Month: March 2021

  • मेरी वाईफ को अंजान से चुदते देखा, cuckold sex story

    हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम मनीष है और में सूरत से हूँ. में आज आपको मेरा आँखो से देखा हुआ रियल सेक्स बताने जा रहा हूँ, जो मेरी वाईफ और एक अजनबी ने किया था. हमारी शादी को 1 साल हुआ है. मेरी वाईफ दिखने में गोरी, लंबी, और अच्छी फिगर की है और उसका साईज 34-29-35 है. अब में जो स्टोरी आपको बताने जा रहा हूँ, ये बात 15 दिन पहले की है. मेरे घर पर फर्निचर का काम चल रहा था और घर पर गगनपाल और सुरेश नाम के दो मिस्त्री काम करते थे. अब रोज की तरह में सुबह 9 बजे घर से जॉब पर चला गया था, लेकिन उस दिन हमारे ऑफिस का काम चल रहा था, इसलिए हमें छुट्टी दे दी थी.

    फिर में दोपहर को 1 बजे जब घर लौटा तो मैंने बेल बजाई, लेकिन बिजली ना होने की वजह से बेल नहीं बजी और मुझे लगा कि कोई दरवाजा खोलने आ क्यों नहीं रहा है? फिर मैंने मेरे बैग से अपनी एक्सट्रा चाबी निकाली और दरवाजा खोला. फिर जब में घर में अन्दर आया तो मैंने देखा कि रूम में कोई नहीं था, ना वर्कर्स और ना मेरी वाईफ. फिर में मेरी वाईफ को सर्प्राइज़ देने के लिए धीरे पैर अपने बाथरूम की तरफ गया तो अंदर से थोड़ी आवाज़ आ रही थी.

    फिर मैंने दरवाजे के होल से देखने का सोचा. फिर जब मैंने दरवाजे के होल से देखा तो देखते ही दंग रह गया. मेरा मन किया कि अभी दरवाजा खोलकर दोनों को मार दूँ, लेकिन अब मेरी वाईफ को इतना खुश देखकर फिर मैंने अपना मन बदल दिया और फिर से दरवाजे के होल से देखा तो मेरी वाईफ अब पूरी नंगी अपने घुटनों पर बैठी है और मिस्त्री सुरेश भी नंगा खड़ा था.

    अब मेरी वाईफ सुरेश का लंड चूस रही थी और बोल रही थी कि वाह सुरेश तेरा कितना तगड़ा लंड है? मन करता है कि तेरा चूसती रहूँ. सच में सुरेश का लंड कम से कम 8 इंच लंबा और 4 इंच मोटा था. फिर तो सुरेश भी मेरी वाईफ के सर को पकड़कर अपना लंड मेरी वाईफ के मुँह में डालने लगा. अब ये नज़ारा देखकर में हैरान हो गया था, मेरी वाईफ आज तक कभी मेरा लंड अपने मुँह तक भी नहीं लाई थी.

    अब सुरेश का लंड एकदम घोड़े के जैसा तन गया था और अब में मन ही मन घबरा गया था कि कहीं इस घोड़े जैसे लंड से मेरी वाईफ की चुदाई कर ली तो वो मर जायेंगी. इतने में सुरेश ने मेरी वाईफ के बूब्स ज़ोर से दबाये और कहा कि वाह भाभी जी आपके बूब्स तो मस्त कड़क है, लगता है कि भैया ठीक से दबाते नहीं. तब मेरी वाईफ ने कहा कि वो अभी तुम्हारे सामने बच्चा है तुम्हारी उम्र कम है, लेकिन तुममें उससे ज़्यादा ताकत है और उससे हर चीज़ बड़ी है, अब वो बोलते-बोलते सुरेश का लंड हिला रही थी और सुरेश भी मेरी वाईफ के बूब्स ज़ोर-ज़ोर से खींच रहा था.

    अब इतने में खुद मेरी वाईफ आगे झुकी और सुरेश से कहा कि आज मुझे अपने बड़े लंड का स्वाद चखाओं, में कब से इसके लिए तड़प रही हूँ और जब मैंने इसे पहली बार देखा था, तब से कभी ठीक से सो भी नहीं पाई हूँ. तब सुरेश ने कहा कि आपने मेरे लंड को कब देखा था? तब मेरी वाईफ ने कहा कि तुम बाथरूम में मेरी पेंटी को अपने हाथ में लिए इस मस्त लंड को परेशान कर रहे थे. तब सुरेश ने कहा कि हाँ भाभी रोज आपकी बड़ी गांड देखकर मेरा मन करता था कि आपकी गांड मार लूँ, आप जब झुककर बूब्स दिखाती थी तो मेरा लंड बेकाबू हो जाता था. आज ये मस्त मोटी गांड मारूँगा.

    फिर मेरी वाईफ ने कहा कि आज अपनी भाभी की जी भर के चुदाई करो और फिर मेरी वाईफ ने सुरेश का लंड हाथ में पकड़ा और अपनी चूत के होल पर रखा तो अब सुरेश भी बेकाबू हो गया और मेरी वाईफ को कमर से पकड़ा और जैसे ही धक्का दिया तो फिर मेरी वाईफ की चीख निकल गई और सुरेश से गुस्से में बोली कि साले एक ही बार में पूरा क्यों डाल दिया? फिर सुरेश ने कहा कि भाभी जी ये तो मेरे लंड का टोपा गया है, पूरा लंड तो अभी बाकि है. ये बोलकर उसने मेरी वाईफ के बूब्स को पकड़कर एक और धक्का मारा तो वाईफ के मुँह से आआआहह निकल गई और कहा कि ऐसा लग रहा है कि जैसे में पहली बार चुद रही हूँ.

    अब सुरेश का आधा भी लंड चूत में नहीं गया था तो सुरेश ने कहा कि भाभी अब तक तेरी चूत पूरी भी नहीं खुली है. क्या, भैया ठीक से चोदते नहीं क्या? फिर मेरी वाईफ ने कहा कि हर किसी का लंड तेरे जैसा मजबूत जोरदार नहीं होता है. फिर सुरेश ने धीरे-धीरे धक्के देना शुरू किया और अब मेरी वाईफ भी आअहह आअहह करके मजे लेने लगी थी. अब मेरी वाईफ ने जोश-जोश में सुरेश का पूरा लंड ले लिया था और अब लगभग 20 मिनट तक सुरेश मेरी वाईफ को चोदता रहा.

    फिर मेरी वाईफ बोली कि सुरेश में 3 बार पानी निकाल चुकी हूँ, अब तो अपना पानी निकालो. फिर सुरेश ने कहा कि अभी नहीं अभी तो तेरी चूत का भोसड़ा बनाऊंगा और चोदता रहा. फिर मेरी वाईफ बेड पर उल्टी सो गयी तो सुरेश उसे कमर से खींचकर फिर से चोदता रहा और अब उसका लंड ज़ोर-ज़ोर से चूत के आर पार हो रहा था.

    फिर उसने कहा कि मेरा पानी निकलने वाला है, इसको टेस्ट नहीं करोगी? फिर मेरी वाईफ ने कहा कि तूने मुझे जन्नत दिखाई है तो तुमको भी खुशी मिलनी चाहिए. ये कहकर वो सीधी हुई और उसके लंड को अपने मुँह में ले लिया और कहा कि वाउ क्या मर्दाना लंड है तेरा? टेस्ट भी मस्त है. अब सुरेश मेरी वाईफ के मुँह में चुदाई करने लगा और फिर तो मेरी वाईफ भी उसके लंड को अपने मुँह में लेने लगी. तभी ज़ोर से रॉकेट जैसी पिचकारी निकली और मेरी वाईफ ने पूरा पानी पी लिया और अपनी जीभ से सुरेश के लंड को चाट-चाट कर साफ कर दिया. अब वो चाट रही थी तो सुरेश का लंड तन रहा था. फिर सुरेश ने कहा कि साली लंड मुँह से निकाल वरना तेरी गांड की खैर नहीं है. फिर मेरी वाईफ ने कहा कि अब में इस लंड की दीवानी हो गई हूँ.

    फिर सुरेश का लंड डबल तन गया और उसने मेरी वाईफ को उल्टा करके उसके गांड के होल पर अपना लंड रख दिया और मेरी वाईफ से कहा कि इतनी मस्त गांड को तेरा पति मारता नहीं, पागल है, फुटबॉल जैसी गांड तो चुदने के लिए ही होती है. ये सुनकर मेरी वाईफ बोली कि साले तेरा लंड तो पीछे जायेगा और आगे से निकल जायेगा. तेरा इतना बड़ा है, इतना तो मेरा पति एक महीने में नहीं चोदता जितनी तूने आज मेरी चुदाई की है, वो देखता तो उसे पता चलता कि उसकी वाईफ की चूत का क्या हाल किया है? फिर सुरेश ने लंड गांड में डालने की कोशिश की, लेकिन उसका लंड गांड में नहीं गया तो मेरी वाईफ सीधी हो गई और कहा कि रूको. फिर उसने सुरेश को सीधा लेटा दिया और खुद अपनी गांड को सुरेश के लंड पर रखकर बैठ गई और उस पर उछलने लगी. फिर काफी देर तक चुदाई के बाद वो झड़ गई और अब वो संतुष्ट लग रही थी.

  • नेहा भाभी ने मेरी गांड चोदी, bhabhi ne gaand maari

    हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम आर्यन है, मैंने नेहा को कुछ दिन पहले ही मज़ाक-मज़ाक में उसे भाभी कहा और तब से ये ही चलता आ रहा है. तो ऐसे ही एक दिन में उससे व्हाट्सअप पर बात कर रहा था और फ्लर्ट करना तो हर लड़के की आदत होती है. बातों ही बातों में जब मैंने उससे पूछा कि क्यों भाभी जी भैया ख्याल रखते है की नहीं? तो नेहा का रिप्लाई आया कि क्या बताऊँ यार? में उनके लिए कितने सुंदर कपड़े पहनकर तैयार रहती हूँ, लेकिन वो आते ही टी.वी में घुस जाते है. अब व्हाट्सअप पर फोटो शेयर करने के बाद हम दोनों से रहा नहीं जा रहा था, लेकिन नेहा के पति होते हुए हम दोनों ही तड़प रहे थे.

    अब एक दिन के लिए उसके पति आउट ऑफ टाउन गये और में रात भर अपनी नेहा को चोदने पहुँच गया. फिर नेहा ने दरवाजा खोल दिया तो वो डीप नेक पिंक नाईटी में गीले बालों में, वो बहुत ही टाईट माल लग रही थी, हाईट 5 फुट 5 इंच और मस्त फिगर. मैंने उससे कहा कि बड़ी कमाल लग रही हो नेहा तो उसने बोला कि भाभी बोलो ना और मुझे आज रातभर अपनी भाभी बनाकर चोदो. मुझे अपने देवर से चुदना है. फिर मैंने तुरंत ही दरवाजा लॉक किया और नेहा को हग कर लिया, अब में अपने हाथ से उसकी पूरी बॉडी को महसूस कर रहा था. अब और वो भी मुझे हर जगह टच कर रही थी. फिर धीरे से मैंने उसकी गर्दन को किस किया तो वो जोर-जोर से सांसे लेने लगी.

    फिर मैंने नेहा भाभी के कानों में भाभी बोला और उसके कान को काटने लगा. अब नेहा भाभी बहुत गर्म हो चुकी थी, फिर उसने मेरी बैक साईड को कस कर पकड़ लिया और में भी उनकी आँखों को किस करता रहा. अब नेहा भाभी ने मेरी शर्ट को खोलना चालू कर दिया था. फिर नेहा भाभी बोली कि आह्ह्ह आर्यन फिर मैंने नेहा भाभी को दीवार से चिपका दिया और उनकी गांड मेरी साईड थी. अब में उनसे चिपककर खड़ा हो गया और अब मेरा लंड जो जीन्स के अंदर तन चुका था उनकी गांड से सटा हुआ था, अब मेरे हाथ उनके बूब्स पर थे और मैंने उन्हें दीवार से चिपका कर रखा हुआ था. अब मैंने उन्हें पलटाया और हम दोनों किस करने लगे, हम दोनों की ये पहली किस थी, लेकिन हम दोनों ही एक दूसरे के मुँह में थूक रहे थे. वो बहुत ही गर्म और लंबी किस थी. अब किस के टाईम मैंने नेहा भाभी को छाती से पकड़ा हुआ था, जबकि वो मेरी जीन्स के ऊपर से मेरे लंड को सहला रही थी. फिर मैंने धीरे से अपना हाथ उनके बूब्स से होते हुए उनके गीले बालों तक ले गया.

    अब में उनके बालों को हल्के से खींच रहा था, इतने में ही नेहा भाभी ने मुझे एक तमाचा मार दिया. हालाँकि वो ज्यादा ज़ोर से नहीं था, लेकिन में थोड़ा डर गया था. फिर नेहा भाभी बोली कि भाभी को चोदने आया है साले? तो मैंने कुछ नहीं बोला. फिर वो थोड़ी देर तक मुझे घूरने के बाद भाभी मुझे फिर से किस करने लगी. अब में भाभी को वापस से किस कर रहा था, लेकिन अब मेरे हाथ उनकी छाती पर ही थे, लेकिन थोड़ी ही देर में सब कुछ बदल गया और अब नेहा भाभी मेरे लिप और जीभ को काटने लगी थी.

    अब हम दोनों ही बिस्तर पर लेट गये और अब भाभी मेरे ऊपर थी. अब वो मेरी शर्ट उतारकर मेरे निप्पल को काट रही थी और फिर धीरे से वो नीचे गयी और फाइनली उन्होंने मेरी जीन्स उतार दी. फिर उन्होंने अपने दातों से मेरी अंडरवेयर भी निकाल दी और मेरा लंड चूसने लगी. अब वो मेरे लंड की टोपी को अपनी जीभ हिला हिलाकर सहला रही थी. जैसे ही मेरे लंड से पानी आया तो भाभी ने मेरे लंड से अपनी माँग रगड़ दी तो मैंने पूछा कि ये क्या था? तो भाभी बोली कि मेरी माँग नहीं भरोगें? और मैंने बस हंसकर उनका जवाब दिया.

    फिर में खड़ा हो गया और भाभी अपने घुटनों पर आकर मेरे लंड को चूसने लगी. अब वो मेरे अंडो को भी चूस रही थी और वो बहुत ही मस्त तरीके से मेरे एक-एक अंडे को अपने मुँह में रखकर खींच रही थी और लंड पर थूक-थूक कर चूस रही थी. अब मेरा लंड पूरा गीला और हार्ड था तो भाभी बोली कि अब जल्दी से अपनी भाभी को चोदना और वो झट से अपनी पेंटी उतार कर ज़मीन पर ही लेट गयी. में भी तुरंत भाभी के ऊपर लेट गया और धीरे से अपने लंड को उनकी चूत में डाल दिया. तो भाभी बोली आआआह्ह्ह शादी के 2 साल के बाद भी वो चूत ढीली नहीं थी. अब मुझे टाईट चूत को चोदने में बड़ा मज़ा आ रहा था और अब में धीरे-धीरे अपनी स्पीड बढ़ा रहा था और साथ ही साथ उनके बड़े-बड़े पिंक निप्पल चूस रहा था तो भाभी बोली कि इतना मत तड़पाओ मुझे, आअहह आर्यन.

    अब में ये सुनकर उनकी निप्पल और ज़ोर से काटने लगा फिर इतने में भाभी ने मुझे फिर से मारा तो मैंने उन्हें चोदना छोड़ दिया और उन्हें देखने लगा तो भाभी बोली कि उठ. फिर जैसे ही में उनके ऊपर से हटा तो भाभी उठ गई और मेरी गांड को दबाना शुरू कर दिया. अब मुझे कुछ समझ आता इससे पहले उसने फिर से दबाना शुरू कर दिया तो में चिल्लाया, आअहह भाभी. भाभी अपने घुटने के बल बैठकर मेरी गांड को चाटने लगी और अब वो अपने हाथ से मेरी गांड को फाड़ कर चाट रही थी.

    अब मुझे बड़ा ही मज़ा आ रहा था. फिर मेरी पूरी गांड भाभी ने चाट चाटकर पूरी गीली कर दी थी, आहह भाभी. अब भाभी ने मुझे टेबल पर लेटा दिया और रबड़ का लंड लेकर आ गई. अब भाभी अपने नये लंड से मेरी गांड को सहला रही थी और मेरी गांड को काट भी रही थी. अब मुझे दर्द भी हो रहा था, लेकिन मज़ा भी आ रहा था. फिर भाभी ने वो रबड़ का लंड मेरी गांड में घुसा दिया और मेरी गांड मारने लगी, आआआ अब में ज़ोर जोर से मौन करने लगा था.

