर अपने हाथ रखो और इन्हें ज़ोर ज़ोर से दबाओ, मसलो.

    अब में उन्हें किस करते करते उनके बूब्स को मसल रहा था और मुझे यह सब करने में बहुत मज़ा आ रहा था, उनके बूब्स बहुत ही मुलायम थे और करीब 20-25 मिनट तक हमने एक दूसरे को किस किया और जीभ से जीभ मिलाई और बूब्स दबाए, जिसकी वजह से अब मेरा लंड पूरा तनकर खड़ा हो चुका था. फिर मैंने तुरंत उन्हें बोला कि चलो हम बेडरूम में चलते है, वहाँ पर ए.सी. भी लगा हुआ है.

    फिर बेडरूम में पहुंचकर वो एक बार फिर से कैमरा ढूंढने लगी तो मैंने बोला कि हाँ कर लो चेक तो उन्होंने फिर से मुझे माफ़ कर दो बोला और मेरे पास आकर फिर एक किस मुझे दिया और उनके किस करने के अंदाज़ से ही पता चल रहा था कि कितनी प्यास उन्होंने कई सालों से दबाई हुई थी? अब उन्होंने मेरी टी-शर्ट को उतारा और फिर बनियान को भी उतारा. मैंने उनका कुर्ता निकाला और फिर उनके पजामा को उनके शरीर से अलग किया और अब वो सिर्फ़ ब्रा और पेंटी में थी, लेकिन वो दिखने में एक अप्सरा से कम नहीं थी.

    मैंने तुरंत उनकी गुलाबी कलर की ब्रा और पेंटी को अलग कर दिया, उन्होंने भी मेरा लोवर उतार दिया और मेरी अंडरवियर को भी उतार दिया और में तो उनके बूब्स पर टूट पड़ा. उनके निप्पल एकदम अच्छे आकार के थे और वो हल्के गुलाबी कलर के थे, में तो उन्हें अब लगातार चूसने लगा और मैंने बोला कि श्रेया मुझे तुम्हारा दूध पीना है. फिर श्रेया मेरी यह बात सुनकर हंसने लगी और वो मुझसे बोली कि हाँ पी लो, तुम भी आज से मेरे पति हो और यह सब तुम्हारे लिए ही है चूसो और ज़ोर से चूसो.

    फिर मैंने उनके बूब्स को करीब पांच दस मिनट तक बहुत ज़ोर से चूसे. वो सेक्स की देवी की तरह सुंदर लग रही थी. मैंने उनकी बगले भी सूँघी जिसकी एकदम मादक मदहोश करने वाली खुशबू थी. फिर मैंने उनकी चूत जो कि बिल्कुल साफ थी और उसमें दो उंगलियाँ डाली तो वो बहुत ही सुंदर लग रही थी, मेरा तो उसे चाटने का मन कर रहा था और उनकी चूत को खाने का बहुत मन कर रहा था, लेकिन श्रेया ने एक शर्त रखी थी कि हम पहली बार सेक्स में ओरल सेक्स नहीं करेंगे.

    वैसे मेरा लंड देखकर श्रेया से भी अब रहा नहीं जा रहा था और वो बार बार उसे अपने हाथ में लेकर हिला रही थी और कह रही थी कि वाह कितना बड़ा है, उसके पति का तो सिर्फ़ पांच इंच का ही है और वो बोल रही थी कि प्लीज तुम इसे थोड़ा धीरे धीरे मेरे अंदर डालना वरना मुझे इसको अपने अंदर लेने में बहुत दर्द होगा. फिर मैंने बोला कि हाँ ठीक है.

    उसने मुझसे पूछा कि कंडोम साथ में लाए हो ना लगा लो और मुझे अपना बना लो और आज मुझे बहुत जमकर चोदो, आज तुम मेरी प्यास बुझा दो, में आज से तुम्हारी बीवी हूँ. फिर मैंने तुरंत कंडोम का पेकेट निकाला और अपने लंड पर चड़ा दिया तो श्रेया ने बोला कि लगा लिया क्या? प्लीज अब ज्यादा देर मत करो और जल्दी से चोदो मुझे. दोस्तों मैंने महसूस किया कि वो बहुत बैचेन हो रही थी और में भी अब उस पर टूट पड़ा और मैंने महसूस किया कि उसकी चूत बहुत टाईट थी, जिसकी वजह से में एक झटके में सिर्फ़ थोड़ा सा ही लंड घुसा पाया, लेकिन अब उसको थोड़ा थोड़ा दर्द भी हो रहा था.

    फिर उसने मुझसे कहा कि मेरे राजा प्लीज थोड़ा आहिस्ता आहिस्ता करो, लेकिन मुझे भी समझ नहीं आ रहा था कि में क्या करूँ? अब मैंने दबाव बनाते हुए पूरा का पूरा अंदर डाल दिया, जिसकी वजह से मुझे बहुत ज़ोर लगाना पड़ा और वो थोड़ा दर्द की वजह से चिल्लाने लगी और बोली कि कमीने तूने आज मेरी चूत को फाड़ दिया, आआआहह आईईईईईइ बना ले मुझे अपनी बीवी, हाँ तू ही मेरा पति है और में तेरे बच्चे की माँ बनना चाहती हूँ. दोस्तों में भी अब यह सभी बातें सुनकर बहुत जोश में आ गया.

    मैंने तुरंत अपने धक्कों की स्पीड को अब और भी तेज़ कर दिया था और अब बहुत तेज़ी से उनकी चूत की चुदाई चल रही थी और मुझे बहुत मज़े आ रहे थे, लेकिन अब भी बिल्कुल विश्वास ही नहीं हो रहा था कि उनको सेक्स करने का इतना मस्त अनुभव होगा और अब में बीच बीच में उनके बूब्स भी मसल रहा था और बारी बारी से एक एक करके चूस भी रहा था और उन्हें किस भी कर रहा था और में अब अपनी एक स्पीड से चुदाई कर रहा था, ताकि में जोश में आकर जल्दी ना झड़ जाऊँ और जब में थोड़ा ठंडा होता तो में अपनी स्पीड को बड़ा देता.

    मैंने करीब दस मिनट तक लगातार धक्के लगाए और इस बीच श्रेया एक बार झड़ चुकी थी और दूसरी बार झड़ने वाली थी तो वो अपने हाथ मेरे बालों पर घुमा रही थी और अब उसने मेरी पीठ को कसकर पकड़ लिया और अब में भी चरम सीमा पर था. इस बार मैंने अपनी स्पीड को और भी तेज़ कर दिया और उसको मदहोश कर दिया, श्रेया का भी पानी निकल गया और में उसके ऊपर ही लेट गया. हम दोनों की साँसे बहुत ही तेज़ थी और उसकी आँखों से आंसू भी बाहर आ रहे थे. मैंने पूछा कि क्या हुआ जान?

    फिर उसने मुझसे बोला कि में बहुत मजबूर थी यार जो मुझे एक दूसरा सेक्स संबंध बनाकर रखना पड़ रहा है, लेकिन इस तड़पते हुए जिस्म की भूख को मिटाने का सिर्फ एक ही रास्ता है और उसने मुझसे कहा कि तुम तो बहुत देर तक टिकते हो और फिर मेरे होठों से होंठ मिला लिए. फिर हम एक दूसरे की जीभ से जीभ मिला रहे थे और वो भी एक बहुत अच्छी किसर थी.

    करीब 15-20 मिनट के आराम के बाद हमने अपनी दूसरी चुदाई को शुरू किया और इस बार वो मुझ पर चढ़ गई और उछल उछलकर मेरे ऊपर सवारी करने लगी और मुझे बहुत मज़ा आ रहा था और वो बार बार बोल रही थी कि अब से वो मेरी बीवी है और मुझसे वो बहुत चुदाएगी और अगली बार तो वो मेरा एक घंटे तक लंड चूसेगी. अब मुझे उसकी बातों से ही बहुत जोश आ जाता और में भी अब उसे बहुत तेज़ी से चोद रहा था. में करीब 15-20 मिनट बाद एक बार फिर से झड़ गया. फिर हम कुछ देर एक दूसरे की बाहों में लेटे रहे. पूरे रूम में हमारे सेक्स की महक फेल गई थी. श्रेया मुझसे बोल रही थी कि में तुम पर पूरा विश्वास करती हूँ और अब हम जब भी मौका मिलेगा तब सेक्स करेंगे.

    फिर मैंने बोला कि श्रेया तुम इस बात की बिल्कुल भी चिंता मत करो, जब सुरक्षित रहेगा तभी हम लोग मिलेंगे और में तुम्हें कभी भी परेशान नहीं करूँगा, उसने मुझसे धन्यवाद कहा और एक बार फिर से हम एक दूसरे को किस करने लगे, हमने बहुत देर तक एक दूसरे का बहुत सलाइवा पिया. फिर थोड़ी देर बाद हम दोनों बिस्तर से उठ गए और सीधा बाथरूम में चले गये और बाथरूम में हमने अपने आप को थोड़ा सा साफ करने के बाद श्रेया अपने कपड़े पहनने लगी, क्योंकि उसे 2:30 बजे से पहले अपने घर पर पहुंचना था, क्योंकि उस समय उसकी बेटी घर पर पहुंच जाती है तो वो जल्दी से तैयार हुई और मुझे एक टाईट हग और किस दिया और बाहर निकल गई.

    दोस्तों मुझे तो बहुत ही मज़ा आया आज पहली बार श्रेया के साथ सेक्स करके मुझे उनके गदराए हुए बदन की बनावट भी बहुत अच्छी लगी और में उन पर पूरा विश्वास करता था. मैंने अपने आप से वादा किया था कि में कभी भी श्रेया के पीछे नहीं पड़ूँगा और कभी भी उन्हें परेशान नहीं होने दूँगा, वो जब तैयार होगी तभी हम सेक्स करेंगे. इसके कुछ दिन बाद हम फिर मिले तो श्रेया ने मुझे कुछ टेस्ट करवाने को कहा था और उसे देखने के बाद वो मेरे साथ ओरल सेक्स करने के लिए तैयार थी.

    मैंने अपने सारे टेस्ट करवा दिए और वो रिपोर्ट उन्हें मैल भी कर दी थी तो वो खुश हो गई और अब वो कह रही थी कि अब तो वो मुझे बहुत ब्लो जॉब्स देगी और अपनी चूत भी मुझसे चटवाएगी और उसके अगले दिन ही हमने मिलने का प्लान बनाया और दूसरी बार हमने बहुत देर तक ओरल सेक्स किया. उस दिन में दो बार उनके मुहं में ही झड़ गया और वो मेरा पूरा वीर्य पी गई और उस दिन वो पूरी तरह जोश में थी तो वो मुझसे कह रही थी कि मेरा लंड खा जाएगी. फिर मैंने भी उसकी चूत को बहुत देर तक चाटा और उसका पानी पिया, उसकी चूत दिखने में बहुत अच्छी, आकर्षक थी और उस दिन हमने सिर्फ़ एक ही बार सेक्स किया, मुझे आज भी याद है इस तरह श्रेया और मैंने 4-5 बार और सेक्स मीटिंग की. फिर दो महीने पहले उनके पति का दिल्ली तबादला हो गया, जिसकी वजह से उनको भी मजबूर होकर उनके साथ जाना पड़ा.

    अब एक दो साल में मेरी भी शादी हो जाएगी, क्योंकि मेरे घर वाले भी मेरे लिए कोई अच्छी सी लड़की देख रहे है, लेकिन दोस्तों में आज भी श्रेया से कभी कभी चेटिंग करता हूँ, अब उसकी उतनी परेशानी नहीं रही, क्योंकि उसने अब अपनी इस परिस्थती में जीना सीख लिया और वो अपनी इस लाईफ स्टाईल में बहुत खुश है और उसे अब सही टाईम पर नींद आ जाती है और मेरे साथ बीते वो कुछ हसीन पल को याद करके वो अपनी चूत में ऊँगली करके अपने आप को शांत कर लेती है और वो मुझसे कहती है कि अभी तो उसका कोई और अफेयर करने का बिल्कुल भी मन नहीं है और वो अपने पति से प्यार भी बहुत करती है, लेकिन कुछ समय पहले उससे वो सब झेला नहीं जा रहा था, इसलिए उसे यह गलत कदम उठना पड़ा. उसने मुझसे बोला है कि दिल्ली मेरा आना हुआ तो हम मीटिंग कर सकते है. दोस्तों में भी अब श्रेया के साथ सेक्स करने का प्लान नहीं बनाना चाहता, क्योंकि अभी तक हम अपने गलत सम्बन्धो को गुप्त रखने में सफल रहे थे और आगे पकड़े जाकर हमे ज़िंदगी पूरी बर्बाद नहीं करनी थी और वैसे भी लालच एक बहुत बुरी बला है.

  • Ek Teacher ko uske ghar me choda

    Hi mera naam kabir agrawal he. Mai apni nayi story ke sath fir se aapki khidmat me hajir hu. Ye kahani tab ki he jab mai bharuch gujrat me mobile distributor ke waha salesman ki job karta tha. Mujhe bharuch aur uske aajubaju ke sab area ke mobile shop pe jake order lana hota tha. Mera pura kaam field work hi tha. Pura din bike pe bahar ghumna rehta tha. Mai daily alag alag area me jata tha. Monday , Wednesday aur Friday mai jin areas me jata tha woh sab city ke bahar side the to jate wakt me daily waha ek jagah nasta karta tha.


       Wahi bajhu me hi ek badi kirana aur general store type shop thi. Ek baar mai waha nasta kar raha tha to ek lady aayi kirana store me. Black saree pehni thi. Mai to dekhta hi reh gaya kya Mast lag rahi thi. Lambi kadkathi aur sharir bhi bhara hua. Aur gori bhi bahot thi. Nennaksh bhi kamal ke the. Matlab total package tha Perfect lady figure with beautiful face ka. Jab tak woh wapis na gayi mai wahi khada raha aur use jate huye dekhta raha. Ab mai  daily usi time pe waha jata aur woh week me 1 – 2 baar to mujhe dikhti. Maine notice kiya ke jis taraf woh rehti he woh area sunsan si side he. To kabhi woh auto me jati aur kabhi auto nahi milti to chalke jati. Ek baar maine uske auto ka pichha kiya to pata chala ke jis jagah woh rehti he. Waha nayi society bani he. 10 building ki society thi. Abhi itni jyada tar flat khali the abhi bhi. Jab woh aati jati to kabhi kabar humari nazar milti to mai  smile kar deta lekin uska koi reaction nahi hota tha.


    Ab maine soch liya tha ke kaise b kar ke us se baat karni hi he. Maine plan banaya ke jab woh chalke jayegi use kabhi lift ke liye puchh lunga.


    Aur nashib ne b ek din sath diya. Maine dekha ke woh waha khadi thi aur auto ki wait kar rahi thi kaafi der tak koi auto nahi aaya to chalke jane lagi. Aaj akeli bhi thi to achcha mauka tha kabhi kabhi koi na koi sath hota tha but aaj akeli thi. Thoda aage chali aur halki halki baris chalu ho gayi. Waha ek jhad ke niche khadi ho gayi lekin woh jhad itna ghana nahi tha ke jyada pani rok sake. Maine dekha aur socha ye best mauka he baat karne ka. Maine bike start ki aur mai b us jhad ke paas jake khada ho gaya. Thodi der baris nahi ruki to maine us lady se puchh liya ke aapko chhod deta hu aage tak mai bhi usi taraf ja raha hu. Pehle to usne mana kiya lekin fir shayad use late ho raha tha to woh maan gayi. Woh mere pichhe baith gayi aur hum unke ghar ki taraf chal diye. Unki society ke Gate ke paas unko utar diya. Usne Jate jate bas thank you kaha.


    Mai man me sochta hi reh gaya ke itna achcha mauka tha lekin kuch keh nahi paya. Naam b nahi puchha. Next week fir se woh chalke ja rahi thi to maine pichhe se jake lift offer ki isbar usne bina kuch kahe baith gayi.
    Maine himmat kar ke uska naam puchha. Usne bataya ke uska naam meena he.
    Mai = Nice name. Aap kya karti ho.?
    Meena= mai housewife hu aur teacher bhi hu.
    Mai= ohhh nice. L
    Meena = thank you, waise aap kya karte ho mujhe lift dene ke alava.?
    Unki ye baat sun ke hum dono has diye.
    Mai = mai salesman hu mobile distributor ke paas.
    Meena= wah. Nice.
    Mai=thank you.


    Itne me unki society aa gayi. Bike se utar ke unhone kaha ke aapne itni help ki he chay pi ke jayiye. Maine b pehle aise mana kiya fir maan gaya.


    Unki building last me thi. Us taraf se bhi gate tha society me aane ka. Unka flat sabse upar wale male pe tha. Lift thi. Building me lekin parking  khali tha 2 – 3 two wheel vehicles pade the. Unke floor pe bhi 4 flat the. Unhone bataya ke baki ke teeno khali he bikne baki he. Jab ghar me gaye to waha unke 2 bete the 1 koi 5 saal ka hoga aur dusra 8-10.
    Unhone hall me bithaya. Unke bachche wahi baithe school bag bhar rahe the. Thodi der me woh chay leke aayi. Tab tak unke dono bete school ke liye nikal chuke the. Woh dono bus se jate the. Bus gate tak lene aati thi.
    Chay pi ke mai jane laga to meena boli ke mai b aati hu school tak wapis lift de dijiye.
    Ye sun ke mai bahot khush ho gaya.


    5 minute me hum fir se bike pe the. Is bar meena mujhse thoda Cheepak ke bethi thi. Is wajah se unke mulayam boobs mere pith pe lag rahe the. Mera to baburao Khada ho gaya.
    Meena= kya soch rahe ho?
    Mai = yahi ki itni khubsurat lady mere pichhe bethi he.
    Meena= ohh.. thank you. But mai kaha itni khubsurat hu. Mere to 2 bachche he.
    Mai= but aap unki maa nahi lagti. Aap to college student lagti ho. Sach kahu to jab 2 mahine pehle aapko pehli baar dekha tha tab se aapse baat karne ki man kar raha tha aur aaj aap sakshat meri bike ke pichhe bethi ho. Ye soch ke hi mai to pagal ho raha hu.


    Meena= achcha ji. Matlab 2 mahine se mera  pichha kiya ja raha he.
    Mai = pichha to nahi lekin aapka deedar jarur kiya ja raha tha 2 mahine se.
    Meena = tabhi aap mujhe ghoor ghoor ke dekhte the.
    Mai = Ha, meena ji aap bahot khubsurat ho. Aapke jitni khubsurat lady maine aaj tak nahi dekhi. Kya aap mujhse dosti karogi?
    Meena = wah ji seedha dosti ka prastav? Waise agar dosti na karni hoti to wapis aate time aapko nahi bolti ke mujhe school tak chhod dijiye. Mai b aapse dosti karna chahti hu. Mujhe b aap bahot pasand ho.
    Mai= ohhh my god. Sach me. Aaj to meri life ka sabse best day he. Is din ko mai kabhi nahi bhulunga.
    Itne me unki school aa gayi. Unhone jate time mera number le liya. Aur jate jate itne pyar se smile kar ke bye bola ke mai to wahi gir jata agar khud ko na sambhalta.


    Ab daily humare bich phone pe bate hoti aur kabhi kabhi unhe ghar tak aur school tak drop kar deta tha.
    Ab dosti pyar me badal gayi thi. Bas ab is pyar ko   jismo ke bandhan me bandhne li deri thi. Lekin mauka hi nahi milta tha. Unki job sarkari school me thi aur unke aur unke bachcho ke school ka aane jane ka time b ek tha to mauka nahi mil raha tha akele me milne ka. Bas akele me milte to woh bike ki sawari hoti thi. Ab to mera man meena ji sawari karna ka kar raha tha. Itne me ek din meri dua kabool huyi.
    Meena ka phone aaya ke next week bachche 2 din school SW picnic ke liye ja rahe he. Aur unke husband bhi kaam ke silsile me dusri city me hone 10 dino ke liye to unke ghar milne ka plan banaya.
    Next week mai sajhdhajh ke meri daily ki jagah jake baitha. Jaha daily nasta karta hu. Utne me meena ka call aaya
    Meena = Hello kabir kaha ho?


    Mai= wahi Haha roj hota hu.
    Meena =ok. To aa jao lekin pichhe wale raste se aana aur sidhe mere flat me aana. Koi dekhe to kisi aur floor pe utar jana. But kisiko pata na chale aishe aana.
    Mai= ok meri jaan.
    Maine condom ke 2 packet lite aur meena ke flat pe pahoch gaya. Usne darwaja khulla hi rakha tha mai sidhe andar chala gaya. Usne darwaja band kiya.
    Fir hum dono baithe to meena puchhi kya piyoge.
    Mai=  juice 3 tarah ke.
    Meena= matlab mai nahi samjhi. ?
    Mai= janeman pehla juice tumhare in rasile hotho ka, dusra tumhara in 2 badi badi dairy ke dhoodh.
    Meena = aur tisra?


    Mai = tisra jo tumhari in 2 tango ke bich ki darar he waha se niklega uska.
    Meena = Achcha bachchu bahot shararati ho gaye ho. Lekin ye sari khwahis to filhal puri nahi ho sakti. Pehla aur tisra juice to mil sakta he lekin dusra nahi ho sakta.
    Mai =kyu ?
    Meena =kyu ki woh pregnant hone ke baad hota he. Aur mai jab last time pregnant huyi thi us baat ko 5-6 saal ho gaye he.
    Mai =koi baat nahi to fir se dhoodh bhar dete he in dhoodh ki dairy me.
    Itna bolke hi maine meena ke dono boobs ko kapdo ke upar se hi daba diya. Meena b taiyar thi mera sir pakad ke apne hoth mere hoth pe rakh diye aur jorjor se chusne lagi. Aisha lag raha tha ke jaise ke mere hoth hi kha jayegi. Mai b kaha pichhe rehne wala tha mai b reply me usi tarah meena ke hoth pe toot pada. Dono taraf se jaise hoth chusayi ka competition chal raha ho. Kya mast rasile hoth the bahot majha aa raha tha uske hoth chusayi me. Humari ye hoth chusayi bahot lambi chali. Karib 20-30 minute tak to yahi chala fir hum wahi sofe pe baith gaye. Dono ekdusre ki taraf dekh me muskurane lage.
    Meena = Lo jee tumhari ek juice pineki tamanna to puri ho gayi.
    Mai = To ab tisri ke dwara dusri ka bhi rasta kholte he.
    Meena = achcha ji.


    Mai = Ha, agar tum chaho to. Waise tum itna passionately kiss kar rahi thi kya barso baad kiya he kya.?
    Meena = Nahi aishi baat nahi he. Mere husband kiss karte he lekin unke hoth tumhare jaise rasile nahi he aur woh jyada lambi kissing nahi karte.
    Mai = ohhh. To baki ka program to achche se karte he na?
    Meena = Ha usme koi taklif nahi he. Woh puri tarah mujhe santusth karte he.
    Mai = To mujh pe meharbani ki koi wajah ?
    Meena = Aisha nahi he ki mai bahot badi chudakkad hu jo har kisi ke sath sex kar lu ya mere husband meri ichcha puri nahi karte he. Meri sex life bahot achchi chal rahi he koi problem nahi he. Ha unke bahar rehte miss jarur karti hu lekin jab hote he to sari kami puri kar dete he. Lekin tumhe dekh ke man hua ke tumhare sath  rista banane me koi problem nahi he. Tumhe dekh ke tumpe dil aa gaya tha. Tum mere husband ke baad pehle insan ho jo aaj meri chudai karoge.
    Mai =ohhh. Thank you janeman. I love you.
    Meena =love you 2


    Mai = To ab aage ka program start kare?
    Meena =Ab to 2 din he humare paas itni jald bajhi ki kya jarurat he.
    Mai = Kyu ki ab mujhe ruka nabi jata tumhe pyar karne se.
    Itna bolte hi maine fir se meena ko apni baho me le liye aur uske gardan,  hoth, chehre sab jagah kiss karne laga. Meena b madhosh hone lagi. Usne mere shirt ke button khol ke aurat diya. Aur meri chhati ko chumne lagi. Mai b madhosh hone laga maine meena ko bola ab rukna nahi he he. Aur use Utha ke uski saree khol di. Peticot aur blouse me kisi bhi heroine ko mamuli sabit kar de itni kamuk lag rahi thi. Maine uske blouse ko bhi nikal diya. Niche yellow bra pehni thi kya mast lag rahe the uske boobs yellow bra me . Aisha lag raha tha ke abhi toot ke bahar aa jayenge. Maine kaha in 2 dairy ko bharna he jaanu. Itna bol ke uske bra ko hata ke uske gore gore 2 boobs pe toot pada. Kya mast boobs the kabhi isko chusta to kabhi usko . Bari bari dono boobs chus raha tha. Uske nipples bhi ekdum gulabi the. Aishe nipples maine pehli baar dekhe the. Mai to unke boobs pe se hoth hata hi nahi raha tha. Meena b madhosh ho rahi thi. Uski aankhe band ho rahi thi aur muh se siskariya nikal rahi thi. Ab maine achanak apna hath niche le gaya aur ek hi jhatke me peticot ka nada khol diya. Niche dekha to andar chaddi nahi pehni thi. Uski chut bhi uske nipples ki tarah gulabi thi. Ekdum clean chut thi.  Maine puchha ke kisi school girl ki tarah itni clean n clear chut kaise he. To meena boli chut ke baal to aaj hi saaf kiye he. Aur daily chut pe cream vagairah lagake use chehre ke jaise hi saaf gori aur chamakdar rakhne ki koshish karti hu. Mai to uski chut dekh me pagal ho gaya. Sidha niche bethe ki uski chut pe apni jheebh rakh di. Aur suru ho gayi chut chatayi. Aah pehli bar kisi shadi Suda woh  b 2 bachcho ki maa ki chut chatayi me itna majha aa raha tha. Meena to pagal ho ja rahi thi. Usse control nahi ho raha tha woh wahi sofe pe gir gayi. Mai use wahi lita ke uski chut chatayi karne laga. Bahot majha aa raha tha. Aisha lag raha tha jaise koi Malayidar chij chaat raha hu. Meena meri chut chatayi se bilkul pagal ho gayi thi. Uski aankhe khul hi nahi rahi thi. Aankhe band kar ke siskariya liye ja rahi thi aur chut chatayi ka majha le rahi thi. Bahot der chut chatayi chali us darmiyan 2 baar meena ki chut ne pani chhoda. Mujhe waise to pasand nahi lekin isbar woh b chat gaya. Aishe hi chut chusayi se meena se raha nahi gaya. Woh boli “kabir ab apna lund daal do is me please “


    Mai =Lekin mere lund ki chusayi to abhi baki he.
    Meena= 2 din hum akele hi he woh me baad me b kar lungi . Please ab daal do na apna lund meri chut me.
    Mujhse b meena ki tadap dekhi nahi gayi. Maine b khade hoke apna pent aur underwear utar ke wahi fek diya. Mera lund to aazad hoke 90 degree me aa gaya tha. Mai apne beg ko dhundne laga.
    To meena boli =kya kar rahe ho?
    Mai =beg dhund raha hu. Usme condom he.
    Meena = arey bina condom ke hi chodo.
    Mai = Bachcha ho gaya to?
    Meena= To tumhari dhoodh pine ki tamanna b puri go jayegi. Aur mujhe koi problem nahi he agar bachcha hua to. Ab ye sab chhodo aur andar dalo.


    Itna bolte hi usne hi mujhe pakad ke apne upar which liya . Aur mere lund ko pakad ke chut ke darwaje pe rakh ke boli ab ghusa do ise andar. Maine b jor se jhatka mara. Waise  chut chatayi se chut puri gili ho gayi thi to ek hi jhatke me mera pura lund andar ghus gaya. Waise to chudi chudayi chut thi lekin fir b aishe jhatke ke use dard hua aur uski cheekh nikal gayi. Lekin woh kuch nahi boli.
    Ab mai dhakke lagane laga. Woh b niche se pura sath de rahi thi. Us bade se hall me hum dono ki aawaj gunj rahi thi. Aah…  ohhhh. .. come on baby. … aaahhhuhhhh aishi aawajhe bar bar meena nikal rahi thi. Mai b jhatke marta to meri b aawajh Nikal rahi thi. Humari chudayi ghamasan chal rahi thi. Uski chut bhale hi 2 bachche deliver kar chuki ho lekin usne jis tarah se use maintain kiya tha to bahot kasavdar thi. Mera lund barabar usme fit betha tha to chudai ka bahot majha aa raha tha. Meena ab niche se gaand Utha Utha ke sath de rahi th. Chudai bahot lambi chali. Ab mera nikalne wala tha. Meena ko puchha kaha nikalu ?


    Meena =Chut me hi nikalo. Bhar do ise puri tarah.
    Uske bolne ke sath hi mere lund ne viry ko bahar fekna chalu kiya. Usi ke sath mere lund ne pura viry uski chut me khali kar diya. Pehli baar itna viry nikla tha. Shayad ye kamal chut ke sath ka tha. Thodi der mai uske upar baho me pada raha fir apna lund bahar nikala. Pura viry se geela Lund tha. Usne apna blouse diya aur saaf karne ko bola. Maine uske blouse se apna lund saaf kiya. Fir meena ki chut ki aur dekha to mera viry thoda thoda bahar nikal raha tha. Fir maine uski chut ko b saaf kiya. Aur meena ki aur dekha. Woh bahot khush aur santusth dikh rahi thi.
    Usne bola ” kabir, kiwi paraye mard se chodna apne pati se bewafayi karna bekar nahi gaya. Bahot majha aaya isme. Mai aaj b apne pati ko bahot pyar karti hu lekin meri ek tamanna thi ke sirf ek bar kisi paraye mard se chudai karvau. Lekin ab tum puri life jab chaho mujhe chod sakte ho. Ab se mai tumhari b utni hi hu jitni mere pati ki.”
    Itna bol ke usne mujhe gale laga liya. Maine b uske Mathe ko chum ke use kaha ke tumse jyada majha aaj tak mujhe kisine nahi diya he. Love you meena so much.
    Meena = Ab baate chhodo khana kha lete he. Bahot bhukh lagi he. Waise b maine aaj tumhare liye special gulab jamun aur samoshe banaye he.


    Mai = Thanks janeman. But tumne to apni chut chatva li lekin mera lund to chusa b nahi.
    Meena = Thoda sabar karo. 2 din tak mai kaha bhage ja rahi hu. Tumhare liye to 2 din ki school se chhutti li he. Khana kha ke fir nex round karte he start.
    Itna kehte hi woh kitchen ki aur jane lagi. Mai pichhe se use nangi jate dekh raha tha. Kya mast gaand ka shape tha meena ka. Bahot gaand dekhi aur mari b lekin itni clean,  clear aur well shaped gaand pehli baar dekh raha tha. Fir woh khane leke aayi to hum dono nange hi wahi dining table pe baith ke khane lage. Ye pehli baar tha ke mai kisi lady ke sath bilkul nanga khana kha raha tha. Bahot hi ajeeb feeling aa rahi thi.
         Khana kha ke meena boli ab baki ke round bedroom me karte he. Us bistar pe jaha mere pati mujhe humesha chodte he. Aaj usi bistar pe kisi paraye mard se chudai karvaungi.
    Mai = matlab mai paraya hu? Hugh
    Meena =nahi tum to meri jaan ho lekin mere pati ke liye to paraye huye na.
    Mai = ok. To chalo. Hum apne kapde hatho me Utha ke nange hi bedroom me gaye. Bedroom me jate hi mai bistar pe pith ke bal let gaya aur meena ko khich ke apne pairo ke paas betha ke kaha ke ab mere is baburao ko bhi apne hotho ka swad chakhao.
         Itna sunte hi meena mere dono tango ke bich jhuk gayi aur mere lund ko apne gulabi hotho ke bich bhar ke pura muh me le liya. Aur masti se Lund chusne lagi. Ohhhh kya mast lund chus rahi thi meena aisha lag raha tha jaise koi chhota bachcha lollipop chus raha ho. Ab to meena pure mood me aa gayi thi  mujhe bistar pe lita ke mujh pe haavi ho gayi thi.   Lapalap Lund ko chus rahi thi. Mai to satve aasman me pahoch gaya tha. Is lund chusayi me el alag hi aanand mil raha tha. Sach me meena ab tak ki sabse alag lady thi jisne mujhe sabse jyada sukh diya tha. Lund ki chusayi ka daur lamba chala. Meena mere lund ko aishe chus rahi thi jaise use kha jana chahti ho. Kya kamal ki chusayi ho rahi thi mere lund ki. Fir ek pal aaya mujhe laga ke ab mera lund pani chhodne wala he. Maine meena ko bataya fir b woh na ruki fir achanak mere lund ne pichkari marna start kar diya. Meena ne pura viry apne muh me le liya aur nigal gayi. Aur lund ko chat chat ke saaf kar diya. Fir mere bajhu me aake let gayi.