    फिर भाभी ने मुझे जोर से पकड़ा और ज़ोर से मेरी गांड मारती रही आआहह भाभी मज़ा आ गया. अब मैंने इतना ही कहा था कि भाभी ने मेरी गांड को ज़ोर से मारा तो भाभी बोली कि तेरे मज़े के लिए नहीं तुझे तड़पाने के लिए में तेरी गांड मार रही हूँ. फिर में बोला जी भाभी और अपनी गांड मरवाता रहा. अब भाभी मेरी गांड के छेद में थूकती रही और मेरी गांड मारती रही और में चिल्लाता रहा और मज़े लेता रहा. फिर भाभी ने अचानक से मेरी गांड मारते हुए, मेरे निप्पल को दबाना चालू कर दिया, म्‍म्म्मम भाभी एम्म आर्यन मेरे देवर. अब भाभी मेरी गांड मारती रही और अब मेरी गांड में बहुत दर्द हो रहा था, लेकिन मज़ा उससे भी बहुत ज्यादा आ रहा था. अब भाभी ने मुझे बहुत ज़ोर से चोदना चालू किया और उनकी स्पीड बहुत ज्यादा थी और अब बस में ज़ोर-ज़ोर से चिल्ला रहा था, भाभी आहह आहह.

    फिर भाभी ने गांड मारते हुए मेरे लंड को पकड़कर हिलाना चालू किया, उनके हाथ बहुत तेज आगे पीछे हो रहे थे. अब में बहुत ही मज़े में था तो भाभी बोली कि आअहह आर्यन लगता है तुम्हारा गिरने वाला है तो में बोला हाँ भाभी, आअहह. फिर भाभी ने रबड़ का लंड ज़ोर से मेरी गांड के अंदर तक घुसा दिया, तो में चिल्लाया, ओह भाभी आअहह.

    अब भाभी बहुत जोर-जोर हिल रही थी और भाभी वापस अपने घुटने के बल बैठ गई और अपने बड़े बूब्स को मेरे लंड में फंसा कर वो मेरे पानी के गिरने का इंतजार करने लगी और में चिल्लाता रहा, आह्ह्ह. अब भाभी मेरी गांड में उंगली भी कर रही थी और फिर जल्दी ही मेरा पानी बाहर आ गया और भाभी ने अपना मुँह खोलकर पूरा अंदर ले लिया. फिर भाभी बोली कि आर्यन मेरे देवर मस्त गर्म पानी आया है. फिर हमने बहुत मजा किया और भाभी ने भी मुझे बहुत मजा दिया.

  • ग्वालियर वाली भाभी की चुदाई

    हैल्लो दोस्तों, यह मेरी पहली कहानी है. मेरा नाम राज है और मेरी उम्र 25 साल है लम्बाई 5.10 गठीला शरीर है. दोस्तों में उम्मीद करता हूँ कि मेरी यह कहानी आप सभी को जरुर अच्छी लगेगी और अब में सीधा अपनी आज की एक सच्ची कहानी पर आता हूँ. दोस्तों यह घटना तब की है जब में रायपुर में रहता था और में वहां पर अकेला ही एक कमरे में किराए से रहता था क्योंकि में उस समय अपने कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने के लिए दूसरे शहर से आया था और उसी घर में एक फेमिली भी रहती थी जो ग्वेलियार से आई थी. उस फॅमिली में चार लोग थे. श्याम जिनकी उम्र 35 साल, उनकी पत्नी स्वाती जिनकी उम्र 30 साल, उनकी एक बेटी रानू 12 साल और एक बेटा नितेश जिसकी उम्र 10 साल थी.

    श्याम कहीं बाहर नौकरी किया करते थे इसलिए वो घर पर दो तीन महीने में एक बार आता था और रानू से मेरी बहुत अच्छी जमने लगी थी और वो अक्सर मुझसे गणित के सवाल पूछा करती थी और फिर धीरे धीरे स्वाती भाभी भी मुझसे घुल मिल गयी थी. दोस्तों उनका क्या मस्त सेक्सी फिगर था. उनका साईज 36-32-38 था दूध की तरह उनका एकदम गोरा रंग, लम्बाई करीब 5.4 थी, लेकिन मैंने पहले कभी भी उनको कोई ग़लत नज़र से नहीं देखा.

    फिर समय ऐसे ही बीतता गया और फिर 6 महीने हो गये. हम अक्सर साथ बाहर घूमने, फिल्म देखने, शॉपिंग के लिए जाया करते थे और रास्ते में मेरी कई बार बाहर के लोगों से बहस भी हो जाया करती थी क्योंकि वो लोग भाभी को घूरते हुये उनको गंदी गंदी नजरों से देखते थे और उनके लिए गंदी गंदी बातें करते जैसे क्या कि वाह क्या गांड है यार क्या एक बार चोदने? लगता है कि पकड़कर चोद दूँ और साली की चूत फाड़ दूँ.

    हम रोज़ रात को खाने के बाद इधर उधर की बातें किया करते थे और वो मुझे अपनी समस्या बताती थी. जैसे कि उन्होंने मुझे एक दिन बताया कि उनके पति ने कोई दूसरी लड़की पटा रखी है इसलिए वो अक्सर घर पर कम ही आते है और वो सिर्फ़ पैसे भिजवा देते है और सिर्फ़ पैसे से तो सब कुछ नहीं होता उसके आलावा भी मुझे कुछ और की कभी जरूरत होती होगी ना? दोस्तों शायद वो मुझे उस समय ग्रीन सिग्नल देती, लेकिन मेरे मन में ऐसा कुछ नहीं था. एक दिन की बात है और में उनके रूम में उनके बच्चो से मिलने गया तो मैंने देखा कि वहां पर कोई नहीं था और उनके दोनों बच्चे कहीं बाहर खेलने गए हुए थे.

    मैंने आवाज़ लगाई और अंदर वाले रूम की तरफ चला गया. तभी मेरे तो एकदम से होश उड़ गये., मुझे ऐसा लगा कि जैसे में किसी दूसरी दुनिया में हूँ और में जैसे कोई खुली आखों से सपना देख रहा हूँ क्योंकि भाभी ठीक मेरे सामने पूरी तरह नंगी खड़ी हुई थी और उनके बदन पर कोई भी कपड़ा नहीं था शायद वो अभी अभी बाथरूम से नहाकर बाहर आई थी और अपने पूरे मस्त गोरे शरीर पर लोशन लगा रही थी और फिर जैसे ही मैंने उनको देखा तो हम दोनों की नज़रे एक दूसरे से मिल गई और कुछ पल के लिए हम एक दूसरे को देखते रहे जैसे कि वो वक़्त वहीं पर रुक सा गया हो.

    फिर भाभी अपने टावल से अपने मस्त गोल बूब्स को मुझसे छुपाती हुई मुझसे हड़बड़ाकर बोली कि राज तुम यहाँ पर कैसे? तो में उनसे सॉरी बोलते बोलते वहाँ से बाहर निकल गया, लेकिन दोस्तों अब उनको इस तरस से अचानक देखने पर मेरे मन में भाभी के लिए कुछ और ही था. में शाम तक अपने रूम में बैठकर सिर्फ़ उनके बूब्स जिसके निप्पल स्ट्रॉबरी की तरह हल्के गुलाबी रंग के थे. उनकी तड़पती हुई चूत के होंठ किसी गुलाब की पंखड़ियों की तरह कोमल थी और में अब उसी के बारे में सोचता रहा कि आखिर कैसे में उस बदन को अपनी बाहों में भरकर उनके बूब्स को चूसता रहूँ और चूत को चूमता रहूँ? यह सब सोचते सोचते मुझे करीब शाम के 7 बज गये थे.

    तभी भाभी मेरे रूम पर आई और मेरा मन तो कर रहा था कि उन्हे यहीं पर पटककर पूरा नंगा कर दूँ और उनकी ब्रा, पेंटी को फाड़ दूँ और इतना चोदूं इतना चोदूं कि उनकी आज चूत ही फट जाए और उनकी गांड, चूत, मुहं सबको इतना जमकर चोदूं कि वो चुदते चुदते बैहोश हो जाए, लेकिन में अब सिर्फ दिखावे के लिए उनके सामने अपना सर झुकाकर खड़ा हुआ था. तो भाभी मुझसे बोली कि राज जो सब कुछ आज हुआ है तुम उसे भूल जाओ ऐसा कभी कभी गलती से हो जाता है और फिर वैसे भी यह बात तो सिर्फ हम दोनों के बीच में ही है. मुझे उनके मुहं से यह बात सुनकर लगा कि वो शायद मुझे सिग्नल दे रही और मेरा लंड एकदम से तनकर लंबा हो गया और में अब मौका देखकर उनसे बात करते करते उनके बहुत पास गया और मैंने उन्हे ज़ोर से अपनी बाहों में जकड़ लिया और उनके गुलाबी रस भरे होंठो को चूमने लगा, लेकिन तभी इतने में वो मुझे अपने से दूर करके बोली कि राज यह सब करना बहुत ग़लत है और फिर वो वहां से चली गई.

    दोस्तों अब तो में प्लान करने लगा कि कैसे में उन्हे चोद सकता हूँ और फिर दो महीने बीतने के बाद सब कुछ पहले जैसा हो गया था. एक रात को में उनके घर पर बैठा हुआ था कि तभी वो मेरे पास कोल्डड्रिंक लेकर आई और अब हम चारों कोल्डड्रिंक पीने लगे, तभी भाभी उठकर किचन की तरफ पकोड़े लेने चली गई. फिर मैंने उनकी कोल्डड्रिंक में छुपकर थोड़ी सी विस्की मिला दी और वो वापस आकर उसे पीने लगी, लेकिन ना जाने क्यों उन्होंने उसे फिर से नीचे रख दिया.

    में अब बहुत डर गया और मन ही मन सोचने लगा कि शायद भाभी ने उसे सूंघकर नीचे रख दिया है और वो अब सब कुछ समझ चुकी है. तभी कुछ देर के बाद दोनों बच्चे अपने रूम में जाकर सो गए और भाभी ने अब अपना कोल्डड्रिंक उठाया और एक सीप लिया. फिर भाभी को लगा कि जैसे उसमे कुछ मिला है और वो मुझसे कहने लगी कि इसका स्वाद कुछ कुछ कड़वा है, लेकिन मैंने उन्हे समझाया कि वो आपको इन पकोड़ो की वजह से ऐसा लग रहा है और वो अब पूरी कोल्डड्रिंक पी गयी और उन्हे कुछ देर बाद हल्का सा नशा हो गया. और में उन्हे एलबम दिखाने के बहाने से अपने रूम में ले गया. उनकी चाल में अब कुछ लड़खपन था.

    फिर हम दोनों एलबम देखने लगे. फिर हमने वो विस्की वाली ड्रिंक पी, लेकिन इस बार विस्की कुछ ज्यादा थी. एक बार पहले पीने की वजह से उन्हे अब पता नहीं चला और वो थोड़ी नशे में थी. फिर मैंने उनको बिस्तर पर लेटा दिया और वो मुझसे बोली कि राज तुम यह क्या कर रहे हो? तो मैंने कहा कि चुपकर साली, में आज अभी तुझे चोदने वाला और फिर में उनके ऊपर बैठ गया और दोनों बूब्स को कपड़ों के ऊपर से ही दबाने लगा. दोस्तों वाह क्या मस्त मुलायम बूब्स थे.

    मुझे तो उन्हे दबाने पर ऐसा लग रहा था कि जैसे वो कोई हवा का गुब्बारा था. उसने मुझे अपने से दूर करने की ना काम कोशिश की लेकिन वो नशे में थी इसलिए कोई ज्यादा फायदा नहीं हुआ और अब में कुत्ते की तरह उसके होंठ चाटने लगा और गाउन को उतारने की कोशिश करने लगा, लेकिन नहीं उतार पाया तो मैंने उसे फाड़ दिया और फिर उसके ऊपर लेट गया और चूमने लगा उधर भाभी मुझे गाली दे रही थी कि कुत्ते कमीने मुझे छोड़ दे, में तेरी भाभी हूँ मदारचोद, तू मेरे साथ ऐसा मत कर हरामी, मेरी जिंदगी बर्बाद मत कर भोसड़ीवाले छोड़ दे मुझे और अब ज़ोर ज़ोर से रोने लगी, लेकिन तब तक मैंने अपना लोवर उतार दिया और मेरा लंड उसके मुहं में डालकर उनके मुहं को चोदने लगा जिसकी वजह से उनकी आवाज बिल्कुल बाहर आनी बंद हो गई और फिर मैंने कहा कि ले कुतिया ले तू अब मेरा लंड खा और अब तू कैसे मुझे गाली देती है? में देखता हूँ.

    फिर मैंने कुछ देर बाद लंड को बाहर निकालकर उसे उल्टा लेटा दिया और ब्रा का हुक खोलकर पेंटी को नीचे खींचकर उसकी मस्त गांड को दबाने लगा वाह क्या मस्त गांड थी बिल्कुल चिकनी और नरम जिसे छूकर मुझे ऐसा लग रहा था कि जैसे में हवा में बादलों से खेल रहा हूँ और फिर में उसके दोनों पैरों को फैलाकर पीछे से उनकी उभरी हुई, फूली हुई चूत को चाट रहा था और चूस रहा था, लेकिन जैसे ही मैंने चाटना शुरू किया तो मैंने देखा कि अब उनकी गालियाँ सिसकियों में बदल गई थी और वो अब ज़ोर ज़ोर से सिसकियाँ ले रही थी उह्ह्ह्हह्ह आईईईई और ज़ोर से और हाँ उफ्फ्फफ्फ्फ़ राज मुझे बहुत अच्छा लग रहा अह्ह्ह्हह वाह बहुत मस्त है उम्म्म्म तभी उसने अचानक से पलटकर मेरे लंड को पकड़ लिया और बोली कि राज यह क्या है इतना लंबा और मोटा लंड? ऐसा तो मैंने आज तक नहीं देखा है में तो मर जाउंगी इसे अंदर लेकर तो आज मेरी चूत फट जाएगी और राज प्लीज तुम इसे अंदर मत डालना प्लीज यह मेरे लिए बिल्कुल भी नहीं है.

    में : तुम बिल्कुल भी चिंता मत करो मेरी जान तुम्हे कुछ नहीं होगा और मेरे साथ बस तुम्हे तो मज़ा ही मज़ा आएगा.

    भाभी : नहीं राज, मेरी फट जाएगी. मेरी चूत बहुत छोटी है वो पूरी फट जाएगी और मुझे बहुत दर्द होगा.

    फिर में उठा और किचन से थोड़ा तेल लेकर आ गया. मैंने थोड़ा तेल अपने लंड पर लगाया और इधर में उनके दोनों पैरों को पूरा फैलाकर लंड को अब धीरे धीरे चूत के अंदर डालना शुरू किया और उधर उनका चीखना चिल्लाना शुरू हो गया. शायद वो बहुत दिनों से चुदवा नहीं रही थी इसलिए उनको दर्द और ज्यादा हो रहा था, जैसे जैसे में दबाव बनाकर लंड को अंदर डालता तो उनकी सांसे रुक सी जाती और वो अपनी कमर को पूरा उठाकर एक जगह स्थिर हो जाती.

    भाभी : प्लीज राज अब और अंदर मत डालो उह्ह्ह्हह्ह मत डालो प्लीज मत डालो अईईईईइ में उईईईईई मर गई.

    इधर मेरा लंड अब तक पूरा अंदर घुस चुका था और भाभी की आखों से आंसू बाहर निकल गए उन्होंने मुझे बहुत कसकर पकड़ा हुआ था, लेकिन दस मिनट बाद मैंने लंड को धीरे धीरे अंदर बाहर करना शुरू किया और तब तक भाभी का दर्द भी थोड़ा सा ठीक हो गया था और अब वो भी मेरे साथ अपनी चुदाई के मज़े लेने लगी और मुझसे कहने लगी हाँ राज और ज़ोर से चोदो हाँ और चोदो, आज महीनो बाद मेरी चूत ने किसी के लंड का स्वाद चखा है उह्ह्ह्हह्ह्ह्हह आज तुम अपने लंड को मेरी चूत में पूरा अंदर घुसा दो आईईईईइईई चोदो मुझे और जमकर चोदो मुझे अह्ह्ह्हह्ह्ह्हह्ह. दोस्तों फिर में करीब 15 मिनट की जबरदस्त चुदाई के बाद उनकी चूत के झड़ गया और वो भी इस बीच एक बार झड़ चुकी थी. फिर वो अपने फटे गाउन के साथ कल एक बार फिर से मुझसे चुदवाने का वादा करके अपने रूम में चली गयी और अब में उनको वैसे ही पड़ा पड़ा पूरी रात सोचता रहा और मुझे पता नहीं कब नींद आ गई.

  • जयपुर की सेक्सी भाभी को चोदा

    हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम रॉकी है और में पंजाब का रहने वाला हूँ, मेरी उम्र 20 साल है और में जयपुर के एक इंजिनियरिंग कॉलेज से बीटेक कर रहा हूँ. मेरी बॉडी एकदम फिट है और मेरी हाईट 6 फुट है और मेरे लंड का साईज़ 6.5 इंच लंबा और 3 इंच मोटा है. दोस्तों आप सभी मेरी यह कहानी पड़ने के बाद अपनी राय मेरी मैल आई डी पर भेज सकते है.

    दोस्तों यह आज की कहानी मेरी और मेरी मकान मालकिन भाभी की है. उनकी उम्र 29 साल है और उनका फिगर 34-26-32 है, उनकी गांड और बूब्स इतने ज़्यादा उभरे हुए है कि उनको देखकर किसी का भी लंड खड़ा हो जाए क्योंकि वो दिखने में बहुत हॉट सेक्सी है और जिस दिन से मैंने उन्हें देखा है में उसको चोदना चाहता था, लेकिन बहुत डरता था कि कहीं वो किसी को बता ना दे और जब भी वो घर के काम करती तो में उसको घूरकर देखता रहता था.

    बहुत बार मैंने उसके सुंदर, बड़े बड़े बूब्स के दर्शन भी किए और जब वो कुछ काम करने के लिए झुकती तो में उसके बूब्स को देखकर मन ही मन खुश होता और शायद उसको भी यह बात पता चल गई थी, लेकिन फिर भी उसने कभी किसी को कुछ नहीं कहा बहुत बार मैंने यह गौर किया कि वो मेरी तरफ हमेशा बहुत घूर घूरकर देखती है, लेकिन में इस बात को नॉर्मल समझता था और बहुत बार में उसके बूब्स और गांड को छू लिया करता और फिर ऐसा व्यहार किया करता जैसे यह सब मुझसे ग़लती से हो गया.

    दोस्तों अब ऐसे ही करते करते मुझे पूरा एक साल बीत गया और इस दौरान वो पेट से हुई और उन्होंने लड़के को जन्म दिया. सब कुछ ठीक ठाक चल रहा था और एक दिन जब में कॉलेज से लौटा तो पता चला कि भाभी के पति ने दिल्ली में एक शादी में जाने का प्लान बनाया है, लेकिन भाभी ने उस शादी में जाने से साफ मना कर दिया, क्योंकि उनका बच्चा अभी बहुत छोटा था. मुझे और मेरी भाभी को छोड़कर भैया ने जाने का रिज़र्वेशन करवा दिया.

    दो दिन बाद सब चले गये और जाते जाते भैया ने मुझसे कहा कि तुम अपनी भाभी का पूरा पूरा ध्यान रखना. मैंने उसने कहा कि आप बिल्कुल भी चिंता मत करो, में उनका ध्यान रखूंगा और फिर में उनको स्टेशन छोड़कर आया और रात को घर आकर अपने कमरे में जाकर सो गया, क्योंकि अगले दिन मेरा एग्जाम था और में अगले दिन सुबह जल्दी उठकर तैयार हुआ और अपने कॉलेज के लिए निकल पड़ा और जब में वापस लोटकर आया तो मैंने भाभी को बहुत बार आवाज़ दी, लेकिन वो नहीं आई और फिर में उनके रूम में चला गया. मैंने वहाँ पर जाकर उनके रोने की आवाज़ सुनी और अंदर जाकर मैंने देखा कि वो गाऊन पहने हुए है और बिस्तर पर उल्टा होकर लेटी हुई है. मैंने उनसे रोने का कारण पूछा तो वो कुछ ना बोली और फिर से ज़ोर से रोने लगी.

    फिर मेरे दोबारा पूछने पर वो मुझसे बोली कि वो कुछ देर पहले छत पर कपड़े सुखाने गई थी और जब वो सीडियों से नीचे उतर रही थी तो अचानक पैर फिसलने की वजह से नीचे गिर पड़ी और उनकी पीठ पर चोट लग गई है. मैंने उनसे पूछा कि क्या आपने अपनी चोट पर कुछ लगाया? उन्होंने मना कर दिया और फिर में अपने कमरे में गया और एक दर्द खत्म करने की क्रीम लेकर आया और में उनसे बोला कि आप इसे लगा लो. वो मुझसे बोली कि वहां पर मेरा हाथ नहीं पहुँचेगा तो तुम खुद ही लगा दो. फिर मैंने उनसे कहा कि भाभी इस तरह लगाना तो बहुत मुश्किल होगा और आपके कपड़े बीच में रुकावट बनेगें. वो बोली कि कोई बात नहीं तू मेरे गाऊन को थोड़ा ऊपर उठा दे और फिर लगा दे. अब मैंने ऐसा ही किया और जब मैंने उनका गाऊन उठाना शुरू किया तो क्या में बताऊ दोस्तों वो क्या नज़ारा था. मैंने उनके पैर देखे एकदम गोरे गोरे और बिना किसी बाल के.

    फिर में और थोड़ा ऊपर की तरफ बड़ा तो मुझे उनकी जांघे दिखी, एकदम टाईट, चिकनी, सुंदर और मोटी. मेरा तो मन कर रहा था कि वहीं पकड़ कर उन्हें चाटने लग जाऊँ, लेकिन मैंने उस समय अपने आप पर बहुत कंट्रोल किया फिर में थोड़ा और ऊपर बड़ा और अब में उनकी गांड तक पहुँच गया था. वाह क्या मस्त सेक्सी गांड थी, उसे देखकर मेरा दिल कर रहा था कि अभी उसकी पेंटी उतार कर यहीं पर उनकी गांड मार लूँ, लेकिन में बहुत मजबूर था. फिर में और ऊपर बड़ा और मैंने उसके गाऊन को इस बार गर्दन तक उठा दिया. अब मेरी भाभी मेरे सामने पीछे से पूरी नंगी थी और मैंने उसकी पीठ पर क्रीम लगाना शुरू किया और साथ में कई बार उसकी ब्रा की डोरी को हटाता. तभी उसने कुछ ही देर में मुझसे कहा कि अगर तुम्हे क्रीम लगाने में दिक्कत हो रही है तो इसे बीच से हटा दो.

    में उनके मुहं से यह बात सुनकर मन ही मन बहुत खुश हुआ, क्योंकि आज में जो सब कुछ चाहता था वो मेरे सोचने से ही पूरा होता जा रहा था और फिर मैंने उनके कहने पर उसकी ब्रा को खोल दिया और अब उसके बूब्स मुझे एक साईड से दिखने लगे थे और जब में उसकी पीठ पर क्रीम लगा रहा था तो बहुत बार मैंने जानबूझ कर उसके बूब्स को छुआ, महसूस किया और मैंने उसको सॉरी बोला, लेकिन वो कुछ ना बोली. अब वो हल्के हल्के सिसकियाँ लेने लगी.

    मुझको पता था कि वो अब गरम हो रही है और में धीरे धीरे अपने हाथ को उसकी कमर पर घुमाने लगा और वो सीहर उठी, लेकिन मैंने अंजान बनते हुए पूछा कि भाभी क्या हुआ? तो वो बोली कि मुझे जलन हो रही है. मैंने कहा कि मुझे देखने दो आपको कहाँ चोट लगी है? अब मैंने उसको सीधा किया और में उसके पैरों पर आ गया और फिर ऊपर की तरफ जाने लगा. जब में उसके घुटनो पर पहुँचा तो मैंने उससे पूछा कि चोट कहाँ है?

    वो बोली कि हाँ थोड़ा ऊपर अब में उसकी जाँघो को रगड़ने लगा वो और तेज सिसकियाँ लेने लगी. मैंने फिर से पूछा कि चोट कहाँ है? तो वो बोली कि थोड़ा और ऊपर है. अब में उसकी पेंटी पर आ गया और में अच्छा मौका देखकर उसकी चूत को ऊपर से सहलाने लगा और अब वो और भी ज़ोर से आहें भरने लगी सिसकियाँ लेने लगी. मैंने उससे एक बार और पूछा कि कहाँ है? तो वो आहें भरते हुए बोली कि हाँ आह्ह्हह्ह उईईईईइ माँ बस यहीं पर है. में उसकी पेंटी को उतारने लगा कि तभी वो बोली कि तुम यह क्या कर रहे हो? मैंने कहा कि मुझे एक बार चेक तो करने दो कहाँ कितनी चोट लगी है?

    फिर मैंने उसकी पेंटी को पूरा उतार दिया और अब में उसकी प्यासी, गरम, तड़पती हुई चूत में अपनी एक उंगली को धीरे धीरे अंदर बाहर करने लगा और वो सिसकियाँ लेने लगी उह्ह्ह्हह्ह्ह्ह आह्ह्ह्ह थोड़ा आगे हाँ और आगे करो ऊईईईईइ थोड़ा आगे की तरफ मुझे बहुत दर्द है. फिर में उसकी यह बात सुनकर एकदम जोश में आ गया और अब में अपनी जीभ को उसकी चूत में डालने लगा. वो मुझसे बोली कि यह क्या कर रहे हो? तो मैंने कहा कि भाभी में आज इसकी सारी जलन मिटा दूँगा, लेकिन बस आप मेरी थोड़ी मदद करो और बीना हिले चुपचाप पड़ी रहो. उन्होंने ऐसा ही किया और अब में उसकी चूत को अपनी जीभ से चाटने लगा, वो आहें भरने लगी और अपने बूब्स दबाने लगी अह्ह्ह्हह उह्ह्ह्ह तुम अब बस करो आईईईईईइ में अब और नहीं सह सकती.

    दोस्तों वो अब जोश में बिल्कुल पागल सी हो गई थी. वो अपनी चूत को मेरी जीभ की तरफ आगे बड़ा रही थी और मेरे सर को अपनी चूत पर दबा रही थी और अब जब मुझको लगा कि वो पूरी तरह गरम हो गई है तो में सही मौका देखकर उसके ऊपर भूखे शेर की तरह टूट पड़ा और अब में उसके बूब्स को दबाने लगा और चूसने लगा.

    फिर मैंने उसको सीधा लेटाकर अपना लंड एक ही धक्के में पूरा का पूरा अंदर कर दिया. चूत गीली होने की वजह से लंड फिसलता हुआ सीधा बच्चेदानी से टकरा गया और वो चीख पड़ी. में कुछ देर बूब्स को सहलाता, मसलता रहा और कुछ देर बाद ज़ोर ज़ोर से धक्के देकर चोदने लगा और वो भी अब अपने चूतड़ को ऊपर उठा उठाकर मेरे लंड से अपनी चुदाई के मज़े लेने लगी. दोस्तों में अगले दिन सुबह तक उन्हें लगातार चोदता रहा और मैंने उसको उस रात पांच बार चोदा. इस दौरान वो 8 बार और में 6 बार झड़ गया था और जब तक भैया वापस लौटकर नहीं आए में उसको हर रोज चोदता रहा और मैंने उसको लगभग घर के हर एक कोने में और हर एक तरह से चोदा और वो आज भी मेरी प्यारी भाभी है. में आज भी उसको मौका मिलने पर चोदता हूँ.

  • भाभी के बाद उसकी बहन के साथ

    हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम राकेश है और में दूसरी बार आपके सामने अपनी कहानी लेकर आया हूँ. दोस्तों में भाभी की खूब चुदाई करता था और वो भी मुझसे चुदना काफ़ी पसंद करती थी. उस दौरान गर्मी की छुट्टियों में भाभी की छोटी बहन रीना भाभी के घर रहने आई. एक दिन में सवेरे भाभी के घर कोई काम से बैठा था तो मैंने देखा कि एक मस्त लड़की बैठी थी.

    मैंने भाभी से पूछा यह कौन है? तो उन्होंने कहा कि ये मेरी बहन है, छुट्टियों में रहने आई है. यह सुनकर तो मेरा सारा मूड खराब हो गया क्योंकि 2-3 दिन के बाद ही भाभी के पति कहीं टूर पर जाने वाले थे. भाभी ने मुझे बैठाया और चाय के लिए पूछा तो मैंने नाराज़ होकर मना कर दिया. फिर उतनी देर में भैया आए और बोले अब तुम्हें ही इन दोनों को संभालना है और रीना मेरी प्यारी साली है उसका तो खास ध्यान रखना और इसे कहीं घुमाने ले जाना. मैंने अपना सिर हाँ में हिला दिया.

    फिर 3-4 दिन के बाद भाभी का फोन आया कि क्या हुआ तुम तो आते ही नहीं हो? नाराज़ हो क्या? तो मैंने कहा क्या यार आपने आपकी बहन को बुला लिया है तो में कैसे आ सकता हूँ? तो भाभी बोली आज शाम को घर पर आ जाओ, हम साथ में मूवी देखने जायेंगे और खाना भी खायेंगे. फिर शाम को में उनके घर गया तो वो दोनों तैयार होकर बैठी थी.

    भाभी की बहन तो कयामत लगती थी, बड़े-बड़े बूब्स उसकी टी-शर्ट में से बाहर आने को उतावले हो रहे थे. फिर मैंने ऐसे ही मज़ाक में कहा कि आप दोनों आज बहुत सुंदर दिख रही हो तो भाभी की बहन ने कहा कि आप शादीशुदा औरतों से फ्लर्ट करते हो. रीना के बूब्स भाभी के बूब्स से काफ़ी बड़े थे. अब में तो उसको देख रहा था और रीना जीन्स टी-शर्ट में बहुत क़यामत लग रही थी.

    फिर हम लोग मूवी देखने गये और हमें ट्रेफिक की वजह से थोड़ी देर भी हो गयी थी. अब मूवी चालू हो गयी थी. अब में अंधेरे में रीना से 2-3 बार टच हो गया था. में उन दोनों के बीच में बैठा था और वो दोनों मेरे आजू बाजू बैठी थी. अब मेरा और रीना का हाथ मूवी में काफ़ी बार टच हुआ, कई बार तो मैंने जानबूझ कर उसके हाथ को टच किया. अब मूवी के बाद हम जब डिनर कर रहे थे, तब रीना बोली कि आपको मूवी में खूब मज़ा आया ना. फिर मैंने कहा कि जब इतनी खूबसूरत औरतें बाजू में हो तो मज़ा तो आयेगा ही ना. फिर रीना बोली कि तुम काफ़ी शरारती हो. मैंने कहा कि मैंने आपसे कौन सी शरारत की यार? लेकिन अगर आप शरारत का एक मौका दे तो में करने के लिए तैयार हूँ.

    फिर वो खूब हंसी और अब डिनर करते समय काफ़ी बार उसका पैर मेरे पैरो से टकराया. अब मुझे थोड़ा अजीब लगा, लेकिन साथ में खुश था कि शायद मुझे यह बूब्स चूसने को मिल जाए. अब डिनर के टाईम मैंने जानबूझ कर उसके पैर पर अपना पैर रख दिया. उसने मेरे सामने देखा और चुपचाप खाना खाने लगी. अब मेरी हिम्मत और बढ़ गयी. फिर जब वो खाना खाकर वॉशरूम में जा रही थी तो उसने मेरे सामने कुछ शरारत भरी नज़रो से देखा और वॉशरूम में चली गयी.

    अब में भी उसके पीछे- पीछे वॉशरूम में गया और वो मुझे देखकर बोलने लगी कि तुम बाहर क्या कर रहे थे? अगर दीदी देख लेती तो. फिर मैंने उससे सॉरी कहा और फिर वो पीछे मुड़कर हाथ धोने लगी तो मैंने धीरे से उसकी गांड पर हाथ फैरा. फिर वो सीधी हो गयी और बोली कि तुम्हें शर्म नहीं आती क्या? मैंने कहा कि आपको देखकर शर्म छूट गयी है यार. रीना अचानक बोली कि क्या देखकर? तो मैंने उसके बूब्स पर इशारा किया. फिर इतनी देर में भाभी आई और बोली तुम दोनों अंदर क्या कर रहे हो? तो मैंने कहा कुछ नहीं भाभी हाथ धो रहे थे.

    फिर दूसरे दिन में कॉलेज से आया और भाभी का फोन आया और बोली कि घर आ जाओ मुझे थोड़ा काम है और रीना घर पर अकेली है तो तुम जब तक उसको कंपनी दो. मैंने कहा ठीक है. फिर में भाभी के घर गया तो रीना ने दरवाजा खोला, वो जब टी-शर्ट और शॉर्ट पहनकर खड़ी थी. फिर मैंने कहा कि आज तो आप क़यामत लग रही हो.

    फिर उतने में भाभी आई और बोली कि में 20 मिनट में आ रही हूँ तुम इधर ही रहना, वो इतना कहकर निकल गयी. फिर मैंने झट से गेट बंद कर दिया और सोफे पर जा कर बैठ गया. फिर रीना आई और मेरी बाजू में बैठ गयी और बोली कि कल तुमने बहुत शरारत की. मैंने कहा कि आपको देखकर शरारत अपने आप हो जाती है. उसने कहा कि क्या देखकर? तो मैंने कहा कि आपके 36 साईज के बूब्स देखकर. उसने कहा कि कभी ऐसे देखे है. मैंने कहा कि मेरा कहा ऐसा नसीब है.

    फिर उसने कहा कि कल आपने मेरी पीठ पर हाथ क्यों फेरा था? तो मैंने कहा कि अगर इतनी अच्छी और मोटी गांड सामने हो तो भला कोई कैसे काबू रख सकता है? तो वो शरमा कर बोली और मेरे में क्या अच्छा है? तो मैंने कहा कि आपके बूब्स, तो वो शरमा गई और बोली कि तुम बहुत शैतान हो. फिर मैंने कहा कि रीना एक बार दिखाओ ना.