    Kuch der khamoshi chhayi rahi bedroom me. Kuch der baad meena boli. Aaj lund chusne me bahot aanand aaya,  aisha aanand pehle kabhi   nahi aaya tha.
    Mai= mujhe b  bahot achcha laga . Mere lund ki aishi chudai aaj tak kisine nahi ki he. Tumne to mujhe swarg ka sukh de diya.
    Meena= mujhe b to mila woh sukh. Ab aage kya irada he.
    Mai = irada to bas 2 din tak lund ko tumhare kisina kisi holl me ghusake rakhne ka he.
    Meena =to ghusa do na kisne mana kiya he.
    Mai =Lekin is baar tumhare pichhe wale matlab gaand me ghusane ka man he.
    Meena kuch der sochti rahi fir bolo, “ask tak ye holl kunwara hi he isme kabhi kuch nahi ghusa lekin tumhare liye ye bhi khol dete he. Daal to apne lund ko isme aur khol ke rakh do iske b darwaje.
    Mai = wah meri jaan ye huyi na baat. Sach me tumse pyari lady koi nahi mili mujhe aaj tak.
    Fir thodi der hum aishe hi lete rahe.
    Pata nahi kab nind aa gayi. Jab aankh khuli to raat ke 8 bajhe the. Meena dikhi nahi to aishe nange hi bahar aaya waha b na dikhi to kitchen me gaya. Meena khana bana rahi thi. Maine use jake hug kiya aur kiss kiya. Meena boli “fresh ho jaao fir khana kha lete he. Raat ke program ke liye takat b to badhani padega.”


    Mai b uski baat se agree hua aur fresh hone chala gaya. Fir fresh hoke humne dinner kiya. Aaj dusri baar tha jab mai bilkul nanga baith ke khana kha raha tha. Fir hum khana kha ke bedroom me aa gaye. Mai abhi b nanga tha lekin meena ne gown pehna tha. Meena mere chhati pe hath ghuma rahi thi aur boli “ab suru kare kya ?
    Uske bolte hi mai uske hotho pe toot pada. Lagatar hum dono ekdusre ke hoth chuse ja rahe the. Fir kuch der is chusam chusai ke baad maine meena ka gown utar diya. Ab humne decide kiya ekdusre ka eksath chusenge to 69 ki position me aa gaye. Mai uski gulabi chut ko apne hotho se chusne laga aur woh mere lund ko muh me leke chusne lagi. Kuch der ki chusayi se mera lund ekdum tight ho gaya aur chudai ke liye bilkul taiyar ho gaya. Itne me meena ki chut ne pani chhod diya. Ab mai Utha aur use ghodi banne ko kaha.


    To woh b ghutno ke bal ghodi ban gayi mai pichhe aaya aur uske gaand ke chhed ko dekha. Ye pehli baar tha jab maine kisi ki gaand ko itna clean dekha tha aur itni gori aur uska chhed b normal gulabi tha. Maine wahi paas me dressing table se oil ki bottle li aur oil nikal ke apne lund pe achche se malis ki fir thoda aur oil leke meena ki gaand me daal ke ungli se andar bahar karne laga. Meena itne me hi madhosh hone lagi , lekin us bechari ko kaha pata tha ke ab uske hosh udne wale he. Ab maine use kaha ke apne dono hatho se gaand ke chhed ko thoda khol to meena ne aisha hi kiya. Maine b jaise hi khula chhed dekha apna lund uske darwaje pe rakh ke uski kamar ko pakad ke dhire se dhakka mara. Maine itna sara tel lagaya tha ke pehle hi jhatke me mera aadha lund uski gaand me ghus gaya. Jaise hi mera lund ghusa meena ki cheekh nikal gayi aur rone jesi hone lagi mujhe boli please bahar nikalo lekin mai kaha manne wala tha kuch der aishe hi rakh ke fir jor ka dhakka lagaya , pura lund us dhakke ke sath meena ki gaand me ghus gaya. Meena ki aankho se sandhu aur muh se cheekh nikli , wapis mujhe bahar nikalne ko kehne lagi lekin mai nahi ruka ab dhire dhire dhakke lagane laga. Meena dard se karah rahi thi. Uski gaand ne mere Lund ko charo taraf se jakad liya tha. Mai lagatar dhakke mare ja raha tha. Ab dhire dhire shayad meena ko b majha aane laga woh b apni gaand aage pichhe karne lagi.


    Aur muh se aahh ohhh ki aawaj nikalne lagi mai to ab full speed me gaand chode ja raha tha. Itni tight gaand thi  k  lund jyada der tik nahi paya aur apne antim padav pe aa gaya. Jaise hi mujhe laga ab niklega maine lund gaand se bahar nikal ke meena ki chut me ghused diya. Meena kuch samjhe aur bole mai dhakke lagane laga aur mera lund 5-6 dhakko me uski chut me jhad gaya. Mai waise lund ko andar rakhe meena pe let gaya. Kuch der baad meena ko puchha kaisa laga?
    Meena =Gaand fat rahi thi tumhare dhakko se lekin fir jo aanand aaya woh alag hi aanand tha aisha aanand chut chudai me b nahi aaya.  Tumne mujhe aaj puri tarah santusth kar diya.
    Mai = Jab tumhare jaisi roop sundari ho to josh double ho jata he.
    Meena = Ohhh. Matlab sara kamal mera hi he.


    Mai = Ha janeman sab kamal tumhare is gulabi chut , both, nipple aur gaand ka hi he.
    Meena = Ab to husband se b gaand maraungi
    Mai = Aur mujhse ?
    Meena =Tumse to sabkuch mara lungi.
    Itna keh ke woh mujhe har jagah chumne lagi.
    Fir 2 din humne Jamke chudai ka majha liya. Tisre din subeh jab unke bachcho ki buss aayi tab tak chudai ki. Fir mai apne ghar aa gaya.


    Ab hum jab b mauka milta tha chudai kar lete the. Kabhi kabhi uske husband bahar hote the to mai aadhi raat ko uske bachcho ke sone ke baad uske ghar chala jata tha aur jam ke chudai karte the. Fir woh pregnant huyi usne bataya ke mera hi bachcha he. Uske baad  delivery tak humne chudai nahi ki. 9 mahine baad use ek pyari si beti huyi uska naam b maine hi rakha. Beti hone ke 1 mahine ke baad se fir se humari chudai ka silsila chalu ho gaya. Jo ab tak chalu hi he. Maine uske baad bharuch chhod diya lekin fir bhi mahine me 1 -2 baar use milne chala jata tha aur Jamke chudai karte the.

  • Ek ghar Teen kahani part-1

    Hi mera naam Kabir Agrawal he. Mai surat ka rehne wala hu. Yaha akele rehta hu. Meri family gaav me rehti he. Meri umar 29 year he aur mai gora lamba aur athletic kadkathi ka ladka hu. Abhi meri shadi nahi huyi he.


           Ab kahani pe aate he. Ye kahani aaj se 4 saal pehle ki he. Tab mai apne 2 dosto ke sath rent pe rehta tha. Mai jaha rehta tha woh 3 manjhila building thi. Har manjhil pe 4 flat the. Jo kiraye pe diye huye the. Mai sabse upar wali manjhil pe rehta tha. Waha baki 3 flat me 1 me ek old age couple rehta tha 50-60 ki age ke bich ka. Unke bachche with family dusri city me rehte the. Dusra flat room Malik ne khali hi rakha tha unke guest aaye to unke liye aur baki ke 1 flat me 1 family rehti thi. Husband wife aur 2 bachche. Husband ka naam sripal tha wife ka naam mamta tha aur bete ka naam kishan aur beti ka naam riya tha. mamta bhabhi ki age 39 thi but lagti 30 se kam thi unke husband 45 ke Karib the unka beta kishan 17 aur beti riya 16 ki thi. Ye kahani meri aur is family ki hi he. To jyada der na karte huye kahani pe aata hu. Kahani thodi lambi he aur pehli baar likh raha hu to koi galti ho jaye to maaf kar dena.


                Mai pehle Mumbai rehta tha waha maine bahot baar sex kiya tha lekin jab se surat aaya hu kabhi sex ka mauka hi nahi ban paya. Kyu ki job ki wajah se girlfriend banane ka time hi nahi mil paya. To ab bahot time ho gaya tha to sex ki tadao padhti ja rahi thi aise me maine sochna ke mamta bhabhi ko patane ki try ki jaay. Lekin meri unse baat nahi hoti thi. Kabhi aishe kisi kaam se thoda bolna ho jata tha lekin achche se baat nahi ho pati thi. Maine socha unke najdik jaane ke liye unke bachcho se dosti kar lu. To dhire dhire maine kishan se dosti karna chalu kiya. Jab b time milta mai usse baat karta. Mere flate pe carrom tha to carrom khelne bula leta. Aur kabhi kabhi riya bhi aati aur hum kabhi playing cards b khelte. Aishe ab kishan mujhse bahot khul gaya tha to maine ab usse uski girlfriend ke bare me puchha to bola ke bhaiya try to bahot kiya but ab tak koi bani nahi to maine use kaha ke mai help karunga girlfriend banane me. To woh khush ho gaya. Usne bataya ke use uski 1 school friend pasand he but uska abhi kisi aur se chakkar chal raha he to kisi aur pe try karne ki soch raha he. Ab woh jyada khelne laga tha 1 din usne dopehar me bola ke bhaiya aapke phone me videos he kya to maine use songs aur movie ke video open kar ke de diye to woh bola ye wale nahi gande wale. Mai samjh gaya tha ke use porn video dekhne he, fir b maine nakli gussa kiya ke aise video is umar me nahi dekhne to woh bola ke mai to videos hi dekhta hi mere friends to videos me hota he aisha kar bhi chuke he. To maine puchha tumne kiya to bichara sad ho gaya aur bola kaha bhaiya aisha mera nashib ke mauka mile. Girlfriend hi nahi he to kis se karu bas videos dekh ke man shant kar deta hu. To maine bola woh kaise. To woh Bola ke aapko to sab pata hi hoga fir bhi kyu natak kar rahe ho. Aapne to real me bhi kiya hoga to is baar maine use sach bata diya ke bahot baar kiya he. Woh bola ke use b karna he kaise b kar ke. Mai bola time aane pe sab ho jayega. Fir woh bola ab to videos dikha do to maine secret folder me se video open kar ke use phone de diya aur mai so gaya. Ab ye daily ka ho gaya tha woh mai akela hota tab aata aur video dekhta. Aishe hi ek din mai ghar pe tha to uski mummy aur riya dono kisi relative ke ghar ja rahe the woh ab sham ko hi aane wale the. Kishan ko b bola sath me chalne ko to usne bahana bana ke mana kar diya aur bola ke woh mere ghar pe rahega. To mamta bhabhi mujhe keh ke gaye ke kishan ka khayal rakhna hum sham ko aayenge. Maine bola aap tension mat lijiye ise mere flat me hi rakhunga pura din. Aur woh chale gaye. Ab mere flat me hum dono hi the to kishan video dekhne laga aur mai aaram karne ke liye so gaya. Thodi der baad jab mai utha to kishan ne bola ke bhaiya ladke ladke bhi sex karte he kya. Maine bola ha karte he aur ladki ladki bhi karti he. To woh bola ke ladke karte he to unhe dard nahi hota. Mai bola hota he lekin sex hai hi aishi chij ke jab karte he tab majha aata hi he fir woh ladki ke sath ho ya ladke ke sath lekin marji se hona chahiye jabardasti se nahi karna chahiye. Kisiki marji ke bina karna bahot galat he kabhi nahi karna chahiye. To usne kaha woh b kabhi kisise jabardasti nahi karega. Fir wapis video dekhne laga aur mai dono ke liye kuch nasta banane laga. Jab humne nasta complete kiya aur wapis bistar pe aaye to kishan achanak bola ke bhaiya mujhe aapka lund dekhna he.
          Mai ye sunke achambhit ho gaya aur use bola ke ye kya bol rahe ho to bola ke bas aise hi dekhna he ke aapka lund kaisa he pehle to maine mana kiya lekin fir usne Jidd ki to mai maan gaya. Aur use bola ke kisiko nahi batayega to hi dikhata hu to bola ke kisiko nahi bataunga. Fir maine apne pent aur chaddi ko niche kiya to woh aankhe faad  ke dekhne laga aur bola wowwww bhaiya aapka to bahot mota he. Maine bola ha malis bahot ki he isliye. Woh bola ke woh b ab daily tel se malis karega. Mai pent pehanne laga to usne kaha ke 1 baar chhu ke dekhna he to maine b isbar mana ni kiya aur use bola dekh ke chhu ke. Woh mere ekdum najdik aa gaya aur mere lund ko apne hatho me pakad liya to uske touch se mera lund ekdum kadak ho gaya woh bola bhaiya aapka to mota aur kadak bhi bahot he mai bola ladkiyo ko kadak lund jyada pasand aata he. Ab woh mere lund ko sehlane laga to mujhe laga jaise koi ladki pehla rahi he. Mai dhire dhire exite hone laga. Ab woh mere lund ko masti se sehla raha tha mujhe ab majha aane laga mai bola aur sehlao woh mere bilkul samne aa gaya aur pyar se seglane laga meri aankhe band hone lagi. Ab woh speed badha raha tha. Speed ke sath meri excitement b badh rahi thi. Maine usi excitement me use apni baho me le liya to woh b meri baho me aa gaya jaise woh b yahi chahte ho. Mera ye first time tha kisi ladke ke sath aise hona. Usne achanak mere lip pe kiss kar diya to maine b reply me kiss kiya aur uske hoth chusne laga. Sale ke hoth uski mummy ke jaise hi gulati the. Mujhe laga ke mai mamta bhabhi ke hoth chus raha hu. Fir usne mere sare kapde utar diye aur khud b aadha nanga ho gaya. Usne sirf chaddi pehan rakhi thi. Ab woh mujhe niche lita ke mujhe kiss karne laga. Kabhi mere gaal to kabhi hoth fir mere nipples chusne laga . Mai ab pure Josh me aa gaya tha woh mujhe har jagah chume ja raha tha. Fir woh hua jiski maine ummid b nahi ki thi.
           Uske dono hoth ab mere lund pe the aur mere lund ko chum raha tha to maine bola achche se muh me leke chus le. To woh ab mere lund ko lolypop li tarah chusne laga. Woh jis tarah chus raha tha mujhe lag raha tha koi ladki mere lund ko chus rahi he. Meri aankhe puri tarah bandh thi. Woh masti me chus raha tha. Bahot time k baad koi mere lund ko chus raha tha to mai jyada der tik nahi paya. Mera pani nikalne ko batab hua to maine use hata diya aur khada hoke bistar se niche aa gaya aur use bola pani nikalne wala he to woh hath me leke mere lund ko hilane laga kuch hi der me meri jor ki pichkari nikli uske hatho se lagake uski body pe giri aur baki ka pani niche fars pe gira mai wahi baith gaya kuch der. Fir bathroom jake ke saaf kiya aur use bhi saaf hone ko bol ke mai fars saaf karne laga.
          Thodi der baad woh saaf hoke chaddi me bathroom se aaya to maine use dhyan se dekha. Kishan gora lamba patla tha lekin sexy lag raha tha. Maine use puchha tumne aisha kyu kiya to bola ke video dekh ke man ho gaya tha to rok nahi paya. Maine bola ok koi baat nahi. Fir use puchha pehle kabhi aisha kiya he to bola ke nahi aisha kabhi nahi kiya he. Usne bola ke use bahot majha aaya. Maine bola ke agar muh me hi pani nikal jata to , kishan bola ke woh to ready hi tha muh me lene ke liye lekin thoda dar tha ke kahi kuch barbad na ho jaye. Fir maine puchha lund kaisa laga to bola ke “achcha he, lekin mera lund aapke lund se lamba he. Ha aapse patla he lekin lambai me aapse jyada he.” Mai to sun ke dang reh gaya ke 17 saal ke ladke ka lund mujhse lamba kaise maine bola dikhao to usne jaldi se apni chaddi nikal ke side me rakh di aur apne lund ko mere samne rakh ke baith gaya. Mai to dekhta hi reh raha wakayi me uska lund mujhse lamba tha lekin patla tha. Ekdum sidha aur lamba. Dekhne me bahot pyara lag raha tha.
        Tabhi kishan bola ” bhaiya mere lund ko bhi chusona”
    Mai soch me pad gaya kya karu fir khayal aaya ke iske jariye mamta bhabhi tak pahoch sakta hu. To ye soch ke maine ha kar di. Aur uske lund ko muh me le liya bina kuch soche. Ye pehli baar tha jab kisika lund maine chhua tha aur woh bhi sidhe muh me leke. Mujhe thoda ajeeb lag raha tha lekin use bahot majha aa raha tha. Mai lagatar uske lund ko chuse ja raha tha. 10 minute ke baad mujhe laga ke ab shayad uska pani nikalne wala he to muh bahar nikal diya aur use bistar se Utha ke sidha bathroom me le gaya aur hath se hilane laga kuch hi der me usne pichkari chhodi to sidhi mere sarir pe lagi. Uska pani garam tha. Fir hum dono wahi saaf karke bahar aaye aur nange hi baith ke baate karne lage.
    Kishan = ” bhaiya aapko kaisa laga”
    Mai = ” achcha laga. Lekin ye kisiko mat batana. Maine pehli baar aisha kiya he kisi ladke ke sath.”
    Kishan = ” don’t worry bhaiya kisiko nahi bataunga. Waise aap ne kaisi kaisi ladki ke sath sex kiya he?”
    Mai = ” sabhi tarah ki ladki patli ,moti, sawli, gori, married bhabhi se bhi bahot kiya he”
    Kishan = “to aapko jyada majha kisme aata he ladki ya married bhabhi”,?
    Maine socha yahi mauka he ise thoda apne plan me lene ka to mai bola ke mujhe married bhabhi me bahot majha aaya he . 35 saal se jyada umar wali ke sath.
    Kishan = ” to aapne surat me kitni bhabhi ko kiya?”
    Mai = “kaha yaar. Yaha to 1 bhi nahi kiya. Office me sirf ladki he married bhabhi nahi he. Aur humare yaha building me b kaha he bhabhi jyada jo achchi bhi lage. Humare floor pe aunty he woh to 50 se jyada he aur to sirf tumhari mummy he. To unke bare me aisha mai nahi sochta.”
    Kishan = ” ha humare building me koi dhang ki aurat nahi he. Mummy ke sivay”
    Mai = ” ha tumhari mummy bahot beautiful he. Lekin unke bare me mai kabhi galat nahi sochta”
    Kishan = “thank you bhaiya. Aaj aapne mujhe bahot majhe karvaye. Ab hum daily karenge”
    Mai = ” ok. But mauka mile tab hi”

    Fir hum so gaye. Sham ko kishan ki mummy ne door bel bajhayi to hum dono ne fatafat kapde pehne. Aur darwaja khola. Mamta bhabhi andar aayi aur mujhe kuch nasta diya aur kishan ko leke apne flat me chali gayi. Mai unki gaand ko dekhta raha jate jate.
         Ab mai aur kishan roj jab b mauka milta Lund chusai karte. Lekin jaldi jaldi me. Kyu ki wapis us din jaisa Ekant nahi mil raha tha.


          Lekin ek din wapis mauka mila usdin b mamta bhabhi aur riya relative ke waha gaye the. Kishan bahana bana ke mere paas reh gaya. Unke jaane ke kuch ghante baad hum 69 me aake ekdusre ka Lund chus rahe the tabhi kishan bola ke bhaiya aaj kuch alag karte he. To mai bola kya karna he? To kishan bola gaand me lund daalte he ekdusre ke.
    Mai fir soch me pad gaya. Mai sochne laga ye bhi ek sex ka prakar hi to he to karne me kya harj he. Mai ready ho gaya. Kishan bola pehle woh meri gaand me lund daalega. To mai ready ho gaya.
           Fir maine kapde pehne aur bahar se lock laga ke medical pe jake condom le aaya. Fir wapis nanga ho gaya aur tel leke kishan ke paas aa gaya. Kishan ko bola ke ye tel ungli me leke meri gaand me andar tak laga to kishan tel ungli se gaand me felane laga mujhe laga k ab achche se tel lag gaya he to use condom pehnaya aur uske Lund ko tel ki katori me dubo diya. Fir mai pith ke bal let gaya aur tange fela ke apne hatho se apni gaand ko thoda felaya aur kishan ko bola ab dhire dhire daal de. Is position sabse aasan hota he Lund lena. Ab kishan ne dhire se lund ko meri gaand me dala thoda lund andar gaya. Tel ki wajah se aur uska lund patla tha to kuch jyada dard nahi hua, lekin kishan ka ye pehli baar tha to usne jara jor se jhatka de diya to tel ki chiknahat ki  wajah se pura lund ek hi jhatke me meri gaand me ghus gaya. Dard ki wajah se meri chikh nikal gayi  maine kishan ko daanta ke dhire se dalna tha   woh sorry bola . Hum thodi der aisehi pade rahe fir maine use bola dhire dhire andar bahar karo. Woh aise ki karne laga . Mujhe dard ho raha tha lekin majha b aa raha tha. Kuch der aishe hi woh meri gaand chodta raha mujhe laga ke aaj dard se gaand fat jayegi lekin fir mujhe dard se jyada majha aane laga mai b gaand Utha ke uska sath dene laga. Fir humne position change ki ab mai dogi style me ghutno k bal baith gaya. Woh pichhe se meri gaand mare ja raha tha. Mujhe us walt malum hua ke ladkiyo ko chudai me kyu itna majha aata he. Bahot ladkiyo ko chut aur gaand maar chuka mai aaj khud 1 chut ke liye gaand marva raha tha. Aur pata bhi nahi tha ke woh chut milegi ya nahi. But filhal mai is chudai ka aanand le raha tha. Karib 20 minute ki pichhe se gaand chudai ke baad kishan meri gaand me hi jhad gaya. Lekin condom ki wajah se pani meri gaand ki bajhay uske condom me reh gaya. Uska pani bahot garam tha. Thodi der aise hi lete rahe fir uth ke usne condom nikal ke dustbin ne fek diya aur lund saaf kar ke let gaya.
        Meri halat kharab thi. Pehli chudai ki wajah se gaand me bahot dard ho raha tha. Tabhi kishan bola ke bhaiya chudai me to bahot majha aaya he. Jab ladke ko chodne me itna majha he to ladki me kitna majha aayega. Uski baat sunke mai bola usme bahot majha aayega. Lekin filhal meri gaand dard kar rahi he. Tune bahot jam ke choda he. Mujhe aisha majha ladki chodne me b nahi aaya jitna aaj gaand marvane me aaya he. Kishan ne mujhe kiss kar ke thank you kaha aur bola aapke liye jo b karna pade mai karunga. Uski baat sun ke mai khush ho gaya. Tabhi kishan bola ab aapki bari. Mai bola tera patla lund mujhe dard se gaya to tu mera mota lund Seh payega?
    Kishan= “bhaiya aapke liye kitna b dard ho seh lunga. Aap bhale hi meri gaand faad do. “
    Mai = “soch le. Itna aasan nahi he. Bahot dard hoga”
    Kishan = ” dard gaya bhad me. Aap lund dalo meri gaand me. Waise mai apni gaand me candle daalta rehta hu to meri gaand khuli huyi he”
    Uski baat sun ke mai achambhit ho gaya aur use puchha ke tum gay to nahi ho na.


    To kishan bola ” nahi bhaiya mai gay nahi hu lekin videos dekh dekh ke ye sab Sikh gaya hu. Mujhe b ladki chodni he. Lekin ladke se gand marane ka b man he. Ab jaldi karo”
    Maine b ab der karna bewkufi samjhi. Jab ladka khud gaand de raha he to kyu mana karu. Maine tel leke uski gaand me achche se fela diya. Uski gaand sach ne khuli huyi thi. 10 minute tel lagake fir condom pehanne laga to kishan bola bina condom ke hi dalo.to maine apne lund pe achche se tel lagaya fir usi position me jisme maine lund liya tha kishan ki gaand me dala. Andar jaa nahi raha tha to thoda jor lagaya to aadha lund kishan ki gaand me ghus gaya. Kishan chikh pada aur rone jesa ho gaya. Maine bola bahar nikalu kya to bola nahi rehne do andar. Fir thodi der baad aage pichhe karne laga use bahot dard ho raha tha lekin pura sath de raha tha tabhi ek jor ka jhatka laga to lund ekdum fachchhh se uski gaand me pura ghus gaya. Uski aankho se pani nikalne laga. Ekbar fir kaha ke bahar nikalu kya to usne bola ab to daal diya he to chod hi do. Mujhe b josh aa gaya mai apna lund uski gaand me aage pichhe karne laga. Thodi der baad use b bahot majha aane laga. Maine ab speed badha di. Ghapaghap uski gaand chod raha tha aur kishan b gaand Utha Utha ke sath de raha tha. Uski gaand marte time thap thap ki aawaj aa rahi thi jisse mujhe bahot majha aa raha tha. 30 – 35 minute ki chudai ke baad mai jhadne wala tha to usne bola gaand me hi daal do. Maine uski gaand me hi pura pani chhod diya. Mera lund pura bhig gaya uski gaand b gili ho gayi. Hum aise hi pade rahe fir 20 minute baaad maine lund nikala uski gaand se to lund ke sath viry b bahar nikalne laga aur gand se bahar tapakne laga jis se meri chaddar kharab ho gayi. Fir hum dono sath me nahake aaye aur chaddar badal ke bistar pe let gaye.
    Kishan = ” bhaiya gaand me bahot dard ho raha he lekin aapka lund lene me bahot majha aaya. Thank you bhaiya”
    Mai = “thank you too. Tumhari wajah se mujhe b bahot majha aaya. Aur ek naya anubhav mila.
    Kishan = “ha bhaiya ab aage b aisha karte rahenge jab b mauka milega.”


    Mai = “ok. Lekin ab mujhe chut ki chahat hone lagi he. Bajhu wali aunty ki age kam hoti to use hi chod deta.”
    Kishan = “ha. Lekin kya kare ab woh to budhi he.” Aap koi aur pata lo “
    Mai = “aur kise patau. Tumhari maa ko ? Aur koi hai b to nahi .”
    Kishan = “ha woh to he aur koi hai b nahi. Ab aap bahar hi dhundiye koi aur.”
    Mai = “waise kishan tu bilkul teri ma jaisa hi lagta he. Gora lamba Chikna khubsurat.”
    Kishan = “kya uncle aap to meri ma ke pichhe hi pad gaye. Aapka irada thik nahi lag raha mujhe. Aap aisha mat sochna kabhi. “
    Mai = “nabi yaar. Lekin kya karu tumhari maa hai hi itni khubsurat. Bilkul tumhari tarah tum dono bahot khubsurat ho. Bura mat manna lekin tumhari mummy mujhe sach me bahot achchi lagti he.   “
    Kishan = “thank you. But aap unke bare me kya soch rahe he?”


    Mai =” each kahu to unke bare me kabhi galat nahi socha. Lekin unhe dekhta hu to lagta he ke kaash mamta bhabhi jaisi meri girlfriend hoti. “
    Kishan = “ohhhh. To baat aishi he. Chalo waise aap agar unhe girlfriend bana sakte ho to bana lo mujhe koi problem nahi he. “
    Mai =”sach me ?” Ohhh kishan love you “
    Aur itna bolte hi mai use baaho ne leke kiss karta hu aur man me sochta hi ke mamta bhabhi ko hi kiss kar raha hu.

    Ab aage mamta bhabhi ko kaise patake choda woh next story me. Is story ke part 2 me.

  • अनजान भाभी की जबरदस्त चुदाई

    हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम कमल है और में असम का रहने वाला हूँ, मेरी उम्र 27 साल है. दोस्तों में आज आप सभी को मेरे साथ घटित हुई एक सच्ची कहानी बताना चाहता हूँ, जिसमें मैंने एक भाभी को मुझसे दोस्ती करके चोदा, यह मेरी आज पहली कहानी है. अब में सबसे पहले अपने बारे में भी बता देता हूँ, में दिखने में एकदम ठीकठाक और मेरा रंग गोरा है और मेरे लंड का साईज़ 6 इंच लंबा और 3 इंच मोटा है. दोस्तों मेरी यह कहानी कुछ इस तरह की है, मुझे एक भाभी रास्ते में मिली.

    एक दिन ऐसे ही में फुटपाथ से घूमता हुआ कहीं जा रहा था तो रास्ते में थोड़ी देर बाद मुझे एक बहुत सुंदर भाभी जी मिली तो मैंने देखा कि उसका पूरा ध्यान मेरी ही तरफ था, वो मुझे देखकर थोड़ा सा मुस्कुरा रही थी और में भी उन्हें देखकर बहुत खुश था और अब मैंने भी अपना पूरा ध्यान उसकी तरफ लगा दिया. फिर में उसका पीछा करने लगा और वो जहाँ जाती में भी वहां पर उनके पीछे पीछे जाने लगा, कम से कम आधा घंटा उसके साथ ऐसे ही टाईम चला गया. फिर जाकर थोड़ा साहस करने के बाद मैंने उसके साथ थोड़ी बातें करना शुरू किया और उससे उसका नाम और उसकी तारीफ करने लगा.

    फिर उसके बाद उसने मुझसे मुस्कुराते हुए बोला कि चलो हम कहीं बैठते है और फिर हम थोड़ी ही दूरी पर एक कॉफी शॉप में जाकर बैठ गए और अब हम दोनों एक साथ बैठकर कॉफी पीने लगे. हम दोनों कुछ घंटो में एक दूसरे के साथ ऐसे बातें करने लगे जैसे हम एक दूसरे को बहुत लंबे समय से जानते है, हम बहुत हंस हंसकर बातें करने लगे थे और वो भी मेरी हर बात का जवाब बहुत अच्छे से देने लगी थी. तभी हम लोगों ने अपना अपना फोन नंबर एक दूसरे को दे दिया.

    फिर उस दिन की कहानी उसी कॉफी शॉप पर हो गई और जाते जाते में उससे बोल गया कि में उसके फोन का इतंजार करूंगा और में उससे इतना कहकर वहां से चला गया, लेकिन मेरे मन में वो पूरी तरह से बस गई थी और में पूरे रास्ते उसके बारे में सोचता रहा. माफ़ करना दोस्तों में तो आप सभी को उसके बारे में बताना ही भूल गया. उसका नाम परी है और उसकी उम्र करीब 35 साल के करीब ही होगी, वो दिखने में एकदम अच्छी, उसका कलर दूध जैसा गौरा है, लेकिन उसकी लम्बाई ज्यादा नहीं है और उसका फिगर बहुत मस्त है, उसका फिगर का साईज मेरे हिसाब से 36- 32- 38 होगा. उसके होंठ आकार में बड़े और बिल्कुल लाल लाल थे और जिसको देखते ही मेरा उसे किस करने का मन करता है. उसको देखकर बिल्कुल भी नहीं लगता कि वो शादीशुदा है और अब ज्यादा वक़्त बर्बाद किए बिना में सीधा अपनी आज की कहानी पर आता हूँ. फिर दूसरे दिन सुबह शायद करीब 10 बजे का समय था, तभी मेरे पास उसका फोन आ गया और उसने मुझसे पूछा कि तुम इस समय कहाँ हो? तो मैंने उससे बोला कि में अपने कमरे पर हूँ.

    फिर उसने मुझसे पूछा कि में फ्री हूँ क्या? तो मैंने बोला कि हाँ में फ्री हूँ तो उसने मुझे उसके साथ कहीं बाहर बाजार से कुछ खरीदने के लिए जाने को बोला. फिर मैंने तुरंत कुछ सोचे बिना झट से उसे हाँ बोल दिया और अब में जल्दी से तैयार होकर उसके बताए हुए पते पर पहुंच गया. फिर हम दोनों वहां से बाजार के लिए निकल पड़े और उसने वहां पर पहुंचकर जी भरकर खरीदारी की. उसने उस समय एक कुर्ती और लेगी पहन रखा था और जिसमें वो बहुत मस्त लग रही थी और उसके बूब्स को देखने पर मेरी ऐसी इच्छा हो रही थी कि में उसके बूब्स को यहीं के यहीं पकड़कर खा जाऊँ और अच्छी तरह से निचोड़ दूँ और उनका पूरा रस पी जाऊँ.

    फिर मैंने जानबूझ कर उसके बूब्स पर अपना हाथ लगाना शुरू कर दिया था, लेकिन उसने मुझसे कुछ भी नहीं बोला और मुझे मालूम नहीं था कि उसको इस बात का पता लगा है या नहीं? फिर कुछ देर बाद में फिर से मैंने अपना हाथ उसकी सेक्सी छाती पर लगाना शुरू किया और तब उसको मेरा हाथ अपने बूब्स पर महसूस हुआ और उसने यह सब जानकर भी ना जानने का नाटक किया. तब मुझे और जोश आ गया और ऐसे ही करते करते मैंने एक बार ज़ोर से हाथ लगा दिया, ताकि उसके बूब्स दब जाए और अब ऐसा ही हुआ. मैंने उसके मुलायम बूब्स को बहुत करीब से छूकर हाथ लगाकर महसूस किया, लेकिन उसने मुझसे कुछ भी नहीं कहा बस थोड़ा सा मुस्कुरा दिया और में उसकी इस हंसी का मतलब समझ चुका था.