    उसने कहा कि नहीं दीदी आ जायेगी. फिर मैंने बिना टाईम ख़राब किए उसकी टी-शर्ट ऊपर कर दी और ज़ोर-ज़ोर से उसके बूब्स दबाने लगा. अब में उसके बूब्स इतने ज़ोर-ज़ोर से दबा रहा था कि वो चीख रही थी. फिर उसने कहा कि इतनी जल्दी में क्यों हो? धीरे से दबाओ. अब वो मुझे रूम में ले गयी और अपनी टी-शर्ट और ब्रा उतार दी. में पहली बार अपनी लाईफ में इतने बड़े बूब्स देख रहा था. अब में अपने दोनों हाथों से पकड़कर उसके बूब्स चूस रहा था और अब में मेरा एक हाथ उसकी शॉर्ट में डालकर उसकी चूत में अपनी उंगली अन्दर बाहर कर रहा था.

    अब वो सिसकियां ले रही थी सस्स्स्स्सस्स आआहह, अब वो चिल्ला रही थी. फिर वो नीचे बैठकर मेरी पेंट कि चैन खोलकर मेरे लंड को बाहर निकालकर ऐसे चूस रही थी जैसे लोग आम चूसते है. अब वो कभी मेरे लंड को अपने मुँह में रखती तो कभी बाहर निकालती. अब हम दोनों एक दूसरे को खूब चूस रहे थे. फिर अब मैंने उसके बूब्स को चूसकर पूरा लाल कर दिया था. फिर वो बेड पर सो गयी और अपनी दोनों टाँगे फैलाकर मुझे उसके ऊपर आने का निमंत्रण दे रही थी.

    फिर वो बोली कि बस अब अंडर डाल दो. फिर उसने मेरा लंड पकड़कर उसकी चूत पर रख दिया और फिर मैंने एक ज़ोर से धक्का दिया तो मेरा पूरा लंड उसकी चूत में अन्दर चला गया. अब वो भी उछल उछलकर मेरा साथ दे रही थी. फिर काफ़ी देर तक हम चुदाई करते रहे. वो कभी मेरे ऊपर आती तो कभी डॉगी स्टाइल में चुदवाती. अब मेरा पानी निकलने वाला था तो मैंने उससे कहा कि कहाँ निकालूं? तो उसने कहा कि अंदर ही निकाल दो. फिर कुछ देर के बाद मैंने अपना सारा माल उसकी चूत में डाल दिया. अब वो बहुत खुश थी और मेरे सिर को चूम रही थी. फिर उतनी देर में रीना बोली कि जल्दी करो दीदी आ जायेगी. अब हमने बाथरूम में जाकर सब कुछ साफ़ कर लिया था.

  • भाभी के बर्थ-डे पर अनोखी चुदाई

    हैल्लो दोस्तों, उस दिन मेरी भाभी का बर्थ-डे था और मैंने भाभी को पहले ही कह दिया था कि इस बार का बर्थ-डे भाभी और में एक साथ मनायेंगे. फिर में उनके बर्थ-डे के दिन केक लेकर आया और भाभी के लिए एक अच्छा सा गिफ्ट भी लाया. उस गिफ्ट में क्या था? वो में आपको आगे बताऊंगा. फिर भाभी ने कहा आ गए देवर जी रात के 12 बजने वाले है. मेरे बर्थ-डे की तैयारी हो गई.

    मैंने कहा कि भाभी आप बेफिक्र रहिए, आपके इस देवर ने पूरी तैयारी कर ली है. पहले आप नहाकर एक अच्छा सा पटियाला ड्रेस पहन लीजिए, आप पटियाला सलवार में बहुत ही सेक्सी लगती हो. फिर भाभी ने कहा कौन सा वाला पटियाला ड्रेस पहनूं? तो मैंने कहा कि भाभी वही जिसमें वेलवेट का जंपर है और पतली ग्रीन कलर की फुल चैन वाली सलवार है. भाभी ने कहा ठीक है आप केक और मोमबत्ती की तैयारी कीजिए में अभी नहाकर आती हूँ.

    फिर मैंने कहा कि भाभी सब तैयार है आप बस अच्छे से नहा लीजिए, अब मैंने पहले से ही बाथरूम के दरवाज़े के स्क्रू खोलकर दरवाज़ा निकाल लिया था और एक पतला पर्दा लगा दिया था ताकि में भाभी को नहाते हुए देख पाऊं. फिर भाभी ने पूछा कि बाथरूम का दरवाज़ा कहाँ गया? और यह पर्दा कैसे लटक रहा है? तो मैंने कहा कि भाभी वो दरवाज़ा नीचे से ख़राब हो गया था तो मैंने निकाल कर दूसरा बनाने के लिए दिया है. तब तक मैंने यह पर्दा लगा दिया है और आप आराम से पर्दे के अंदर नहा लो.

    भाभी थोड़े गुस्से में नहाने के लिए चली गई और अब में कुर्सी लेकर बाथरूम के बाहर बैठ गया. भाभी ने कहा कि यहाँ क्यों बैठे हो? तो मैंने कहा कि भाभी अपने घर में चूहे बहुत है, पहले दरवाज़ा था तो वो अंदर नहीं जाते थे, लेकिन पर्दे में से अंदर जा सकते है इसलिए चूहा अंदर नहीं जाए तो में चूहा भगाने के लिए यहाँ बैठा हूँ.

    फिर भाभी ने कहा देवर जी आज अपनी भाभी की बड़ी चिंता हो रही है, तो मैंने भी कह दिया भाभी आप तो मेरी भाभी जान हो. आज तो में आपका पूरा ख्याल रखूँगा. फिर भाभी अंदर जाने वाली थी तो मैंने उनके हाथ में से वो ग्रीन ड्रेस ले ली जो भाभी नहाने के बाद पहनने वाली थी. फिर मैंने कहा भाभी लाओ यह ड्रेस में पकड़ लेता हूँ अंदर कपड़े टांकने का कोई हुक नहीं है, वो प्लमबर ने सब निकाल दी है.

    फिर भाभी अपने कपड़े मुझे देकर अंदर नहाने चली गई और अब भाभी ने अंदर से लाईट चालू की ओह माई गॉड, अब भाभी अंदर अपने कपड़े उतारने लगी तो मुझे पर्दे में से हल्का-हल्का दिख रहा था. फिर मैंने कहा भाभी लाओ कपड़े उतार दिए है तो मुझे दे दो नहीं तो नीचे भीग जायेंगे. फिर भाभी ने अपने कपड़े उतार कर पर्दे में से हाथ आगे कर दिया, तो मैंने कहा लाओ सलवार भी दे दो.

    तब भाभी ने कहा उतार कर देती हूँ, लेकिन बहुत देर हो गई फिर भी भाभी ने सलवार नहीं दी तो मैंने कहा कि भाभी आपकी सलवार दो. भाभी ने कहा कि देवर जी सलवार में गाँठ टाईट लग गई है तो नाड़ा खुल नहीं रहा है. फिर मैंने किचन से ब्लेड लाकर भाभी को दी और फिर भाभी ने पर्दे में से हाथ निकाल कर ब्लेड लेनी चाही तो मैंने भाभी का हाथ पकड़ लिया और कहा कि भाभी ब्लेड कहीं आपकी कमर पर ना लग जाए, में ही सही से नाड़ा काट देता हूँ.

    भाभी ने कहा कि अंदर मत आना, में अंदर नंगी हूँ और में खुद नाड़ा काट लूंगी, लाओ ब्लेड मुझे दे दो. फिर मैंने ब्लेड भाभी को दे दी और फिर भाभी ने अपनी सलवार का नाड़ा काटकर सलवार उतार कर मुझे दे दी. अब सलवार में नाड़ा कटा हुआ था और सलवार थोड़ी सी भीगी हुई भी थी, शायद सलवार उतारते वक़्त ज़मीन पर गिर गई होगी.

    अब मुझे सलवार में से बहुत अच्छी महक आ रही थी और आयेंगी क्यों नहीं? क्योंकि ये सलवार भाभी ने अभी-अभी उतारी थी और सलवार में अभी भी भाभी की जांघो और उनकी प्यारी सी चूत का अहसास था. फिर में सलवार को जहाँ भाभी की चूत लगती होगी उस हिस्से को अपने मुँह में लेकर चूसने लगा. अब मुझे सलवार चूसने में बहुत मज़ा आ रहा था. फिर मैंने भाभी की ब्रा और चड्डी माँगी तो भाभी ने मुझे अपनी ब्रा और चड्डी देने से मना कर दिया, क्योंकि नहाने के बाद वो वही ब्रा पेंटी पहनने वाली थी.

    फिर मैंने भाभी के कपड़े जो वो नहाने के बाद पहनने वाली थी, मैंने उनकी कमीज़ के दोनों चाकों को कैंची से काटकर थोड़ा बड़ा कर दिया ताकि में उनकी कमर को देख सकूँ और कमीज़ की लंबाई भी 10 इंच काटकर उसे एकदम पटियाला बना दिया, ताकि में भाभी की नाभि सलवार के ऊपर से पूरी देख सकूँ और सलवार को भी नाड़ा बाँधने की तरफ से 4 इंच काट दिया, ताकि में उनकी नाभि देख लूँ और चूत के पास वाली जगह की थोड़ी सिलाई खोल दी, ताकि खींचने पर सलवार चूत के पास से आराम से फट जाए और सलवार के नाड़े में मैंने दो घुंघरू लगा दिए, ताकि भाभी की सलवार का नाड़ा लटकने और चलने पर आवाज़ आए.

    अब 15 मिनट तक भाभी अंदर नहाती रही और में उन्हें पर्दे के बाहर से देखता रहा. अब नहाने के बाद भाभी ने ब्रा, पेंटी पहनी और अपने कपड़े माँगे तो मैंने भाभी के कपड़े उन्हें दे दिए. अब भाभी अंदर चौंक तो गई होगी कि मैंने उनके कपड़ों के साथ कुछ शरारत तो की है. फिर भाभी कपड़े पहनकर बाहर आई तो कसम से वो आइटम लग रही थी. उन्होंने कमीज़ तो खोली उनकी नाभि तक ही थी और दोनों चाकों में से भाभी की कमर नज़र आ रही थी, लेकिन भाभी ने सलवार के नाड़े को अंदर घुसा लिया था और घुंघरू भी नहीं दिख रहा था, जो मैंने उनकी सलवार के नाड़े पर बांधा था. फिर भाभी ने अपनी कमीज ऊपर करके अपनी सलवार मुझे दिखाई और अपनी सलवार के अंदर से नाड़े को बाहर निकाला और नाड़ा बाहर कर दिया. अब घुंघरू भी लटक-लटक कर छन-छन बज रहा था.

    फिर भाभी ने पूछा कि ये तुमने बांधा है क्या? तो मैंने कहा हाँ भाभी ये घुंघरू में आपके लिए लाया था, लेकिन आपकी कमीज़ में पीछे गले पर डोरी थी ही नहीं इसलिए यह मैंने आपकी सलवार के नाड़े पर बाँध दिया. आप ये नाड़ा अपनी हर सलवार में डाला करो और नाड़े को ऐसे ही बाहर लटकता छोड़ दिया करो, मुझे बहुत अच्छा लगता है और आप कुछ भी करोगी तो यह घुंघरू छन-छन बजते हुये बहुत अच्छे लगते है. फिर भाभी ने अपनी कमीज़ नीचे की और कांच के सामने अपने बाल बनाने लगी.

    फिर मैंने भाभी से पूछा कि भाभी आपने अपनी पेंटी और ब्रा क्यों नहीं दी? तो भाभी ने कहा कि वो तो मैंने अभी भी पहनी है. मुझे गुस्सा आ गया और फिर मैंने कहा क्या? भाभी आप अपने बर्थ-डे के दिन भी गंदे कपड़े पहन लिए है, यह अच्छी बात नहीं है. फिर मैंने तुरंत कैंची उठाई और भाभी को पीछे से पकड़ लिया.

    फिर भाभी ने कहा कि देवर जी क्या कर रहे हो? फिर मैंने भाभी की पेंटी की लाईन को पकड़ा और कैंची से काट दिया और फिर एक झटके में ब्रा बाहर खींच ली.

    फिर मैंने भाभी से कहा कि भाभी आप बाल बना लो, फिर हम साथ में आपका बर्थ-डे सेलीब्रेट करेंगे. अब भाभी सिर्फ छोटी सी पटियाला कमीज़ और फूल वाली सलवार में थी. फिर भाभी ने बाल बनाकर अपना पूरा मेकअप कर लिया था और अब वो बहुत सेक्सी लग रही थी. अब केक काटना था और मेरा लंड तो पूरा खड़ा था. अब मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा था, मेरा जी कर रहा था कि अभी भाभी की सलवार उतार कर उनकी चूत को अपने मुँह में भर लूँ और सारा रस पी जाऊं.

    तभी भाभी बाथरूम की तरफ जाने लगी तो मैंने उनका हाथ पकड़ लिया और पूछा कहाँ जा रही हो? भाभी केक काटने का टाईम हो गया है. तभी भाभी ने कहा कि बहुत ज़ोर से पेशाब लगी है ज़रा पेशाब करके आती हूँ. फिर भाभी बाथरूम में जाकर पेशाब करने लगी. बस अब मुझसे बर्दाश्त नहीं हुआ और अब में भाभी की पेशाब की आवाज़ सुनकर अपने लंड को हिलाने लगा और फिर में केक के पास गया और केक के बीच में से थोड़ा सा टुकड़ा काटकर केक के बीच में अपने लंड की सारी मलाई निकाल दी और में शांत हो गया.

    फिर मैंने केक के टुकड़े को वापस अंदर दबा दिया और केक सही किया. अब केक काटना था और भाभी को पता नहीं था कि मैंने केक के एक कोने में अंदर अपनी मलाई केक में मिला दी है. फिर इतने में भाभी पेशाब करके बाहर आई. फिर मैंने भाभी से कहा चलो भाभी केक काटते है. फिर भाभी केक के सामाने आकर खड़ी हो गई और फिर मैंने केक की मोमबत्तीयां जलाई और कमरे की सारी लाईट बंद कर दी और अपनी भाभी के पीछे जाकर खड़ा हो गया और एक हाथ भाभी की कमर में डाल दिया.

    अब पूरे कमरे में अंधेरा था. बस मोमबत्ती की रोशनी थी जो केक पर जल रही थी. अब भाभी के हाथ में चाकू था और मेरे हाथ में कैंची थी. फिर मैंने बड़ी होशयारी से भाभी की सलवार को पीछे की साईड से गांड के पास से कैंची से थोड़ा काट दिया. अब भाभी को पता ही नहीं चल पाया कि उनकी सलवार पीछे से गांड के पास से 6 इंच से ज़्यादा कट गई है. फिर मैंने कैंची रख दी और अपनी भाभी से पूरा चिपक गया.

    फिर मैंने अपने पैर से केक की टेबल को थोड़ा आगे कर दिया, अब मैंने भाभी से कहा कि चलो मोमबत्ती बुझाओ और केक काटो. अब भाभी थोड़ा आगे बढ़कर मोमबत्ती बुझाना चाहती थी, लेकिन मैंने उन्हें पकड़कर रखा और आगे बढ़ने ही नहीं दिया. फिर मैंने कहा भाभी थोड़ा झुककर मोमबत्ती बुझा दो. फिर भाभी थोड़ी आगे झुकी तो मैंने तुरंत अपनी पेंट उतार दी तो मेरा खड़ा लंड भाभी की सलवार से लग गया. भाभी को अपने चूतड़ों पर सलवार के ऊपर से कुछ गर्म सा लगा.

    तभी भाभी ने पूछा कि यह गर्म-गर्म क्या है? तो मैंने कहा कि वो आप थोड़ा झुकी तो मुझे लगा कि आपका बैलेन्स नहीं बिगड़ जाए इसलिए मैंने आपके चूतड़ पर हाथ रख दिए, लेकिन सच में वो मेरा लंड था. अब में अपने लंड को भाभी की चूत पर हल्के-हल्के से रगड़ने लगा था. मेरा लंड इतना गर्म था कि शायद भाभी को मालूम चल गया था कि में उनके चूतड़ पर अपना हाथ नहीं बल्कि अपना लंड रगड़ रहा हूँ.

    अब जहाँ से मैंने उनकी सलवार कैंची से काट दी थी वहां से अब मेरा लंड उनकी चूतड़ के बीच की दरार में जाने लगा था. अब जैसे ही मेरा लंड उनकी सलवार के फटे हुए हिस्से में अंदर गांड पर टच हुआ, तो भाभी की सिसकारी निकल गई और उनके मुँह से हल्की सी, आह आह निकल गई, लेकिन उन्होंने ज़ाहिर नहीं होने दिया कि उन्होंने कुछ कहा है. अब भाभी थोड़ा और झुककर मोमबत्ती बुझाने लगी तो मैंने भी लंड को और नीचे करके सलवार के अंदर पूरा कर दिया और उनकी चूत पर टच कर दिया.

    तभी भाभी ने एक ज़ोर से फूँक मारी तो मैंने उसी वक़्त लंड को पूरी ताक़त से चूत में दबा दिया. जिससे मेरा लंड आधा उनकी चूत में घुस गया और अब भाभी की फूँक निकल गई और सारी मोमबत्ती बुझ गई और मुझे भी एक अजीब सा एहसास हुआ.

    अब भाभी की चूत की गर्माहट मुझे महसूस हो रही थी, मेरा लंड अंदर था. फिर भाभी ने पीछे मुड़कर मुझे देखा तो उनके चेहरे पर एक हल्की सी स्माइल थी. मैंने तुरंत गाना गाया हैप्पी बर्थ डे टू यू और फिर लंड बाहर निकाल कर एक झटका दिया और लंड थोड़ा ज़्यादा अंदर चला गया और अब में भाभी की चुदाई धीरे-धीरे से करने लगा और हैप्पी बर्थ डे का गाना गाने लगा. अब भाभी भी आहह आह सी करने लगी थी. फिर मैंने भाभी से कहा कि केक तो खिलाओ.

    फिर भाभी ने चाकू से केक काटकर मुझे अपने हाथों से खिलाने के लिए पीछे पलटी तो मेरा लंड उनकी चूत से बाहर निकल गया, लेकिन मैंने तुरंत उनको अपनी बाहों में भर लिया और पीछे से उनके चूतड़ कसकर पकड़ लिए. अब मेरा लंड उनके पेट पर दब रहा था और फिर मैंने चाकू पर जानबूझ कर हाथ मारा तो केक का एक टुकड़ा उनके गले में कमीज़ के अंदर घुस गया, तो भाभी ने कहा कि यह क्या किया देवर जी? सब केक आपने मेरे बूब्स पर गिरा दिया.

    फिर मैंने कहा कि भाभी कोई बात नहीं, में अभी इसे साफ कर देता हूँ. फिर मैंने भाभी की कमीज़ को कंधो से पकड़कर नीचे कर दिया और भाभी का पूरा सीना खुल गया. अब मुझे उनके आधे बूब्स मुझे दिख रहे थे और केक उनके बूब्स पर गिरा हुआ था. फिर में आराम से केक चाटने लगा और मैंने उनको कसकर पकड़ा था और अब में केक चाटता रहा. मेरा केक चाटना तो एक बहाना था, असल में तो में उनके सीने और उनके बूब्स को चाट रहा था.

    मैंने थोड़ी कमीज़ और नीचे की तो उनकी कमीज़ आगे से फट गई और भाभी के दोनों बूब्स झट से बाहर आकर लटकने लगे. अब भाभी को शर्म आने लगी और उन्होंने कहा कि हाय दय्या देवर जी आपने तो मुझे ऊपर से पूरा नंगा ही कर दिया. फिर मैंने चाकू से केक का वो हिस्सा काटा जहाँ मैंने अपनी रसमलाई दबाई थी, लेकिन वो केक के बीच में दबी हुई थी और केक भी सफेद था इसलिए पता ही नहीं पड़ता था. फिर मैंने वो ही हिस्सा काटकर भाभी को पकड़ कर सोफे पर ले गया और उन्हें अपनी गोद में बैठाया. अब मैंने अपनी पेंट आधी उतार दी थी इसलिए भाभी सीधी मेरे खड़े लंड पर ही बैठ गई और लंड भाभी की गांड के नीचे दब गया.

    फिर भाभी को मैंने अपने हाथों से वो केक खिलाया, अब भाभी बड़े मज़े से वो केक खाने लगी. फिर उन्होंने मुझसे पूछा भी कि केक कुछ नमकीन सा लग रहा है और बहुत चिकनाहट है, तो मैंने कहा कि शायद क्रीम ज़्यादा होगी इसलिए लग रहा है और भाभी ने बड़े आराम से मेरी मलाई से सना हुआ केक खा लिया. अब भाभी को भी क्या मालूम पड़ेगा? कि वो केक नहीं बल्कि मेरे लंड की रस मलाई खा रही है. फिर में भाभी की चूत को चाटने लगा और 15 मिनट तक ऐसे ही चूसने के बाद भाभी की चूत में से ढेर सारा रस निकलने लगा, मुझे यही तो चाहिए था. फिर मैंने उसकी एक एक बूँद रस को पी लिया, भाभी की चूत का रस बड़ा मज़ेदार था.

    अब भाभी पूरी शांत हो गई थी और अब उनसे खड़ा भी नहीं हुआ जा रहा था. फिर उन्होंने मुझे धक्का दे दिया और अपनी सलवार का नाड़ा बांधा और बिस्तर पर लेट कर आराम करने लगी और में भाभी को देख रहा था. फिर भाभी ने पूछा क्या देख रहे हो देवर जी? तो मैंने कहा भाभी आप जैसी हसीन औरत मैंने आज तक नहीं देखी है, आपके बूब्स की चूची बहुत लंबी मोटी और खूबसूरत है. तो भाभी ने कहा कि छी अपनी भाभी से ऐसा बोलने में शर्म नहीं आती क्या?

    तो मैंने कहा जो सच है वो मैंने बोल दिया, इसमें शर्म की क्या बात है? तो भाभी हंसने लगी. फिर अचनाक से भाभी उठने लगी तो मैंने पूछा क्या हुआ भाभी? तब भाभी ने कहा देवर जी पेशाब आ रहा है. फिर मैंने भाभी को गोद में उठाया और बाथरूम में जाकर अपनी गोद में बैठाया और उनकी सलवार का नाड़ा खोला और कहा कि भाभी अब पेशाब कर लो. अब भाभी की चूत ठीक मेरे मुँह के सामने थी, तो भाभी ने कहा मुझे शर्म आती है आप उधर मुँह करो तभी में पेशाब करूँगी.

    फिर मैंने कहा क्या हुआ भाभी? जब में आपकी चूत चूस सकता हूँ तो आपको पेशाब करते नहीं देख सकता क्या? तो भाभी ने कहा कि नहीं में आपके मुँह के सामने पेशाब नहीं करुँगी, कहीं मुझे पेशाब करता देख आप फिर से मेरी चूत ना चूस लो, चलिए उधर देखिए. फिर मैंने अपना मुँह दूसरी तरफ किया. तभी भाभी ने एक तेज़ धार पेशाब की छोड़ी. अब पेशाब की आवाज़ सुनकर मुझसे रहा नहीं गया और मैंने भाभी की चूत में कस कर अपना मुँह लगा दिया और भाभी की चूत चूसने लगा.

    अब भाभी का पेशाब सीधा मेरे मुँह पर गिर रहा था और भाभी की सलवार भी थोड़ी पेशाब में भीग गई थी. फिर भाभी ने तुरंत पेशाब रोक दिया और फिर भाभी ने कहा देवर जी मैंने कहा था ना कि मुझे पेशाब करते हुए मत देखो, आपसे रहा नहीं जायेगा.

    फिर मैंने कहा भाभी आपकी पेशाब की आवाज़ सुनकर मुझसे रहा नहीं गया, तभी भाभी ने कहा देवर जी आप बहुत बुरे हो चलो अब तुम बाथरूम के बाहर जाओ, में अकेले पेशाब करुँगी. मुझे गुस्सा आ गया, फिर मैंने भाभी को खड़ा किया और उनके गाल पर एक थप्पड़ लगाया और उनकी सलवार उतार दी और अपना लंड सीधे उनकी चूत में घुसा दिया और भाभी के बूब्स को ज़ोर से पकड़कर कहा कि अब करो पेशाब, मेरा लंड तुम्हारी चूत के अंदर है और अब तुम्हें इसी हालत में पेशाब करना है.

    भाभी ने कहा कि में कैसे पेशाब करूँ? आपने अपना लंड मेरी चूत में पूरा अंदर तक घुसा दिया है तो पेशाब नहीं निकल रहा है, प्लीज़ मेरी बूब्स की चूचीयों को छोड़ दो. फिर मैंने कहा कि ज़ोर लगाओ, ताक़त लगाओ, अपनी योनि का अपने गर्भ में दबाव डालो तो ज़रूर पेशाब बाहर आ जायेगा.

    फिर उन्होंने बड़ी मेहनत से अपनी योनि और गर्भ पर ज़ोर लगाया और वो पूरी ताक़त से पेशाब करने लगी थी. अब भाभी की चूत में मेरा 9 इंच का लंड पूरा अंदर तक घुस चुका था और पेशाब चूत और लंड के किनारो से बहता हुआ बाहर आ रहा था. फिर वो 2 मिनट तक पेशाब करती रही. अब पेशाब ख़त्म होने के बाद में भाभी को कस-कस कर चोदने लगा, अब भाभी, ऊऊऊऊऊओह अहह आययययययी गईईईईई गगगईईईईईईईईईईईईईईईईईई देवर जी नहिईईईईईईईईईईईईईईईईई, देवर जी आईईईईईईईईईई प्लीज ससस्स्स्स्सस्स्स्सस्स हह अहह अहह ऊऊऊईईईईईईईईईय आआआअहह कर रही थी.

    दोस्तों में आपको बयान नहीं कर सकता कि मुझे भाभी की चुदाई करने में कितना मज़ा आ रहा था. फिर मैंने भाभी को अपनी गोद में उठा लिया और उनकी चुदाई करने लगा और में उन्हें कमरे में बेड पर ले आया. अब तो पलंग पर चुदाई का बड़ा ही ख़तरनाक सीन चल रहा था. फिर में भाभी को अलग-अलग स्टाइल में चोदने लगा. फिर में बाथरूम से भाभी की पेशाब में भीगी हुई सलवार ले कर आया और सलवार से भाभी के दोनों हाथ बाँध दिए. अब भाभी पलंग पर सीधी लेटी हुई थी और मैंने उनके दोनों हाथों को पलंग के ऊपर किनारे पर सलवार से बाँध दिए थे.

    फिर मैंने भाभी से कहा कि अब में तुम्हे लंड का असली मज़ा देता हूँ मेरी भाभी जान. भाभी ने कहा कि देवर जी नहीं प्लीज ऐसा मत करो, तुम मुझे खोल दो और आराम से मुझे चोद लो, लेकिन ऐसे बांध कर नहीं, तुम बड़ी बेदर्दी से चोदते हो, इतना बड़ा लंड है तुम्हारा, बेरहमी से चोदोंगे तो में मर जाउंगी. फिर मैंने कस कर भाभी के बूब्स पर 4-5 थप्पड़ मारे और कहा चुप हो जा, तुझ जैसी हसीन औरत को तो बाँध कर ही चोदना चाहिए है. जब मेरा 9 इंच का लंड तेरी चूत में घुसेगा तो तेरा सारा मचलना बंद हो जायेगा. अब भाभी डर सी गई थी और अब कमरे में पूरे 1 घंटे तक भाभी की चीखने की आवाजे आती रही, लेकिन वहां पर कोई उन्हें बचाने वाला नहीं था. अब मैंने बुरी तरह से भाभी को चोद डाला था. अब मेरी मलाई निकलने वाली थी और फिर में अपनी सारी मलाई भाभी की चूत में निकालकर भाभी के साथ सो गया.

  • भाभी को गैर मर्द से चुदते हुए देखा, bhabhi cuckold story

    हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम सन्नी है. मेरा एक दोस्त है जिसका नाम आकाश है और वो सरकारी विभाग में एक अच्छे पद पर है. मेरा उसके घर पर हमेशा आना जाना रहता है और उसकी बीवी का नाम दीपा है. उसकी उम्र लगभग 40, एकदम दूध जैसी गोरी बड़ी बड़ी मोटी गांड और उतने ही बड़े उसके बूब्स जो किसी बूढ़े आदमी का लंड खड़ा कर सकता है. वो दिखने में सुंदर, सुशील, एकदम सीधी है और किसी को भी उन्हें देखकर ऐसा नहीं लगता है कि वो औरत एक नंबर की चुदक्कड़ है. में उसे भाभी कह कर बुलाता हूँ और वो मेरे साथ बहुत खुलकर रहती है, फिर भी मुझे एक दिन भी उन्हें देखकर ऐसा नहीं लगा कि इस औरत ने कई लोगो के लंड से जी भरकर खेला है.

    एक दिन मेरे एक दोस्त ने मुझसे कहा कि तू तेरे दोस्त आकाश के घर पर ज़्यादा मत जाया कर तो मैंने पूछा कि ऐसा क्यों? तब उसने मुझे बताया कि उसकी औरत बहुत चालू है और अब तक कई लोगो ने उसे ठोका है और उनमे से ऐसे लोग भी है जो बुरा काम करते है जैसे कि गुंडे, चोरो और बड़े बड़े बदमाश के साथ उसके गलत संबध है और वो चुदाई के लिए कुछ भी कर सकती है.

    दोस्तों मुझे उसकी इस बात पर बिल्कुल भी यकीन नहीं हुआ, लेकिन अब मेरे मन में एक शक सा पैदा हुआ और मैंने उससे पूछा कि तुम यह सब कुछ कैसे जानते हो? तो उसने मुझे बताया कि में कई बार उसे चुदते हुए और कई बार उसकी खिड़की के बाहर से रात भर यह सब कुछ देख चुका हूँ और उसे नये नये लड़को को पटाकर चुदवाना बहुत अच्छा लगता है और अगर तुझे विश्वास नहीं है तो उसका पति जब भी अपने घर से बाहर जाता है तो तू देखना उसके घर पर कोई ना कोई नया आदमी रहता है और वो उससे जमकर चुदवाती है और उसे भी मज़ा देती है और वो मुझसे इतना कहकर वो चला गया.

    दोस्तों उसकी यह बात सुनकर मुझे भी कुछ कुछ याद आने लगा कि जब भी में उनके घर पर जाता था तो उसके मोबाईल पर बहुत बार कॉल आते थे और भाभी उससे बाद में बात करती हूँ यह कहकर काट देती थी और कई बार जब हम बाहर बैठकर बातें करती थी तो उसकी नज़र हमेशा बाहर आने जाने वाले पर टिकी रहती और कई बार वो मेरी तरफ देखकर भी मुझे कुछ इशारे करती थी. उस वक़्त में उन बातों पर ज्यादा ध्यान नहीं देता था, लेकिन अब मेरे दोस्त की बातें सुनकर मुझे भाभी पर शक़ हुआ और अब मैंने कैसे भी करके मेरे शक़ को दूर करने की ठान ली और सही मौके का इंतजार करने लगा.

    एक दिन ऐसा मौका आ गया. मुझे पता चला कि आकाश अपने यूनियन के काम से दो दिन के लिए बैंगलोर जा रहा है. में उस दिन शाम को करीब 7 बजे उसके घर पर चला गया. आकाश उस वक़्त घर पर था और जाने की तैयारी कर रहा था. उसकी गाड़ी 8.00 बजे थी और हमे बातें करते करते 7.30 बज गये थे. उतने में आकाश के ऑफिस से कुछ दोस्त आए और आकाश को अपने साथ लेकर चले गये. फिर में और भाभी दोनों बातें करते रहे कि तभी मैंने गौर किया कि कुछ देर बाद भाभी का फोन बजा और भाभी ने फोन उठाया और फिर दूसरे कमरे के अंदर जाकर उन्होंने आहिस्ते से बात करनी शुरू कर दी.

    मुझे ठीक से सुनाई नहीं दिया, लेकिन इतना जरूर सुना कि में कुछ देर में अपको फोन करूँगी तैयार रहना और वो फोन काटकर फिर उसी जगह आकर मेरे पास आकर बैठ गई जहाँ पर पहले वो बैठी हुई थी. वो अब मुझसे इधर उधर की बातें करने लगी, लेकिन में समझ गया कि यह मुझे जल्द से जल्द यहाँ से भगाना चाहती है और इसलिए में भी उनसे भाभी में अब जाता हूँ कहकर वहां से रवाना होने का नाटक करके थोड़ा दूर रुककर उसके घर की तरफ नज़र रखने लगा और जैसे ही वो अंदर गई तो में जल्द से जाकर उनके घर के पीछे की खड़की के पास जाकर बैठकर अंदर देखने लगा. तभी मुझे फोन पर बात करने की आवाज़ सुनाई दी और मैंने उसे किसी से बातें करते हुए सुना, वो कह रही थी जल्दी आ जाओ में तुम्हारा ही इंतजार कर रही हूँ.

    तभी उधर से किसी से कुछ कहने पर वो फिर से बोली कि ज़रा इधर उधर नज़र डालकर आना वैसे तो इस समय सभी लोग अपने घर पर ही रहते है और हमारे आस पास में कोई भी नहीं रहता है. फिर वो उधर से और कुछ सुनकर बोली कि ठीक है, लेकिन थोड़ा जल्दी आ जाना में बाहर खड़ी रहती हूँ जब में अंदर आ जाऊं तो तुम घर में आ जाना और उन्होंने ठीक है कहकर फोन रख दिया और बाथरूम जाकर फ्रेश होकर बेडरूम में जाकर एक नीले रंग की चूड़ीदार सलवार पहनकर तैयार होकर बाहर आकर अब उसका इंतजार करने लगी.