    फिर हम दोनों करीब तीन घंटे बाद लौटकर आ गए और अपने अपने घर पर चले गये और घर जाने के बाद उसने मुझे फोन किया तो वो मुझसे थोड़ा ठीक से खुलकर बातें करने लगी और मुझसे ऐसे ही हालचाल पूछते पूछते मैंने बातों ही बातों में कुछ सेक्स की तरफ इशारा कर दिया, उसको भी अब पता लग रहा था कि में उससे किस बात का इशारा कर रहा हूँ और तभी शायद उसको भी जोश आ गया और अब उसने भी मेरे साथ सेक्सी बातें करनी शुरू कर दी.

    फिर हम दोनों ने फोन पर ही बहुत सारी बातें की और फिर हम लोगों ने फोन सेक्स भी किया. फिर मैंने एक बार मुठ मारी और उसने भी अपनी चूत में ऊँगली डालना शुरू किया और कुछ देर बाद हम दोनों झड़ गये. फिर हमने फोन कट करके अपने अपने सामान बाथरूम में जाकर साफ कर लिए और फिर कुछ देर बाद उसका मेरे पास दोबारा फोन आ गया और अब हम लोगों ने मिलने का प्लान बनाया, मेरा विचार उसके घर पर जाने का था और अब हम दोनों एक अच्छे से मौके का इंतजार कर रहे थे और पूरे चार दिन बाद वो मौका आ गया.

    दोस्तों उस दिन उसके घर पर कोई भी नहीं था और उसने अपनी तबियत खराब होने का बहाना बनाकर अपने परिवार वालों के साथ जाने से साफ मना कर दिया और इस बात का फायदा उठाकर उसने तुरंत अकेले होते ही मुझे फोन कर दिया. फिर में उस दिन उसके घर पर जाने को तैयार हो गया और तब तक हम लोग हर दिन बाहर मिलते रहे और मौका मिलने पर हम फोन सेक्स भी करते थे.

    दोस्तों अब आई मौके की बात तो जब में उसके घर पर पहुंचा तो उसने दरवाजा खोला और तुरंत वो मुझसे लिपट गई और उसने मुझे ज़ोर से हग कर लिया और मेरे एक होंठ पर स्मूच किया. दोस्तों वाह क्या स्मूच था? में आसमान पर पहुंच गया था क्या मज़ा था? उसने उस समय मेक्सी पहनी हुई थी और उसके नीचे ब्रा नहीं पहन रखी थी, शायद मेरे आने के इंतजार में वो एकदम तैयार थी, उसने काली कलर की पेंटी पहन रखी थी. फिर उसने मुझे किस करने के कुछ देर बाद मुझसे पूछा कि क्या तुम चाय पियोगे?

    मैंने उससे बोला कि मुझे चाय नहीं चाहिए मुझे तो आपका दूध चाहिए. अब वो मुझसे एक बार फिर से लिपट गई और अब हम दोनों उसके बेडरूम में चले गये, बेडरूम में जाते ही मैंने उसको बेड पर लेटा दिया और में उसके सामने आ गया. अब में उसको ज़ोर ज़ोर से किस करने लगा और वो भी मेरा पूरा पूरा साथ देने लगी. उसने अपनी जीभ को मेरे मुहं के अंदर डालकर वो मेरे सलाइवा को चाट रही थी और में भी उसका पूरा पूरा साथ देता रहा, ऐसे ही हम दोनों अब बहुत गरम हो गए.

    फिर मैंने उसे किस करते करते उसके बूब्स को कपड़ो के ऊपर से पकड़ लिया और ज़ोर ज़ोर से दबाने लगा था. फिर वो सिसकियाँ लेते हुए मुझसे बोली कि उह्ह्ह्ह आह्ह्ह्ह प्लीज थोड़ा धीरे करो, इतना ज़ोर ज़ोर से कर रहे हो क्या मेरे बूब्स को बाहर ही निकाल दोगे क्या? तब मैंने थोड़ा धीरे किया और उसके कपड़े उतारने लगा, कपड़े निकालकर में उसके पूरे शरीर को ऊपर से लेकर नीचे तक किस करने लगा और उसके जिस्म का एक भी ऐसा हिस्सा नहीं रह गया जहाँ पर किस करना बाकी रह गया हो. अब मैंने उसकी चूत पर एक जोरदार किस किया और अब में उसकी चूत और बूब्स से खेलने लगा, में उसके एक बूब्स को दबा रहा था और एक को चूस रहा था और चूस चूसकर मैंने उनके निप्पल को पूरे लाल कर दिए थे और ज्यादा ज़ोर से दबाने की वजह से उसके गोरे गोरे मोटे बूब्स भी अब लाल हो गए थे और वो मोन कर रही थी, आऔह उूुउऊ अयाया आआहाआह करके चिल्ला रही थी.

    फिर मैंने उठकर अपने मोबाइल पर एक अच्छा सा प्यार भरा गाना चला दिया, जिससे उसके चीखने की आवाज बाहर ना जाए और फिर में उसके पास आकर उसकी चूत को चाटने लगा और उसकी चूत में मैंने अपनी एक ऊँगली को डाल दिया और मैंने देखा कि उसने अपनी चूत को बहुत साफ कर रखा था और उस पर एक भी बाल नहीं था, मेरे करीब पांच मिनट तक चूत को चाटने के बाद वो अब झड़ने वाली थी. तभी उसने मुझसे बोला कि मेरा अब निकल रहा है और मैंने उसका रस पी लिया, वाह क्या स्वाद था उसका, मुझे बहुत अच्छा लगा. अब वो मेरे ऊपर आ गई और वो मेरे कपड़े खोलने लगी और वो एक एक करके ऐसे खोल रही थी कि जैसे वो आज मेरे कपड़े फाड़ देगी. फिर उसने मुझे जी भरकर किस किया और मेरे लंड से खेलने लगी और उसको हाथ में ले लिया और सहलाने लगी. फिर मैंने उससे बोला कि तुम इसे अपने मुहं में नहीं लोगी क्या? तब उसने मेरी यह बात सुनकर झट से लंड को अपने मुहं में ले लिया और फिर वो बहुत मज़े से लंड को चूसने लगी. दोस्तों वाह क्या मज़े से चूस रही थी, में तो एकदम मदहोश होने लगा था और मुझे ऐसा लग रहा था कि में आज आसमान में हूँ और मुझे ऐसा महसूस कभी नहीं हुआ था.

    फिर उसने पांच मिनट लंड को चूसने के बाद मुझसे बोला कि मुझे अभी के अभी वो चाहिए, में अब और ज्यादा देर बर्दाश्त नहीं कर सकती प्लीज मुझे तुम्हारा यह मेरे अंदर डालकर धक्के दो और मुझे संतुष्ट कर दो में बहुत समय से इसके लिए तरस रही हूँ प्लीज थोड़ा जल्दी करो. फिर मैंने तुरंत उसे अपने ऊपर से हटाकर बिस्तर पर एकदम सीधा लेटा दिया और उसके दोनों पैरों को फेलाकर सुला दिया था. अब मैंने एक ही जोरदार झटके में अपना पूरा लंड उसकी चूत में डाल दिया और वो ज़ोर से चिल्लाने लगी उईईईई माँ में मर जाउंगी उफ्फ्फफ्फ्फ़ में मर गई और उसने मुझसे अपने लंड को बाहर निकालने के लिए बोला.

    मैंने उसकी हालात देखकर एक बार थोड़ा बाहर निकाल दिया और अब में धीरे धीरे झटका लगाने लगा. ऐसी ही कुछ देर धीरे धीरे करने के बाद एक झटके में मैंने अपना पूरा लंड उसकी चूत में डाल दिया उसके मुहं की बनावट को देखकर मुझे लग रह था कि उसको अब बहुत दर्द हो रहा था, लेकिन फिर भी उसने कुछ नहीं बोला और मेरा साथ दे रही थी वो ज़ोर ज़ोर से मोन कर रही थी हाँ उफ्फ्फ्फ़ बेबी और ज़ोर करो बोलकर चिल्ला रही थी, हाँ चोदो मुझे ज़ोर से बोलकर चिल्ला रही थी उूआह आआयाया उह्ह्हह्ह माँ मर गयी में उफ्फ्फ्फ़ मर ऊईई और जोर से मारो. तब मैंने स्पीड को और भी बड़ा दिया था और वो तब मेरा साथ देने लगी थी और तभी उसने बोला कि उूईईईइ आह्ह्ह्ह.

    अब में भी झड़ने वाला था और तभी वो भी झड़ गई थी. तब ऐसे ही करीब 10 या 12 मिनट करने के बाद में झड़ने वाला था. फिर तभी मैंने उससे कहा कि में अब झड़ने वाला हूँ तो उसने बोला कि उसे मेरा पीना पानी है. तो मैंने अपना लंड चूत से बाहर निकालकर उसके हाथ में थमा दिया उसने झट से उसे अपने मुहं में ले लिया और लोलीपोप की तरह चूसने लगी और तब तक में झड़ गया था और मेरा पूरा का पूरा वीर्य उसने पी लिया. उसने अब मेरा लंड चाट चाटकर पूरा साफ कर दिया और अब मैंने उसे एक ज़ोर से किस किया और हम एक साथ ही लेटे रहे और में उसके बूब्स को पकड़कर ही लेटा रहा. फिर आधे घंटे बाद हम लोगों ने फिर से एक बार और चुदाई की.

    उस दिन हम दोनों ने दो बार सेक्स किया और उसके बाद हम लोगो को जब भी मौका मिलता था तभी हम लोग चुदाई करते थे. मैंने उसको चोदकर बहुत अच्छी तरह से संतुष्ट किया और वो मेरी चुदाई और चुदाई करने के तरीके से बहुत खुश थी. तभी तो उसने मुझे उसकी चुदाई के बहुत सारे मौके दिए और मैंने उन सभी मौकों का पूरा पूरा फायदा उठाया. दोस्तों यह थी मेरी चुदाई की कहानी एक अनजान भाभी के साथ.

  • आशा भाभी के मन की मुराद

    हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम विक्की है और आज में आप सभी को अपना एक सच्चा सेक्स अनुभव बताने जा रहा हूँ, जिसमें मैंने अपनी भाभी को चोदकर उनकी मन की इच्छा को पूरा किया, वैसे में शुरू से ही सेक्स का भूखा हूँ और मुझे सेक्स करना बहुत अच्छा लगता है. दोस्तों यह बात तब की है जब में अपने कॉलेज के दूसरे साल में था और में उस समय अपने कॉलेज की दीवाली की छुट्टियों में अपने घर पर आया हुआ था. दोस्तों मेरा एक चचेरा भाई है और जो मेरे घर के पास में ही रहता था और उसकी अभी एक साल पहले ही शादी हुई थी और मेरी भाभी का नाम आशा था. दोस्तों मेरी भाभी दिखने में बड़ी हॉट, सेक्सी थी और उसका फिगर दिखने में बड़ा ही अच्छा था.

    दोस्तों वैसे तो उनके बूब्स आकार में ज़्यादा बड़े नहीं थे, लेकिन उनके बदन का वो आकार बहुत कमाल का था, उनको चलते हुए देखते ही मुझे उनको चोदने का मन करता था.

    दोस्तों में अपने भैया की शादी में शामिल नहीं हुआ था, क्योंकि में उस समय अपनी पढ़ाई में बहुत व्यस्त था और इसलिए में अभी तक अपनी भाभी से नहीं मिला था, लेकिन जब में अपने कॉलेज से पेपर खत्म होने के बाद घर पर आया तो में अपनी भाभी को देखकर एकदम दंग रह गया, क्योंकि वो तो मेरी उम्मीद से भी ज्यादा हॉट, सेक्सी थी और उनके फिगर का साईज 34-26-32 था. मेरे और उनके परिवार का बहुत गहरा रिश्ता था, जिसकी वजह से हम लोगों का एक दूसरों के घर पर बहुत आना जाना लगा रहता था और हमारे घर एक दूसरे से लगे हुए थे तो में भी कोई ना कोई बहाना बनाकर भाभी को देखने के लिए उनके घर पर अक्सर चला जाता था और वो भी हमारे घर पर मम्मी से मिलने आ जाया करती थी, में तो हमेशा उनकी गांड को तिरछी नज़र से देखा करता था और में हमेशा बहुत बार उनके नाम से मुठ भी मारता था.

    फिर ऐसे ही दिन बीतते गये और हम लोगों में अब बहुत अच्छी दोस्ती हो गयी और जब भी में अपनी छुट्टियों में घर पर आता था तो हम लोग साथ में बैठकर बहुत देर तक बातें किया करते थे और हमारे घर पर किसी को इसमें कोई आपत्ति नहीं थी, क्योंकि सब मुझे बहुत अच्छा लड़का समझते थे. एक बार जब में अपनी दीवाली की छुट्टियों में अपने घर पर आया तो मैंने मन ही मन सोच लिया था कि इस बार तो में अपनी भाभी को चोदकर ही वापस जाऊंगा.

    वो त्योहार के दिन थे और उस समय घर के कामों की बहुत हड़बड़ी थी तो इस बात का फायदा उठाकर मैंने दो तीन बार अच्छा मौका देखकर भाभी की गांड को छू लिया था, लेकिन उन्होंने मुझसे कुछ नहीं कहा और मेरी हर एक हरकत को अनदेखा कर दिया. फिर दीवाली ख़त्म होने के बाद सभी लोग फिर से अपने अपने कामों में लग गये थे. एक दिन मेरे घर वाले मेरे किसी रिश्तेदार के घर पर किसी जरूरी काम से गये थे और फिर में बहाना बनाकर घर पर ही रुक गया, क्योकि उस समय मेरा प्लान कुछ और ही था, मेरे मन में अब अपनी भाभी की चुदाई करने के लिए बहुत कुछ चल रहा था. फिर मेरी मम्मी ने भाभी से कहकर मेरे लिए एक दो दिन के खाने का इंतज़ाम कर दिया था और भाभी उस दिन रात को करीब 8 बजे मेरे लिए खाना लेकर आ गई. फिर मैंने देखा कि भाभी अपने चेहरे से कुछ उदास, नाराज़ सी लग रही थी और जब मैंने उनसे पूछा तो वो मुझसे कहने लगी कि ऐसा कुछ नहीं है और यह सब आप नहीं समझोगे.

    फिर मैंने जब उन्हें उनकी बात मुझे बताने पर बहुत ज़ोर दिया, तब उन्होंने मुझे अपने उदास होने का कारण बताया. फिर में उनके मुहं से यह सब बातें सुनकर एकदम आश्चर्यचकित हो गया, क्योंकि वो मुझसे बोली कि आपके भैया में कुछ कमी है और वो बोली कि उस कमी की वजह से में अब कभी भी माँ नहीं बन सकती हूँ, हम लोगों ने बहुत कोशिश की और बहुत सारे डॉक्टर्स को भी दिखाया, लेकिन तुम्हारे भैया को उनकी किसी भी दवाइयों से कोई फ़र्क नहीं पड़ रहा और फिर मुझसे वो इतना कहकर ज़ोर ज़ोर से रोने लगी.

    दोस्तों अब मुझे बिल्कुल भी समझ में नहीं आ रहा था कि अब में क्या करूं? फिर में उठकर उनके पास जाकर बैठ गया और फिर मैंने जैसे ही उनके कंधे पर अपना हाथ रखा तो वो मेरे कंधे पर अपना सर रखकर ज़ोर ज़ोर से रोने लगी. अब मेरी तो समझ से यह सब कुछ बाहर था और में उनकी इस मुसीबत में कैसे मदद करता, मुझे कुछ भी समझ नहीं आ रहा था? थोड़ी देर रोने के बाद वो पहले जैसी हो गई और फिर उठकर अपने घर पर चली गई, लेकिन में उस पूरी रात को उनके बारे में ही सोचता रहा और बाद में मुझे पता नहीं कब नींद आ गई.

    दूसरे दिन जब मैंने भाभी को देखा तो वो अपने चेहरे से बिल्कुल ठीक लग रही थी. वो दोपहर को जब मेरा खाना लेकर आई तो मुझे बहुत जोश में लग रही थी और उन्हें देखकर मेरी कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि उन्हें अब क्या हुआ है? फिर हम बैठकर बातें करने लगे और थोड़ी देर बात करने के बाद मैंने उनसे पूछ ही लिया कि आप कल बहुत उदास थी, लेकिन आज एकदम से माहोल कैसे बदल गया? तो वो एकदम से चुप हो गई और फिर बोली कि वो ऐसा है कि में अब माँ बन सकती हूँ. फिर मैंने बोला कि वाह यह तो बहुत खुशी की बात है, क्योंकि में भी अब बहुत जल्दी चाचा बन जाऊंगा.

    भाभी : हाँ वो तो तुम्हारा कहना सब कुछ ठीक है, लेकिन मुझे इसमें तुम्हारी मदद की ज़रूरत है, लेकिन अगर तुम करना चाहो तो?

    में : हाँ ठीक है, लेकिन में आपकी इसमें मदद कैसे कर सकता हूँ?

    फिर वो मेरे मुहं से यह बात सुनकर तुरंत उठकर मेरे पास आई और मेरा हाथ अपने हाथ में लेकर कहने लगी कि विक्की तुम यह बात तो बहुत अच्छी तरह से जानते हो कि तुम्हारे भैया तो मुझे कभी भी गर्भवती नहीं कर सकते, लेकिन इसमें तुम मेरी मदद कर सकते हो और प्लीज मुझे मना मत करना, क्योंकि मैंने कल रात भर बहुत सोच समझकर यह निर्णय लिया है, प्लीज एक बार मेरी बात मान लो. दोस्तों में भी उन्हें पहली बार देखने के बाद उनसे चाहता तो यही था, लेकिन यह सब इस तरह होगा तो इसकी मुझे बिल्कुल भी उम्मीद नहीं थी.

    फिर मैंने उनसे झट से हाँ कह दिया और कहा कि भाभी में सच कहूँ तो में आपसे बहुत प्यार करता हूँ, लेकिन वो बोली कि मुझे भी यह सब बहुत अच्छी तरह से पता है कि तुम मुझे चोरी छुपकर देखते हो और जब में आँगन में झाड़ू लगती हूँ तो मुझे सब पता है कि तुम मेरे बूब्स पर अपनी नजर रखते हो, लेकिन प्लीज अब तुम मुझे मना मत करना, वरना मोहल्ले की सब औरते मुझे बांझ कहेगी और मेरा बहुत मजाक उड़ाएगी, में यह सब बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं कर सकती. फिर में उनके इस काम को करने के लिए बिल्कुल तैयार हो गया और मेरे मुहं से हाँ शब्द सुनकर वो खुश हो गयी और अब वो मुझसे बोली कि हम आज ही अपने काम को निपटाते है, में माँ जी के सोने के बाद रात का खाना थोड़ा देरी से लेकर आउंगी तो तुम मेरा इंतजार करना, क्योंकि आज वैसे भी तुम्हारे भैया की भी नाईट ड्यूटी है.

    फिर में उनसे बोला कि ठीक है और अब में उनका बहुत बेसब्री से इंतजार करने लगा और में मन ही मन उनकी चुदाई के सपने देखने लगा. फिर करीब रात के दस बजे वो मेरे लिए खाना लेकर आ गई, वाह दोस्तों वो दिखने में क्या लग रही थी और वो उस लाल कलर की मेक्सी में मेरे पास आकर बैठ गई और फिर बोली कि पहले क्या खाओगे? और उन्होंने मुझे एक शरारती स्माईल दी. फिर में उनकी इस बात का मतलब समझकर झट से उन पर कूद पड़ा और अब उनके होंठो पर अपने होंठ रखकर चूमने लगा और उनके बूब्स को एक एक करके ज़ोर से दबाने मसलने लगा और पूरे हॉल में स्मूच की आवाज़ गूंज रही थी.

    फिर मैंने उनको अपनी गोद में उठाया और बेडरूम में लाकर बेड पर लेटा दिया और फिर में उन पर चढ़ गया. फिर हम एक दूसरे को पागलों की तरह चूमने, चाटने लगे. मैंने एक हाथ से उनकी मेक्सी को कमर तक ऊपर उठा दिया और उनकी गांड को दबाने लगा. दोस्तों मैंने उसे छूकर महसूस किया कि उनकी वाह क्या मस्त मुलायम गांड थी और में उनकी पीठ पर हाथ फेरने लगा, उनकी पीठ मानो मुझे रुई सी एकदम मुलायम महसूस हो रही थी.

    फिर मैंने उनको वो मेक्सी उतारने का इशारा किया तो उन्होंने झट से उसको नीचे उतार दिया, अब वो मेरे सामने सिर्फ़ ब्रा और पेंटी में थी. फिर मैंने अपनी टी-शर्ट और लोवर को भी उतार दिया, में अब उनके सामने सिर्फ़ अंडरवियर में था और मेरा लंड किसी डंडे की तरह तनकर खड़ा हुए था. फिर मैंने झट से उनकी ब्रा को ऊपर किया और फिर तुरंत उनका एक बूब्स अपने मुहं में लेकर चूसने लगा और दूसरे बूब्स को ज़ोर से दबाने लगा. तभी मैंने देखा कि उन्होंने मेरे कहने से पहले ही जल्दी से अपनी पेंटी को उतार दिया और जैसे ही मैंने एक हाथ उनकी गरम, कामुक चूत पर रखा तो वो एकदम से सीहर उठी और अब में उस प्यासी चूत को सहलाने लगा और वो गरम होकर मदहोशी में मोन करने लगी. तभी मैंने छूकर महसूस किया कि उनकी चूत एकदम चिकनी, उभरी हुई और बहुत गोरी थी, उन्होंने शायद आज ही अपनी चूत की सफाई की होगी.

    फिर मैंने अपनी एक उंगली को उनकी चूत में डाल दिया और फिर धीरे धीरे अंदर बाहर करने लगा, लेकिन तभी उसने मेरा हाथ पकड़ा और अब वो मेरी ऊँगली को ज़ोर ज़ोर से अपनी चूत में दबाने लगी और ज़ोर ज़ोर से सिसकियाँ लेने लगी तो में अब तक जोश में आकर बहुत गरम हो गया था और अब मुझसे रहा नहीं गया तो मैंने अपनी अंडरवियर को भी उतार दिया और फिर मैंने लंड को उसकी चूत पर रखकर एक ज़ोर का झटका दे दिया, लेकिन उनकी चूत बहुत टाईट थी और जिसकी वजह से वो फिसल गया. मैंने एक बार फिर से लंड को चूत के छेद पर रखकर एक ज़ोर का झटका दे दिया तो मेरा पूरा लंड उनकी चूत को चीरता हुआ अंदर चला गया और उनके मुहं से चीख निकल पड़ी, आआहह आईईईईईइ उह्ह्हह्ह्ह. फिर मैंने जोश में ज़ोर ज़ोर से धक्के मारने शुरू किए और अब ज्यादा गरम होने की वजह से 20-25 धक्के मारकर में उनकी चूत में ही झड़ गया. अब हम थोड़ी देर ऐसे ही पड़े रहे और वो मेरे लंड को मुहं में लेकर चूसने लगी, उसे सहलाने लगी और उसके साथ खेलने लगी, लेकिन उनकी चूत का पानी अभी भी नहीं निकला था.

    फिर थोड़ी देर बाद मेरा लंड एक बार फिर से धीरे धीरे खड़ा होने लगा तो वो उठकर अपनी मेक्सी पहनकर किचन में पानी पीने चली गई और जब मेरा लंड पूरी तरह से खड़ा हो गया तो में भी उठकर उनके पीछे पीछे किचन में चला गया. मैंने वहां पर जाकर देखा कि वो अपना मुहं दूसरी तरफ करके खड़ी हुई थी और में अचानक से जाकर उनके पीछे से चिपक गया और उनकी बगल के नीचे से अपने हाथ डालकर उनके बूब्स को दबाने लगा और अब कुछ देर बाद वो भी अपने दोनों हाथ पीछे करके मेरा लंड पकड़कर हिलाने लगी और जब में पूरी तरह से तैयार हो गया तो मैंने उनकी मेक्सी को कमर के ऊपर तक उठाया और अपना लंड पीछे से डालकर उनकी चूत पर रगड़ने लगा, अब वो फिर से गरम होने लगी थी.

    फिर मैंने उनको थोड़ा सा आगे की तरफ झुकाकर अपना लंड पीछे से ही उनकी चूत में डाल दिया और उनके दोनों बूब्स को कसकर पकड़कर धक्के मारने लगा और वो भी अब धीरे धीरे धक्के देने लगी और अपने दोनों हाथ किचन की पट्टी पर रखकर अपनी चूत को मेरे लंड पर दबाने लगी और उस चुदाई की वजह से उनके मुहं से आअहहहह उउम्म्म्म आईईईईइ जैसी आवाज़े निकालने लगी, वो अब मेरे हर एक धक्के के साथ और भी ज़्यादा उत्तेजित हो रही थी और मुझसे कह रही थी हाँ विक्की और ज़ोर से चोद उह्ह्ह्ह और ज़ोर से क्या तू प्यार करता है, अपनी भाभी से तो बुझा ले अपनी प्यास, चोद मुझे और ज़ोर से और मेरी चूत को भी ठंडा कर दे, आआहह उउम्म्म्म आहह दोस्तों उनकी इस मोनिंग से में और भी जोश में आ गया में अब और भी ज़ोर ज़ोर से धक्के मारने लगा और करीब दस मिनट के बाद वो बोली कि विक्की में अब झड़ने वाली हूँ और उनके मुहं से यह बात सुनकर मैंने और ज़ोर से धक्के मारना शुरू किया. तभी थोड़ी देर बाद उनका शरीर एकदम से अकड़ने लगा और वो मेरे लंड पर ही झड़ गई, लेकिन मेरा वीर्य अभी भी नहीं निकाला था, में उन्हें लगातार धक्के मारता रहा और करीब 15 मिनट के बाद मैंने एक बार फिर से उनकी चूत में ही अपना वीर्य छोड़ दिया और में उनके कंधे पर अपना मुहं रखकर ऐसे ही कुछ देर खड़ा रहा.

    फिर थोड़ी देर बाद उन्होंने अपने कपड़े पहने और अब में भी पूरा नंगा था, उन्होंने मुझे एक लंबा लिप किस दिया और फिर वो मुझसे धन्यवाद कहकर अपने घर पर चली गई और जब मैंने टाईम देखा तो उस समय रात के करीब तीन बजे थे और में ऐसे ही दरवाजा बंद करके सो गया. दोस्तों उसके बाद हमने कुछ दिन और चुदाई के मज़े किए. हमें जब भी, जैसे भी, जहाँ भी मौका मिलता तो हम उस मौके को अपने हाथ से नहीं जाने देते और एक बार तो में देर रात को उनके घर में चुपके से जाकर उन्हें चोदकर आ गया, लेकिन उसके कुछ दिनों बाद मेरे कॉलेज की छुट्टियाँ खत्म होने वाली थी और फिर में वापस अपने कॉलेज चला गया, लेकिन में जितने भी दिन वहां पर रहा.

    मैंने हर एक दिन अपनी भाभी की चुदाई जरुर की, चाहे वो कैसे भी हालात रहे हो और उसे कुछ महीनो बाद उन्होंने मुझसे फोन पर बताया कि वो अब गर्भवती है और उन्होंने मुझसे इसके लिए धन्यवाद कहा और मेरे बाप बनने की ख़ुशी में मुझे बधाईयाँ भी दी और को भैया लग रहा था कि यह सब डॉक्टर की दवाईयों के असर के कारण हुआ है और कुछ दिन बाद भाभी ने एक बहुत प्यारी सी बेटी को जन्म दिया.

    दोस्तों अभी भी जब भी हमे मौका मिलता है तो हम लोग चुदाई के बहुत मज़े लेते रहते है. दोस्तों यह थी मेरी भाभी की चुदाई और जिसमें मैंने उनको चोदकर अपने बच्चे की माँ बनाकर उन्हें वो ख़ुशी दी, जिसके लिए उन्होंने मुझसे बहुत बार धन्यवाद कहा और उसके बदले में वो आज भी मुझसे चुदवाती आ रही है और वो मेरी चुदाई से बहुत खुश रहती है और में उनकी चूत को चोदकर बहुत मज़े करते है.

  • भाभी के साथ उनकी फ्रेंड की चुदाई

    हैल्लो दोस्तों, में एक बार फिर से आप लोगों की सेवा में हाजिर हूँ. वैसे तो आप सब लोग जानते है कि मे मेरी भाभी और उनकी 2-3 दोस्त को चोद चुका हूँ. उस दिन मैंने भाभी की दोस्त अंजली की खूब चुदाई की और हम उनके घर पर बैठकर चाय पी रहे थे कि उनका फोन बजा तो अब वो ख़ुशी से उछल पड़ी. फिर मैंने कहा कि क्या हुआ? तो उसने कहा कि मेरी कज़िन आ रही है उसे लेने जाना है, वो भी हमारे साथ में कॉलेज में थी. अब इतना कहकर वो जल्दी से बोली कि एक काम करते है, मुझे अभी जाना है और में तुम्हें कल फोन करती हूँ तो मैंने कहा कि ठीक है.

    फिर 3-4 दिन तक मेरी अंजली से कोई बात नहीं हुई तो मैंने मेरी भाभी से फोन करवाया तो अंजली बोली कि मेरा देवर आज कहीं जा रहा है, में थोड़ी देर बाद तुम्हें कॉल करती हूँ. अब इतना कहकर अंजली ने फोन रख दिया और फिर लगभग 2-3 घंटे के बाद अंजली का फोन आया कि हम शॉपिंग के लिए बाहर जा रहे है, तुम मुझे मॉल में मिलो.

    फिर मैंने कहा कि ठीक है और फिर लगभग 2 घंटे के बाद हम मॉल में मिले, उसके साथ एक बहुत ही खूबसूरत भाभी थी और वो बहुत ही क़यामत लग रही थी. फिर उन्होंने अपना नाम पूनम बताया और फिर भाभी ने मुझे उनसे मिलवाया कि यह मेरे देवर का दोस्त है. फिर पूनम बोली कि आपकी भाभी जी आपकी बहुत तारीफ कर रही है, पूनम काफ़ी खुले विचारों वाली औरत थी और वो 4-5 साल से लन्दन में रहती थी. अब हम लोगों की काफ़ी अच्छी दोस्ती हो गयी थी और फिर हमने मॉल में काफ़ी शॉपिंग की और फिर में वहाँ से निकल गया.

    अब मैंने रात को पूनम का नाम लेकर 2 बार मूठ मार ली थी और अब में उससे मिलने के लिए बैचेन था और काफ़ी टाईम हो गया था और अब अंजली भाभी को चोदने का कोई मौका नहीं मिल रहा था. फिर लगभग 2 दिन के बाद अंजली भाभी का दोबारा फोन आया और बोली कि आज हमारे साथ मूवी देखने आओगे, तो मैंने कहा कि यार कब से तुम्हारे फोन का इंतजार कर रहा हूँ, तो उसने कहा कि तुम उसी मॉल में आ जाओ जहाँ हम पहले मिलते थे.

    फिर लगभग 2 बजे हम मॉल में मिले और फिर मैंने अंजली से कहा कि कितने दिन हो गये यार तुम्हें अपना लंड चुसवाये, कुछ जुगाड़ करो ना. फिर अंजली बोली कि यार जब से मेरी दोस्त आई है तब से मेरा देवर कही बाहर जाता ही नहीं है और मेरी दोस्त पूनम के साथ वो दिन में 2-3 बार चुदाई करता है.

    फिर मैंने कहा कि क्या यार? इस दूसरे देवर का भी कुछ ध्यान रखो. फिर अंजली बोली कि मैंने उससे तेरी बात की है और मुझे पता है कि वो मना नहीं करेगी, लेकिन यार ये मेरे घर पर ही संभव होगा. हम पूनम की बात कर रहे थे कि तभी पूनम कुछ शॉपिंग करके स्टोर में से बाहर आई और उसके साथ अंजली भाभी के देवर भी थे. फिर वो मुझे देखकर बोली अरे यार तुम यहाँ क्या कर रहे हो?

    मैंने कहा कि यार में यहाँ मूवी देखने आया था और यहाँ पर भाभी को देखा तो उससे बात करने लगा. अब पूनम ने मेरे सामने देखकर स्माइल दी और ऐसे बर्ताव किया कि जैसे वो मुझसे पहली बार मिल रही है. फिर अब मुझे मालूम हुआ कि अंजली भाभी ने ही उसे मना किया होगा कि उसके देवर के सामने मुझे नहीं जानती ऐसे बर्ताव करना है. फिर अंजली बोली कि चलो सब साथ में नाश्ता करते है और अब हम साथ में रेस्टोरेंट में गये. अब भाभी का देवर ऑर्डर करने के लिए काउंटर पर गया और अब हम साथ में बैठकर बात कर रहे थे.