    फिर कुछ देर बाद मैंने देखा कि एक हट्टाकट्टा सा आदमी उसके घर के सामने रुककर इधर उधर देख रहा है, लेकिन बाहर अंधेरा बहुत था इसलिए मुझे उसका चेहरा ठीक से दिखाई नहीं दिया और देखते ही देखते वो भाभी का इशारा पाकर अंदर चला आया और भाभी ने बाहर आकर दरवाजे के पास रुककर इधर उधर देखकर दरवाजे को लगाया और अंदर चली आई में तुरंत उनकी खिड़की के पास जाकर उसके आगे का नजारा देखना लगा. वो आदमी देखने में एकदम काला सांड जैसा था, लेकिन बहुत हट्टाकट्टा था. उसे देखते ही लगता था कि वो कोई गुंडे किस्म का इंसान है और मैंने अब तक उसे अपने शहर में कभी नहीं देखा था और भाभी उसके सामने वाली सीट पर बैठ गई.

    फिर उसने कहा कि क्या मेडम घर तो बहुत अच्छा सज़ा रखा है बिल्कुल आपकी तरह एकदम सुंदर तो भाभी ने कहा कि धन्यवाद. तो उस बात पर उसने कहा कि इसमे धन्यवाद की क्या बात है? आप तो वैसे ही बहुत सुंदर हो तो भाभी ने कहा कि आप मेरी बिना वजह तारीफ कर रही हो. फिर उसने अपने साथ लाए हुए बेग से एक छोटी सी पुड़िया निकली और भाभी के हाथ में देते हुए कहा कि हमारे मिलन की खुशी में आपको मेरा पहला तोफा. भाभी ने कहा कि इसकी क्या ज़रूरत थी? वैसे भी तो आपके मेरे ऊपर बहुत सारे अहसान है, आपने मुझे जब भी में कहती हूँ पैसे दिए है और में आपकी वो उधारी चुकाने की कोशिश कर रही हूँ.

    यह बात कहकर वो उठकर अंदर चली गई और अंदर से एक विस्की की बॉटल और एक ग्लास और साथ में कुछ स्नेक्स लेकर आई और उसके सामने वाली टेबल पर रख दिए. यह सब देखकर उसने बोला कि क्या जल्दी भेजने का प्लान है क्या? अभी तो में आया हूँ. इस पर भाभी ने कहा कि नहीं नहीं आप ग़लत मत समझना, मुझे तो आपका यहाँ पर आना बहुत अच्छा लगा रहा है और आपका जब जी करेगा तब चले जाना. मुझे दिल से कोई ऐतराज़ नहीं है. अब उसने कहा कि आप इतना दूर क्यों बैठी हो? थोड़ा नज़दीक बैठो ना.

    फिर भाभी उठकर उसके पास दीवान पर बैठ गई, तब उसने विस्की की बॉटल को खोला और एक पेग बना दिया और भाभी से कहा कि आप भी लो ना. फिर भाभी ने कहा कि मुझे इसकी आदत नहीं है, तो उसने कहा कि मेरे खातिर एक सीप लो ना प्लीज, में तुम्हारा झूठा पीना चाहता हूँ. तो भाभी ने उस ग्लास को मुहं से लगाकर एक सीप लिया और फिर उसे पीने को कहा. उसने एक ही झटके में पूरा ग्लास खाली कर दिया. फिर भाभी ने और एक पेग बनाया और खुद ने एक सीप लगाई और उसे दे दिया. उसने अब आहिस्ते आहिस्ते पीना शुरू कर दिया और कुछ देर तक ऐसा ही चलता रहा.

    फिर उसने भाभी से कहा कि इतने दिन हमारी सिर्फ़ फोन पर ही बात होती थी, लेकिन आज तुमने मुझे अकेले में मिलने का मौका दिया, क्यों तुम खुश हो ना मेडम? तो भाभी ने कहा कि मौका मैंने नहीं दिया बल्कि आपने खुद बनाया है, में इसकी अहसान मंद हूँ और में भी चाहती थी एक ऐसा इंसान जो मुझे केवल देखकर ही मेरे शौक पूरे करवाता रहे और मुझे खुश रखता रहे. में ऐसे आदमी को एक बार मेरे साथ खुलकर रहने का मौका नहीं दे दूँ तो मेरे जैसी मतलबी इंसान कोई नहीं होगी. तब उसने धन्यवाद मेडम कहा. तो यह बात सुनकर भाभी बोली कि मुझे मेडम मत कहा करो, मुझे मेरे नाम से पुकारा करो ठीक है. फिर उसने कहा कि ठीक है दीपा और फिर इस बीच उसने वो पेग भी खाली कर दिया था और भाभी से कहा कि आखरी टाईम तुमने साड़ी लेने के लिए पैसे लिए थे ना तो साड़ी ली क्या?

    फिर भाभी ने कहा कि हाँ अरे वो तो में बातों ही बातों में आपको दिखना ही भूल गई, में अभी दिखाती हूँ और हाँ बोलकर वो बेडरूम में चली गई और साड़ी लेकर आ गई. उसके हाथ में देकर पूछा कि कैसी है? वो साड़ी एक नीली रंग की थी और उस पर छोटी छोटी डिज़ाईन थी और वो दिखने में बहुत महंगी थी. वो साड़ी देखकर बोला कि बहुत अच्छी है और तुम पर खूब जमेगी और जब तुम इसे पहनोगी तो बिल्कुल परी जैसी लगोगी. तब भाभी ने कहा कि अच्छा तो में इसे पहनकर अभी आती हूँ. मैंने इसे अभी तक नहीं पहनी थी और सोचा था कि जब हम पहली बार मिलेंगे तब में इसे पहनूंगी, यह कहकर वो उठाने लगी. तभी उसने भाभी का हाथ पकड़ा और उसे अपने सामने बैठाकर उससे कहा कि तुम अगर बुरा ना मनोगी तो में एक बात कहूँ?

    भाभी ने कहा कि मुझे आपकी कोई बात बुरी नहीं लगती है, कहो ना. तब उसने कहा कि तुम बहुत सुंदर हो और मैंने पहली बार जब आपको देखा था तो आपके बहुत नज़दीक आने की ठान ली थी. मुझे आपको देखकर ना जाने क्या हो जाता है? में आपसे बहुत प्यार करता हूँ प्लीज ना मत करना. तब भाभी बोली कि में सच कहूँ तो में अपने पति को बहुत चाहती हूँ और मैंने उनके अलावा आज तक किसी और को नहीं देखा, लेकिन मुझे जो भी पति से नहीं मिला वो आपने मुझे दे दिया. इससे में कुछ परेशानी में हूँ कि में हाँ कहूँ या ना, लेकिन एक बात है आप मुझे पसंद हो बस और कुछ नहीं. तब उसने कहा कि बस इतना बहुत है मेरे लिए, लेकिन क्या में तुमसे हाँ सुनकर ही रहूँगा.

    तब भाभी बोली कि में भी चाहती हूँ, लेकिन मेरी मजबूरी है कि में शादीशुदा हूँ और अगर किसी को पता चला तो मेरी और मेरे परिवार की बहुत बदनामी होगी. फिर वो बोला कि में किसी को खबर नहीं होने दूँगा और जब तुम कहोगी तब ही आपसे मिलूँगा, कोई ज़बरदस्ती नहीं करूँगा, अब तो बोलो प्लीज़. तभी भाभी ने कहा कि मुझे सोचने दो, लेकिन अब नहीं अभी में आपकी बहुत सेवा करना चाहती हूँ क्यों ठीक है? तब उसने कहा की ठीक है जैसी आपकी मर्ज़ी, लेकिन क्या मेरी एक बात तो मनोगी? तो भाभी ने पूछा कि कहो कौन सी बात? तब उसने कहा कि जो यह साड़ी है, में इस साड़ी को तुम्हे मेरे हाथों से पहनाना चाहता हूँ?

    अब भाभी बोली कि मुझे बहुत शर्म आती है, तभी उसने कहा कि क्या तुम मेरे लिए इतना भी नहीं करोगी? तो भाभी ने कहा कि ठीक है, लेकिन सिर्फ साड़ी ही बाकी सब में पहनूंगी. फिर उसने कहा कि ठीक है और भाभी उठकर अंदर चली गई. उससे कहा कि तुम इधर ही बैठना में बाकी सब पहनकर आती हूँ और यह कहकर वो बेडरूम में चली गई और थोड़ी देर में भाभी नीले कलर का ब्लाउज और उसी कलर का पेटीकोट पहनकर उसके सामने आकर खड़ी हो गई और वो भाभी को देखता ही रहा.

    यह देखकर भाभी ने कहा कि जल्दी से मुझे साड़ी पहनाओ मुझे अब बहुत शर्म आ रही है और फिर उसने साड़ी उठाई तो भाभी ने उसके एक पल्लू को अपने पेटीकोट में घुसाकर गोल गोल घूमने लगी और इस बीच उसने दो तीन बार भाभी के जिस्म को छूकर महसूस किया, लेकिन भाभी ने इसका कोई विरोध ना करते देख पूरी साड़ी पहनाने के बाद उसने भाभी के दोनों कंधो पर हाथ रखकर भाभी को दीवार के सहारे चिपकाकर खड़ा करके देखने लगा. भाभी बोली कि क्यों घूर रहे हो, क्या कभी कोई औरत नहीं देखी?

    फिर उसने कहा कि हाँ देखी जरुर है, लेकिन तुम्हारे जैसी नहीं, तुम बहुत सुंदर लग रही हो और अब भाभी मुस्कुराकर अपना मुहं नीचे करके खड़ी हो गई. फिर उसने धीरे से भाभी के कंधो से हाथ नीचे सरकाते हुए भाभी की कमर तक लाकर धीरे से कमर को पकड़कर धीरे से दबाया और भाभी के मुहं से आहह्ह्ह उह्ह्ह्हह् की आवाज़ निकली और भाभी ने कहा कि यह क्या कर रहे हो? तो उसने कहा कि में एक सुंदर औरत को जी भरकर देख रहा हूँ, क्या तुम्हे कोई ऐतराज़ है? अब भाभी ने कहा कि नहीं और फिर उसने भाभी को उठाया और दीवाना पर लाकर लेटा दिया.

    भाभी एकदम सीधा लेट गई और उसके आगे की हरक़त का इंतज़ार करने लगी और अब उन्हें देखकर लगता था कि भाभी जल्द से जल्द उससे चुदवाना चाहती थी, लेकिन नाटक कर रही थी और इस बीच वो भाभी के पास आकर लेट गया और लेटे लेटे ही उसने एक और पेग बनाया और भाभी से उसे पीने को कहा तो भाभी बैठ गयी और ग्लास पकड़कर एक सीप पीकर उसे दे दिया और फिर से उसी पोज़िशन में लेट गई और तब उसे भी अंदाजा लग गया कि यह भी वही चाहती है जो में चाहता हूँ.

    फिर उसने वो सारी विस्की एक ही बार में खाली कर दी और ग्लास को टेबल पर रखकर भाभी के साथ लेट गया और भाभी से पूछा कि मेरे साथ सोकर तुम्हे कैसा लग रहा है? तो भाभी बोली कि मैंने कभी भी ऐसा नहीं सोचा था कि में तुम्हारे साथ ऐसे अकेले में एक बिस्तर पर सो जाउंगी, लेकिन जो कुछ भी हो रहा है मुझे वो बहुत अच्छा लग रहा है और तुमने मुझे इतना प्यार किया कि में अब पागल हो रही हूँ. तब उसने धीरे से भाभी का पेट सहलाया और कहा कि में तुम्हारी मर्ज़ी के बगैर कुछ भी नहीं करूँगा, क्योंकि मुझे तुम बहुत अच्छी लगती हो. फिर भाभी ने मुस्कुराते हुए कहा कि में तुम्हारी इसी बात के ऊपर फिदा हो गई हूँ.

    फिर उसने धीरे से भाभी का पल्लू थोड़ा साईड में किया और भाभी से कहा कि में तुम्हे किस करना चाहता हूँ तो भाभी ने कहा कि हाँ मेरा भी मन कर रहा है, लेकिन में मजबूर हूँ क्योंकि में एक शादीशुदा औरत हूँ, अगर मैंने ऐसा किया तो यह बिल्कुल ग़लत होगा. तब उसने कहा कि कुछ भी गलत नहीं होगा, जो कुछ भी होगा हम दोनों के बीच होगा और यहाँ पर तो कोई भी नहीं है.

    अब भाभी ने कहा कि लेकिन फिर भी मुझे बहुत शरम आ रही है और अब उसने भाभी को अपनी गोद में उठाया और सीधे दीवार पर सेट किया और कहा कि ठीक है अगर तुम्हे शर्म आ रही है तो एक काम करो. तुम यह साड़ी निकालो में तुम्हे उसी पोज़िशन में देखन चाहता हूँ. तो भाभी ने कहा कि आप ही ने पहनाई थी तो आप ही उतार दो. उसने ठीक है कहा और भाभी की साड़ी की गाँठ को खोल दिया और भाभी की साड़ी को उससे अलग कर दिया. अब भाभी पेटीकोट और ब्लाउज में थी और उसने भाभी को अपनी बाहों में ले लिया और ज़ोर से कसकर पकड़ा और अब भाभी के मुहं से आह्ह्हह्ह्ह उह्ह्ह्ह बस आईईईइ बस में उफ्फ्फ्फफ्फ्फ़ पागल हो जाउंगी.

    अब उसने भाभी से पूछा कि कैसा लग रहा है? भाभी ने कहा कि बहुत अच्छा लग रहा है और कसकर पकड़ो तब उसने भाभी को और कसकर पकड़ा और भाभी से कहा कि में तुमसे बहुत प्यार करता हूँ जान और फिर भाभी के मुहं से निकला हाँ बस मुझे ऐसे ही प्यार करना. भाभी के मुहं से यह बात सुनकर उसका जोश और भी बड़ गया और उसने भाभी से पूछा कि क्या तुम मेरे साथ एक बार फिर से बेड पर आ सकती हो? भाभी ने कहा कि क्यों नहीं? आज में आपकी एक बात भी नहीं ठुकराउंगी, तो यह बात सुनकर उसकी हिम्मत दुगनी हो गई और उसने अपनी पेंट और शर्ट को उतार दिया. अब भाभी ने पूछा कि तुम यह क्या कर रहे हो?

    तब उसने कहा कि तुम्हे गर्मी चाहिए और अगर में कपड़े पहनूं तो कैसे गरम होगी? भाभी ने कहा कि मेरे तो कुछ भी समझ में नहीं आ रहा है तुम क्या करना चाहते हो? फिर वो बेड पर आकर लेट गई और वो भी भाभी के पास में आकर लेट गया और भाभी की कमर को पकड़कर आगे खींच लिया और कहा कि तुम बहुत सुंदर हो इतना ही नहीं तुम्हारा फिगर भी बहुत तगड़ा है. अब भाभी ने कहा कि आप भी बहुत हट्टेकट्टे हो और मुझे पहली बार ऐसा लग रहा है कि में किसी असली मर्द के साथ बिस्तर पर हूँ और भाभी ने उसे कसकर पकड़कर कहा कि तुम मुझे किस करना चाहते हो ना, लो तुम्हारी इच्छा पूरी कर लो, यह कहकर भाभी ने भी उसे कसकर पकड़ा और होंठो पर किस करने लगी. तो उसने भी भाभी को और कसकर पकड़ा ज़ोर ज़ोर से किस करने लगा और इस बीच उसने भाभी के सारे बदन को कपड़ो के ऊपर से सूंघ लिया और भाभी की नंगी गर्दन को और पेट को मसलने लगा और भाभी की गांड को कपड़ो के ऊपर से दबाता रहा था और अब भाभी के बड़े बड़े बूब्स ब्लाउज के ऊपर से खड़े होकर बाहर आने को तड़प रहे थे और इस तरह 10-15 मिनट किस करने के बाद भाभी ने कहा कि अब टाईम बहुत हो रहा है.

    फिर उसने कहा कि क्यों तुम इतना जल्दी मुझे भेजना चाहती हो? भाभी ने कहा कि अरे नहीं मेरे राजा, में तो खाना खाने की बात कर रही थी. फिर उसने कहा कि नहीं अभी मेरा खाना खाने का मूड नहीं है, मुझे ऐसा लग रहा है कि में बस तुम्हे ऐसे ही किस करता रहूँ. भाभी ने कहा कि अरे बाबा खाना भी खा लो, फिर हम वापिस करेंगे. तब उसने टाइम देखा और कहा कि अभी तो सिर्फ़ 9.45 हुये है और हम 10.30 बजे खाना खाएँगे, क्यों ठीक है?

    भाभी ने कहा कि ठीक है जैसी तुम्हारी मर्ज़ी, लेकिन मुझे एक बार बाहर देखकर आने दो और फिर उसने कहा कि ठीक है और भाभी उठ गई और बेडरूम जाकर अपने ऊपर मेक्सी डालकर दरवाजा खोलकर बाहर गई और कुछ देर खड़े रहकर देखा कि आस पड़ोस में कोई नहीं दिखा तो वो अंदर चली आई और उससे कहा कि अब कोई चिंता नहीं है, तुम रात भर मेरे साथ रुक सकते हो, यह बात कहकर वो अब उसके पास में आकर लेट गई. उसने भाभी से कहा कि तुम पहले जब लेटी थी तब मेक्सी नहीं थी, भाभी ने कहा कि वो मुझे पता है और बात यह कहते हुए भाभी अपनी मेक्सी उतार रही थी. तभी उसने भाभी का हाथ पकड़ाकर कहा कि तुम इतना कष्ट क्यों ले रही हो? में हूँ ना कहकर उसने धीरे से कहा कि इसे अब रहने दो में इसके बदले तुम्हारा पेटीकोट उतार देता हूँ.

    फिर भाभी ने कहा कि नहीं नहीं प्लीज मुझे शर्म आती है. उसने कहा कि तुम्हे शर्म आती है, लेकिन तुम उतारना चाहती हो ना? भाभी ने कुछ नहीं बोला और अपनी आखों से इशारा किया कि हाँ तो उसने भाभी का हाथ अपने अंडरवियर पर रखकर कहा कि तुम इसे छू लो तुम्हारी सब शर्म दूर हो जाएगी. दोस्तों पहले तो भाभी ने मना किया, लेकिन फिर भाभी ने धीरे से अपना हाथ उस पर रखा और कहा कि अरे बाप रे यह क्या है?

    उसने कहा कि इसे लंड कहते है तो भाभी ने कहा कि वो तो मुझे भी मालूम है, लेकिन इतना बड़ा और फिर कहा कि प्लीज मुझे कुछ मत करना. अब भाभी ने उसके लंड को कसकर पकड़ा और कहा कि सिर्फ़ पेटीकोट ही उतारना, उसने अब अपना अंडरवियर भी उतारा और पूरा नंगा हो गया. अब वो उसके लंड को ज़ोर ज़ोर से मसलने लगी, इस बीच उसने भाभी की मेक्सी को और पेटीकोट दोनों ऊपर उठाए और ज़ोर ज़ोर से भाभी की जांघे मसलने लगा और फिर भाभी के पेटीकोट का नाड़ा खोला और एक ही झटके में भाभी का पेटीकोट अलग करके फेंक दिया और उसकी जांघो को पागलों की तरह चाटता रहा चूमता रहा.

    अब ऐसे ही करीब 10-15 मिनट लगातार करने के बाद भाभी बोली कि अरे बस नीचे ही करते रहोगे या ऊपर भी करोगे. फिर वो ऊपर आ गया और उसने भाभी के बूब्स को ज़ोर दबाया भाभी अहहहहह चिल्लाई और कहने लगी कि हाँ बहुत मज़ा आ रहा है. अब उसने भाभी की ब्रा का हुक खोल दिया और भाभी ने उसे निकालकर फेंक दिया और फिर उसने एक बूब्स को अपने मुहं में ले लिया और दूसरे को दोनों हाथों से दबाने लगा और भाभी उसका लंड चूसने लगी. वो लंड चूसने का तरीका देखाकर हैरान होकर बोला तुम लंड चूसने ने माहिर हो या तुम्हे ऐसा लंड कभी भी नहीं मिला?

    भाभी बोली कि हाँ तुम सच कह रहे हो मेरे राजा मुझे बहुत मज़ा आ रहा है, बस अब रुका नहीं जाता, अब में पूरी तरह से तुम्हारी हो गई हूँ, अब में आपको नहीं रोकूंगी कहकर उन्होंने अपनी दोनों जांघे चौड़ी कर दी और कहा कि अब और मत तड़पाओ जल्दी से एक धक्का मारो प्लीज़. फिर उससे भाभी की चूत में दो उँगलियाँ घुसा दी और ऊपर से चूत को चाटने लगा. इसी तरह 5-10 मिनट चलाने के बाद उसने भाभी के दोनों पैरों को और भी चौड़ा किया और अपने लंड को भाभी की चूत पर सेट किया और दबाने लगा. फिर एक ही झटके में पूरा लंड अंदर चला गया और भाभी के मुहं से अहहह्ह्ह्हह सीईईईईई क्या मर्द का लंड है आईईए अब रूको मत, जल्दी से अपनी गाड़ी चलाओ.

    फिर उसने पहले दो चार झटके हल्के से लगाए और थोड़ी देर बाद उसने रफ्तार पकड़ ली और धन धना धन चोदने लगा. भाभी उसका अपनी गांड उठा उठाकर साथ दे रही थी और ज़ोर ज़ोर से आहहाह ऊओ उफुफूफूफुफ अहहहह्ह्ह्ह वाह कितना तगड़ा है रे तुम्हारा यह लंड, मेरी बहुत दिन की तमन्ना थी तेरे जैसे लंड से चुदने की और वो भी ज़ोर ज़ोर से धक्के लगता रहा और कहने लगा कि तू भी तो मस्त माल है लगता है कि तुझे जमकर चोदूं. फिर इस तरह 10-12 मिनट धक्के मारने के बाद उसने कहा कि में अब झड़ने वाला हूँ. तो भाभी ने कहा कि कोई समस्या नहीं है, अंदर ही डाल दो तो उसने सारा वीर्य भाभी के अंदर ही छोड़ दिया और वो भाभी के पास में लेट गया.

    फिर भाभी ने कहा कि में तैयार हूँ जितना चाहे चोद लो और अब भाभी उठी और उसका लंड मुहं में लेकर थोड़ी देर चूसकर उसे साफ कर दिया और फिर उसने धीरे से भाभी को घोड़ी बनाया और भाभी की गांड को सूंघने लगा और थोड़ी देर बाद उसने अपना लंड निकाला और भाभी की गांड पर सेट किया और हल्के से एक धक्का मारा तो उसका लंड अंदर नहीं गया. फिर भाभी ने अपनी गांड को और भी चौड़ा कर दिया और उससे कहा कि अब धक्का मारो. तो उसने फिर से अपना लंड सेट किया और धीरे से धक्का दिया तो उसका आधा लंड अंदर चला गया और भाभी के मुहं से अहहहहह आईईईईई की चीख निकली.

    फिर उसने भाभी को धक्का देना शुरू कर दिया और भाभी भी अपनी गांड को आगे पीछे करते हुए उसका साथ देने लगी और यह सब देखकर उसने बोला कि तू गांड मरवाने में एक्सपर्ट है और भाभी मुहं से अचानक निकला पड़ा कि बहुत दिन के बाद ऐसा तगड़ा लंड मिला है. तो वो मन में हंसा और उसने अपनी स्पीड को बड़ा दिया. करीब 15-20 मिनट में उसने भाभी के अंदर ही अपना वीर्य छोड़ दिया और दोनों एक दूसरे को लिपटकर सो गये. थोड़ी देर ऐसे ही लेटे रहने के बाद भाभी ने कहा कि तुम बहुत अच्छी तरह से चोदते हो मुझे तुमसे चुदवाना अच्छा लग रहा है. यह बात हुए भाभी ने उसे एक किस किया और अब उसके लंड को मसलने लगी. तो उसने कहा कि तुम भी मस्त माल हो बहुत मज़ा देती हो में चाहता हूँ कि रोज़ तुम्हारी चुदाई करता रहूँ. अब भाभी ने कहा कि में भी चाहती हूँ, लेकिन में मजबूर हूँ, लेकिन एक बात कहती हूँ इसके बाद जब भी मुझे मौका मिलेगा में तुम्हे ज़रूर बुलाउगी मेरे राजा.

    फिर उसने कहा कि तुम तो चुदसी हो तुम कहती हो कि तुम्हारे पति का लंड तुम्हे अच्छा नहीं लगता तो तुम कैसे अपनी भूख मिटाती हो? तो भाभी ने कहा कि अगर में सच बता दूँ तो आप बुरा तो नहीं मानोगे. उसने कहा कि नहीं में बिल्कुल बुरा नहीं मानूँगा बता दो. तभी भाभी ने कहा कि मुझे पति से मज़ा नहीं मिलता इसलिए में तुम जैसे लोगों के साथ मज़ा लेती हूँ. फिर उसने पूछा कि बता दो और किस किस ने तुम्हे चोदा है? तो भाभी ने कहा कि दो लोगों ने मुझे पटाकर चोदा है. अब उसने कहा कि देखो तुम और झूठ बोल रही हो और में जानता हूँ कि तुम कम से कम 7-8 लोगो से चुद चुकी हो? तो भाभी ने कहा कि हाँ में चुदी हूँ और अब में तुमसे चुदने के लिए तैयार हूँ, प्लीज अब आ जाओ और फिर उसने एक बार फिर से भाभी को गरम किया, लेकिन इस बार एक लंबी चुदाई हुई. उसने भाभी को चार बार आगे से और दो बार पीछे से चोदा. इस तरह उन दोनों ने रात भर चुदाई की और बहुत मज़े किए.

  • ठंडी रात में भाभी की चुदाई, thand mei bhabhi chodi

    हैल्लो दोस्तों, ये बात आज से करीब 2 साल पहले की है. मेरी दुकान पर एक भाभी आया करती थी, वैसे उन्हें सिर्फ़ भाभी कहना ग़लत होगा, क्योंकि वो तो परी जैसी थी. उनका रंग एकदम गोरा था और उन्हें जहाँ से पकड़ लो तो टमाटर की तरह लाल पड़ जाए. उनकी हाईट लगभग 5 फुट 3 इंच, बिल्कुल स्मूद और सिल्की बाल जो नागिन की तरह ल़हराते थे. जब मैंने पहली बार उन्हें देखा तो मुझे ऐसा लगा कि ये बहुत भारी माल है और ये मेरे हाथ नहीं आने वाली, लेकिन किस्मत को तो कुछ और ही मंज़ूर था. उसका फिगर बहुत मस्त था और वो पूरी मारवाड़ी थी.

    पहली बार वो मेरे घर पर कुछ लेने आई थी. फिर उसके बाद हमारी मुलाक़ते बढ़ती रही. वो कभी-कभी दोपहर में आती थी तो हमारी घंटो बातें होती. उसके पति नेवी में थे, जो साल में सिर्फ़ 2 बार आते थे और बंदा जब आता था तो बेचारी कही नहीं जाती थी. वो अपने पति से खुश नहीं थी, क्योंकि वो जानवर किस्म का इंसान था.

    उसके घर में उसकी सास रहती थी. बस हमारे मिलने के 8 महीने के बाद उसकी सास चल बसी और अब वो घर पर अकेली रहते हुए बोर हो जाती थी. ये बात जब उसने मुझसे कही तो मैंने कहा कि घर का काम निपटाकर शॉप पर आ जाया करो, तुम्हारा भी दिल लगा रहेगा और मेरा भी दिल लग जायेगा. वो बोली में क्या दिल बहलाने वाली चीज़ हूँ? जो आपका दिल लगा रहेगा. फिर मैंने कहा नहीं आप तो दिल से लगाकर रखने वाली चीज़ हो. वो शरमा गई और जाते हुए बोली कि इस शनिवार से आऊँगी और फिर जल्दी भी नहीं जाऊँगी.

    अब मुझे इंतज़ार था तो बस शनिवार का. उस दिन में भी शॉप पर बड़ा सजधज कर गया और सोचा कि अब से रोज़ मज़ा आयेगा. फिर वो लगभग 12 बजे आई और उसे देखते ही मेरी 12 बज गई, क्या ग़ज़ब का सफ़ेद कलर का टाईट कुर्ता था? और उसके नीचे सफ़ेद लेगी. उसके पूरे पैर ऐसे लग रहे थे कि बस अभी उन्हें खा जाऊं. फिर जब वो मेरे पास आकर बैठी तो बोली ऐसे क्यों देख रहे हो? मुझे पहली बार देखा है क्या?

    मैंने कहा लड़कियां तो बहुत देखी है, लेकिन आज तो अप्सरा को देखा है. फिर शर्म के मारे उसका चहेरा लाल पड़ गया. उस दिन के बाद हमारी नज़दीकियां भी बढ़ने लगी. फिर उस साल दीवाली के बाद मेरे घरवाले 15 दिन के लिए बाहर शादी में गये तो मैंने कहा कि अब से हम रोज़ होटल में खाना खाया करेंगे तो वो बोली ठीक है. फिर उसके बाद ठंड बढ़ने लगी.

    फिर 2 दिन के बाद मैंने उससे कहा कि आज में तुम्हें घर छोड़ करता हूँ और आज तुम डिनर पर लाल साड़ी पहनना, में इतने में खाना पैक करवा कर लाता हूँ. फिर मैंने उसको घर छोड़ा और खाना पैक करवाने के बाद मैंने गुलाब जामुन लिए और उसके घर की तरफ चल दिया और जब में घर पहुँचा तो लॉक करने से पहेले ही उन्होंने दरवाजा खोल दिया और उसको देखते ही में चौक गया. उसने क्या साड़ी पहनी थी? लाल शिफान साड़ी. फिर मैंने उससे बोला कि मुझे आज यही रुकना पड़ेगा तो वो बोली तो रुक जाओ ना. में समझ गया कि आज आग दोनों तरफ लगी है. फिर खाना खाने के बाद मैंने कहा कि चलो टी.वी देखते है. अब साथ में बैठकर टी.वी देखते-देखते बातें सेक्स तक पहुँच गई और वो मायूस होने लगी.

    फिर मैंने कहा क्या हुआ? तुम्हारा पति अच्छा नहीं है क्या? तो वो बोली पति तो अच्छे है, लेकिन वो सिर्फ़ वाइल्ड है और मुझे रोमांस पसंद है. उन्होंने मुझे कभी आज तक किस नहीं किया है. ये कहते हुए उसके होंठ थरथराने लगे और में उसके और पास चला गया और धीरे से उसकी कमर पर हाथ रखते हुए उसको अपनी तरफ दबा लिया और प्यार से उसके होंठो पर अपने होंठो को रख दिया.

    अब होंठ रखते ही वो मेरे ऊपर आ गई और मेरे होंठो को एक भूखी शेरनी की तरह चूसने लगी, मुझे ऐसा लग रहा था कि जैसे ये उसकी जिंदगी का आखरी किस है. अब होंठ चूसते-चूसते मैंने उसको कसकर पकड़ लिया था और किस करते हुए ही उसको बेडरूम में ले गया और वहाँ जाकर बेड पर लेटा दिया और प्यार से उसकी साड़ी का पल्लू हटाते ही उसके बूब्स पर अपनी उंगलियां फैरने लगा और प्यार से बीच में किस भी किया. अब उसकी साँसे किसी ट्रेन के इंजन से भी तेज़ चल रही थी और उसका बदन किसी भट्टी की तरह तप रहा था. इतने में उसने मुझे मेरी शर्ट से पकड़कर मुझे वापस अपनी तरफ खींचा और किस करने लगी. अब मैंने किस करते हुए उसके ब्लाउज के हुक खोल दिए. अंदर उसने ब्रा नहीं पहनी थी और फिर में बूब्स को नीचे से पकड़कर धीरे-धीरे दबाने लगा. अब उसने मेरे होंठ छोड़ दिए और वो सिसकारियां भरने लगी.

    अब में उसकी गर्दन पर, आँखों पर, सब जगह किस करने लगा. उसके बूब्स पर किस करने लगा और उनको दबाने और चूसने लगा. वो बोली कि आई लव यू, प्लीज ऐसा मत करो, में हमेशा के लिए तुम्हारी हूँ. फिर मैंने कहा अब से तुम मेरी ही हो जाओगी. अब मैंने उसके गोरे-गोरे बूब्स दबाते हुए धीरे से उसकी निप्पल पर चिकोटी काटी तो वो मुस्कुराते हुए बोली कि इतना धीरे मत करो कि मेरी जान ही निकाल दो. फिर मैंने उसके बूब्स चूसना शुरू किया और बहुत देर तक चूसने के बाद उनको मसलने लगा. फिर उसने उठकर अपनी साड़ी और पेटीकोट उतार दिया और अब वो अपनी काली पेंटी उतारने लगी. मैंने कहा कि इस पर मेरा हक़ है तो फिर वो वापस लेट गई.

    अब मैंने भी मेरे पूरे कपड़े उतार कर सिर्फ़ अंडरवियर छोड़ दिया और उसके ऊपर आकर उसके पेट को चाटने लगा और धीरे-धीरे नीचे की तरफ आते हुए उसकी नाभि पर आकर रुक गया और उसको चूसने लगा. फिर मैंने मेरा हाथ नीचे लगाया, तो मुझे महसूस हुआ कि उसकी चूत में से इतना पानी आ रहा था कि बेडशीट गीली हुये जा रही थी. फिर में नीचे की तरफ आया तो मुझे शरारत सूझी और मैंने उसकी पेंटी के ऊपर से चूत को किस करते हुए, उसकी जाँघो पर किस किया. इससे वो और तड़प गई और कहने लगी कि तुम बहुत गंदे हो और मुझे तड़पाते हो. फिर मैंने उसकी पेंटी के ऊपर से किस किया तो उसकी एक लंबी सिसकारी छूट पड़ी. फिर वो बोली कि बहुत ठंड लग रही है, अब तो कुछ करो.