    फिर मैंने कहा कि भाभी कुछ करो ना यार, तो अंजली बोली कि पूनम को मेरा देवर काफ़ी पसंद आ गया है. फिर पूनम बोली कि मुझे तो तुम्हारे सारे देवर पसंद है. अब मुझे उसकी बातों से लगा कि वो बहुत ही चालू और सेक्सी औरत है. तभी मैंने उसका हाथ पकड़ कर कहा कि कुछ हमारा भी ध्यान रखो.

    तभी अंजली बोली कि मेरा देवर 2-3 घंटे के लिए कही जायेगा तो तुम्हारा कुछ काम होगा. फिर पूनम ने कहा कि उसे भी साथ में बुला देते है और ज़ोर से हंस पड़ी. तभी अंजली बोली यार अगर मेरे देवर को पता चला कि में उसके साथ चुदवाती हूँ तो मेरा घर में रहना मुश्किल हो जायेगा, प्लीज यार. तभी पूनम बोली एक काम करती हूँ, में तुम्हारे देवर को बाहर भेजने का प्लान करती हूँ और फिर हम कुछ देर तक ऐसे ही बात करते रहे.

    फिर हम सब नाश्ता कर रहे थे कि तभी पूनम भाभी अंजली के देवर राज से बोली कि अरे राज मेरा एक छोटा सा काम है, क्या तुम करोगे? फिर राज ने कहा कि अरे पूनम भाभी आपके लिए तो जान भी हाजिर है. फिर पूनम बोली कि मेरी फ्रेंड मेरे लिए कुछ कपड़े लाई है, क्या तुम अभी जाकर ले आओगे? तो राज ने कहा कि ज़रूर तो अब अंजली भाभी ने मेरे पैर पर अपना पैर दबाया. फिर पूनम भाभी बोली में उनका एड्रेस आपको देती हूँ तुम वहाँ पहुँच कर मुझे कॉल करना. फिर राज ने कहा कि ठीक है, अब इतना कहकर राज ने कहा कि तुम मेरी भाभी को घर पर छोड़ देना में आधे घंटे में पहुंचता हूँ, तो मैंने कहा कि ठीक है.

    फिर इतना कहकर राज गाड़ी लेकर पूनम की दोस्त के घर के लिए निकल गया और में अंजली भाभी और पूनम भाभी मुस्कुराते हुए उसे गाड़ी तक छोड़ने गये. अब वो जैसे ही निकला तो हम तीनों ज़ोर- ज़ोर से हँसे और फिर मैंने कहा कि पूनम भाभी थैंक्स यार, तो उसने एक सेक्सी स्माइल दी और बोली कि तुम दोनों का मैंने काम कर दिया, अब चलो जल्दी घर चलो. अब हम सब अंजली भाभी के घर पर बैठे थे, तो पूनम बोली तुम लोग मज़े करो और में अन्दर बैठती हूँ.

    तभी अंज़ली बोली कि अरे यार मेरा देवर आ गया तो हमें बहुत परेशानी होगी और मेरा घर से निकलना भी बंद हो जायेगा. तभी पूनम भाभी ने अपनी दोस्त को फोन किया और बोली कि कोई लड़का तुम्हारे यहाँ मेरे कपड़े लेने आ रहा है, जैसे ही वो तुम्हारे घर पहुँचता है तो तुम मुझे कॉल करना.

    फिर थोड़ी देर में पूनम भाभी कि दोस्त का फोन आया तो पूनम ने फोन पर उसको सब समझा दिया कि उसे क्या बोलना है? उसको बोलना कि कपड़े सही होने के लिए दिए है और 1-2 घंटे के बाद टेलर के वहाँ लेने जाना है, ऐसा कहकर तुम अपने यहाँ उसे 2-3 घंटे तक बैठाना और जब वो वहाँ से निकल जाए तो तुरंत मुझे फोन करना, अब उसकी दोस्त ने कहा कि ठीक है. फिर पूनम बोली लो अब तुम्हारा देवर मेरी दोस्त के घर पर है और अब तुम मज़े करो, में अन्दर बैठती हूँ. फिर जैसे से ही पूनम दूसरे रूम में गयी तो में दरवाजा बंद करके उसको चूमने लगा. अब अंजली बोली शांति से करो यार, फिर मैंने कहा कि नहीं बहुत दिनों के बाद तुम्हारे इन बड़े-बड़े बूब्स को चूस रहा हूँ.

    अब उसका हाथ मेरे लंड के ऊपर था और वो मेरे लंड को ज़ोर-ज़ोर से हिला रही थी. फिर वो तुरंत मेरे ऊपर बैठकर मेरे लंड को ज़ोर-ज़ोर से चूसने लगी और अब वो मेरा पूरा लंड अपने मुँह में लेकर ज़ोर-ज़ोर से चूस रही थी. अब हम दोनों अपनी मस्ती में थे और तभी पूनम रूम से बाहर आई तो उसको पता नहीं था कि हम हॉल में ही चुदाई कर रहे थे. अब अंजली भाभी ने मेरा पूरा लंड अपने मुँह में ले लिया था, फिर वो एकदम से आई और बोली कि क्या यार तुमको शर्म है या नहीं, तो में थोड़ा शरमाया.

    फिर अंजली बोली कि तुम तो रोज मेरे सामने ही चुदवाती हो, तो तुमसे कैसी सी शर्म? अब इतना कहकर वो फिर से मेरे लंड को चूसने में लग गयी और पूनम भाभी अपने रूम की और चली गयी. फिर मैंने भाभी को इशारे में बताया कि पूनम से बोलो कि कंपनी दे. तभी भाभी ने ज़ोर से चिल्लाते हुए कहा कि पूनम तुम्हारा देवर अकेला पड़ रहा है उसे कंपनी चाहिए. फिर पूनम रूम से बाहर आई और बोली कि किसे कंपनी चाहिए? तो मैंने कहा कि मुझे चाहिए.

    फिर उसने कहा कि तुम अभी बच्चे हो तो मैंने कहा कि ट्राई कर लो. तभी अंजली बोली कि कर लो फिर ऐसा मौका नहीं मिलेगा. फिर मैंने हाथ बढ़ाकर उसे बुलाया तो उसने कहा कि रहने दो बाद में कभी. फिर अंजली ने उसका हाथ पकड़कर खींचा और उसके बाजू में बैठा दिया. अब मेरे सामने 2 सेक्सी लेडीस अपना मुँह खोले खड़ी थी.

    फिर अंजली अपने मुँह से मेरा लंड निकालकर पूनम के मुँह की और ले गयी. फिर पूनम ने एक ही झटके में पूरा लंड उसके मुँह में ले लिया और ज़ोर-ज़ोर से चूसने लगी, कभी अंजली मेरे लंड को अपने मुँह में लेती तो कभी पूनम मेरे लंड को अपने मुँह में ले रही थी. तभी अंजली भाभी बोली कि तुमसे चुदे हुए बहुत दिन हो गये है, आज मेरी गांड और चूत दोनों अपने पानी से भर दो. अब भाभी अपनी पूरी चूत फैलाकर मेरे लंड को अपनी चूत में डलवा रही थी और उसकी चूत काफ़ी गीली हो गयी थी.

    अब में काफ़ी ज़ोर-ज़ोर से उसको चोद रहा था और अब में बीच-बीच में पूनम की चूत में भी अपना लंड डाल देता था, पूनम भाभी भी एक नंबर की चुदासी औरत थी. फिर पूनम भाभी ने कहा कि तुम अभी तुम्हारी भाभी की चुदाई करो, में दूसरी बार में चुदवाउंगी. अब वो भी पूनम भाभी की चूत में उंगली डाल-डाल कर उसे एक साथ 2 लंड का मज़ा दे रही थी.

    अब मैंने अंजली भाभी को उल्टा करके अपनी उंगली को उनकी गांड में डाल दिया था और अब वो ज़ोर-ज़ोर से अपनी गांड हिला-हिलाकर मेरा लंड ज़्यादा से ज़्यादा अन्दर लेकर चुदवा रही थी. अब पूरे हॉल में फच फच की आवाज़ आ रही थी. अब मेरा निकलने वाला था तो मैंने कहा कि कहाँ निकालूं? तो भाभी बोली कि तुम्हारा लंड मेरी गांड में से निकाल कर मेरी चूत भर दो. फिर मैंने भाभी को ज़ोर-ज़ोर से चोदकर अपना सारा पानी भाभी की चूत में डाल दिया और कुछ देर तक उनके ऊपर ही पड़ा रहा. फिर दूसरी बार में मैंने पूनम भाभी को चोदा.

  • सपना भाभी को भोपाल में बहुत चोदा

    हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम विकास है और में भिलाई छत्तीसगढ़ का रहने वाला हूँ. मेरी उम्र 30 साल है और मेरे लंड का साईज़ 6.5 लंबा और 2.5 मोटा है और अब में आप सभी को अपनी कहानी पूरी विस्तार से सुनाता हूँ. दोस्तों में अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद में भोपाल में एक कंपनी में नौकरी करने चला गया, वहां पर मुझे एक मेनेजर की नौकरी मिली और हमारा काम सभी कम्पनी के मोबाईल टावर का सिविल का काम और लाईट का साईड पर काम था तो वहां पर पहले से ही बहुत से लोग काम किया करते थे, कुछ राज्य के बाहर और कुछ मेरे राज्य के ही थे तो वहां पर मुझे उन सभी के बीच बहुत इज़्जत मिलती थी, क्योंकि में अपने बॉस का बहुत चहिता था.

    दोस्तों वहां पर एक शर्मा जी भी मेरे साथ काम किया करते थे और वो मध्यप्रदेश के मुरेना के रहने वाले थे, उन्होंने अपनी मर्जी से लड़की पसंद करके शादी की थी और उनकी पत्नी गुजरात की रहने वाली थी. दोस्तों मेरी उनसे बहुत कम समय में बहुत अच्छी पहचान हो गई थी, क्योंकि उनका व्यहवार मेरे लिए बहुत अच्छा था और वैसे उनकी शादी को करीब एक साल ही हुआ था. फिर एक दिन उन्होंने मुझे अपनी शादी की सालगिरह में अपने घर पर बुलाया, वैसे वो ज्यादातर अपने ऑफिस के काम से हमेशा बाहर रहते थे, लेकिन वो अपनी शादी की सालगिरह के दिन अपने घर पर ही थे और उन्होंने मुझे अपनी शादी की सालगिरह में जरुर जरुर आने को कहा.

    फिर जब मैंने उनकी पत्नी को पहली बार देखा तो में उन्हें देखकर बिल्कुल पागल हो, वाह क्या यार क्या माल थी वो? वो उस दिन साड़ी में थी और उनका फिगर बहुत सेक्सी आकर्षक लग रहा था. फिर में उनके बड़े ही सुंदर गदराए हुए बदन को देखकर उनका दीवाना हो गया और में उन्हें लगातार घूर घूरकर देख रहा था, मेरी नजर बार बार उनकी तरफ जा रही थी.

    कुछ देर बाद अपने पूरे होश में आकर मैंने उन दोनों को उनकी शादी की सालगिरह की बधाई दी और उस सेक्सी माल से हाथ भी मिलाया और उनको छूते ही मेरे पूरे शरीर में एक करंट सा दौड़ने लगा और वैसे वो बहुत ही मिलनसार व्यहवार की थी, क्योंकि वो भी मेरी तरफ बहुत प्यार से देख रही थी और मेरा उनको लगातार घूरकर देखना उन्हें बिल्कुल भी बुरा नहीं लग रहा था और वो भी मेरी बातों का मुस्कुराकर जवाब दे रही थी. फिर वो लोग मेरे पास वापस आ गए और मुझसे बातें करने लगे, लेकिन उस दिन तक भाभी के बारे में मेरे दिमाग़ में ऐसी कोई ग़लत भावना नहीं थी. फिर में वहां पर कुछ घंटे रुककर अपने कमरे पर आ गया.

    मैंने आप सभी को पहले ही बताया था कि में छत्तीसगढ़ का रहने वाला था तो मेरे परिवार वाले सर्दियों में मेरे पास घूमने आने वाले थे और वो भी पूरे दो महीने के लिए. फिर मैंने एक दिन शर्मा जी को कहा कि यार आप मुझे दो महीने के लिए कोई रूम दिलवा दो. फिर वो मुझसे कहने लगे कि मेरे रूम के पास में एक रूम कुछ दिनों से खाली पड़ा हुआ है और अगर तुम कहो तो में वो रूम तुम्हें दिलवा दूँगा. फिर मैंने उनकी पूरी बात सुनकर तुरंत उन्हें हाँ कह दिया और फिर वो खुद मुझे उनके पास वाला रूम दिलाकर दूसरे ही दिन करीब दो महीने के लिए हमारी कम्पनी के काम से बाहर चले गये. उनके चले जाने के चार दिन बाद ही मेरे परिवार वाले आ गए और वो लोग भाभी से बहुत अच्छी तरह से घुल मिल गये. दोस्तों मुझे माफ़ करना में आप सभी को अपनी सेक्सी भाभी के बारे में बताना ही भूल गया, वो 26 साल की थी और उनके फिगर का साईज 36-32-34 था, उनका नाम सपना था और वो हमेशा मेरे सपनों में आती रहती थी.

    दोस्तों उन्होंने मेरे परिवार वालों की घूमने में बहुत मदद की और उस दौरान मेरी उनसे बहुत जमने लगी थी, में उनसे बहुत खुलकर बातें करने लगा था और वो मेरी अधिकतर बातों को समझकर बिल्कुल चुप हो जाती या फिर मुस्कराकर मेरी आखों में देखने लगती और में उनकी इन सभी हरकतों का मतलब अब धीरे धीरे समझने लगा था. अब थोड़ा गर्मी का समय आ गया था और हम लोग भोपाल के पुराने भोपाल में किराए पर रहते थे तो वहां पर हम गर्मी आने पर छत पर सोते थे. फिर एक रात को में भी छत पर सो रहा था तो मुझे रात को करीब 1:30 बजे प्यास लगने लगी, इसलिए में उठकर नीचे चला गया और भाभी के रूम में चला गया और उस समय शर्मा जी बाहर गये हुए थे तो मैंने फ़्रिज़ से पानी निकालकर पिया और फिर छत पर वापस जाने लगा.

    तभी मेरी नज़र भाभी पर पड़ी जो उस समय बहुत गहरी नींद में सो रही थी और उनके बूब्स उनकी उस ढीली सी मेक्सी से आधे आधे बाहर निकल रहे थे तो में वो सब देखकर वहीँ पर अचानक से रुक गया और भाभी के उभरते हुए नंगे बूब्स को छूने लगा, लेकिन कुछ देर तक वो बिल्कुल भी नहीं हिली और जब वो उठी तो अचानक से डरकर बैठ गई और फिर वो मुझसे हड़बड़ाहट में बोली कि तुम यह क्या कर रहे हो? फिर मैंने उनके मुहं पर अपना एक हाथ रखकर उनसे बोला कि भाभी चुप रहो वरना सब लोग जाग जाएँगे.

    वो कुछ शांत हुई तो फिर में उनसे बोला कि भाभी में आपसे क्या एक बात पूछ सकता हूँ, लेकिन आप मुझे उसका जवाब बिल्कुल सच सच देना? तो वो बोली कि हाँ विकास कहो तुम्हें मुझसे ऐसा क्या पूछना है? फिर मैंने उनसे पूछा कि भाभी शर्मा जी ज्यादातार समय हमारी कम्पनी के काम से बाहर रहते है तो फिर आपकी कभी उनके चले जाने के बाद सेक्स करने की इच्छा नहीं होती क्या? तो वो मेरे मुहं से यह बात सुनकर करीब दस मिनट तक बिल्कुल चुप रही और बस लगातार मुझे देखती रही और में उनके कुछ बोलने का इंतजार करता रहा. मैंने बहुत इंतजार किया, लेकिन वो अब भी कुछ नहीं बोली और में उन्हें उसे हालत में छोड़कर जाने लगा.

    फिर भाभी मुझसे बोली कि रुको विकास और में तुरंत रुक गया. फिर वो मुझसे थोड़ा उदास होकर बोली कि शर्मा जी के अलावा मैंने कभी किसी और के बारे में कुछ नहीं सोचा, लेकिन आज तुमने मुझसे यह सब सवाल पूछकर मेरी सेक्स की इच्छा को और भी बड़ा दिया है और जिसको में अब तक अपने ऊपर कंट्रोल करके बैठी हुई थी, में हमेशा अपने पति के आने पर उनके साथ बहुत खुश रहती हूँ, लेकिन उनके बाहर चले जाने पर में अपने आपको बहुत अकेला महसूस करती हूँ और में अपनी सेक्स की आग से अंदर ही अंदर जलती रहती हूँ, लेकिन मैंने अब तक किसी को भी अपने मन की बात नहीं बताई. में हमेशा बिल्कुल शांत रही और उस आग में जलती रही तड़पती रही.

    दोस्तों में उसकी बात जैसे ही खत्म हुई तुरंत उससे बोला कि सपना में हूँ ना तुम्हारे पास, तुम्हारी सभी इच्छा को पूरा करने के लिए, तुम क्यों इतना परेशान होती हो और में तुम्हें बहुत प्यार करूंगा.

    भाभी बोली कि हाँ तो अब जल्दी से आ जाओ और में उनके होंठो पर किस करने लगा. करीब 15 मिनट तक हमने लगातार एक दूसरे को किस किया और कुछ देर बाद भाभी मुझसे थोड़ा दूर हटकर बोली कि अभी बस इतना ही बाकि जब कोई नहीं होगा तब हम करेंगे और में वहां से चला गया और छत पर जाकर भाभी के बारे में सोच सोचकर ना जाने कब सो गया.

    दोस्तों उसके बाद दूसरे दिन से हमारे बीच हंसी मजाक कुछ ज्यादा ही होने लगा, में हर कभी सही मौका देखकर भाभी को छेड़ दिया करता और उनके बूब्स को दबा देता, लेकिन भाभी मुझसे कुछ नहीं कहती बस मुस्कुराकर मुझे देखा करती और हंस हंसकर मुझसे बातें करती तो में हर कभी उन्हें किस करता और बहुत मज़े करता.

    फिर कुछ दिन के बाद मेरे घर वाले वापस आ गये और में उनको स्टेशन छोड़कर वापस अपने कमरे पर आ गया और फिर थोड़ा सा थके होने की वजह से में खाना खाकर सोने चला गया, लेकिन मेरी इच्छा अब भी भाभी को चोदने की थी, लेकिन उस समय उनके घर पर कोई मेहमान आया हुआ था तो में सो गया. फिर रात को करीब एक बजे किसी ने मेरे कमरे का दरवाजा बजाया और मैंने जब उठकर देखा तो बाहर दरवाजे पर भाभी खड़ी हुई थी, वो मुझसे बोली कि क्यों सो गये क्या?

    मैंने कहा कि नहीं बस ऐसे ही लेटा हुआ था. फिर वो मुझसे बोली कि आ जाओ आज तुम्हारी जितनी इच्छा है उसे मुझे चोदकर पूरा कर लो, में उनकी बात को सुनकर तुरंत समझ गया कि आज भाभी को मुझसे अपनी चुदाई करवानी है और में जल्दी से उनके साथ उनके कमरे में चला गया और अंदर जाते ही मैंने उनको पीछे से तुरंत पकड़ लिया और उनको किस करने लगा तो वो भी मेरा पूरा पूरा साथ देने लगी. फिर में उनसे कहने लगा कि भाभी आज तेरी चूत को फाड़ दूँगा, में आज तेरी चूत को चोद चोदकर भोसड़ा बना दूंगा और तुम्हें मेरी चुदाई से बहुत खुश कर दूंगा और इस प्यासी तड़पती हुई चूत को बिल्कुल शांत कर दूंगा.

    फिर वो मुझसे बोली कि हाँ मेरे राजा आज तू मुझे चोद चोदकर अपनी रंडी बना ले, मेरी चूत को वो सुख दे जिसके लिए में इतने दिनों से बैचेन हूँ क्योंकि तेरा भाई तो नामर्द है वो आज तक मुझे ठीक से चोद भी नहीं पाया है, लेकिन आज से में तेरी रंडी बन कर रहूंगी, तू मुझे हर कभी रात दिन चोद सकता है, में तुझसे कभी भी ना नहीं कहूंगी, लेकिन प्लीज अब जल्दी से मुझे चोद दे मुझे और ना तरसा. दोस्तों अब में उनको होंठो पर किस करने लगा और साथ साथ उनके ब्लाउज को उतारने लगा उसके बाद अपने एक हाथ से में उनके बूब्स को दबाने लगा और दूसरे हाथ से उनकी गांड को दबाने लगा तो वो मुझसे कहने लगी कि तू कितना सेक्सी है विकास, आज तू मुझे जी भरकर चोद और आज मुझे जन्नत दिखा दे.

    मैंने एक ज़ोर का झटका देकर उनकी ब्रा को खींचकर उतार दिया और उनके एक बूब्स को चूसने तो दूसरे को दबाने, निचोड़ने लगा जिसकी वजह से वो वो भी पूरी तरह जोश में आकर मोन करने के साथ साथ मेरे सर को पकड़कर अपने बूब्स पर दबाने लगी और मुझसे कहने लगी कि हाँ उह्ह्ह्हह्ह आज इन्हें खा जाओ मेरे राजा आज से में तेरी रंडी हूँ आह्ह्हह्ह तू जब भी मुझसे बोलेगा में तुझसे चुदवाने को तैयार रहूंगी.

    अब मैंने उनके पेटीकोट को खोल दिया और मैंने देखा कि भाभी ने अंदर पेंटी नहीं पहनी थी और उनकी चूत एकदम साफ थी. में उनकी चिकनी चमकती हुई चूत में उंगली करने लगा और वो मेरे लंड को हाथ में पकड़कर सहलाने लगी, मुझे बड़ा अच्छा लगने लगा. फिर कुछ देर बाद मैंने उनसे कहा कि भाभी मेरा लंड अपने मुहं में लो ना, वो तुरंत बोली कि में कब से इसे मुहं में लेने को उत्सुक होकर बैठी थी. मैंने बोला कि हाँ तो जल्दी से लो ना मेरी जान.

    अब वो झट से नीचे अपने घुटनों के बल बैठकर मेरे लंड को धीरे धीरे अपने मुहं में लेने लगी और मेरी गोलियों के साथ खेलने लगी दोस्तों मेरा लंड थोड़ा मोटा और लंबा है इसलिए उसे पूरा अंदर लेने में बहुत मेहनत करनी पड़ रही थी, लेकिन उसने हार नहीं मानी और वो लगातार धीरे धीरे मेरे लंड को आगे पीछे करती रही और लोलीपोप की तरह चूसती रही.

    फिर कुछ देर बाद में उससे बोला कि सपना अब ऊपर आओ में तुम्हारी चूत को चूसता चाटता हूँ, वो अब भी मेरा लंड चूस रही थी और हम 69 पोजीशन में आ गये और करीब 20 मिनट तक हम 69 पोजीशन में रहे. अब भाभी मुझसे बोली कि विकास अब मुझसे रहा नहीं जाता, तू फाड़ दे मेरी चूत को, आज से में तेरी रंडी बनकर रहूंगी, अब थोड़ा जल्दी से चोद मुझे मादरचोद, मुझे और ना तड़पा.

    अब मैंने भाभी को सीधा लेटाकर उनकी चूत के मुहं पर अपना लंड रख दिया और फिर मैंने एक ज़ोर का धक्का लगा दिया, जिसकी वजह से मेरा आधा लंड भाभी की चूत में फिसलता हुआ अंदर चला गया और वो दर्द से चिल्लाने लगी, उह्ह्ह्हह् आईईईइ प्लीज बाहर निकालो अपना लंड उफफ्फ्फ्फ़ में मर जाउंगी स्सीईईइ प्लीज इसे बाहर करो, मुझे उईईईइ माँ बहुत दर्द हो रहा है, वो उस दर्द से बिन पानी की मछली की तरह तड़पने लगी, लेकिन मैंने उनकी एक भी बात नहीं सुनी और ना ही अपने लंड को बाहर निकाला.

    दोस्तों वो वैसे ही चीखती, चिल्लाती रही और कुछ देर रुकने के बाद मैंने उनके होंठो पर अपने होंठो को रखकर उनको चूमते हुए सही मौका देखकर अपना दूसरा धक्का लगा दिया, जिसकी वजह से मेरा पूरा लंड उनकी चूत की गहराईयों में चला गया और उनकी आँखो से आंसू बाहर आने लगे थे और में कुछ देर रुकने के बाद धीरे धीरे अपने लंड को अंदर बाहर करने लगा.

    अब उनको भी थोड़ा मज़ा आने लगा और वो मुझसे बोली कि हाँ चोद मेरे राजा और ज़ोर से चोद उह्ह्हह्ह्ह्ह आज से में तेरी रंडी हूँ, तू जब चाहे तब मुझे चोदना, हाँ थोड़ा और अंदर डाल उह्ह्ह्ह जाने दे इसे पूरा अंदर और में लगातार धक्के लगाता रहा और पूरे कमरे में सिर्फ़ मेरे धक्कों से हमारे जिस्म के टकराने वाली आवाज आने लगी, फच फच फच और कुछ देर के धक्कों के बाद वो अब अकड़ने लगी और फिर वो झड़ गई, लेकिन मेरा नहीं हुआ था तो में अब भी धक्के देकर चोदता रहा. फिर में भी 15-20 धक्कों के बाद उनकी चूत के अंदर ही झड़ गया. मुझे उनके चेहरे से संतुष्टि साफ साफ नजर आ रही थी और वो मेरी चुदाई से बहुत खुश थी. दोस्तों उस रात को मैंने उन्हें रुक रुककर करीब चार बार चोदा. फिर हम सो गये. दोस्तों मैंने उन्हें इस तरह से उनका पति बनकर करीब एक साल तक रोज हर कभी चोदा और आज वो मेरे दो बच्चों की माँ बन गई, लेकिन उसके पति को आज तक नहीं पता कि उनके बच्चों का बाप में हूँ.

  • दिव्या भाभी के साथ पूरा मजा

    हैल्लो दोस्तों, ये बात एक साल पहले की है, जैसे ही मेरा कॉलेज शुरू हुआ था तो मेरा रोज का टाईम सुबह 6 से दोपहर के 1 बजे तक का था. उन दिनों में अक्सर कॉलेज के बाद वापस जल्दी घर आ जाया करता था, क्योंकि मेरे घर के सामने एक मस्त भाभी रहती थी, उसका नाम दिव्या था और वो दिखने में मोटी थी, लेकिन काफ़ी गोरी थी, उसकी उम्र कुछ 26 साल के आस पास होगी. उसकी सबसे ज़्यादा अच्छी बात थी उसके बूब्स, यार क्या बताऊँ? इतने बड़े थे कि मानो जैसे कोई बड़ा संतरा हो, उसे देखते ही मेरी दिमाग़ में बस उसको चोदने का ही विचार आता था कि कैसे इसको अपना बनाऊँ?

    ऐसे ही रोज दिन कट रहे थे, जब भी में कॉलेज से वापस आता तो में उसे देखने का एक भी मौका नहीं छोड़ता था. जब वो अपने घर में झुककर पोछा लगा रही हो तब तो यार उसके आधे से भी ज़्यादा बूब्स बाहर निकल आते थे, उसके एकदम दूध जैसे सफ़ेद बूब्स थे और उन्हें देखकर मन करता था कि अभी जाकर पकड़कर पूरा निचोड़ लूँ और उनका सारा का सारा जूस पी जाऊँ.

    ऐसे में दिव्या भी कभी-कभी मुझे सामने देख लिया करती थी, लेकिन जब भी वो मुझे देखती तो में डर के मारे वहाँ से चला जाता था, उसने मुझे कई बार ऐसा देखते हुए नोटिस कर लिया था. फिर मेरी परीक्षा आ गई तो उन दिनों में काफ़ी व्यस्त रहने लगा. फिर जब परीक्षा पूरी हो गई तो एक दिन वो मेरे घर आकर कहने लगी.

    दिव्या : कहाँ हो आज कल दिखाई ही नहीं देते हो?

    में : कुछ नहीं बस परीक्षा चल रही थी इसलिए.

    दिव्या : ठीक है. फिर आज शाम को तुम मेरे घर पर आना, मुझे तुमसे कुछ काम है.

    में : ओके, में आ जाऊंगा.

    फिर इतनी बात करके वो चली गयी, मुझे पता नहीं चल रहा था कि उसने मुझे अपने घर क्यों बुलाया? क्या काम होगा? ऐसा सोचते-सोचते में सो गया. फिर में शाम को जब उठा तो फ्रेश होकर थोड़ी देर के बाद में उसके घर चला गया. फिर उसने मुझे घर में अन्दर आने को कहा, उस समय वो घर में सिर्फ़ अकेली ही थी. फिर मैंने पूछा कि भैया कहाँ गये है? तो उसने कहा कि वो बिजनस टूर पर गये है, वो 1 हफ्ते के बाद वापस आयेंगे. बस इतना सुनते ही मेरे मन में लड्डू फूटने लगे और अकेला ही मुस्कुराने लगा तो वो मुझसे पूछने लगी कि क्यों स्माईल कर रहे हो? फिर मैंने कहा कि कुछ नहीं बस ऐसे ही.

    फिर मैंने पूछा कि आपको क्या काम था? तो उसने कहा कि मुझे कल शॉपिंग करने जाना है, तुम फ्री हो क्या? बस मैंने इतना सुनते ही हाँ कर दी तो उसने थैंक यू कहकर सुबह 8 बजे आने को बोला. फिर मैंने कहा कि ठीक है में आ जाऊंगा. फिर में सुबह होने का इंतज़ार करने लगा और उसके ख्यालों में मैंने रात को उसके नाम की कई बार मूठ भी मारी और फिर सो गया.

    फिर में सुबह उठकर फ्रेश होकर में उसके घर गया तो उसने कहा कि अन्दर आ जाओ, जब वो बाथरूम में नहा रही थी. मेरा मन कर रहा था कि अंदर जाकर देख लूँ, लेकिन फिर मैंने सोचा इतनी जल्दबाज़ी अच्छी नहीं है. फिर जब वो मेरे सामने आई तो क्या कयामत लग रही थी? दोस्तों में बता नहीं सकता, उसने काले कलर की गाउन पहनी थी और वो उसकी सफ़ेद बॉडी पर क्या लग रही थी? में तो बस उसे देखता ही रह गया.

    फिर उसने कहा कि क्या देख रहे हो? फिर मैंने कहा कि कुछ नहीं. फिर उसने नॉटी स्टाईल में कहा कि कभी ऐसा नहीं देखा क्या? और हंसने लगी. फिर मैंने कुछ बोले बिना ही उसको कहा चलो. हम बाईक पर जा रहे थे और वो मुझसे एकदम चिपक कर बैठी थी. अब मेरा हाल काफ़ी बुरा हो रहा था, अब बार-बार वो उसके बड़े-बड़े बूब्स मेरी पीठ पर टच कर रही थी, पता नहीं उसका क्या इरादा था? फिर हम एक बड़े से मॉल में गये, वहाँ पर उसने जाते ही कहा कि चलो मूवी देखने चलते है.

    फिर हम मूवी देखने गये और मेरा नसीब अच्छा था कि जब मर्डर-2 मूवी चल रही थी. फिर हमने कॉर्नर की सीट का टिकट लिया और वहाँ जाकर बैठ गये. फिर जैसे ही मूवी में सेक्सी सीन आया तो मेरा लंड खड़ा हो गया और इसी दौरान ना जाने कब उसने अपना एक हाथ मेरी जांघ पर रख दिव्या, मुझे पहले तो लगा कि शायद ग़लती हुई होगी, लेकिन फिर उसने हाथ ऐसे ही रहने दिया और वो धीरे-धीरे अपना हाथ मेरे लंड के पास ले आई.

    फिर मैंने जैसे ही उसके सामने देखा तो वो बस मुस्कुरा रही थी. अब मुझे ग्रीन सिग्नल मिल गया था. फिर मैंने भी एक हाथ उसके बूब्स पर रख दिया और ज़ोर-जोर से दबाने लगा, अब वो काफ़ी मस्त हो गयी थी. फिर आधी ही मूवी में उसने मुझसे कहा कि चलो घर पर चलते है. फिर मैंने कहा कि ठीक है. फिर वो वापस सारे रास्ते में वो मेरी पेंट के ऊपर से ही मेरे लंड से खेलती रही. फिर जैसे ही हम उसके घर पहुंचे तो वो भागकर अपने बेडरूम में चली गयी.

    मैंने डोर लॉक किया और में उसके बेडरूम की और गया तो मैंने देखा कि वो पलटकर दूसरी तरफ मुँह करके खड़ी है. फिर मैंने जाकर उसे पीछे से पकड़ लिया और उसकी गर्दन पर किस करने लगा और अपने लंड को उसकी बड़ी सी गांड पर दबाने लगा. फिर मैंने उसको अपनी तरफ़ घुमाया और अब हम लिप किस करने लगे, हमें एक दूसरे के थूक का टेस्ट इतना अच्छा आ रहा था कि दिल कर रहा था कि ये किस ख़त्म ही ना हो. फिर उसने किस तोड़ते हुए मेरे लंड को पकड़ लिया और उसको सहलाने लगी.

    फिर मैंने उसका गाउन निकाल दिया और अब वो मेरे सामने काली पेंटी और काली ब्रा में खड़ी थी. अब तो मुझे ऐसा लग रहा था कि जैसे उसके बूब्स तो ब्रा को तोड़कर अभी बाहर निकल आयेंगे, आज मेरा सपना पूरा होने वाला था और हम लोग भी बेड पर लेट गये. फिर मैंने उसकी ब्रा को निकाल दिया, क्या बूब्स लग रहे थे? एकदम बड़े-बड़े और में उसे छोटे बच्चे की तरह चूसने लगा, वो मदहोश हो रही थी और वो धीरे-धीरे मौन कर रही थी, आआआआआहह प्रेम आराम से, धीरे जान, बहुत दर्द हो रहा है.

    अब में कभी चूसता तो कभी ज़ोर से काट देता तो वो ज़ोर से चिल्लाती, ऊऊऊऊऊऊहह ययययस्स्स्स्स मारररर डाला और जोररररर से. फिर बाद में उसने मेरे सारे कपड़े उतार दिए और वो मेरा लंड देखकर शॉक हो गई कि ये कितना बड़ा है? तेरे भैया का तो इसका आधा भी नहीं है और इतना कहते ही उसने मेरा लंड अपने मुँह में ले लिया और लॉलीपोप की तरह चूसने लगी. अब में तो मानों जन्नत में आ गया. फिर 10 मिनट के बाद में झड़ने वाला था तो उसने कहा कि मेरे मुँह में ही झड़ जाओ और वो मेरा सारा स्पर्म पी गयी और मानों जैसे वो जंगली सी हो गयी हो और वैसे मुझे देखने लगी.

    फिर में उसकी बॉडी को किस करने लगा, अब वो तो मानों जैसे पागल हो गयी हो वैसे मौन करने लगी थी, वो तो अच्छा था कि उसका घर सबसे आखरी का था तो किसी को कुछ सुनाई नहीं दे रहा था. फिर मैंने उसकी पेंटी को छुआ तो वो पूरी तरह से भीग गई थी, अब उसकी चूत से पानी निकल रहा था. फिर मैंने उसकी चूत में दो उंगली डाल दी तो वो पूरी तरह सिहर गयी, अब में धीरे-धीरे मेरी उंगलियां अंदर बाहर करने लगा तो वो चिल्ला रही थी प्रेम फक मी, ईईएसस्स्सस्स मोर हार्ड इट आआआआआ जल्दी और अंदर डालो और में ये सब सुनकर काफ़ी जोश में आ गया और अब मेरा लंड वापस उसको चोदने के लिए तैयार हो गया था. फिर मैंने उसकी गांड के नीचे एक तकिया रखा जिससे उसकी चूत थोड़ी ऊँची हो गयी.

    फिर मैंने देर ना करते हुए सीधा अपना लंड उसकी चूत पर टिकाया और उसे थोड़ा दबाया और मेरा आधा लंड उसकी चूत में घुस गया. अब वो चिल्लाने लगी, उउउइइ माँ मरररररर गयययययी, बाहर निकाल इसे, लेकिन मैंने उसकी एक ना सुनते हुए दूसरा झटका मारा और मेरा पूरा लंड उसके अंदर चला गया, उसकी आँखों से आँसू निकलने लगे थे. अब में उसे लिप किस करने लगा.

    फिर जब वो तैयार हो गई तो मैंने फिर से धीरे-धीरे झटके लगाने शुरू कर दिए. अब वो भी अपनी गांड उठा-उठाकर मेरा साथ देने लगी थी. फिर मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी और वो हर झटके पर मौन करने लगी, यहहह्ह्ह्हस्स्सस्स्स्स बेब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्बबबययययययययययययययी फक मीईईईईईई यसस्स्स्स्स्स्स्स्स सस्स्स्स्स्स्ऊऊऊऊ हार्ड एंड डीप. में झड़ने वाला था और वो भी झड़ने वाली थी तो उसने कहा कि मेरे अंदर ही झड़ जाओ. फिर मैंने अपनी स्पीड और तेज़ कर दी और कुछ ही समय में हम दोनों एक साथ झड़ गये.

    फिर जब मैंने उसकी आँखो में देखा तो उसमें एक अजीब सा नशा था. फिर हमने लिप किस किया और काफ़ी देर तक वैसे ही एक दूसरे की बॉडी से खेलते रहे. फिर हम बाथरूम में गये और वहाँ हम दोनों ने एक साथ बाथ किया और वहाँ भी एक बार उसकी चुदाई की. फिर आखरी में हम एक दूसरे को साफ करके बाथरूम के बाहर आए और एक दूसरे की बाहों में सो गये.

    फिर जब में उठा तो वो नाईटी में मेरे लिए चाय लेकर आई और मुझसे कहने लगी कि ऐसा मज़ा आज तक कभी नहीं आया और फिर पूरे 1 हफ्ते तक हमने ऐसे कई बार चुदाई की, कभी किचन में तो कभी हॉल में तो कभी छत पर, हमने हर जगह चुदाई की और आज भी जब भी उसका मूड होता है तो दिव्या मुझे बुला लेती है और हम दोनों खूब मजा करते है.

  • भाभी बनी मेरी सेक्सी गर्लफ्रेंड

    हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम गौतम शाह है और में एक कॉलेज स्टूडेंट हूँ और में अहमदाबाद का रहने वाला हूँ. आज में आप सभी को अपना पहला सच्चा सेक्स अनुभव सुनाने जा रहा हूँ जो कि अभी करीब 6 महीने जिसमें मैंने अपने कज़िन भाई की पत्नी मतलब कि मेरी भाभी को अपनी तरफ आकर्षित करके चोदा.

    दोस्तों जब मेरे कॉलेज के पहले साल के एग्जाम खत्म हुए थे, तब हमारे घर पर मेरा कज़िन भाई और उसकी पत्नी खुशबू आए हुए थे और तब में पहली बार अपनी नई भाभी से बहुत करीब से मिला था. वो दिखने में एकदम कयामत लगती है और उनकी हाईट करीब 5.6 फिट और उनके बूब्स का साईज़ 36, उनकी गांड का साईज 32 और कमर 28 की है. मेरी हाईट 5.11 है और दोस्तों जब वो मेरा रूम देख रही थी, तब सिर्फ़ हम दोनों ही रूम में थे. उन्होंने तब मुझसे कहा था कि उन्हे ज़्यादा हाईट वाले लोग बहुत अच्छे लगते है, लेकिन मेरे भाई की हाईट ज़्यादा नहीं है तो इसलिए मैंने उनसे पूछा कि उनकी हाईट भी तो ज़्यादा नहीं है तो फिर आपने क्यों उन्हे पसंद किया?

    दोस्तों मेरे इस सवाल से उनका चेहरा बिल्कुल बिगड़ गया और वो मुझसे एक भी शब्द नहीं बोली और अपना सर झुकाए खड़ी रही और फिर में वहां से चला गया, लेकिन अब में समझ गया था कि इनके बीच में कुछ तो समस्या है, वैसे मुझे बहुत अच्छा लगा कि भाभी ने मेरे साथ इस तरह की बात की, सिर्फ़ इसलिए नहीं कि वो दिखने में अच्छी थी, लेकिन उनका स्वभाव भी बहुत अच्छा था और मेरा भाई दिखने में ज़्यादा अच्छा नहीं था, लेकिन मुझे बाद में पता चला कि भाभी के पापा को केंसर है और वो अपनी बेटी की शादी देखकर जाना चाहते थे तो इसलिए उन्होंने यह फैसला लिया था.

    मेरे भाई का घर भी अहमदाबाद में ही है और शादी के बाद उनका हमारे घर पर आना जाना बढ़ गया था, मेरी और भाभी की बहुत अच्छी बनती थी और उस वक्त मेरे पास एक नया फोन था तो एक दिन बातों ही बातों में उन्होंने मुझसे कहा कि क्यों इस फोन में कोई सुंदर सी लड़की का मोबाईल नंबर तो होगा ना? तो मैंने मुस्कुराते हुए कहा कि नहीं आपने मुझे अभी तक आपका कोई नंबर दिया ही नहीं. तभी उन्होंने भी मुझे एक शरारती स्माईल दी और अपना मोबाईल नंबर बताया और मैंने एक मैसेज करके अपना नंबर भी उन्होंने दे दिया, लेकिन अब मेरी कभी भी हिम्मत नहीं हुई उनसे चेट करने की, लेकिन में कभी कभी उन्हें कोई मैसेज जरुर भेज दिया करता था और एक दिन सुबह सुबह उनका एक मैसेज आया जिसमें गुड मॉर्निंग लिखा हुआ था.

    फिर मैंने भी उन्हें एक अच्छा सा मैसेज किया और वो आगे की बात करने लगी. फिर मैंने मजाक मजाक में उनसे कहा कि आपको क्या शर्म नहीं आती कि घर में आपका पति है तो भी आप किसी और को मैसेज करती है? फिर उन्होंने कहा कि वो घर पर कहाँ रहते है? में खुद घर पर अकेली दिन भर बोर हो जाती हूँ. फिर मैंने उनसे कहा कि आप कोई किताब पढ़िए, उन्होंने कहा कि नहीं आज मुझे बाहर बाजार में कुछ कपड़े खरीदने जाना है और साथ में मुझे भी ऑफर भी किया कि क्या तुम मेरे साथ चलोगे? फिर में उनकी यह बात सुनकर खुश तो बहुत हुआ, लेकिन फिर सोचने लगा कि में अपने घर पर क्या बहाना बनाऊंगा?

    तभी उन्होंने कहा कि तुम आंटी से कह देना कि आज ऑटो की हड़ताल होने की वजह से तुम मुझे अपनी बाईक पर बैठकर बाजार ले जा रहे हो और अब मैंने ठीक वैसा ही किया जैसा उन्होंने मुझसे कहा और में दोपहर को अपने घर से निकलकर उनके फ्लेट के नीचे उनका इंतजार कर रहा था और फिर कुछ देर बाद वो आई. दोस्तों में तो उन्हे आखें फाड़ फाड़कर देखता ही रह गया क्योंकि ऐसी हॉट, सेक्सी, लड़की तो हमारे पूरे कॉलेज में भी नहीं थी, उन्होंने एकदम टाईट जींस और बिना बाँह की एकदम टाईट टी-शर्ट पहनी हुई थी और उस टी-शर्ट में से उनके बूब्स कुछ ज़्यादा ही बाहर निकलते हुए दिख रहे थे और उस जींस से उभरी हुई गांड बाहर आ रही थी और मेरी बाईक नयी पल्सर है तो इसलिए उन्हें बैठने में बहुत समस्या हो रही थी और फिर उनको मुझे पकड़कर बैठना पड़ा, जिसकी वजह से उनके बूब्स मेरी पीठ को छू रहे थे.

    दोस्तों उस दिन पहली बार कोई लड़की मेरी बाईक पर मुझसे बिल्कुल चिपककर बैठी हुई थी और इसलिए मुझे कुछ कुछ हो रहा था. फिर कुछ देर बाद मेरे मन की बात जानकर मेरी हालत देखकर उन्होंने मुझसे पूछा कि क्या हुआ क्या तुम्हारी गर्लफ्रेंड ऐसे नहीं बैठती? दोस्तों वैसे वो बहुत अच्छी तरह से जानती थी कि मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है, लेकिन फिर भी मैंने बहुत धीरे प्यार से कहा कि वो मुझसे ऐसे चिपककर नहीं बैठती.

    फिर वो मुझे अब कुछ ज़्यादा टाईट पकड़कर बोली कि क्या वो ऐसे बैठती है? फिर मैंने उनसे पूछा कि आप तो मेरी गर्लफ्रेंड नहीं हो ना? तभी उन्होंने कहा कि नहीं हूँ तो अब बन जाती हूँ और मुझे इसमें क्या आपत्ति है? तो मैंने कहा कि फिर तो में कुछ भी कर सकता हूँ ना? फिर उन्होंने मेरे सर पर धीरे से मारा और कहा कि तुम अब कुछ ज्यादा ही बहुत बड़े हो गये हो.

    फिर हम जब बाजार में पहुंचे तो वहां पर बहुत से कपल्स एक दूसरे के हाथ में हाथ डालकर चल रहे थे. फिर मैंने उन्हें देखकर भाभी से कहा कि क्यों आप मेरी गर्लफ्रेंड हो ना? तो अब आपको भी ऐसा सब कुछ करना पड़ेगा. दोस्तों वो दिखने में इतनी सेक्सी लगती थी कि जैसे कोई कॉलेज स्टूडेंट हो और वो मुझसे उम्र में सिर्फ चार साल बड़ी थी. अब उन्होंने मेरे मुहं से यह बात सुनते ही झट से मेरा हाथ पकड़ लिया और फिर गर्लफ्रेंड, बॉयफ्रेंड की तरह मुस्कुराते हुये बातें करते हुए मेरे साथ चलने लगी और कुछ देर बार उनकी कुछ ड्रेस लेने के बाद उन्होंने मुझसे कहा कि मुझे ब्रा, पेंटी लेने है. फिर मैंने मुस्कुराते हुए कहा कि में आपका बाहर खड़ा इंतजार करता हूँ आप ले आओ, लेकिन भाभी ने मेरा हाथ पकड़कर कहा कि तुम अब मेरे लवर हो तो तुम्हे मेरे साथ अंदर भी आना पड़ेगा.

    दोस्तों भाभी को में आज पहली बार इतना खुश देख रहा था और अब अंदर आने के बाद भाभी कुछ पसंद करके ट्रायल रूम में चली गई और फिर उन्होंने मुझे एक मैसेज किया कि यहाँ आकर देखो तो यह मुझ पर कैसी है? और जब में ट्रायल रूम के बाहर गया तो उन्होंने मुझे अंदर बुलाया और उन्होंने उस समय जींस के ऊपर सिर्फ़ काली कलर की ब्रा ही पहनी हुई थी. फिर मैंने कहा कि में आपका बॉयफ्रेंड हूँ तो में अब कुछ भी कर सकता हूँ ना? वो मेरी बात सुनकर थोड़ा मुस्कुराई तो मैंने उनकी कमर पर हाथ रखकर उन्हें मेरी तरफ खींच लिया, उनकी दोनों आखें बंद थी तो मैंने मौके का फायदा उठाते हुए उन्हें एक किस किया और उन्होंने भी मेरा पूरा पूरा साथ दिया.

    फिर में बाहर आ गया और कुछ देर के बाद में मैंने उनको अपने घर पर छोड़ दिया, लेकिन उन्होंने आते समय मुझसे कुछ नहीं बोला और बस चुपचाप मुझसे चिपककर बैठी रही और में उनके बड़े मुलायम बूब्स की गर्मी लेता रहा और मेरा भाई उस दिन आउट ऑफ टाउन था तो में जब अपने घर पर पहुंचा तो मेरी माँ ने कहा कि तुम्हारी भाभी का कॉल आया था, तुम्हारा भाई घर पर नहीं है और इसकी वजह से तुम्हारी भाभी को रात के समय घर पर अकेले बहुत डर लगता है तो उसने तुझे वहां पर बुलाया है और तू आज रात को वहीं पर सो जाना. मैंने तेरे पापा को यह बात बताकर उनसे पूछकर तुझसे यह बात कही है.

    दोस्तों में अपनी माँ के मुहं से यह बात सुनकर बहुत खुश हो गया और अब मन ही मन अपनी भाभी को चोदने के सपने देखने लगा और दिन भर जैसे तैसे बिताकर शाम को में भाभी के घर पर चला गया और मैंने देखा कि वो खाना खाने के बाद अपने बेडरूम में बैठी हुई थी और में वहां पर पहुंचकर बैठक रूम में सोफे पर बैठकर टी.वी. देख रहा था और अब तक हमने कुछ भी बात भी नहीं की थी. तभी थोड़ी देर बाद भाभी अपने बेडरूम से उठकर बाहर आई और उन्होंने मुझसे कहा कि क्यों गौतम अगर तुम्हे कोई दिक्कत ना हो तो तुम आज मेरे साथ मेरे बेड पर ही सो जाओ?

    फिर में मन ही मन बहुत खुश होकर उन्हे झट से हाँ कहकर चुपचाप टी.वी. देखने लगा और जब में कुछ देर के बाद उनके रूम में गया तो भाभी वही मेक्सी पहनकर सोई हुई थी जो हमने आज दिन में बाजार से ली थी और वो उस बिल्कुल टाईट मेक्सी में बहुत सेक्सी लग रही थी और में उनके पास में लेट गया. तभी थोड़ी देर बाद उनका एक हाथ मेरी छाती पर था, मुझे तब तक नींद नहीं आ रही थी और मुझे लगा कि वो शायद गहरी नींद में है, लेकिन वो अब मेरी तरफ देखकर मुस्कुराई और में चुप रहा.

    तभी उसने मुझसे कहा कि में तुमसे एक बात कहना चाहती हूँ. मैंने कहा कि हाँ कहो और फिर उसने मुझसे कहा कि मेरे पति तुम्हारे भैया ने आज तक मेरे साथ कभी भी सेक्स नहीं किया और यह बात बोलते बोलते वो रोने लगी. फिर में उनके मुहं से यह बात सुनकर बिल्कुल दंग रह गया, में भैया को पहले बहुत अच्छा मानता था, लेकिन मुझे यह बिल्कुल भी नहीं मालूम थी कि वो ऐसा भी होगा. फिर भाभी बोली कि उनके पति ने उनसे कहा है कि हम अभी पांच साल तक इंतज़ार करेंगे और अब उसे रोती हुई देख मैंने उन्हें गले लगा लिया, वो मेरे बालों में हाथ घुमा रही थी.

    फिर मैंने उसकी गर्दन पर किस किया, लेकिन वो मुझसे कुछ नहीं बोली और फिर मैंने उनके होंठ पर किस किया और उनकी आखों में देखा तो वो बहुत खुश थी, अब हमने 15 मिनट तक लगातार लिप किस किया और मैंने पास में पड़ी हुई बॉटल में से पानी पिया, तभी भाभी मुझसे बोली कि मुझे भी पानी पीना है. फिर मैंने उन्हे वो बॉटल दे दी, लेकिन वो बोली कि ऐसे नहीं तुम्हारे मुहं से. फिर मैंने थोड़ा पानी पीकर अपने मुहं से उनके मुहं में डाल दिया और यह सब करना मुझे बहुत अच्छा लगा. मैंने उनकी ब्रा को खोल दिया और उनके हल्के गुलाबी निप्पल को चूसने लगा. दोस्तों उनके बूब्स बहुत स्वादिष्ट, मुलायम, बड़े आकार के, एकदम गोल थे.

    फिर में अपने एक हाथ से बूब्स को दबा रहा था और दूसरे हाथ से उनकी पेंटी को उतार रहा था तो वो बहुत सेक्सी आवाज़ कर रही थी और वो मुझसे कह रही थी हाँ और ज़ोर से चूसो जान, गौतम में तुमसे बहुत प्यार करती हूँ, प्लीज ज़ोर से सक करो हाँ और ज़ोर से प्लीज. फिर मैंने उनकी चूत में अपनी एक उंगली को डाल दिया और उन्होंने मुझे कसकर पकड़ लिया. दोस्तों मैंने अपनी उंगली को आगे पीछे, अंदर बाहर डालकर महसूस किया कि उनकी चूत बहुत टाईट थी और सच में वो अब तक बिल्कुल वर्जिन थी और उनकी चूत पूरी तरह से गीली थी, लेकिन फिर भी मेरी दो उंगलियाँ आसानी से अंदर नहीं जा रही थी तो मुझे बहुत ज़ोर लगाना पड़ रहा था और उसको बहुत दर्द हो रहा था तो वो ज़ोर ज़ोर से सिसकियाँ ले रही थी और मचल रही थी और में उन्हे अपनी दो उँगलियों से चोद रहा था, अब उनकी सिसकियों की आवाज़ बहुत ज़ोर से आ रही थी और वो मुझसे चुदने की भीख माँग रही थी और वो मुझसे कह रही थी कि प्लीज अब मुझे और मत तड़पाओ, अह्ह्ह्हह्ह प्लीज मुझे अब चोद दो, आईईईईई प्लीज मुझे एक बार अपना वो दे दो. फिर मैंने उनकी यह बात सुनकर उन्हे खींचकर बेड के कॉर्नर पर ले लिया और अब उनकी प्यासी चूत चाटने, चूसने लगा और अपनी जीभ से चोदने लगा.

    फिर वो पूरे जोश में आकर मेरा सर उनकी चूत पर दबा रही थी और अब वो बहुत कामुक हो गई थी और मुझे बार बार चोदने को बोल रही थी, लेकिन में उसे तड़पा रहा था, क्योंकि हर काम को करने से पहले उसकी तड़प जितनी ज़्यादा होती है तो मज़ा उतना ही ज़्यादा आता है और फिर हम 69 की पोज़िशन में थे, लेकिन वो करीब दस मिनट में ही झड़ गई. उसकी सुगंध बिल्कुल अच्छी नहीं थी, लेकिन फिर में उसके चूत रस को पी गया और उन्होंने मेरा लंड चूस चूसकर लोहे जैसा बना दिया था और अब मैंने अपना 8 इंच का लंड उनकी चूत के पास रखा और उसकी चूत के मुहं पर धीरे से रगड़ने लगा और वो सिसकियों के साथ मुझसे बहुत भीख माँग रही थी, प्लीज गौतम अब मुझे और मत तड़पाओ, में मर जाउंगी, प्लीज़ मुझे एक बार चोदकर खुश कर दो. फिर मैंने लंड को चूत के अंदर डालने की बहुत कोशिश की, लेकिन लंड आसानी से अंदर नहीं गया और वो मेरे हर बार धक्के से चिकनी चूत के ऊपर से फिसलकर इधर उधर जा रहा था.

    तभी उन्होंने मेरा लंड एक हाथ से पकड़कर अपनी चूत के छेद पर पकड़कर रखा और मुझे धक्का देने का इशारा किया और मैंने जब एक और ज़ोर का झटका मारा तो मेरा आधा लंड अब अंदर जा चुका था और वो रो रही थी, आआहह आईईईईइ प्लीज गौतम मुझे बहुत दर्द हो रहा है ऊईईईईई माँ प्लीज अब बाहर निकालो इसे, लेकिन मैंने उनकी एक ना सुनी और एक झटका मारा और मेरा पूरा का पूरा लंड अंदर चला गया था और वो बैहोश हो गई थी.

    फिर मैंने उसे किस किया और वैसे ही पांच मिनट लेटा रहा. फिर में उनके बूब्स को सहलाने लगा और धीरे धीरे से दबाने लगा, लेकिन दोस्तों अब मेरे लंड में भी थोड़ा थोड़ा दर्द हो रहा था. फिर कुछ देर बाद जब उसे थोड़ा अच्छा लगने लगा तो मैंने अपनी चुदाई की स्पीड को बढ़ा दिया और वो मेरे साथ चुदाई के मज़े लेने लगी और सारे रूम में उनकी सिसकियों और पच पच की आवाज़ आ रही थी और बीस मिनट के बाद वो झड़ गई और झड़ने के वक्त उन्होंने मेरी पीठ पर इतने नाख़ून मारे कि मुझे बहुत दर्द हो रहा था और में भी तुरंत झड़ गया, वो मेरी इस चुदाई से बहुत खुश थी और उसने मुझे हग किया और कहा कि तुम बहुत अच्छे हो और में तुम्हे बहुत प्यार करती हूँ, तुमने मुझे चोदकर पूरा कर दिया है और तुम बहुत अच्छा चोदते हो, वाह मज़ा आ गया. अब हम इतने थक चुके थे कि कब सो गये और हमे पता ही नहीं maचला. सुबह 6 बजे वो उठी तो मैंने देखा कि उनसे अब ठीक तरह से चला भी नहीं जा रहा था और दिन में 12 बजे तक भैया आने वाले थे. फिर हम साथ में नहाए और एक बार फिर से सेक्स किया और तब से हम रोज़ फोन सेक्स करते है.

  • पति के सामने चुदाई का मजा

    हैल्लो फ्रेंड्स, में आपके लिए फिर से एक नई कहानी लेकर आया हूँ. दोस्तों मेरा नाम समीर है, हाईट 5 फुट 8 इंच और 7 इंच लम्बा लंड है. ये बात आज से 2 महीने पुरानी है. दोस्तों फेसबुक पर मेरी दोस्ती एक लड़की से हुई. उसने मेरा नाम और पता पूछा तो मैंने उसे अपना नाम और पता बता दिया. फिर वो बोली कि ये तो दिल्ली के पास ही है और अगर में आपसे मिलना चाहूँ तो मिल सकते हो. फिर मैंने कहा कि पहले एक दूसरे को थोड़ा जान पहचान लेते है और उसके बाद मिलेंगे तो उसने कहा कि ओके ऐसे ही 3-4 दिन उसकी और मेरी बात होती रही.

    फिर एक दिन मैंने उसका मोबाईल नम्बर मांगा और उसने नम्बर दे दिया, इस बातचीत के दौरान वो सिर्फ 9 से 5 बजे के बीच में ही बात कर सकती है. अब मेरे पास उसका नम्बर था तो मैंने अगले दिन उसको कॉल किया तो दूसरी साईड से एक सेक्सी सी आवाज मेरे कानों में पड़ी, यारो में तो अपने होश ही खो गया, वो उधर से हैलो हैलो बोलती रही और मैंने कॉल कट कर दिया. फिर उसका पलटकर कॉल आया और अब तक में नॉर्मल हो चुका था.

    मैंने उसका कॉल उठाया और बताया कि में कौन बोल रहा हूँ. फिर उसने कहा तो पहले क्यों नहीं बोले थे? फिर मैंने उसे बताया कि उसकी आवाज इतनी प्यारी है कि में अपने होश ही खो बैठा था तो उसने कहा कि मेरी आवाज इतनी भी प्यारी नहीं है. फिर मैंने कहा कि ये तो में डिसाईड करूँगा. फिर उसने हार मानते हुए कहा कि चलो जैसा तुम चाहो. फिर उसने कहा कि बाद में बात करते है और कॉल कट कर दिया, अब हम दोनों की रेगुलर फोन पर बात होने लगी थी. एक दिन उसने मुझसे बोला कि में तुमसे मिलना चाहती हूँ तो तुम दिल्ली आ जाओ. फिर मैंने कहा कि ओके में आ जाता हूँ और हमने दिन और जगह दोनों फिक्स कर लिए. फिर हमने एक रेस्टोरेंट पर मिलने का प्लान बनाया. फिर में वहाँ पर पहुँचा तो वो पहले से ही मेरा इंतज़ार कर रही थी, वो लड़की क्या कयामत लग रही थी? उसने एक काले कलर की शॉर्ट स्कर्ट और ग्रीन कलर का टॉप पहना हुआ था.

    फिर मैंने उससे पूछा कि क्या आप काजल हो? फिर उसने हाँ बोला. फिर में बोला कि में समीर हूँ. में उसे देखकर बहुत खुश हुआ और वो भी मुझे देखकर बहुत खुश हुई, वो दिखने में बहुत सुंदर थी और उसका फिगर साईज 36-26-34 होगा, मस्त मोटी गांड, गोल-गोल टाईट चूचे टॉप से बाहर आने को तैयार थे. हम लोग मिले और अपने लिए लंच ऑर्डर कर दिया और हम बातें करने लगे. फिर बातों-बातों में पता चला कि वो शादीशुदा है और अभी 3 महीने पहले ही उसकी शादी हुई है और उसकी उम्र 26 साल है और वो अपने पति की बिज़नेस में हेल्प करती है. फिर मैंने उससे कहा कि यार तुम लगती नहीं कि 26 साल की हो, लेकिन तुम बस 20 साल की लगती हो और ऐसे कपड़े पहनती हो जैसे कि कोई कुंवारी लड़की पहनती है तो उसने कहा कि उसे ऐसे ही कपड़े पसंद है.

    फिर कुछ और देर बातों के बाद हमने एक दूसरे को फिर मिलने के लिए कहा और बाय बोला. फिर उसने आगे बढ़कर मुझे हग किया और बोला कि वो मुझसे जल्दी ही मिलना चाहती है और अब में दिल्ली से वापस आ चुका था और 2 दिन हो चुके थे, उसका कोई कॉल नहीं आया था. फिर मैंने सोचा कि क्यों ना में ही उसे कॉल कर लूँ?

    फिर मैंने कॉल किया तो उसने कॉल उठाया और बोला कि वो थोड़ी देर में मुझसे बात करेगी. फिर कोई 2 घंटे के बाद उसकी कॉल आई तो वो थोड़ी दुखी थी. फिर मैंने उससे कहा कि क्या हुआ कोई परेशानी है? तो उसने पहले तो मना किया, लेकिन मेरे बहुत बार पूछने पर वो बोली कि आज उसका सेक्स करने का मन था तो उसने अपने पति का पूरा साथ दिया, लेकिन उसका पति उसका साथ नहीं दे पाया और 3-4 धक्के मारकर ही झड़ गया और साईड में लेट गया. फिर मैंने कहा कि कोई बात नहीं कभी-कभी मर्द के साथ ऐसा हो जाता है. फिर उसने कहा कि उसके साथ ऐसा हमेशा ही होता है, वो उसके अंदर आग लगाकर छोड़ देता है और खुद ठंडा पड़ जाता है.

    फिर मैंने कहा कि तुम किसी यौन रोग के डॉक्टर से मिल लो तो उसने कहा कि ओके तुम ही कोई तरीका बता दो कि वो मेरी प्यास बुझा सके. फिर मैंने कहा कि अगर तुम चाहों तो मेरी बात अपने पति से करवा दो, जिसस में उसे समझा सकूँ कि एक हॉट लेडी को कैसे ठंडा किया जाए. फिर उसने कहा कि ओके में देखती हूँ. फिर 2-3 दिन तक उसका कॉल नहीं आया तो में इन बातों को भूल चुका था, लगभग 1 हफ्ते के बाद उसका कॉल आया. मैंने फोन उठाया तो वो बोली कि उसने अपने पति से बात कर ली है और वो मुझसे बात करना चाहता है. फिर मैंने कहा कि ओके अब उसका पति मुझसे बात कर रहा था, उसने पूछा कि यार मुझे एकदम से इतना जोश चढ़ जाता है कि में कंट्रोल नहीं कर पाता और चूत में लंड डालकर तेज-तेज धक्के मारकर में झड़ जाता हूँ.

    फिर मैंने कहा कि तुम्हारे साथ ये परेशानी है कि तुम रोमांस पर ध्यान नहीं देते हो, बस अपनी बीवी की हॉट चूत देखते हो और लंड खड़ा करके उसकी चूत में लंड डाल देते हो और जल्दी ही ठंडे पड़ जाते हो, लेकिन लड़की को तब तक मज़ा नहीं आता जब तक कि उसको चूमा चाटा ना जाए और उसकी गर्दन, बैक साईड, होठों, पेट को किस किया जाए, चूचियों को चूसा जाए और दबाया जाए, नाभि की गहराई को अपनी जीभ से नापा जाए और सबसे जरुरी बात चूत को चूसा जाए. फिर तुम उसका पूरा साथ दे पाओगे. फिर उसने कहा कि यार मुझे ये सब नहीं आता, बस लंड खड़ा करके चूत में डालना आता है. फिर मैंने कहा तो सीखो यार वरना बीवी को किसी और का लंड पसंद आ जायेगा. फिर उसने मुझसे पूछा कि क्या तुम मुझे सिखा सकते हो? काजल ने मुझे बताया है कि तुम काफ़ी अनुभवी हो. फिर मैंने कहा कि ठीक है, लेकिन उसके लिए मुझे दिल्ली आना होगा तो उसने बोला प्रोग्राम तय करो और मुझे बता दो तो में उस दिन फ्री रहूँगा और एक लड़की का जुगाड़ करके रखूँगा.

    फिर मैंने मंगलवार का प्रोग्राम फिक्स कर दिया और डिसाईड किया कि वो लड़की तैयार रखेगा और मेरे सामने उसके साथ सेक्स करेगा और में उसे बताऊंगा कि कैसे सेक्स करना है? तो दोस्तों मंगलवार आ गया और मैंने दिल्ली पहुँचकर उसे कॉल किया तो उसने मुझे अपना पता दिया, लेकिन वो वहाँ से बहुत दूर था तो उसने अपनी गाड़ी भेज दी और मुझे वहाँ पर पहुंचा दिया. फिर में वहाँ पहुंचा तो वो पॉश कॉलोनी में एक हसीन 4 BHK का फ्लेट था और बहुत सुंदर तरीके से सजाया हुआ था, वो काफ़ी अमीर फेमिली थी. फिर काजल के पति ने मेरा वेलकम किया और बोला कि वो मेरा ही इंतज़ार कर रहा था और लड़की का उसने इंतजाम कर लिया है. फिर मैंने कहा कि ठीक है और अब जल्दी करो मेरे पास टाईम थोड़ा कम है तो जल्दी से तुम्हें बताकर में वापस अपने शहर चला जाता हूँ. फिर वो बोला कि इतनी जल्दी मत करो और तुमने ही बोला था कि सेक्स प्यार से किया जाता है ना कि जल्दबाज़ी में. फिर में अपनी ही बात पर हार चुका था तो मैंने कहा कि ठीक है और में अब जल्दी नहीं करूँगा.

    फिर उसने मुझसे नाश्ते के लिये कहा और नाश्ता करने के बाद वो बोला कि चलो अब मेरे बेडरूम में चलते है, वो हमारा इंतज़ार कर रही होगी और हम उसके बेडरूम में चले गये. फिर मैंने वहाँ क्या देखा? कि एक लड़की मेरी तरफ कमर करके खड़ी थी, लेकिन उसका एकदम मस्त फिगर था, बहुत छोटे कपड़ो में और पूरी बॉडी वेक्स की हुई थी. फिर काजल के पति ने कहा कि तुम ज़रा समीर को अपना चेहरा तो दिखाओ तो उसने अपना चेहरा मेरी तरफ किया तो मेरी आँखे खुली की खुली रह गयी, वो और कोई नहीं काजल ही थी. वो अपनी बीवी को ही मेरे सामने चोदना चाहता था और में उसे देखता ही रह गया. फिर काजल बोली कि क्या देख रहे हो? में ही हूँ जो तुम्हारे सामने अपने पति से चुदवाऊंगी.

    फिर उसके पति ने भी कहा कि में काजल के अलावा किसी और को चोदना नहीं चाहता हूँ तो काजल ही इस काम के लिए सही थी, वो मेरी पत्नी है तो कोई परेशानी ही नहीं है. फिर मैंने कहा कि यार पर तुम मेरे सामने ही अपनी बीवी को चोदोगे. फिर उसने कहा तो क्या हुआ? तुम भी इसका मस्त बदन और फिगर देख लेना. फिर मैंने कहा कि ओके तो शुरू करो. फिर काजल ने कहा कि तुम बताओ कैसे करना है? फिर मैंने कहा कि वैसे ही करो जैसे तुम करते हो, उसके बाद में तुम्हारी गलतियां देखूंगा और फिर बताऊंगा कि कैसे करना है? फिर वो दोनों शुरू हो गये और वो पहले किस कर रहे थे, लेकिन में कुछ और ही सोच रहा था कि काजल को अपने लंड से चोदना है और इसे सुख देना है और वो ही प्लान बना रहा था और प्लान बन भी चुका था. फिर किस करते-करते ही उसके पति ने उसके कपड़े उतार दिए और काजल ने भी अपने पति के कपड़े उतार दिए, उसके पति का लंड छोटा था, 5 इंच का होगा और खड़ा हुआ था तो उसने काजल को पूरा नंगा करके सीधे उसकी चूत में ही लंड डाल दिया और धक्के मारने लगा.

    फिर 20-25 धक्के मारने के बाद वो उसकी चूत में ही झड़ गया और साईड में लेट गया, उनका पूरा सेक्स मुश्किल से 10 मिनट में पूरा हो गया होगा. फिर मैंने कहा कि यार ऐसे थोड़ी ना सेक्स होता है, तुम तो एक समझोते की तरह सेक्स को करते हो कि साईन किया और ख़त्म, वैसे ही लंड झड़ा और सब ख़त्म. फिर काजल और उसके पति ने एक साथ कहा कि इसलिए तो तुम्हें बुलाया है कि बताओं में काजल को कैसे संतुष्ट करूँ? इसकी सेक्स की भूख कुछ ज़्यादा ही है.

    मैंने कहा कि ऐसे तुम करोगें तो में बता नहीं पाऊँगा, इसका तो एक ही तरीका है कि में तुम्हें सेक्स करके दिखाऊंगा कि किस तरह से सेक्स के मज़े लिए जाते है. ये सुनकर काजल की आँखो में चमक आ गयी, लेकिन उसके पति का मन थोड़ा सा उदास हो गया. फिर वो बोला कि यार ये मेरी पत्नी है और में ऐसे कैसे किसी के भी साथ सेक्स करने के लिए उसको हाँ बोल दूँ. फिर मैंने कहा कि इसलिए तो मैंने तुम्हें लड़की का इंतजाम करने के लिए बोला था, लेकिन तुम तो अपनी ही पत्नी को मेरे सामने चोदने लगे, अब तुम बोलो कि क्या करना है? तुम्हें सीखना है या नहीं.

    फिर काजल बोली कि एक बार में कोई फ़र्क नहीं पड़ता है, अगर आप कहो तो आपको और मुझे पता चल जायेगा कि संतुष्टी कैसे होती है? फिर काजल के समझाने पर उसके पति ने हाँ बोल दी, अब काजल को चोदने की बारी मेरी थी और में उसके मस्त फिगर का तो दीवाना हो चुका था. फिर मैंने काजल से कहा कि अपने सारे कपड़े वापस पहन लो तो वो बोली क्यों?

    फिर मैंने कहा कि अब जैसे में बोलूं वैसे ही करो. फिर वो अपने कपड़े फिर से पहनने लगी और जब उसने अपने पूरे कपड़े पहन लिए तो मैंने उसके पति से बोला कि अब वो जाकर सोफे पर बैठ जाए और देखे कि कैसे सेक्स किया जाता है? फिर वो जाकर सोफे पर बैठ गया और हमें देखने लगा.

    फिर मैंने काजल से कहा कि बाथरूम में जाकर अपनी चूत को अंदर तक साफ करे, जिससे उसका झड़ा हुआ सारा वीर्य साफ हो जाए. फिर उसने ऐसा ही किया और साफ करके वापस आ गयी. अब वो बेड पर बैठी थी और में उसके साथ पास में बैठा था और उसका पति सोफे पर बैठा हमें देख रहा था. फिर सबसे पहले में उसे किस करने लगा, उसके होंठ बहुत ही स्वीट थे और में उसकी जीभ को चूस रहा था और वो मेरी जीभ को चूस रही थी. अब में हल्के हाथ से धीरे-धीरे उसके बूब्स को दबाने लगा और उसका पति मुझे देख रहा था, बल्कि बहुत गौर से देख रहा था और काजल मेरा पूरा साथ दे रही थी. फिर मैंने उसका टॉप उतार दिया और उसके बूब्स को ब्रा के ऊपर से ही चूसने लगा. वो मज़ा ले रही थी और उसका पति उससे भी ज़्यादा मज़ा ले रहा था. फिर मैंने उसकी ब्रा भी उतार दी और अब उसके बूब्स मेरे सामने थे.

    में उसके निप्पल को ज़ोर-ज़ोर से अपनी उंगलियों के बीच में दबाने लगा तो वो सिसकारियां लेने लगी और मेरी छाती पर शर्ट के ऊपर से ही हाथ फेरने लगी.

    फिर वो बोली कि मैंने तो अपनी ब्रा तुम्हें दिखा भी दी और टेस्ट भी करवा दी, अब तुम भी तो कुछ दिखाओ. फिर मैंने कहा कि में तो तुम्हारा ही हूँ जैसे चाहो टेस्ट करो या देखो. फिर इतना सुनकर उसने जल्दी से मेरी शर्ट उतार दी, जैसे कि फाड़ ही देगी. में नीचे बनियान कम पहनता हूँ तो मेरी छाती सीधे उसके सामने थी. फिर वो भूखी शेरनी की तरह उस पर टूट पड़ी और मेरे निप्पल को चूसने लगी. मुझे बहुत ही मस्त महसूस हो रहा था और वो 10 मिनट तक मेरे निप्पल सक करती रही और में मज़े लेता रहा.

    फिर उसका पति बोला कि यार जल्दी करना मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा है. फिर मैंने कहा कि इसलिए तुम्हारी पत्नी पूरा मजा नहीं कर पाती है तो तुम बस बैठे रहो और देखते रहो. अब में काजल के कंधो पर आ गया था तो उसने ही मेरी जीन्स निकाल दी और अंडरवियर भी निकाल दिया और मेरा मोटा लंड फनफनाता हुआ एकदम से बाहर आ गया और काजल के मुँह से टकराया तो वो बोली नॉटी बहुत शरारती हो बस सीधे मुँह पर टक्कर मारते हो.

    फिर मैंने कहा कि ये पहले तुम्हारे मुँह में जाना चाहता है ना कि चूत में. फिर वो बोली अब में तुम्हारे प्यारे लंड को निराश नहीं करूँगी और कहकर लंड मुँह में भर लिया. में तो अब सातवें आसमान पर था और वो मज़े से मेरे लंड को चूस रही थी और मेरी गोलियां दबा रही थी और में भी पूरा मज़ा ले रहा था.

    लगभग 15 मिनट तक लंड चूसने के बाद मैंने उससे कहा कि मेरा वीर्य छूटने वाला है तो वो और ज़ोर-ज़ोर से मेरे लंड को चूसने लगी और गले तक मेरा लंड जाने लगा, इतने में ही में झड़ गया और वो मेरा सारा का सारा पानी पी गयी. अब उसके मुँह पर ऐसी चमक थी जैसे सारा दूध पीने के बाद बिल्ली के मुँह पर होती है. अब उसकी चूत लेने की बारी मेरी थी तो मैंने उसे लेटा दिया और फिर से उसे किस करने लगा और साथ ही साथ उसकी चूची को भी दबाने लगा.

    अब में उसकी आँखो पर किस करने लगा, वो सिसकारियां ले रही थी तो में उसके होठों को चूसने लगा, वो भी पूरा मज़ा ले रही थी. अब में उसके गले पर आ गया और अपने थूक से उसके गले को थोड़ा गीला कर दिया और उस पर मुँह से हल्की-हल्की फूंक मारने लगा, वो तो एकदम पागल जैसी हो गयी. अब में उसके बूब्स को सक करने लगा और दूसरे को कस-कसकर दबाने लगा और उसने मुझे अपनी चूची से ऐसे चिपका लिया, जैसे कि में कोई छोटा बच्चा हूँ और वो मुझे दूध पिला रही हो और में मज़े से उसकी चूचियाँ चूस रहा था, वो एक हाथ से मेरा लंड सहला रही थी.

    अब में उसकी नाभि पर आ गया और नाभि के होल में जीभ डालकर उसकी गहराई नापने लगा तो उसने मेरे चेहरे को अपनी नाभि के ऊपर एकदम से दबा लिया. फिर थोड़ी देर तक नाभि को चूसने के बाद फिर मैंने उसकी चूत के ऊपर ढके हुए कपड़े यानी कि स्कर्ट भी उतार दी, अब उसके बदन पर बस एक पेंटी थी और जिसने जन्नत को छुपाकर रखा हुआ था.

    फिर मैंने हल्के से पेंटी के ऊपर ही उसकी चूत के दाने पर किस किया तो वो पागल सी हो गयी, लेकिन फिर में हट गया और उसकी जांघो पर किस करने लगा और उसकी जांघो पर किस करते-करते नीचे पैरों की उँगलियों तक आ गया और उनको मुँह में लेकर चूसने लगा, वो तो सेक्स से भरी हुई थी और मस्त हो गयी थी. फिर में वापस से ऊपर आने लगा और फिर से उसकी चूत के पास एक किस की और धीरे धीरे उसकी पेंटी उतार दी. अब उसकी क्लीन शेव चूत मेरे सामने थी और बहुत ही प्यारी लग रही थी. वो ऊपर से एकदम गोरी और अंदर से लाल थी, जैसे कि वनीला आइसक्रीम पर एक लाल चिल्ली रख दी हो, में इस आइसक्रीम को टेस्ट करने से खुद को रोक नहीं पाया और उसकी चूत पर एक किस कर दी और उसके बाद दूसरी किस की और उसके बाद तो किस की झड़ी लगा दी. वो पागल हो चुकी थी. फिर मैंने उसकी चूत के दाने को अपने मुँह में भरकर चूसने लगा और साथ ही साथ उसकी चूत में एक उंगली डालकर अंदर बाहर करने लगा.

    फिर उसने एक हाथ से मेरा हाथ पकड़ लिया, उसमें इतना सेक्स चढ़ चुका था कि वो ठीक से बोल भी नहीं पा रही थी. फिर मैंने उसकी चूत को चाटना और फिंगरिंग करना चालू रखा, उसकी आँखे बंद थी और उसने अपने सर को पीछे की तरफ करके बेड में दबाया हुआ था और एक हाथ से मेरा हाथ पकड़ा हुआ था और दूसरे से मेरे मुँह को अपनी चूत पर दबा रही थी. में उसे चाट रहा था तो मुझे भी पूरा मज़ा आ रहा था, इतने में ही वो झड़ने लगी और झड़ते हुए उसने बुरी तरह से मेरे मुँह को अपनी चूत पर दबा दिया था.

    फिर उसका झड़ना शुरू होते ही में हट गया, क्योंकि में देखना चाहता था कि वो झड़ते हुए कैसी लग रही है? वो बड़ी प्यारी लग रही थी. फिर जब वो झड़ चुकी थी तो वो एकदम से हल्की पड़ गयी और उसके हल्की पड़ते ही मैंने फिर से उसकी चूत पर अपना मुँह लगा दिया और उसके अमृत के समान पानी को चाटने लगा और फिर से फिंगरिंग करने लगा.

    मेरा ये पूरा काम उसके पति ने बड़े गौर से देखा था. फिर से में कस-कसकर उसकी चूत को चाटने लगा और 5 मिनट के बाद ही वो कहने लगी कि समीर और मत तड़पाओ, प्लीज अब अपना लंड अंदर डाल दो. फिर मैंने उससे कहा कि जैसा तुम कहो जान. फिर में उसे पकड़कर बेड के कोने तक ले गया, अब उसकी कमर से ऊपर का हिस्सा बेड पर टीका हुआ था और बाकी का मेरे हाथों पर था. फिर मैंने उसकी टांगो को अपने कंधो पर रखा और खड़े हुए 7 इंच के लंड को उसकी चूत पर सेट करके एक ही धक्के में पूरा डाल दिया. वो तो एकदम से चीख ही पड़ी और बोली कि समीर प्लीज धीरे-धीरे, लेकिन अब में कहाँ मानने वाला था. फिर मैंने पूरा लंड बाहर निकाला और फिर से एक ही धक्के में पूरा का पूरा लंड चूत में डाल दिया और वो फिर से चिल्ला पड़ी.

    फिर मैंने 4-5 बार ऐसे ही किया और एक बार लंड अंदर डालकर तेज-तेज उसे चोदने लगा, अब उसके मुँह से कामुक आवाजे आ रही थी और वो बोल रही थी समीर आई लव यू प्लीज मुझे चोदो और कस कसकर चोदो, तुम्हारा लंड बहुत अच्छा है. अब में इस पोज़िशन में धक्के मार-मारकर थक चुका था तो मैंने पोज़िशन बदल दी और अब वो मेरे ऊपर थी और हम पूरे बेड पर आ चुके थे. अब वो मेरे लंड पर अपनी चूत को उछाल रही थी और उसका पति सब देख रहा था, हमें ऐसे चोदते-चोदते लगभग 15 मिनट हो चुके थे तो उसका बदन अकड़ने लगा और उसने अपनी चूत से मेरे लंड को कसकर पकड़ लिया.

    फिर मैंने एकदम से पोज़िशन चेंज की और उसके ऊपर आ गया और पूरी जान से उसकी चूत में लंड को पेलने लगा. फिर लगभग 10-12 धक्को के बाद वो और में एक साथ झड़ गये और में उसके ऊपर ही पड़ गया और उसकी चूचियों को चूसने लगा, वो पूरी तरह से संतुष्ट दिख रही थी और मेरे लंड ने उसे पूरा मज़ा दिया था.

    अब उसका पति मेरे पास आया और बोला यार थैंक यू तुमने मुझे बताया कि सेक्स का मज़ा कैसे लिया जाता है? और में इससे पूरा संतुष्ट हूँ और आगे से में ऐसे ही काजल के साथ सेक्स किया करूँगा. फिर मैंने कहा कि ठीक है यार, लेकिन अलग अलग पोज़िशन में करना तभी तुमको मज़ा आयेगा. अब मैंने खड़े होकर अपने कपड़े पहन लिए और काजल ने भी अपने कपड़े पहन लिए. फिर काजल बोली कि समीर प्लीज आज रात यहीं रुक जाओ ना, में एक बार और तुम्हारे साथ मजा करना चाहती हूँ.

    फिर मैंने उसके पति की तरफ देखा तो उसने भी कहा कि हाँ यार आज रात को यहीं रुक जाओ. फिर से पूरा मज़ा करेंगे. फिर मैंने कहा कि ठीक है जब तुम कह रहे हो तो में आज रात यहीं रुक जाता हूँ और में रुक गया, उस रात हमने बहुत सेक्स किया और थ्री-सम भी किया. फिर जब सुबह में जाने लगा तो काजल ने मुझे बताया कि ये सारी प्लानिंग उसकी थी, असल में वो मेरे लंड से चुदना चाहती थी, लेकिन अपने पति से धोखा भी नहीं करना चाहती थी. फिर उसने प्लान बनाया और अपने पति को ये आइडिया दिया और अपने पति के सामने ही मेरे लंड का मज़ा लिया. फिर में हंसने लगा और उसे एक किस करके वापस अपने शहर आ गया.

  • भाभी ने खाना बनाना सिखाया

    हैल्लो फ्रेंड्स, मेरा नाम हर्ष है और मेरी उम्र 24 साल है और में दिल्ली में रहता हूँ. में इस साईड की कहानियाँ रोजाना पड़ता रहता हूँ और मुझे इसकी सारी कहानियाँ पसंद है. ये कहानी मेरी और मेरे पड़ोस में रहने वाली भाभी की है, जो कि बहुत ही हॉट है. में दिल्ली में किराये के रूम पर रहता हूँ, मेरे पड़ोस में एक बहुत ही हॉट भाभी रहती है और जिनका नाम शबाना है. अब में आपको शबाना के बारे में बता दूँ कि शबाना एक हाऊसवाईफ है और उसके दो बच्चे है, उनके पति के बिज़नेस था जिसकी वजह से वो ज्यादातर बाहर ही रहते थे.

    शबाना भाभी दिखने में तो सावंली थी, लेकिन उनका फिगर बहुत ही मस्त था. में उन्हें जब भी देखता तो मेरा लंड खड़ा हो जाता और उसे चोदने का दिल करता था. वो मेरे बिल्कुल पड़ोस के फ्लेट में रहती थी, जब में नया-नया उस रूम में शिफ्ट हुआ था तो उन्होंने मेरे बारे में पूछा था. फिर मैंने उन्हें अपने बारे में बता दिया था, लेकिन मैंने उनके बारे में उस टाईम नहीं पूछा था. मुझे उनके बारे में बाद में पता चला कि उनके पति बाहर रहते है. फिर धीरे-धीरे मैंने उनसे बात करना शुरू किया और ऐसे हमारी अच्छी फ्रेंडशिप हो गई, वो कभी-कभी मेरे रूम पर आ जाती थी और हम काफ़ी देर तक बातें करते रहते थे.

    फिर एक दिन मैंने देखा कि शबाना भाभी अपने पति से फोन पर बात कर रही थी और कह रही थी कि तुम्हें गये हुए कितने दिन हो गये है और अब तुम्हें आना ही होगा, मुझे तुम्हारी बहुत याद आती है. ये सुनते ही मुझे पता लग गया कि शबाना भाभी लंड की प्यासी है तो में शबाना भाभी को चोदने की प्लानिंग करने लगा. फिर मैंने सोचते-सोचते एक प्लान बनाया और अगले दिन जब शबाना भाभी मेरे रूम पर आई तो मैंने उनसे कहा कि शबाना भाभी में होटल का खाना खाकर परेशान हो गया हूँ और आप प्लीज मुझे खाना बनाना सिखा दीजिए तो उन्होंने कहा कि ज़रूर में तुम्हें खाना बनाना सिखा दूंगी. फिर अगले दिन में खाना बनाने का सामान ले आया और भाभी से कहा कि मुझे खाना बनाना सिखा दीजिए. मेरे फ्लेट में एक छोटा सा किचन था तो उसमें एक ही आदमी खाना बना सकता था और उस टाईम उस किचन में हम दो लोग थे. अब आप समझ ही गये होंगे कि हम कितने करीब करीब होंगे. फिर खाना बनाते टाईम मेरा हाथ कभी-कभी शबाना भाभी की गांड से टच हो जाता था तो मैंने उन्हें सॉरी बोल दिया करता था और वो मुझे एक स्वीट सी स्माईल दे दिया करती थी.

    फिर में अपने आपको शबाना भाभी के इतने करीब पाकर काफ़ी गर्म हो रहा था और इसी बीच शबाना भाभी का हाथ मेरे लंड से लग गया जो कि उनको अपने इतने पास सोचकर पहले से ही खड़ा था और उन्होंने मेरी तरफ देखा और एक सेक्सी स्माईल दी और कहा कि तू तो काफ़ी बड़ा हो गया है. ये सुनकर मैंने भी शबाना भाभी को स्माईल पास कर दी. फिर मैंने महसूस किया कि शबाना भाभी के हाथ मेरे लंड पर लगने से शबाना भाभी भी उत्तेजित हो गई है और फिर मैंने सोचा कि शबाना भाभी को फंसाने का ये ही सही मौका है.

    शबाना भाभी खाना बना रही थी और मुझे बताती जा रही थी कि खाना ऐसे बनता है, वो मुझे खाना बनाते टाईम कूकर में कुछ दिखाने लगी तो में उनके पीछे से जाकर चिपक कर खड़ा हो गया, जिससे मेरा लंड उनकी गांड से महसूस होने लगा और में उनकी गांड पर अपना लंड का दबाव डालते हुए कुकर में देखने लगा, जिससे शबाना भाभी के मुँह से सिसकारी निकल गई ईईइसस्स. फिर मैंने सिसकारी सुनकर शबाना भाभी से पूछा कि भाभी क्या हुआ? फिर वो बोली कि कुछ नहीं. फिर ऐसे ही कुछ देर खड़ा रहने के बाद में हट गया.

    फिर मैंने देखा कि मेरे हटने से शबाना भाभी थोड़ी दुखी हो गई. मेरा लंड मेरा पजामा फाड़कर बाहर आने को बेताब था, लेकिन अभी टाईम सही नहीं था तो इसलिए मैंने थोड़ा कंट्रोल किया और अपने हाथ से लंड को ठीक करने लगा तो ठीक करते हुए भाभी ने भी देखा और पूछा कि क्या हुआ? फिर मैंने कहा कि कुछ नहीं भाभी.

    भाभी समझ गई कि में भी गर्म हो गया हूँ और में भी समझ गया था कि भाभी भी गर्म हो गई है. फिर थोड़े टाईम के बाद भाभी ने मुझे फिर से कूकर में कुछ दिखाया तो में भाभी से पहले से भी ज्यादा चिपक कर खड़ा हो गया तो भाभी के मुँह से फिर से सिसकारी निकली ईईइसस्स्सस्स और उन्होंने अपनी आँखे बंद कर ली और मज़े लेने लगी. फिर मैंने भी अपने लंड का सारा दबाव उनकी गांड पर डाल दिया और अब भाभी से कंट्रोल नहीं हुआ तो भाभी अपना एक हाथ पीछे ले गई और मेरे लंड को हाथ से पकड़कर दबाने लगी और इस बार मेरे मुँह से आआहह की सिसकारी निकली.

    फिर मैंने अपने दोनों हाथ शबाना भाभी के बूब्स पर रख दिए और धीरे-धीरे दबाने लगा. ऐसे ही कुछ देर रहने के बाद में शबाना भाभी के लिप पर किस करने लगा और शबाना भाभी भी मेरा साथ देने लगी. फिर हम ऐसे ही एक दूसरे को किस करते रहे और में उनके बूब्स दबाता रहा और वो मेरा लंड सहलाती रही और फिर 10 मिनट के बाद में उनसे अलग हुआ और उन्हें गोद में उठाकर बेड पर ले गया और रूम का दरवाजा अन्दर से लॉक कर दिया.

    फिर में शबाना भाभी के पास आया और उन्हें किस करने लगा और उनसे कहा कि आई लव यू शबाना भाभी तो उन्होंने भी आई लव यू टू कहा. फिर मैंने भाभी से कहा कि भाभी में तो जिस दिन से यहाँ पर आया था तो बस आपको चोदने के बारे में ही सोचता रहता था. फिर भाभी बोली कि में भी तुझसे कब से चुदवाना चाहती थी, लेकिन में कह नहीं पाई.

    फिर मैंने कहा कि भाभी आप फ्रिक ना करो और आज में आपको चोदकर खुश कर दूँगा. फिर भाभी ने कहा कि हाँ हर्ष आज मुझे दिल खोलकर चोदना, आज मेरी सारी प्यास बुझा दो हर्ष, में बहुत दिन से प्यासी हूँ हर्ष. फिर मैंने भाभी के कपड़े उतार कर उन्हें पूरा नंगा कर दिया. फिर मैंने भाभी से कहा कि भाभी अब आप मुझे नंगा करो. फिर भाभी ने मुझे पूरा नंगा कर दिया और मेरे लंड को हाथ में लेकर सहलाने लगी और कहा कि आज तो बहुत ही मज़ा आने वाला है हर्ष.

    फिर मैंने कहा कि क्यों नहीं भाभी. फिर भाभी मेरे लंड को मुँह में लेकर चूसने लगी तो मुझे ऐसा लग रहा था कि जैसे में सातवें आसमान पर हूँ, वो मेरा लंड लॉलीपोप की तरह चूस रही थी और में उनके दोनों बूब्स दबा रहा था और मेरे मुँह से सिसकारियाँ निकल रही थी, आआअहह आआहह उउउह्ह्ह्हह्हह्ह्ह और ज़ोर से भाभी आअहह आआअहह. फिर मैंने भाभी को घोड़ी बनाया और उनके बालों को पीछे से पकड़ा और लंड को चूत पर रखकर एक ज़ोरदार धक्का मारा और मेरा पूरा लंड फच की आवाज़ करके एक ही बार में भाभी की चूत में चला गया तो भाभी के मुँह से उउउइईई की आवाज निकली और जिसे सुनकर मुझे बहुत मज़ा आया.

    फिर मैंने अपना लंड भाभी की चूत से निकाला और फिर से उनकी चूत पर रखकर एक ज़ोरदार धक्का दिया, इस बार भाभी को भी मज़ा आया और उनके मुँह से आआहह की आवाज़ निकली. फिर में ऐसे ही ज़ोरदार धक्के लगाता रहा और पूरे रूम में आअहह आआहह आआहह और पुउऊउचुकक पुउऊउचुकक की आवाज गूंजने लगी. फिर 15-20 ऐसे ही ज़ोरदार धक्के लगाने के बाद मैंने भाभी से कहा कि मेरा माल निकलने वाला है तो भाभी ने कहा कि माल मेरे मुँह में ही निकालना. फिर मैंने अपना लंड भाभी की चूत से निकाल कर भाभी के मुँह में दे दिया और अपना सारा माल उनके मुँह में निकाल दिया. फिर भाभी मेरा सारा माल पी गई. फिर मैंने ऐसे ही भाभी को 1 महीने तक चोदा और फिर मैंने अपना फ्लेट चेंज कर दिया.

  • गर्म भाभी की ब्रा और पेंटी का कमाल

    हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम शाहिद है और मेरी लम्बाई 5.10 फिट और मेरे लंड की लम्बाई 7 इंच है. दोस्तों में आज आप सभी को अपनी भाभी की चुदाई की कहानी सुनाने जा रहा हूँ, वैसे में उन्हें चोदने के सपने बहुत देखा करता था और फिर एक दिन मेरा वो सपना सच हुआ और मुझे उनकी चुदाई करने का मौका मिला और आज में उसकी चुदाई की घटना को आप सभी को पूरा विस्तार से सुनाने जा रहा हूँ. यह मेरी पहली कहानी है और अब में अपनी भाभी के बारे में भी थोड़ा बहुत बता देता हूँ.

    दोस्तों मेरी भाभी बहुत सेक्सी है, उनका नाम ऋतु है वो बहुत फिट है और उनकी गांड का साईज 34 और बूब्स और कमर बहुत हॉट, सेक्सी 24 है जिनको देखकर मेरा लंड अपना आकार बदलकर पेंट से बाहर आने लगता था. दोस्तों वैसे में शुरू से ही चूत का बहुत दीवाना लड़का हूँ और मैंने अब तक बहुत सी लड़कियों को चोदा है, लेकिन वो सब की सब मेरी ही उम्र की थी उनमे से बहुत लड़कियों की चूत की सील मैंने तोड़ी थी.

    दोस्तों में हमेशा से ही अपनी पड़ोस में रहने वाली सेक्सी भाभी को हवस की नज़रों से देखता था और उनको चोदने के ख्यालों को सोचकर मुठ मारा करता था. में हमेशा सोचता था कि जब में अपनी भाभी को चोदूंगा तो मुझे कितना मज़ा मिलेगा? में सबसे पहले उनकी चूत को चूसूंगा और उनकी गीली चूत का पानी पी जाऊंगा और जब यह सब करने का मुझे मौका मिला तो मैंने उसका पूरा पूरा फायदा उठाया और आज तक भी उठता आ रहा हूँ. दोस्तों यह बात इसी साल की है और उस समय मेरी भाभी के घर पर हम सब रिश्तेदार गए हुए थे और में उनके घर पर ऐसे ही घूम रहा था और जब मैंने देखा कि भाभी ने अपने कुछ कपड़े धोकर सुखा रखे है तभी मैंने देखा कि उन कपड़ो में भाभी की ब्रा और पेंटी भी थी. तो में वहाँ गया और फिर इधर उधर देखकर चुपके से उनकी पेंटी को उठाकर चाटने लगा.

    मैंने देखा कि उनके पास बिस्तर गरम करने वाली बहुत सी जालीदार ब्रा और पेंटी थी क्योंकि मैंने उनके बाथरूम में भी ऐसी ही चुदम चुदाई वाली ब्रा देखी थी जिसको देखकर मेरा लंड तनकर खड़ा हो गया था और उनके पास एक कृत्रिम लंड भी था जो आकार में बहुत बड़ा था शायद वो उसे अपनी चूत में डालकर अपनी चूत को ठंडा करती थी.

    फिर मैंने उनकी एक नीले कलर की जालीदार सेक्सी ब्रा उठाई और उसे चाटने लगा. में बहुत देर तक उसे सूँघता रहा और चाट रहा था तो इतने में मैंने पीछे मुड़कर कर देखा कि भाभी मुझे शरारती नज़रों से देख रही थी. दोस्तों मेरी भाभी मुझसे ज़्यादा बड़ी नहीं है, वो मुझसे उम्र में सिर्फ़ 8 साल बड़ी है. अब मुझे इस तरह उनकी ब्रा को चाटते सूंघते हुए देखकर उनकी चूत भी अब गरम होने लगी थी, लेकिन उस समय सब लोग घर पर थे इसलिए भाभी चुपचाप मेरे पास आई और मेरा लंड पकड़कर बोली कि क्यों बहुत गरमी है ना तुझमे, थोड़ी अपनी गरमी मुझे भी दे दे और फिर वो मेरे होठों पर चूमने लगी.

    हम बहुत देर तक एक दूसरे को चूमते, चूसते रहे और अब में उनके बूब्स को दबा रहा था. फिर भाभी ने कहा कि इससे पहले कि कोई यहाँ पर आ जाए तुम मुझसे दूर हो जाओ हम इस काम को बाद में लगातार करेंगे. फिर में अपने खड़े लंड को वहां से लेकर बाथरूम में चला गया और मैंने उनके नाम की मुठ मारकर अपने लंड को शांत किया, लेकिन अब हम दोनों एक दूसरे को पूरा दिन हवस भरी नज़रों से देखते रहे और उसके बाद में अपने घर चला गया.

    फिर हम जब भी मिलते थे तो में भाभी को उनके घर के बाथरूम में ले जाकर चूमा करता था और उनके बूब्स का दूध मुझे बहुत अच्छा लगता था. हम दोनों घंटों तक लगातार स्मूच किया करते थे और भाभी भी पूरा दिन गरम ही रहती थी क्योंकि भैया अधिकतर समय अपने ऑफिस के कामों से घर के बाहर ही रहते थे जिसकी वजह से वो लंड के लिए बहुत तरसती थी और मुझे उन पर शक भी था कि भाभी किसी पड़ोसी से भी चुदवाती है और अब में उन्हे यह कहकर हमेशा डराता था कि में भैया को यह बता दूँगा कि उनकी चूत कितने पराए लंड अंदर ले चुकी है और में भाभी को यही सब कहकर बातों ही बातों में उनकी पेंटी में हाथ डाल दिया करता था और उनके मुहं में अपना लंड देता था. उनके मुहं को ज़ोर ज़ोर से धक्के देकर चोदता और में हमेशा अपना वीर्य उनके मुहं में ही डालता था, लेकिन वो मेरा वीर्य जिस तरह से पीती और अपनी जीभ से चाटकर साफ करती थी तो मुझे अब शक होने लगा कि कहीं मेरे भैया ने किसी रांड से शादी तो नहीं कर ली.

    भाभी चुसवाते वक़्त पूरे जोश में होती थी और उनकी सिसकियों की आवाज आआहह्ह्ह्ह उह्ह्ह्हह्ह मेरे लंड को खड़ा कर देती थी, लेकिन भाभी कभी भी मुझे चोदने नहीं देती थी, बस वो मेरे साथ स्मूच करती थी और अपने बूब्स को मुझसे दबवाती, चूसने को कहती, अपनी चूत चाटने देती और मेरा लंड चूसती थी, लेकिन अपनी चूत की चुदाई नहीं करने देती थी.

    फिर एक रात को में अपने घर पर अपनी पड़ोस में रहने वाली आंटी के बारे में सोच सोचकर मुठ मार रहा था कि तभी भाभी ने मुझे फोन किया और फिर उन्होंने मुझसे कहा कि तुम्हारे भैया बिजनेस ट्रिप के लिए हांगकांग जा रहे है तो उन्हे एरपोर्ट तक छोड़ना है, लेकिन भाभी बिना कहे मेरा लंड माँग रही थी और में उनका कहना समझ गया था. फिर में उनके घर पर पहुंचा और भैया को एरपोर्ट छोड़कर आया और जैसे ही में घर पर वापस गया तो मैंने देखा कि भाभी अपने कमरे में बिस्तर पर उसी ब्रा और पेंटी में सो रही थी जिसे मैंने चाटा था, उन्हे इस हालत में देखकर मेरा लंड एकदम से खड़ा हो गया और में पीछे से गया और अब पास जाकर उनकी गांड पर अपना लंड रगड़ने लगा और फिर जैसे ही उनकी नींद खुली तो वो भी मेरे लंड को पकड़कर हिलाने लगी और में फिर से उन्हे चूमने लगा. मैंने उन्हे 15 मिनट तक होठों पर स्मूच किया और उनके बूब्स को ब्रा के ऊपर से दबा रहा था, लेकिन बस अब बहुत हो चुका था और अब मुझसे रुका नहीं जा रहा था तो मैंने भाभी की ब्रा को खोला और उनके गरम निप्पल पीने लगा.

    मैंने भाभी से कहा कि आज तो में तुम्हे जरुर चोद दूँगा, तो भाभी मुस्कुराकर मुझसे बोली कि हाँ इसलिए ही तो मैंने तुझे आज यहाँ पर बुलाया है, आज तू जी भरकर चोद ले अपनी भाभी को. दोस्तों उनके मुहं से यह बात सुनते ही मेरा लंड तो एकदम से तन गया और उसी वक़्त मैंने भाभी की पेंटी को फाड़ दिया और भाभी को 69 पोज़िशन में अपने ऊपर ले लिया, में उनकी चूत को छू रहा था और वो मेरे लंड को लोलीपोप की तरह चूस रही थी और भाभी की उहहह्ह्ह आआअहह सुनकर मेरी हवस और भी बड़ रही थी.

    में बिल्कुल पागल हुआ जा रहा था और वो मुझसे बोली कि साले, मादरचोद, बहनचोद तेरा लंड बहुत मीठा है. तो मैंने कहा कि भाभी आपकी चूत भी कुछ कम खट्टी मीठी नहीं है और 15 मिनट चूसने चाटने के बाद मैंने भाभी को उल्टा करके उनकी भीगी हुई चूत में अपना लंड डाल ही दिया, लेकिन दोस्तों उनकी चूत बहुत बार हर तरह से लंड से चुदने के बाद भी बहुत टाईट थी आहह्ह्ह्हह आईईईईई माँ मेरी थोड़ा धीरे धक्का दे, भाभी बहुत ज़ोर ज़ोर से चिल्लाने लगी और गालियां देने लगी.

    दोस्तों जब वो रंडी मुझे हाँ और ज़ोर से चोद साले, मादरचोद, बहनचोद बोल रही थी तब मुझे बहुत मज़ा आ रहा था जब और जब उन्होंने मुझे अपने हाथों से जकड़ रखा था तब उनके नाख़ून मेरी छाती पर निशान बना रहे थे, लेकिन फिर भी मैंने उनसे कुछ भी नहीं कहा क्योंकि में अब पूरी तरह से भाभी के गरम जिस्म के वश में था और मेरा लंड और खड़ा होता जा रहा था. मैंने भाभी को लेटाकर बहुत देर तक चोदा और जब मेरा लंड उनकी बच्चेदानी पर टकराता तो भाभी की चीख निकल जाती.

    भाभी को उछल उछलकर चोदने में जो मज़ा आ रहा था वो मुझे आज तक किसी को चोदने में नहीं आया था. दोस्तों करीब आधा घंटा भाभी को लगातार ठोकने के बाद जब मेरा लंड वीर्य से भर गया तो मैंने अपना लंड उनके बूब्स के बीच में फंसा दिया और उनके बूब्स के बीच में लंड हिलाते वक़्त मेरा वीर्य निकल गया और मैंने वो उनके मुहं में भर दिया और भाभी मेरा वीर्य बहुत प्यार से पी गई उनको वीर्य पिलाने के बाद में फ्री हो गया, लेकिन भाभी अभी भी बहुत जोश में और गरम थी और मुझमें इसके आगे चुदाई करने का दम नहीं था.

    फिर में उठकर उनके बाथरूम में गया और उनका कृत्रिम लंड लेकर आ गया. उस कृत्रिम लंड से मैंने भाभी को चोदकर ठंडा किया और उनकी चूत का पानी पिया. दोस्तों भाभी की चुदाई एक घंटे तक लगातार चली और उन्हे चोदने के बाद मैंने उन्हे ब्रा, पेंटी पहनाई और फिर में वहाँ से जाने लगा. तभी भाभी बोली कि अगर तू हर हफ्ते मुझे चोदने यहाँ पर नहीं आया तो में तेरे भैया को बता दूँगी कि तू कितना बड़ा मदारचोद है और तूने मेरी चूत को कितनी बेरहमी से लगातार चोदा है. दोस्तों उनके मुहं से यह बात सुनकर मुझ जैसा मज़ा आ गया था. में भाभी से बोला कि साली रांड तू अब जैसे, जब, जहाँ कहेगी में तुझे जरुर चोद दूंगा और यह बात कहकर में खुशी ख़ुशी वहाँ से निकल गया. दोस्तों आज तक में अपनी भाभी की चूत को चूस, चाट और चोद रहा हूँ और हर सप्ताह शनिवार को में उन्हे चोदता हूँ.

  • प्रेरणा से मुझे मिली प्रेरणा, bhabhi ki chudayi

    हैलो दोस्तों, में आपका प्यारा दोस्त राज एक बार फिर से हाजिर हूँ आपके सामने अपनी नई प्रस्तुति लेकर. दोस्तों मेरा मानना है कि जिंदगी में जो भी करने का मन हो एक बार तो ज़रूर करना चाहिए, वो चाहे सोचने में कितना भी गंदा क्यों ना लगे, क्योंकि हर चीज़ का असली मज़ा उसे खुद करके ही पता चलता है, खैर अब आपको ज़्यादा बोर ना हुए में अपनी इस कहानी पर आता हूँ. मुझे एक लेडिस का मैल मिला और वो मुझसे सेक्स करना चाहती थी. फिर उससे मैंने पहले मैल के ज़रिए बात बढ़ाई.

    फिर कुछ दिनों में मुझे लगने लगा कि उसके विचार मुझसे बहुत मिलते हैं, उसकी शादी को दो साल हो चुके थे, लेकिन उसके पास अभी तक अपना कोई बच्चा नहीं था और होगा भी कैसे, क्योंकि उसके पति का लंड तो ठीक ठाक था, लेकिन उसका वीर्य बहुत कम निकलता था. उसका नाम प्रेरणा है और उसकी उम्र 27 साल थी और सेक्स का तज़ुर्बा उसने अपनी शादी से पहले ही बहुत बार कर लिया था और अब हम रोज चेट करने लगे, क्योंकि उसका पति हर रोज घर पर रात को आठ बजे के बाद ही आता था.

    कुछ दिन और बीते तो उसने मुझे अपना मोबाईल नंबर दे दिया और वो जब भी फ्री होती तो मुझे मिस कॉल मारती या कॉल करती. दोस्तों जब मैंने पहली बार फोन पर उसकी आवाज़ सुनी तो मेरा मन बावरा होने लगा और लंड का तो बुरा हाल हो गया. फिर वो मुझसे बोली कि उसकी चूत भी मेरी बातों से गीली हो जाती है, जिसे वो फिर से उंगली डलकर शांत करती है और अब मुझे उससे मिलने का बहुत मन होने लगा. हम एक दिन फोन पर बातें कर रहे थे तो तभी उसने मुझे बताया.

    प्रेरणा : यार राज, मैंने अपनी चूत की सील तो 12वीं क्लास में ही तुड़वा ली थी, मेरी क्लास का एक लड़का था और वो एक बार मुझे अपने घर पर चोदने के लिए ले गया और मुझे ब्लू फिल्म दिखाकर गरम करने के बाद जब उसने कपड़े उतारे तो मेरा मूड बदल गया, क्योंकि उसका लंड चार इंच का था.

    में : फिर क्या हुआ जानेमन?

    प्रेरणा : वो मुझसे बोला कि वो मुझे चोदकर बहुत मज़े देगा और मुझे भी ब्लूफिल्म के साईज़ का लंड देखकर बहुत डर लगता है. खून निकलने और दर्द होने के बाद हमने 69 शुरू किया तो वो पांच मिनट में ही मेरे मुहं में झड़ गया और मुझे उसका वीर्य बहुत स्वादिष्ट लगा, लेकिन में सोच रही थी कि ब्लू फिल्म वालों की तरह सबका वीर्य बहुत सारा निकलता होगा, खैर अब वो मेरी चूत चाटने लगा और उसने अपनी एक उंगली उसमे डाल दी तो मुझे बहुत मज़ा आने लगा था.

    में : हाँ जानेमन आज तो तुम मेरे लंड का बहुत बुरा हाल करके छोड़ोगी.

    प्रेरणा : अरे यार पहले पूरी बात तो सुन लो.

    में : हाँ ठीक है चलो आगे बताओ क्या हुआ?

    प्रेरणा : में पूरी नंगी होकर बेड पर उसे अब अपनी चूत चटवा रही थी और सेक्स की गर्मी मेरे दिमाग़ में चढ़ चुकी थी, मेरे मुहं से उह्ह्ह्ह आह्ह्ह्ह की आवाज़ें निकलने लगी और अब तक उसका लंड भी दोबारा तनकर खड़ा हो गया तो वो तभी मुझसे बोला कि चूत में डाल दूं क्या? तो मुझे उसकी यह बात सुनकर बहुत गुस्सा आया.

    में : लेकिन ऐसा क्यों?

    प्रेरणा : अबे यार इसमें भी कोई पूछने की कोई बात थी, क्या एक नंगी तड़पती हुई लड़की से यह बात पूछना चाहिए? और फिर वो अपना लंड डालने लगा तो उसका सुपाड़ा अंदर तक चला गया, लेकिन अब भी उससे मेरी सील नहीं टूट रही थी तो मैंने खुद अपने बचे हुए कपड़े उतारकर उसकी मदद करनी चाही, लेकिन फिर भी उससे सील नहीं टूटी और अब हम दोनों ए.सी. चालू होने के बावजूद पसीने में नहा चुके थे. फिर वो मुझसे बोला कि पहले में बियर की बॉटल पर एक कॉंडम चढ़ाकर तुम्हारी सील तोड़ देता हूँ तो जिससे रास्ता बन जाएगा.

    में : और फिर क्या हुआ?

    प्रेरणा : तभी अचानक से उसका बड़ा भाई जो शादीशुदा था तो वो वहाँ पर आ गया, उसके पास घर की एक दूसरी चाबी थी तो वो कभी कभी अपने माता पिता से मिलने आता था, मेरे बॉयफ्रेंड की तो उन्हें देखते ही हवा निकल गई और वो उसके पैरों में लेटकर रोने लगा और कहने लगा कि भैया प्लीज मम्मी, पापा नहीं थे, इसलिए ग़लती हो गई, में फिर कभी ऐसा नहीं करूँगा. फिर उसका भाई बोला कि जा बाहर वाले रूम में और तू मेरा वहीं पर बैठकर इंतजार कर, तुझसे में बाद में बात करूँगा पहले इससे तो बात कर लूं. फिर मेरा बॉयफ्रेंड अपनी जीन्स उठाकर बाहर भाग गया और में अभी तक बेड शीट में लिपटी हुई परेशान थी, लेकिन तभी मेरी नज़र बड़े भाई की पेंट पर पड़ी तो मुझे वहाँ आशा का बड़ा सा तिनका नज़र आया.

    में : हाँ फिर क्या हुआ जान?

    प्रेरणा : यार मेरी तो अभी भी वो सब याद करके हालत बहुत खराब हो रही है, अभी क्या हम एक बार मुठ मार ले क्या?

    में : नहीं पहले तुम यह कहानी तो पूरी कर दो.

    प्रेरणा : ठीक है एक मिनट रूको पहले में अपने सारे कपड़े उतार देती हूँ और नंगी लेटकर आगे की कहानी बताउंगी और तुम भी अपने उतार लो.

    में : मेरा तो कब से मेरे हाथ को गरम कर रहा है जानेमन, में अब अपनी टी-शर्ट भी उतार देता हूँ.

    प्रेरणा : हाँ अब ठीक है अगली बार हम वीडियो चेट करेंगे, क्योंकि तब तक मेरा वेबकेम आने वाला है.

    में : वाह फिर तो मज़ा ही आ जाएगा.

    प्रेरणा : अब आगे सुनो.

    में : ठीक है सुनाओ.

    प्रेरणा : मेरे दिमाग़ में उस टाईम ब्लू फिल्म वाले लंड के अलावा कुछ नहीं चल रहा था, लेकिन मैंने नाटक करते हुए उनसे कहा कि भैया मुझे जाने दो, में आपके छोटे भाई की गर्लफ्रेंड हूँ और अगर आप कहेंगे तो हम फिर से ऐसा कभी नहीं करेंगे.

    फिर वो मुझसे बोले कि में अभी तुम्हारे माता, पिता को फोन करके बताता हूँ कि तुम मेरे छोटे भाई को बिगाड़ रही हो और उन्होंने मेरे सेलफोन से मेरे पापा का मोबाईल नंबर निकाल लिया, मुझे अब बहुत डर लग रहा था और यही वक़्त था कुछ कर गुजरने का. फिर मैंने अपनी बेड शीट हटाई और उनकी पेंट के ऊपर से ही लंड पकड़ लिया तो वो लगभग आधा खड़ा हुआ था तो में उससे बोली कि अब क्यों नाटक कर रहे हो भैया सेलफोन छोड़ो और मेरे बूब्स को दबाओ और आज हम दोनों का काम बन जाएगा.

    दोस्तों वो बहुत समझदार था और उसने अपने होंठ मेरे होंठो पर टिका दिए और चूसना शुरू कर दिया. मैंने भी अपनी बाहें उनकी कमर में डालकर अपनी जीभ को उनके मुहं में सरका दिया और अब हमारा एक बार फिर से खेल शुरू हो चुका था और तीन मिनट तक लगातार किस करने के बाद मैंने उनकी आँखों में आखें डालकर देखा और उनके कपड़ों की और इशारा किया तो उन्होंने बाहर से अपने छोटे भाई को बुलाया और मार्केट जाने को कहा और वो भी अब सब चक्कर समझ चुका था और वो बोला कि अरे बड़े भैया आपको अगर इसे चोदना ही है तो मुझसे ऐसे क्यों शरमा रहे हो? आप मजे करो और जब इसको कोई ऐतराज़ नहीं है तो आप तो मेरे भाई हो.

    अब उसका बड़ा भाई मेरी तरफ देखने लगा तो में उससे बोली कि मुझे अब कोई ऐतराज़ नहीं है, लेकिन में चाहती हूँ कि जब बड़ा मुझे चोदे तो छोटा सामने बैठकर मेरी चुदाई को देखे और यह खेल सीखे और इस बात पर वो दोनों भाई मुस्कुराने लगे और अब बड़े भाई ने अपने कपड़े उतारने शुरू किए और छोटा पीछे सोफे पर बैठ गया. फिर बड़ा भाई बोला कि वाह साले इतनी जबरदस्त आईटम तूने पटाई है, क्या गोरे टाईट बूब्स है इस साली के.

    में उस समय पूरी नंगी होकर बेड पर लेटी हुई अंगड़ाई ले रही थी और एक हाथ से अपनी चूत को ऊपर से ही सहला रही थी. तभी बड़े भाई ने अपना अंडरवियर निकाला और में देखते ही डर गई, क्योंकि उसका लंड तो करीब 7 इंच से भी बड़ा था और अब उसका लंड देखकर मेरा जोश कुछ ठंडा हुआ और गांड फटने लगी, लेकिन मैंने मन ही मन फ़ैसला कर लिया था कि चाहे जो हो जाए आज तो मुझे अपनी चूत को फड़वाना ही है.

    उसने अपना लंड मेरे पास आकर मेरे हाथ में दे दिया, वो बहुत गरम था और मेरे हाथ में आते ही वो ठुमके लगाने लगा और उसका गुलाबी कलर का सुपाड़ा देखकर मेरी तो लार ही टपकने लगी और मैंने खींचकर उसे मुहं में ले लिया, मेरा मन तो कर रहा था कि में उसे पूरा खा जाऊँ, लेकिन आधा ही अंदर लेने पर मुझे खाँसी उठने लगी, उसके कूल्हों को अपने हाथों से अपनी और खींचा और उसके आंड सहलाए और उसे मज़ा आने लगा. तभी उसने मुझे बताया कि उसकी बीवी कभी भी ओरल सेक्स नहीं करती और आज वो पहली बार अपना लंड किसी लड़की को चुसवा रहा था, उसने मेरे मुहं में धीरे से धक्के लगाने शुरू किये और उधर उसका भाई यानी मेरा बॉयफ्रेंड भी सोफे पर बैठकर पूरा नंगा होकर अपना लंड हिला रहा था.

    में : जान मेरा तो आज बिना हिलाए ही निकल जाएगा, शायद तुम्हारी इतनी हॉट कहानी सुनकर.

    प्रेरणा : बस थोडा कंट्रोल करो यार वैसे अब मेरी चूत भी चुदने के लिए बैचेन हो रही है.

    में : क्यों तो फिर आ जाओ ना मुझसे चुदने?

    प्रेरणा : हाँ यह सब तुम्हारे साथ भी एक दिन जरुर होगा डार्लिंग, तुम थोड़ा सब्र रखो, क्योंकि सब्र का रस बहुत मीठा होता है.

    में : ठीक है चलो अब आगे बताओ कि फिर क्या हुआ?

    प्रेरणा : फिर क्या उसने मेरे चूत का कबाड़खाना बना दिया?

    में : अरे यार थोड़ा अच्छी तरह विस्तार में बताओ.

    प्रेरणा : ठीक है और अब उसका लंड चूसते चूसते मेरे गले में दर्द होने लगा था, अब मेरी चूसने की स्पीड कम हुई तो वो सब कुछ समझ गया और उसने अपने छोटे भाई को बुलाकर उसके कान में कुछ कहा तो छोटा भाई ऐसे ही पूरा नंगा किचन में गया और घी का डब्बा उठा लाया और अपनी एक ऊँगली से थोड़ा घी निकालकर छोटे भाई ने मेरी चूत पर लगाया और बड़े भाई ने थोड़ा घी अपने लंड पर लगाया और मेरे पैरों को फैलाया और में तो ना जाने कब से इन सबके लिए तरस रही थी और अब उस खुशी में मेरी आँखें बंद हो गई और जैसे ही उसके लंड के सुपाड़े ने मेरी चूत को पहली बार छुआ तो मेरे पूरे जिस्म में 420 वॉल्ट का करंट दौड़ गया. उसने थोड़ा ज़ोर लगाया तो मुझे थोड़ा दर्द सा हुआ. फिर वो मुझसे बोला कि तुम्हे अगर लगे कि अब तुमसे बर्दाश्त नहीं हो रहा तो तुम मुझे वहीं रुकने का इशारा कर देना. फिर मैंने कहा कि भैया में रुकने के लिए अगर तुम्हारे हाथ पैर भी पकड़ लूँ तो भी आप आज बिल्कुल भी मत रुकना, जब तक आपका पूरा लंड ना चला जाए, आज मुझे इस चूत की हर गहराई तक आपका लंड महसूस करना है.

    फिर मेरी यह बात सुनकर उसे जोश आ गया और उसने एक ही झटके में आधा लंड अंदर डाल दिया, मेरे आंसू बाहर निकल आए और इससे पहले कि में चिल्लाती छोटी भाई ने मेरे मुहं में अपना लंड डाल दिया और फिर करीब तीस सेकेंड रुकने के बाद मैंने बड़े भाई को आगे बढ़ने का इशारा किया और छोटे भाई का लंड चूसने लगी, बड़े भाई ने अब दो धक्कों में अपना लंड मेरे गर्भाशय तक पहुंचा दिया और मुझे ऐसा लग रहा था कि में अभी बेहोश हो जाउंगी, लेकिन में यह बात भी बहुत अच्छी तरह से जानती थी कि चूत चुदवाने वाली में इस दुनियाँ की पहली लड़की नहीं हूँ तो इसलिए में हिम्मत करके चुपचाप पड़ी रही.

    फिर थोड़ी देर बाद में थोड़ा थोड़ा ठीक होने लगी थी और फिर उसने धीरे धीरे धक्के लगाने शुरू किए तो वो मेरे बूब्स को मेरी चुदाई करते हुए दबाने लगा और छोटे वाला भाई मेरे मुहं को चोद रहा था और मुझे भी अब बहुत मजा आने लगा था और में भी नीचे से पूरा लंड अंदर लेने के लिए अपनी चूतड़ को हिलाने लगी थी और यह सब देखकर उसने अपनी स्पीड को बढ़ा दिया और 15 मिनट तक चुदने के बाद में झड़ गई. फिर मैंने अपने दोनों पैरों को उसकी कमर पर कस दिया था, लेकिन वो अभी तक नहीं झड़ा था. फिर छोटा वाला भाई बोला कि मेरी जान आज पहली झड़ी है मुबारक़ हो. फिर में बोली कि हाँ लंड से तो में आज पहली ही बार झड़ी हूँ, लेकिन भैया अब प्लीज इसे बाहर निकाल लो, बड़े भैया बोले कि मेरा तो अभी हुआ ही नहीं साली में ऐसे कैसे बाहर निकाल लूँ? फिर में उनसे बोली कि भैया आप मेरे मुहं में अपना लंड डाल दो और झड़ जाओ.

    फिर छोटा भाई बोला कि फिर में क्या करूँगा? मैंने उससे कहा कि देखो तुम्हारा लंड अभी थोड़ा छोटा है तो तुम एक काम करो मेरी गांड मार लो जो अभी तक वर्जिन है और इससे तुम्हे भी मेरी वर्जिनीटी तोड़ने का सुख मिल जाएगा, उसको मेरा यह विचार बहुत अच्छा लगा तो उसने मुझे डॉगी स्टाईल की पोज़िशन में करके थोड़ा थूक अपने लंड पर लगाकर धीरे से मेरी गांड में सरकाया और उधर बड़े भैया ने अपने लंड के ऊपर से मेरी चूत का खून बेडशीट से साफ किया और मेरे मुहं में ले आए, उसमें से मुझे मेरी चूत की जानी पहचानी खुशबू आ रही थी, जो में हर रोज अपनी ऊँगली पर से लेती थी और उधर छोटे वाले भाई ने मेरे कूल्हों को पकड़कर एक ही झटके के साथ गांड में अपना लंड डाल दिया और जब उसने धक्के लगाने शुरू किए तो एक अजीब सा मज़ा आने लगा था, में बड़े भैया का लंड चूसने लगी.

    करीब दस मिनट बाद हम दोनों ही झड़ने को तैयार हो गये तो मैंने नीचे बैठकर उन दोनों का माल मुहं में ले लिया, सबसे पहले बड़े का और उसके बाद में अपने बॉयफ्रेंड का. उन दोनों ने एक एक करके फिर से मेरी आगे पीछे से चुदाई की. फिर बड़े भैया ने अपनी कार से मुझे अपने घर के पास छोड़ दिया. मुझसे दो दिन तक ठीक से चला भी नहीं जा रहा था, क्योंकि मुझे चलने में बहुत दर्द होता और मुझे अच्छी तरह से पता था कि मेरी क्लास की चुदक्कड़ लड़कियाँ मेरी चाल को देखकर मुझसे सब कबूल करवा लेंगी.

    में : चलो अच्छा हुआ एक ही दिन गांड और चूत की सील टूटी, क्योंकि अब तुम्हे दो तारीख याद नहीं रखनी पड़ेगी.

    प्रेरणा : हाँ, लेकिन यह बहुत हद तक सच भी है यार और अभी तुम्हारा लंड कैसा है?

    में : तुम्हारी चूत में गरम बारिश करने को तड़प रहा है.

    प्रेरणा : हाँ आ जाओ. तुम्हे किसने रोका है और में हमेशा से तुम्हारी हूँ.

    में : हाँ, लेकिन वास्तव में ऐसा कब होगा प्रेरणा?

    प्रेरणा : बहुत जल्द डार्लिंग, क्योंकि जब से तुम्हारे मुहं से मैंने तुम्हारे लंड के जलवे सुने हैं और जैसे तुम अपनी माँ, बहन और दोस्त की बहन को चोदते हो, में तो कब से तुमसे चुदवाना चाह रही हूँ और आज ऐसा फ़ोन सेक्स करें कि पड़ोसियों तक की गांड जल जाए. दोस्तों फिर हम दोनों ने जबरदस्त फोन सेक्स किया और बहुत मज़े किए.

  • स्नेहा भाभी की चूत की मलाई, bhabhi ki choot ki malai

    हैल्लो दोस्तों, ये कहानी मेरी और मेरी भाभी की है. मेरी उम्र 22 साल है और मेरे लंड का साईज़ 7 इंच है. अब में आपको अपनी भाभी के बारे में बताता हूँ, उनकी उम्र 24 साल है. वो बिल्कुल दूध जैसी गोरी, पतली और फिगर ऐसा कि बूढ़े का भी लंड खड़ा हो जाए. उनका फिगर 32-28-34 है और आप जानते ही होंगे कि पंजाबी लड़कियां बॉम्ब होती है. अब में सीधा अपनी स्टोरी पर आता हूँ.

    ये आज से 1 महीने पहले की कहानी है जिसने मेरी लाईफ बदल दी. ये मेरी कज़िन भाई की पत्नी है और हमारी फेमिली साथ में ही रहती है. भाई को नौकरी के लिए आउट-ऑफ शहर रहना पड़ता है और भाभी यहाँ अकेली अपने सास ससुर के साथ रहती है. मेरी भाभी से अच्छी बनती है, क्योंकि में उनकी उम्र का हूँ और उन्हें मेरे साथ समय बिताना बहुत अच्छा लगता है.

    यह घटना तब हुई जब मेरी माँ मेरी मौसी के घर चली गई और में घर पर अकेला था, क्योंकि मेरे एग्जॉम स्टार्ट होने वाले थे तो में जा नहीं सकता था तो वो चली गई. अब पापा अपनी शॉप पर चले जाते थे और में घर पर अकेला होता था. भाभी ग्राउंड फ्लोर पर रहती है और में फर्स्ट फ्लोर पर रहता हूँ. उस दिन दोपहर में भाभी मेरे पास आई और जब मेरी ताई जी सो रही थी वो मेरे पास आ गई और पूछने लगी कि क्या चल रहा है? तो मैंने कहा कि बस एग्जॉम की तैयारी चल रही है और डर भी लग रहा है. उन्होंने मेरा हाथ पकड़ा और कहा कि इसमें डरने की क्या बात है? सब ठीक होगा. मुझे उनका हाथ बहुत अच्छा लगा था.

    फिर मैंने भी मौके का फायदा उठाया और उनका हाथ पकड़कर कहा कि आप हो तो डर नहीं लगेगा. फिर वो बात करते-करते कुछ उदास हो गई तो मैंने पूछा कि क्या हुआ? तो वो बोली कि कुछ नहीं तो मैंने उन्हें फोर्स किया और कहा कि क्या भाई की याद आ रही है? तो वो बोली हाँ और मैंने उन्हें कहा कि भाभी एक बात पूंछू आप नाराज़ तो नहीं होंगी ना, तो वो बोली कि नहीं तो, पूछो. फिर मैंने कहा कि रहने दो आप नाराज़ हो जायेगी फिर वो बोली कि नहीं होउंगी तू पूछ तो सही. तब मैंने हिम्मत करके कहा कि आप बिना भाई के यहाँ अकेली कैसे रह लेती है? वो थोड़ी उदास हुई, लेकिन उन्होंने पूछा कि क्या मतलब? तो मैंने बोला कि आपको उनकी कमी नहीं लगती, आपकी ज़रूरत कैसे पूरी होती होगी? वो मेरी तरफ बड़े ध्यान से देखने लगी और मेरा हाथ पकड़कर बोली कि क्या करूँ मजबूरी है? तब मेरी हिम्मत और बढ़ी तो में बोला कि आपको सेक्स की इच्छा नहीं होती क्या?

    फिर वो मेरी तरफ बड़े ध्यान से देखने लगी और बोली कि तुम ये क्या पूछ रहे हो? तब में बोला कि भाभी में भी जवान हूँ और मुझे भी सेक्स की इच्छा होती है और आप तो जानती है कि में मेडिकल साइन्स का स्टूडेंट हूँ. तो वो थोड़ी देर में बोली कि इच्छा तो बहुत करती है लेकिन में क्या कर सकती हूँ? तुम तो जानते ही हो कि तेरे भाई महीने में एक दिन के लिए आते है. अब मेरी हिम्मत बढ़ी और में बोला कि तो बाकी दिन आप कैसे कंट्रोल करती है? तब वो कुछ नहीं बोली.

    मैंने कहा कि बताइये ना भाभी आप क्या करती है? तब वो बोली कि में क्या कर सकती हूँ? बस तड़प कर रह जाती हूँ. फिर मैंने उनका हाथ पकड़ा और कहा कि भाभी में भी आपसे बहुत प्यार करता हूँ और आपको जी भर कर प्यार करना चाहता हूँ तो वो नाराज़ हो गयी और बोली कि तुम ये क्या कह रहे हो? में तुम्हारी भाभी हूँ. तब में और थोड़ा उनके पास गया और उनको समझाया कि देखिए में आपसे बहुत प्यार करता हूँ. क्या में आपको पसंद नहीं हूँ? तो वो रुककर बोली कि ऐसा नहीं है, तू भी मुझे बहुत पसंद है जो लड़की तुझे मिलेगी वो खुश किस्मत होगी. वैसे में भी भाभी के नाम की बहुत बार मुठ मार चुका था और कब से उनकी प्यारी सी चूत को चोदने के लिए बेताब था.

    फिर में बोला कि तो प्रोब्लम क्या है? वो बोली नहीं ये ठीक नहीं है किसी को पता चल गया तो? अब वो भी चुदवाने को बेताब थी, लेकिन डर रही थी. तब मैंने अपना हाथ उनकी जाँघ पर रखा और धीरे-धीरे उनकी जांघ को सहलाने लगा तो वो कुछ नहीं बोली. अब उन्हें भी मज़ा आ रहा था, अब वो धीरे-धीरे भी बोल रही थी कि मत कर ये ठीक नहीं है. फिर वो उठकर जाने लगी तो मैंने उनका हाथ पकड़कर अपनी तरफ खींच लिया और उनको अपने सीने से लगा लिया. अब में उनको किस करने लगा, पहले तो उन्होंने थोड़ा गुस्सा किया, लेकिन बेचारी सेक्स की प्यासी कहाँ तक अपने आपको रोक पाती. अब वो भी मुझे समर्थन देने लगी और हम दोनों कस कर एक दूसरे को किस करने लगे और अपनी जीभ और थूक एक दूसरे के मुँह में डालने लगे.

    ये मेरा पहला समय था, क्योंकि आज से पहले मैंने कभी किसी लड़की के साथ संबंध नहीं बनाया था, अब मुझे तो मज़ा आ गया था. करीब 15 मिनट तक हम लोगों ने किस किया और फिर में उन्हें गर्दन पर किस करने लगा. अब वो तो आउट-ऑफ कंट्रोल हो गयी और ज़ोर-ज़ोर से मौन करने लगी. फिर मैंने अपना एक हाथ उनके सीधे बूब्स पर रखा और ज़ोर-ज़ोर से उनके बूब्स को दबाने लगा और दूसरा हाथ उनकी मोटी भारी हुई जाँघ पर चल रहा था. अब वो तो पागल ही हो गयी और चिल्लाने लगी, आआअहह हमम्म्मम ऊऊहह आज क्या मार ही डालोगे क्या? तब मैंने उनका थोड़ा सा कुर्ता उनके कंधो से नीचे सरका दिया. क्योंकि उन्होंने पंजाबी सूट पहन रखा था और अब में उनके कंधे पर किस करने लगा. अब मैंने अपने हाथ से उनके बूब्स दबाने चालू रखे.

    अब वो मेरे बालों को खींच रही थी और मुझे अपनी बॉडी पर दबा रही थी. अब वो चुदने के लिए मछली की तरह तड़प रही थी, लेकिन आज में उन्हें बहुत तड़पाना चाहता था ताकि जब में उन्हें चोदूं तो उन्हें पूरा सुख मिले और वो हमेशा मेरे से चुदवाती रहे. अब मैंने उन्हें बेड पर लेटाया और उनका कुर्ता उतार दिया. वाह अब दो बड़े-बड़े सफेद दूध की डेयरी मेरे सामने थी. अब उन्होंने एक गहरी गुलाबी और काले कलर की बहुत ही सेक्सी नेट वाली ब्रा पहन रखी थी. अब तो में देखते ही पागल हो गया था, लेकिन अब में उनको तड़पाना चाहता था.

    मैंने उन्हें ब्रा के ऊपर से ही चूसना स्टार्ट किया और एक हाथ उनकी नाभि में डाल दिया. तो वो आआऊउच करके उछल पड़ी और बोली कि क्या आज मारने का प्रोग्राम है क्या? क्या कोई इतना तड़पाता है? तो में बोला कि ये तो अभी शुरुवात है मेरी जान. फिर वो बोली कि भाभी से सीधे मेरी जान और इतना कहकर वो हंसने लगी और कहा कि मुझे आज के बाद इसी नाम से बुलाना और तुम मेरा नाम ही लिया करो. सॉरी दोस्तों मैंने आपको भाभी का नाम तो बताया ही नहीं, भाभी का नाम स्नेहा है.

    अब मैंने उनकी ब्रा के हुक खोल दिए और वाह क्या बूब्स थे? बिल्कुल दूध जैसे सफेद और पिंक निप्पल तो कहर ढहा रहे थे. फिर मैंने सीधे बूब्स को अपने मुँह में लिया और चूसने लगा और लेफ्ट बूब्स की निप्पल को दबाने लगा. तो वो आआऊउचचच आआअहह मेरे राजा उूउउम्म्म्मम की आवाज़ निकालने लगी और अपना हाथ मेरे बालों में घुमाने लगी. अब में थोड़ी देर तक उनके बूब्स चूसता रहा और अब भाभी ने बीच में अपनी चूत को सहलाने के लिए अपना हाथ लगाया तो मैंने उनके हाथ को पकड़ लिया.

    अब तक मैंने भाभी की चूत को हाथ भी नहीं लगाया था, क्योंकि मुझे उन्हें तड़पता देखकर बहुत मज़ा आ रहा था. वो बोली कि तू खुद भी उंगली नहीं कर रहा और मुझे भी नहीं डालने दे रहा है. अब में पागल हो जाउंगी, प्लीज कुछ कर, लेकिन मुझे तो अब मज़ा आ रहा था और में उनके दोनों हाथ पकड़कर उनके बूब्स चूसता रहा.

    फिर करीब 20 मिनट तक चूसने के बाद में नीचे आया और अपनी जीभ को उनकी नाभि में घुसा दिया और अपनी जीभ घुमाने लगा. अब वो तो अपना सिर ही पटकने लगी और बोली कि ये क्या कर रहे हो? अब मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा है, प्लीज जल्दी कुछ करो, मेरी चूत में आग लगी हुई है उसको बुझाओ. अब ऐसी बातें सुनकर मुझे जोश चढ़ रहा था और अब मैंने उनकी सलवार के ऊपर से ही उनकी जाँघो के बीच में चूसना स्टार्ट किया और खूब दबाया. फिर थोड़ी देर के बाद मैंने भाभी की सलवार का नाड़ा खींचा और उनकी पूरी सलवार उतार दी. अब भाभी मेरे सामने मैचिंग काली और गहरी पिंक कलर की नेट वाली पेंटी पहने हुई थी और में तो देखकर ही पागल हो गया. फिर मैंने उनकी जाँघो को चूसना स्टार्ट किया, वो बोली कि चोद दे, अब तो मेरी चूत की आग मिटा दे, तो में बोला कि रूको मेरी जान मज़ा तो अब आयेगा.

    फिर मैंने उनकी चूत की दरार को पेंटी के ऊपर से ही रब करने लगा, क्या मस्त चूत थी मादरचोद? में तो अब पागल ही हो गया था और अब में भूखे शैर की तरह उनकी चूत पर टूट पड़ा और उनकी चूत को दबाने लगा. अब भाभी ने भी चिल्लाना स्टार्ट कर दिया, आआआहह में मर गईई आओउऊउक्क्ककज मारररर डालोंगे क्या? और चूस मादरचोद चूस. ये बात सुनकर तो मुझे और जोश चढ़ गया और अब मैंने उनकी पेंटी भी उतार दी. आज मेरे सामने जन्नत थी जिसके नाम की मैंने आज तक इतनी बार मुठ मारी थी.

    अब वो मेरे सामने थी और भाभी अब तक एक बार झड़ चुकी थी. फिर मैंने उनकी चूत को चूसना स्टार्ट किया. अब वो अपना सिर पटकने लगी और इधर उधर मारने लगी. अब वो मौन कर रही थी, आआमम्म्मम ऊऊहह आआआहह आाआईईईईईईईईईई माँ, ये क्या कर दिया तूने, अंदर आग लग गयी है? फिर मैंने उनकी चूत में अपनी जीभ घुसा दी और एक उंगली भी डाल दी. वो अब आउऊउचचच करके चिल्लाई और बोली कि थोड़ा धीर करो, लेकिन में कहाँ उसकी मानने वाला था. भाभी वर्जिन तो नहीं थी, लेकिन उनकी चूत बहुत टाईट थी.

    अब में 20 मिनट तक भाभी की चूत को चूसता रहा और अब तक भाभी 2 बार और झड़ चुकी थी तो भाभी बोली कि अब और मत तड़पा, चोद दे अपनी भाभी को, बना दे मेरी चूत का भोसड़ा, अब में तेरी रंडी हूँ. अब मैंने उन्हें अपना लंड चूसने के लिए कहा तो उन्होंने पहले मना किया, लेकिन मेरे जोर देने पर वो मेरे लंड को चूसने लगी. और अब में तो जैसे सातवें आसमान पर था. वो बहुत अच्छा लंड चूसती थी. अब 10 मिनट तक वो मेरा लंड चूसती रही और फिर मैंने उनको सीधा लेटा दिया और अब मैंने अपना लंड उनकी चूत के पास रखा और उनकी चूत पर रगड़ने लगा. तो वो बोली क्यों तडपा रहा है? डाल ना. फिर मैंने एक धक्का लगाया और मेरे लंड का सुपड़ा एक बार में ही 2 इंच तक उनकी चूत में अंदर चला गया. वो बहुत तेज चिल्लाई, आआईइ माँ में मररर गइईई, निकालो बाहर इसको वो ऐसे चिल्ला रही थी कि जैसे वो पहली बार चुद रही हो.

    फिर मैंने कहा कि भाभी आप क्या वर्जिन है? तो वो बोली नहीं तो, तेरे भाई का लंड बहुत छोटा है और वो मादरचोद वैसे भी महीने में एक बार चोदता है और एक बार में ही झड़ जाता है तो में संतुष्ट नहीं हो पाती. फिर मैंने एक और ज़ोरदार झटका मारा और मेरा पूरा लंड भाभी की चूत को चीरता हुआ अंदर चला गया. अब वो जैसे ही चिल्लाती तो मैंने उनको किस करना स्टार्ट कर दिया और उनके होंठो को लॉक कर दिया और लगातार झटके मारता रहा. फिर वो कुछ देर के बाद शांत हो गयी और अपनी कमर उठाने लगी, में समझ गया कि अब इन्हें भी मज़ा आ रहा है. फिर में उन्हें अपनी फुल स्पीड में चोदने लगा. अब तक भाभी 1 बार फिर झड़ चुकी थी और में फुल जोश में था. अब में भाभी को 25 मिनट से चोद रहा था और भाभी को अलग-अलग पोज़िशन में चोदता रहा. भाभी फिर से एक बार झड़ गयी.

    अब में झटके मारता रहा और अब 20-25 धक्के मारने के बाद में भी झड़ने वाला था तो में भाभी को बोला कि भाभी मेरा निकलने वाला है. भाभी बोली अंदर ही निकाल दो मेरी जान, फिर में 10 धक्को के बाद उनकी चूत में ही झड़ गया और भाभी भी मेरे साथ झड़ गयी. अब भाभी की चूत मेरे माल से भर चुकी थी और हम दोनों का माल एक साथ चूत से बाहर आ रहा था. अब भाभी बहुत खुश थी और अब उनके चेहरे पर एक अलग ही चमक थी.

    फिर उन्होंने मुझे किस किया और थैंक्स बोला और कहा कि आज से में तेरी हूँ, तू ही मुझे चोदेगा उस मादरचोद ने तो मुझे कभी संतुष्ट किया ही नहीं था. फिर भाभी उठी और अपनी पेंटी पहनने लगी. भाभी जैसे ही नीचे झुकी तो मुझे उनकी मस्त गांड का छेद नज़र आ गया तो मैंने अपने एक हाथ कि उंगली उनकी गांड में डाल दी तो भाभी चिल्ला पड़ी और में हंसने लगा और बोला कि अगली बार इसकी बारी है मेरी जान. तो वो बोली ना बाबा ना मेरी तो गांड ही फट जायेगी. फिर मैंने कहा कि देखते है और फिर मैंने उन्हें 5 दिन तक लगातार चोदा और उनकी गांड भी मारी. फिर 5 दिन के बाद मेरी माँ वापस आ चुकी थी.

  • दोस्त की बीवी को फुल मज़े करवाये

    हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम राहुल है और मेरी उम्र 25 है और में दिखने में एकदम ठीक-ठाक हूँ और मेरी तरफ हमेशा लड़कियाँ आकर्षित जल्दी होती है. मेरी हाईट 6 फिट है और बहुत मस्त शरीर है. दोस्तों में आज आप सभी को अपनी एक सेक्स से भरपूर चुदाई की कहानी सुनाने जा रहा हूँ, जिसमे मैंने अपने दोस्त की पत्नी को चोदा और वैसे मुझे भी चुदाई करने का बचपन से ही बहुत शौक है. दोस्तों यह बात गर्मियों की है जब में अपने काम से मुंबई जाता आता रहता था, लेकिन इस बार का मेरा वहां पर जाना सबसे यादगार था जिसको में आज तक नहीं भुला सका हूँ. तो दोस्तों हुआ यह कि मेरे शहर से सीधी कोई भी ट्रेन मुंबई के लिए नहीं थी तो में पास के शहर से ट्रेन में जाता था, लेकिन एक दिक्कत थी कि मुंबई से आने में वो ट्रेन रात 11 बजे मुझे वहां पहुंचाती थी, तो मुझे उस वजह से मेरे घर पर जाने का कोई साधन नहीं मिलता था तो में मेरे दोस्त के घर पर अक्सर रात को रुक जाता था.

    मेरे दोस्त का नाम है दीपक है और वो मेरा एक बहुत अच्छा दोस्त है. में उसी के यहाँ पर रात रुकता था और उसकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी, लेकिन दीपक मेहनती बहुत था वो मार्केटिंग की नौकरी किया करता था जो कि मैंने अपनी पहचान से लगवाई थी और फिर उसने मेहनत करके अच्छी जगह पा ली, लेकिन वो मेरी यह बात हमेशा याद करता था, क्योंकि वो भी मेरे गावं का रहने वाला था, लेकिन वो अपनी नौकरी की वजह से यहाँ पर रहता था और अभी करीब एक साल पहले ही उसकी शादी हुई थी. उसकी पत्नी का नाम प्रिया था और वो दिखने में एकदम अच्छी थी, बिल्कुल गोरी गोरी मस्त सा फिगर, लेकिन मेरी नज़र उस पर ऐसे कभी नहीं थी, प्रिया स्वभाव में तो अच्छी थी, लेकिन दीपक से ज़्यादा खुलकर मुझसे बातें किया करती थी और वो भी एक प्राईवेट स्कूल में नौकरी किया करती थी. हाँ तो अब में भी अपनी बात पर आता हूँ, में हमेशा दीपक के घर पर रुकता था और उसकी शादी के बाद भी प्रिया को मेरे बारे में सब कुछ पता था कि दीपक की नौकरी मैंने लगवाई है तो वो मेरा पूरा पूरा ध्यान रखती थी और मेरे लिए खाना बनाकर रखती, क्योंकि में हमेशा उन्हें बताकर आता था और फिर हम लोग बस ऐसे ही गप्पे मारते और बातें किया करते थे. यह बात गर्मियों की है और में मुंबई से आ रहा था तो उस दिन गलती से मैंने दीपक को फोन नहीं किया. में सीधे उसके घर पर जाने लगा और रास्ते से उसको फोन किया और बोला कि दीपक में घर पर आ रहा हूँ तो वो मुझसे बोलता है कि हाँ चला जा तो में बोला कि चला जा का क्या मतलब, तू क्या घर पर नहीं है क्या? तो वो मुझसे बोला कि यार में इस समय पुणे हूँ और यहाँ पर एक मेरी महीने की ट्रनिंग है.

    में बोला कि ठीक है यार में किसी होटल में रुक जाता हूँ. तो वो मुझसे बोला कि वो तेरा घर है तू चुपचाप वहां पर चला जा और तू एक काम करना, में तुझे प्रिया के नंबर मेसेज कर रहा हूँ और तू उसे कॉल कर देना शायद अभी वो सो गई होगी, तू एक बार उसे फोन करके उठा देना. फिर मैंने कहा कि ठीक है और फिर मैंने दीपक के घर पर पहुंचकर प्रिया भाभी को कॉल किया, लेकिन उन्होंने मेरा फोन नहीं उठाया एक दो बार और फोन किया फिर भी नहीं उठाया तो में समझ गया कि वो शायद सो गई होगी?

    दोस्तों दीपक ने घर किराए पर लिया था और वो पहली मंजिल पर रहता था और मकान मलिक नीचे ही रहता था तो में सीधा ऊपर चला गया तो मैंने देखा की घर की लाईट चालू थी और अब में सोच रहा था कि भाभी जब जाग रही है तो मेरा फोन क्यों नहीं उठा रही है? तो जब में दरवाजे के पास गया तो मुझे थोड़ी अजीब सी आवाज़ आई तो मैंने ध्यान से सुना और उस आवाज़ से ऐसा लग रहा था कि कुछ चुदाई के सीन चल रहे है और फिर मैंने सोचा कि चलो अंदर चलकर देखते है शायद कुछ दिख जाए, लेकिन मुझे कुछ दिखा तो नहीं, लेकिन अब यह पक्का हो गया था कि भाभी ब्लू फिल्म देख रही है.

    अब मैंने दरवाजा बजाया तो अंदर से आवाज़ आई कौन है तो में बोला कि भाभी में राहुल तो वो बोली कि राहुल आप रूको में 5 मिनट में आती हूँ और कुछ देर के बाद भाभी मेक्सी में आई. वो बहुत मस्त लग रही थी, लेकिन वो पूरी पसीने में हो रही थी तो मैंने भाभी से पूछा कि आप इतने पसीने में क्यों हो रही हो? तो वो बोली कि कुछ नहीं, गरमी बहुत है.

    दोस्तों में अब भाभी को देखते हुए मन में सोच रहा था हाँ दिख रहा है कितनी गर्मी है? इतने में भाभी बोली कि किस सोच में हो? अंदर आओ और अब आप यह बताओ कि बिना कॉल किए कैसे आ गए? तो में बोला कि भाभी गलती हो गई मुझे माफ़ करो, तो वो बोली कि वो किस लिए? तो में बोला कि मैंने आपको फोन नहीं किया था इसलिए, तो भाभी बोली कि अरे राहुल जी आप भी ना, मैंने तो इसलिए बोला कि क्योंकि में आपके लिए खाना बनाकर रखती ना और वैसे भी दीपक पुणे है तो में मेरे लिए तो कुछ भी बना लेती हूँ.

    फिर में बोला कि हाँ भाभी अभी दीपक से मेरी बात हुई तो मुझे पता चला कि वो पुणे है, भाभी बोली कि आप नहा लो और में तब तक खाना बना लेती हूँ, वैसे तो आज मुझे भी बहुत भूख लगी है. फिर में बोला कि भाभी ठीक है और भाभी हल्की सी स्माइल देते हुए चली गई. अब दीपक का एक कमरा था तो उसके बेडरूम में ही बाथरूम भी था, मैंने कपड़े उतारे और बाथरूम में चला गया और जब में नहाकर अपनी केफ्री और टी-शर्ट में बाहर आया तो मैंने देखा कि बेड पर लेपटॉप रखा हुआ था, मैंने उसे चालू किया, क्योंकि मुझे शक था कि भाभी ब्लू फिल्म देख रही थी तो मैंने देखा कि उस पर एक ब्लूफिल्म डाउनलोड की हुई थी और इतने में भाभी आ गई और मुझे लेपटॉप के पास देखकर डरकर रुक गई. में समझ गया, लेकिन अब भाभी क्या बोलती?

    मैंने वो शरमाये इसलिए उससे पूछ लिया कि खाना बन गया क्या भाभी? तो वो डरते हुए हाँ करने लगी और में उससे बोला कि भाभी चले फिर आज हम एक साथ में बैठकर खाना खाते है. दोस्तों मैंने भाभी को ऐसा जताया कि जैसे मुझे कुछ पता ही नहीं है. फिर भाभी और में एक साथ बैठकर खाना खाने लगे, लेकिन भाभी अब मुझसे थोड़ा सा डर रही थी, लेकिन मैंने उनको बहुत हंसाया, उनसे मजाक किया और उनको ऐसा जता दिया कि मैंने लेपटॉप में कुछ नहीं देखा. अब हम दोनों खाना खाकर उठे और अब भाभी ने मेरा बिस्तर हॉल में लगा दिया और हम दोनों ने शुभरात्रि बोला और भाभी रूम में चली गई और दरवाजा बंद कर दिया.

    अब मैंने गरमी की वजह से ऊपर कुछ नहीं पहना था, बस टी-शर्ट को पास में रख लिया और में बस अंडरवियर में सो गया. तभी 15 मिनट के बाद भाभी के रूम का दरवाजा खुला और भाभी मेरे पास आकर बोली कि राहुल आप सो गये क्या? तो में बोला कि नहीं भाभी, तो वो बोली कि राहुल एक बात बोलनी थी, में बोला कि हाँ बोलो भाभी? तो वो बोली कि मुझे नींद नहीं आ रही है और हॉल में टीवी है तो आप बेड पर सो जाओ अंदर जाकर या फिर मेरे साथ टीवी देखो. फिर में बोला कि भाभी ठीक है में आपके साथ टीवी देखता हूँ तो बोली कि चलो उठो सोफे पर बैठते है, मैंने अपनी टी-शर्ट को हाथ में लिया और थोड़ा उठकर पहन लिया क्योंकि दोस्तों में अपनी भाभी के सामने ऐसे कैसे जा सकता था वैसे भला हो उस चादर का जो मैंने उसको अपने ऊपर डाल रखा था.

    अब हम टीवी देखने लगे उस पर भाभी ने एक हॉलीवुड फिल्म लगा दी, बस हम ऐसे ही बैठे बैठे देख रहे कि तभी समुद्र का एक सीन आया उसमे एक लड़का अंडरवियर में खड़ा हुआ था तो भाभी बोली कि राहुल भैया देखो इस हीरो की कितनी मस्त बॉडी है, में भी हमेशा दीपक से बोलती हूँ कि तुम भी ज़िम जाया करो, लेकिन वो आलसी है जाते ही नहीं. तो में भाभी से ऐसे ही बोला कि हाँ भाभी अच्छी तो है, लेकिन मुझसे अच्छी नहीं है, वैसे दोस्तों मुझे भी ज़िम का बड़ा शौक है तो मेरा भी शरीर दिखने में बहुत अच्छा था और ऊपर से मेरी हाईट करीब 6 फिट है तो अच्छी लगती थी.

    अब भाभी मुझसे बोली कि राहुल भैया आप ज्यादा फेंको मत यार, दिखने में तो उससे ज्यादा अच्छी नहीं लगती? तो मैंने कहा कि भाभी यार वो बिना टी-शर्ट के है इसलिए एकदम साफ दिख रही है, भाभी मुझसे बोली कि राहुल भैया तो फिर मुझे भी दिखाओ ना? मैंने उनसे कहा कि भाभी आप रहने दो, भाभी बोली कि आप दीपक की तो हर बात मान लेते हो और मैंने तो आज पहली बार आपसे कुछ बोला है, मुझे बहुत पसंद है भरी हुई बॉडी को देखना. फिर मैंने कहा कि ठीक है में अभी आपको दिखाता हूँ और फिर मैंने अपनी टी-शर्ट को उतारकर उन्हें एक दो पोज़ दिखा दिए तो भाभी वो सब देखकर मुझसे बहुत आकर्षित होकर बोली कि राहुल आपकी बॉडी तो सही में बहुत अच्छी है और अब वो मेरे पास आकर मेरे पूरे शरीर को छूने लगी. फिर में एकदम से पीछे हट गया तो भाभी मुझसे बोली कि क्या हुआ? मैंने कहा कि भाभी जी आप यह क्या कर रही हो? लेकिन अब मुझे भाभी की नीयत समझ में आ गयी थी और में यह बात सोच ही रहा था कि तभी भाभी मुझसे लिपट गई मुझे अचानक से एक झटका लगा और में बोला कि भाभी यह क्या है?

    भाभी बोली कि राहुल अब ज्यादा बनो मत, मुझे मेरे पति ने सब कुछ बता दिया है आपकी और त्रप्ति की चुदाई के बारे में. अब मुझे उसके मुहं से यह बात सुनकर एकदम से झटका लगा और में बोला कि क्या? (दोस्तों त्रप्ति भी मेरे एक दोस्त की पत्नी है) तो प्रिया भाभी बोली कि हाँ अभी दो दिन पहले मेरी उससे बात हुई थी और हम सभी दोस्तों का ग्रुप है तो आपके दोस्त की पत्नी भी आपस में हमारी एक बहुत अच्छी दोस्त है और देखो आज आप आ भी गये.

    अब मैंने मन ही मन में सोचा कि यार मुझे तो पका पकाया माल मिल रहा है तो क्यों ना में मज़े ले लूँ? और अब मैंने भाभी को अपनी बाहों में बिल्कुल टाईट पकड़ कर बोला कि हाँ भाभी में लेपटॉप में ब्लू फिल्म देखकर समझ गया था कि तुमको क्या चाहिए, लेकिन में दीपक की वजह से कुछ नहीं बोला. अब भाभी मेरी छाती पर हल्के से किस करते हुए बोली कि दीपक तो बस पैसे के पीछे लगे रहते है, उनका मेरी तरफ़ तो बिल्कुल भी ध्यान ही नहीं है, जब में बोलती हूँ तो कभी कभी थोड़ा बहुत सेक्स कर लेते है और थका हुआ होने की बात बोलकर सो जाते है, में दीपक से प्यार बहुत करती हूँ, लेकिन जब से त्रप्ति ने मुझे आपके बारे में बताया है में तो आपको भूल ही नहीं पा रही हूँ क्योंकि मेरी भी बहुत इच्छा है कि में भी एक दिन आपके साथ कुछ करूं.

    दोस्तों भाभी एक तो मुझसे एकदम कसकर चिपकी हुई और ऊपर से उनकी इन बातों ने मेरे लंड को अब बहुत परेशान कर दिया था. फिर मैंने भाभी का एक हाथ पकड़ा और अपनी अंडरवियर के अंदर ले गया और अब भाभी को मैंने अपना लंड पकड़ा दिया और पूछा कि भाभी कैसा है? तो वो बोली कि त्रप्ति ने जब से मुझे आपके बारे में बताया है तब से में सोच रही थी कि आपका वो कैसा होगा? और प्रिया बोली कि मुझे भाभी नहीं प्रिया बोलो. तो में बोला कि ठीक है और बोला कि क्या प्रिया तुम मुझे किस नहीं करोगी? तो वो बोली कि राहुल में तो पूरी आपकी हूँ और अब वो मेरे होंठो पर होंठ रखकर किस करने लगी, हमारा बड़ा लम्बा स्मूच चला और आखरी में प्रिया ने जानबूझ कर मुझे होंठो पर काट लिया, लेकिन मुझे एक मीठा सा दर्द हुआ, तब प्रिया बोली कि क्यों ज़्यादा दर्द तो नहीं हो रहा है? तो मैंने कहा कि नहीं, वो बोली कि क्यों अब चले? तो में बोला कि ऐसे नहीं और मैंने प्रिया की नाईटी उतारी, उसने अंदर कुछ नहीं पहना था, वो एकदम मस्त माल, दुबली पतली, बड़े बूब्स, उसको जिस जगह से टाईट पकड़ो वहां से वो लाल टमाटर हो जाती थी.

    अब मैंने कहा कि प्रिया वाह यार तुम्हारा फिगर कितना सुंदर है, मैंने पहले तुमको कभी ध्यान से देखा ही नहीं वर्ना में तो तुमको चोदने की कोशिश ज़रूर करता. फिर वो शरमाते हुए बोली कि हट और फिर अपनी गांड मटकाते हुए बेडरूम की तरफ़ जाने लगी तो मैंने उसका हाथ पकड़ा और बोला कि कहाँ चली जान और गोदी में उठाकर उसे बेडरूम में ले गया और वही बेड पर पटक दिया और ऊपर आकर उसके बूब्स को मसलते हुए चूसने लगा. अब वो पूरी मस्ती में थी और ऊपर होकर पूरे बूब्स मेरे मुहं में घुसा रही थी. में अब प्रिया के बूब्स में मस्त था, क्योंकि वो एकदम गोरी और ऊपर से उसके वो भूरे निप्पल देखकर मुझे मज़ा आ गया और अब में उसके पूरे जिस्म को किस करने लगा और बीना बालों वाली गोरी चूत को भी और अपने होंठो से उसकी चूत के दाने को खींचने लगा जिससे वो जोश में आकर बिल्कुल गरम हो गई और फिर उसने मेरा सर अपनी चूत पर दबा दिया.

    मैंने भी अब कोई कसर नहीं छोड़ी और अच्छी तरह से चूत को चाटने चूसने लगा और अब वो थोड़ा शांत थी और वो मुझे अपने पास लेटाकर बोली कि अब मुझे भी तो मौका दो और मेरे अंडरवियर को उतार दिया और मेरे लंड को देखकर बोली ओह इसका मतलब त्रप्ति बिल्कुल सही बोलती थी, वाह कितना बड़ा है और अब वो उसको हिलाने लगी और मेरे लंड के सुपाड़े को मुहं में लिया और चूसने लगी, मुझे तो बहुत मज़ा आ रहा रहा था, लेकिन प्रिया थी कि उसे और भी मजेदार बना रही थी, लंड पर थूककर पूरा चाट जाती फिर मेरी गोलियों को लोलीपोप की तरह चूसती और मेरे मुहं से अहहह्ह्ह निकल जाती. मैंने प्रिया से पूछा कि वाह यार तुम कितना मस्त चूसती हो? तो वो कहने लगी कि दीपक पहले यह सब बहुत करते थे, लेकिन अब ना जाने उन्हें क्या हो गया है?

    फिर मैंने कहा कि अभी उस बात को छोड़ो और मज़े करो यार. फिर प्रिया बोली कि वही तो करुँगी आज बड़े दिनों के बाद और वो मुझे बेड पर लेटाकर मेरे ऊपर आ गई और मुझे किस करने लगी. में मन ही मन में दीपक के बारे में सोच रहा था कि साले तुझे इतना भी टाईम नहीं कि इतनी मस्त बीवी को चोदकर खुश रख सके? तभी प्रिया मेरे लंड को अपनी चूत पर सेट करके पूरा ज़ोर लगाकर बैठ तो गई, लेकिन इससे उसकी हालत बिगड़ गई और वो अपनी आवाज़ को दबाते हुए मेरे ऊपर गिर गई, लेकिन मुझे उसकी बिल्कुल टाईट चूत का मजा मिल रहा था तो में रुका नहीं और नीचे से उसे धक्के मारने लगा. थोड़ी देर में प्रिया को मजा आने लगा और फिर क्या ताल से ताल मिली और हम दोनों लग गये एक दूसरे को खुश करने में. प्रिया मेरे ऊपर कूदकर थोड़ी थक सी गई थी, फिर वो रुकी तो में उसे मज़े लेने के लिए बोला कि क्या बस इतना ही दम था? तो वो मुझसे बोली कि राहुल मैंने तो अपना दम दिखा दिया अब में देखती हूँ कि आप में कितना है? अब मुझे भी उसकी यह बात सुनकर जोश आ गया और में बोला कि प्रिया अब देख मेरा दम और उसको नीचे पटककर मैंने एक ही धक्के में पूरा लंड अंदर घुसा दिया और तेज तेज धक्के मारने लगा और प्रिया अपनी आखें बंद करके मेरे हर एक धक्के का मज़ा ले रही थी और मेरी पीठ पर अपने नाख़ून चुबाकर मुझे और भी गरम कर रही थी.

    दोस्तों करीब आधे घंटे तक लगातार मैंने उसको चोदा और फिर उससे पूछा कि क्यों देख लिया मेरा दम? तो वो मेरे मज़े लेते हुए बोली कि बस इतना ही था, मुझे थोड़ा गुस्सा आ गया और मैंने बदले की सोची और उठा तो वो बोली कि गुस्सा क्यों करते हो में तो तुमसे सिर्फ मजाक कर रही थी? तो में बोला कि जान में तुमसे गुस्सा थोड़ी हूँ रूको और मैंने अपने लंड पर थोड़ा सा तेल लगा लिया और बोला कि कुतिया बन जा. फिर वो बोली कि क्या कर रहे हो? मैंने बोला कि अभी तो देखो और मज़े करो.

    फिर उसने मेरी बात मानी और में पीछे से आकर चूत पर लंड को सेट करते करते गांड पर ले गया और एक धक्का मारा तो मेरा टोपा अंदर चला गया और प्रिया एकदम से चीख पड़ी प्लीज इसे बाहर निकालो प्लीज आह्ह्ह्हह्ह्ह्ह उईईईईई में मर गई, मुझे बहुत दर्द हो रहा है, प्लीज इसे बाहर निकालो. फिर में बोला कि रूको थोड़ी देर में सब ठीक हो जाएगा, वो बोली कि मेरी तो जान जा रही है उह्ह्ह्हह्ह और फिर हिलने लगी. अब मुझे लगा कि जैसे सारा मज़ा खराब हो जाएगा. फिर में बोला कि रूको में अभी निकालता हूँ और मैंने ज़ोर से एक झटका और मारा तो आधा लंड अंदर चला गया, लेकिन अब मुझे भी दर्द हो रहा था, क्योंकि उसकी गांड बहुत टाईट थी और प्रिया की तो हवा ही निकल गई थी. इसके बाद वो बोली कि कमीने आईईईईईईई राहुल अब छोड़ दे मुझे.

    फिर मैंने कहा कि अब रूको में तुम्हे मज़े भी करवाता हूँ मैंने थोड़ा सा इंतजार किया और फिर से चालू हो गया, उसे भी अब मजा आने लगा, लेकिन अब मेरा निकलने वाला था दोस्तों उसकी गांड टाईट ही इतनी थी कि में क्या करता और में उसकी गांड में ही झड़ गया और अब हम दोनों चिपककर लेट गये. फिर जैसे ही में शांत हुआ तो उसने किस के बहाने मेरी गर्दन पर ज़ोर से काट लिया, मुझे बहुत दर्द हुआ और फिर प्रिया बोली कि यह राहुल आपकी सज़ा है और इससे भी ज़्यादा दर्द हुआ मुझे जब आपने मेरी गांड में आपका लंड डाला. दोस्तों में उसकी मासूम सी हरकत पर अपना दर्द भूल गया और मैंने कहा कि जान अभी रूको एक बार और अंदर जाने दो इसे फिर तुम अपनी चूत को चुदवाना भूल ही जाओगी. दोस्तों उस रात एक बार और मैंने उसकी चुदाई की और फिर में सुबह अपने घर के लिये निकल गया और अब भी में कभी कभी उसके साथ मौका देखकर सेक्स कर लेता हूँ.