    फिर मैंने उसकी पेंटी को अपने दांतों से उतार दिया और मैंने देखा कि उसकी चूत में से अमृत की धारा बह रही थी जो कि बहुत ही मस्त थी. अब वो बिना स्पर्श के ही निकल रही थी. फिर मैंने उसकी चूत पर किस करते हुए अपनी जीभ उसकी चूत के अंदर डाली और प्यार से चूसने लगा, और खूब जबरदस्त चूसने के बाद चुदाई का मौसम आया.

    फिर मैंने अपना 7 इंच लंबा लंड निकाला और उसके हाथों में थमा दिया. वो बोली मेरे पति का तो काला नाग है, लेकिन तुम्हारा तो प्यारा पोपट पूरा गुलाबी है, मेरा मन कर रहा है कि अभी इसे खा जाऊं. तो मैंने कहा क्यों नहीं? आज अपनी हर इच्छा पूरी कर लो. अब इतना कहते ही उसने मेरा लंड अपने मुँह में लिया और चूसने लगी. अब वो चूसते-चूसते बोली कि बस अब डाल दो, नहीं तो में मर जाउंगी. फिर मैंने उसकी दोनों जाँघो को अपने कंधो पर रखते हुए धीरे से अपने लंड को उसकी चूत में धकेल दिया और धीरे-धीरे चूत में अन्दर डालता चला गया. अब वो जैसे जैसे अंदर जा रहा था, उसकी साँसे ऊपर चढ़ती जा रही थी और लंड सीधा जाकर उसकी बच्चेदानी से टकराया और उसकी जान निकल गई. अब वो बिल्कुल बेहोश सी हो गई थी और फिर मैंने धीरे-धीरे धक्के मारते हुए उसको खूब चूसा, खूब चूमा. अब 55 मिनट की जबरदस्त चुदाई में वो चार बार डिसचार्ज हुई और में 2 बार डिसचार्ज हुआ. उस रात के बाद हम आज तक एक पति पत्नी की तरह रहते है.

  • पड़ोस वाली रेखा भाभी की चुदाई, rekha bhabhi ki sex story

    हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम अजय है और में गुजरात के अहमदाबाद शहर से हूँ. में इस साईट का बहुत पुराना पाठक हूँ और में इस साईट की सभी स्टोरी पढ़ चुका हूँ. अब पहले में आपको अपने बारे में बता दूँ कि में दिखने में स्मार्ट हूँ और मेरी उम्र 23 साल है. ये 6 महीने पहले की बात है और ये स्टोरी मेरी और मेरे पास में रहने वाली मेरी पड़ोसन की है, उसका नाम रेखा है और वो पति पत्नी दोनों ही रहते है. उनकी उम्र 25 साल है इसलिए में उन्हें भाभी कहकर बुलाता हूँ और उनके पति एक एम.एन.सी कंपनी में जॉब करते है.

    रेखा भाभी मेरे घर के बाजू में रहती है इसलिए उनका मेरे घर में आना जाना बहुत था. हम दोनों में बहुत अच्छी दोस्ती हो गई थी. में ज्यादातर उनके घर पर ही रहता हूँ क्योंकि वो अकेली होती है. वो दिखने में बहुत खूबसूरत है. उसकी साईज़ 34-32-30 है, क्या बूब्स है उसके? और क्या गांड है? जो भी उसे देख ले तो चोदने का मन हो जाए. अब में भी उनको चोदने का मौका ढूँढ रहा था. एक दिन जब में उनके घर गया तो वो अपने कमरे में साड़ी पहन रही थी और में सीधा अंदर चला गया. फिर में वही बैठा उसे देख रहा था तो वो बोली क्या देख रहा है? तो में बोला आपको देख रहा हूँ.

    फिर उसने मुझसे कहा कि कभी नंगी लड़की नहीं देखी है क्या? तो मैंने कहा कि नहीं कभी मौका ही नहीं मिला. तो वो बोली चल ठीक है अब उठ और पीछे से मेरे ब्लाउज के हुक बाँध दो तो मैंने कहा कि ठीक है. फिर में खड़ा होकर उसके पास गया और पीछे से उसके हुक बाँध रहा था. दोस्तों क्या बदन था उसका? उसने अन्दर काले कलर की ब्रा पहनी थी.

    मैंने पूछा कि आप बहुत सेक्सी हो और में उनकी पीठ पर हाथ फैरने लगा. तब वो बोली कि क्या कर रहे हो? फिर मैंने कहा कि बस अच्छा लगता है. उस टाईम मेरा लंड खड़ा हो गया था और उसकी गांड पर टच हो रहा था. फिर उसने मेरे लंड पर हाथ रखकर कहा कि ये तो बड़ा टाईट हो गया है. फिर मैंने कहा जब इतनी सेक्सी भाभी पास हो तो खड़ा तो हो ही जायेगा ना. तब मैंने तुरंत उसके आगे हाथ डालकर उसके बूब्स पर रख दिया और धीरे-धीरे दबाने लगा. तो उसके मुँह से आह्ह्ह्ह आह्ह्ह्ह आह्ह्ह्ह ऐसी आवाज़े आने लगी. अब वो सीधी होकर मेरे होंठ पर अपने होंठ रखकर मुझे किस करने लगी और अब में भी उसका साथ देने लगा था.

    फिर में एक हाथ उसके बूब्स पर रखकर जोर जोर से दबाने लगा. अब वो मेरे कपड़े निकालने लगी तो में भी उसका ब्लाउज उतारने लगा. बाद में उसने मेरे पूरे कपड़े निकाल दिए. फिर मैंने भी उसके पेटीकोट को निकाल दिया. अब वो सिर्फ़ ब्रा और पेंटी में थी. फिर मैंने उसे बिस्तर पर लेटा दिया और उसे जोरो से किस करने लगा. अब वो भी मेरा साथ देने लगी थी.

    फिर में उसकी ब्रा के ऊपर से ही उसके बूब्स दबाने लगा तो अब वो बोले जा रही थी कि अजय और जोर से दबाओ, मुझे बहुत मज़ा आता है. फिर में और जोर से उनके बूब्स को दबाने लगा, और फिर मैंने उनकी ब्रा निकाल दी, दोस्तों क्या बूब्स थे? में तो उस पर टूट ही पड़ा. फिर में उसके बूब्स पर जोर से काटने लगा तो वो बोले जा रही थी कि धीरे से में कही भाग नहीं जाऊँगी, प्लीज आराम से दबाओं, चूसो, पी लो सारा रस, अब में तुम्हारी हूँ.

    फिर धीरे-धीरे में उसके नीचे गया और उसकी पेंटी निकाल दी, क्या चूत थी उसकी? अब में उसकी चूत पर किस कर रहा था. वो बोली कि उसे चाटो, प्लीज चाटो मेरी चूत को, मेरे पति कभी मेरी चूत को नहीं चाटते, प्लीज जोर से चाटो. अब में भी उसकी चूत को चाटने लगा, तभी वो बोली कि मुझे तुम्हारा लंड चूसना है. फिर हम 69 पोज़िशन में आ गये. अब वो मेरा लंड जोर से चाट रही थी और में उसकी चूत को चाट रहा था. फिर वो बोली कि मेरे राजा अब नहीं रहा जाता, प्लीज मुझे चोद डालो.

    मैंने बोला ठीक है. फिर हम सीधे हो गये तो वो बोली कि लाओ थोड़ा लंड चूस लूँ. फिर डालना तो वो जोर से मेरा लंड चूसने लगी. फिर 5 मिनट तक लंड चूसने के बाद बोली कि चलो अब डालो. फिर वो सीधी लेट गई और मैंने अपना लंड उसकी चूत के मुँह पर रखा तो वो बोली क्यों तड़पा रहे हो अपनी रानी को? प्लीज जल्दी से डालो और चोदो मुझे.

    फिर मैंने चूत के अंदर अपना लंड डाला, तो वो चिल्लाने लगी कि धीरे से डालो, बहुत दर्द हो रहा है. फिर मैंने कहा ठीक है. फिर मैंने एक ही झटके में अपना लंड चूत में डाल दिया तो वो जोर से चिल्लाने लगी. फिर थोड़ी देर रुकने के बाद वो बोली कि अब चोदना चालू करो. फिर मैंने धीरे-धीरे उसको चोदना चालू किया. अब वो आह्ह्ह आआ अया आह्ह्ह्ह आहाआह बोल रही थी और कह रही थी कि ज़ोर से चोदो और जोर से चोदो. फिर में भी अपने धक्के तेज करके उसको चोदने लगा. अब में उसके बूब्स दबा रहा था और किस कर रहा था. अब वो जोर से बोले जा रही थी आहाहा आहा आ आ आ चोदो.

    मैंने बोला कि मेरा निकलने वाला है तो वो बोली कि डाल दो अपना रस मेरी चूत में और बना लो मुझे अपने बच्चे की माँ. अब उसका दो बार निकल गया तो वो बोली मेरा तीसरी बार निकलने वाला है चलो साथ में झड़ते है. उसके बाद हम दोनों साथ में झड़ गये. फिर मैंने पूरा रस उसकी चूत में डाल दिया और उसके ऊपर लेट गया. फिर वो बोली कि मुझे पहली बार संतोष मिला है. उसके बाद हमें जब भी मौका मिलता हम चुदाई करते है.

  • रानी भाभी की लंड पर सवारी, bhabhi devar sex story

    हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम अमित है और में अहमदाबाद से हूँ. अभी के ज़माने में सेक्सी रिश्तों की कोई कमी नहीं होती है. में इंजीनियर हूँ और में अपने कज़िन की बीवी मतलब भाभी के साथ चालू कैसे हुआ? ये उसकी कहानी है. इंडियन लड़की के प्यार में पड़ना बहुत आसान है और जब उसके बूब्स और गांड मस्त हो तो बात ही बन जाए. मेरी भाभी एकदम परी जैसी थी और उसका नाम रानी था. उसका साईज 32-24-36 था और वो बहुत गोरी थी. उसकी उम्र 27 साल थी, लेकिन कोई कह नहीं सकता कि वो 22 साल की भी होगी. वो एक हाउसवाईफ है और में अक्सर उनके घर जाया करता था. वो भी मुझसे काफ़ी फ्रेंड्ली थी और में उसको सोचकर कई बार मुठ मारता था.

    एक दिन मुझे उनके घर के नज़दीक एक बैंक में काम था तो में उस काम से गया, लेकिन बैंक वालों ने मुझे 2 घंटे तक इंतजार करने को कहा तो में रानी के घर चला गया. फिर मैंने दरवाजा खटखटाया, लेकिन काफ़ी देर तक किसी ने दरवाजा नहीं खोला, फिर उनकी आवाज़ आई कि अमित ज़रा रुक जाओं में आती हूँ.

    फिर जब वो आई तो में तो शॉक रह गया. अब उन्होंने सिर्फ़ एक टावल पहना हुआ था. फिर मैंने उनको सारी बात बताई तो उन्होंने कहा कि नो प्रोब्लम तुम यहाँ रुक सकते हो. जब भैया तो ऑफिस गये हुए थे, तो अब मुझसे रहा नहीं गया. मैंने कहा कि मुझे बाथरूम जाना है और में सीधा बाथरूम में जाकर हिलाने लगा, लेकिन जल्दी में मैंने दरवाजा बंद नहीं किया तो अचानक पीछे से मेरी भाभी ने मुझे देख लिया.

    फिर उन्होंने कहा कि ये तुम क्या कर रहे हो? अब में तो डर गया था कि अब मर गये, लेकिन उन्होंने मुझे बाहर बुलाया और कहा कि जो तुम अंदर कर रहे थे, वो मेरे सामने करो नहीं तो में तुम्हारी माँ को सब बता दूंगी कि तुम क्या कर रहे थे? मेरा लंड अभी भी तना हुआ था, तो मैंने कहा कि मुझे शर्म आ रही है. वो बोली कि बेटा अंदर तो कुछ शर्म नहीं आ रही थी. में उनके मुँह से सुनकर यह शॉक हो गया. फिर मैंने सोचा कि आज उसको मेरा लंड दिखा ही देता हूँ.

    फिर मैंने जीन्स की चैन खोल दी और मेरा लंड सीधा फंनफनाता हुआ तन गया. मेरा लंड 7 इंच लंबा और 2 इंच मोटा है और थोड़ा सांवला है. फिर थोड़ी देर तक देखने के बाद वो बोली कि अब इसे हिलाओ तो सही. अब मुझे पता चल गया था कि यह चुदने के मूड में है. मैंने कहा अभी हिला देता हूँ, मुझे कोई प्रोब्लम नहीं है.

    फिर वो हंसने लगी और बोली कि ऐसे मेरे सामने खड़ा है, तुझे शर्म नहीं आती. मैंने कहा कि कैसी शर्म? अब में तुझे भी नंगी करूँगा ना. फिर तो उसने सीधा मेरा लंड पकड़कर मेरे लंड को अपने मुँह में ले लिया और ऐसे चाटने लगी जैसे उसने कभी लंड देखा ही नहीं हो. अब में तो सीधे सांतवे आसमान में पहुँच गया था और सोफे पर जाकर लेट गया. अब वो आराम से मेरा लंड चाट रही थी. फिर मैंने उसके गले तक मेरा लंड घुसा दिया. अब उस साली से सांस भी नहीं ली जा रही थी, वो अब कुछ बोल भी नहीं पा रही थी.

    थोड़ी देर के बाद मैंने उसको छोड़ दिया और फिर मैंने उससे कहा कि सिर्फ़ मेरा लंड ही चूसेगी या मेरे अंडो को भी अपने मुँह में लेगी और मैंने ज़बरदस्ती अपने अंडो को उसके मुँह में डाल दिया और फिर से उसका मुँह पूरी तरह से भर गया. अब वो इस बार मज़े ले रही थी, शायद उसको मेरे लंड के अंडे पसंद आ गये थे. अब वो अपने मुँह से मेरे लंड को निकाल ही नहीं रही थी. अब मेरा पानी निकलने वाला था, क्योंकि वो आधे घंटे से मेरे लंड को चूस रही थी.

    फिर मैंने पूछा पानी कहाँ निकालूं? तो वो बोली मेरे मुँह में ही डाल दो मुझे इसका टेस्ट बहुत पसंद है. फिर मैंने एकदम से उसके मुँह में लंड घुसाया और पिचकारी छोड़ने लगा. मेरा इतना पानी आज तक नहीं निकला था. अब वो मेरा सारा पानी पी गई. फिर उसने मेरे लंड को भी मस्त चाट लिया. अब में उसके बॉल्स के साथ खेलने लगा और उसके निप्पल एकदम सख़्त थे और उसके बूब्स तो एकम लचीले थे. अब में तो उस पर टूट पड़ा. फिर मैंने सोचा कि अब चलो इसको हैरान किया जाए.

    मैंने धीरे से एक उंगली उसकी चूत में घुसा दी. वो तुरंत ही मौन करने लगी. फिर मैंने धीरे-धीरे से उंगली डाली तो उसको मज़ा आने लगा. फिर मैंने एक साथ उसमें 4 उंगली डाल दी और वो चिल्लाने लगी और बोली कि भड़वे निकाल तेरी उंगलियां. लेकिन मैंने उसको दबोच लिया और मैंने उसे छोड़ा ही नहीं. अब उसकी आँखों से आँसू निकलने लगे थे.

    फिर मैंने कहा कि शांत रहो में आज तेरी हर बॉडी पार्ट को लचीला कर दूँगा और उंगली के साथ लंड भी घुसा दिया और वो तो अब मानों बेहोश सी हो गई थी. अब में इतने से नहीं रुका और फिर मैंने अपना लंड उसके मुँह में घुसा दिया और पूरा हाथ उसकी चूत में डालकर ज़ोर से हिलाने लगा, अब उसका पानी निकलने लगा था.

    थोड़ी देर में तो मेरा पूरा हाथ गीला हो गया. अब वो भी इन्जॉय कर रही थी तो रानी बोली कि अब बस भी करो और अपना लंड मेरी चूत में पेल दो. फिर मैंने कहा हाँ अभी तो मैंने सिर्फ़ हाथ डालकर तेरी चूत फाड़ी है. अब में लंड से उसे फाड़ता हूँ और तेरी चूत का भोसड़ा बना दूँगा. अब वो नॉर्मल पोज़िशन में आ गई और अब उसने मेरे सामने अपनी चूत फैला दी.

    फिर मैंने पहली बार अपने लंड को उसकी चूत में डालने के लिए तैयार किया और धीरे से उसके चूत पर लगाया और अंदर डालने लगा, लेकिन उसकी चूत के पानी की वजह से मेरा लंड बार-बार फिसल रहा था. फिर मैंने कहा कि रंडी अपना टावल दे, कितना पानी निकालेगी? और फिर उसकी चूत पर से सारा पानी साफ किया और फिर से अपना लंड उसकी चूत पर लगाकर एक धक्का दिया. वो आधे लंड में ही फिर से चिल्लाने लगी कि धीरे करो, फिर में बोला साली एक तो तुझे चूत की प्यास बुझानी और मुझे धीरे से करने के लिए कह रही है.

    अब में बहुत गर्म मूड में आ गया था, फिर मैंने एक झटके में पूरा लंड उसकी चूत में डाल दिया और उसके मुँह को लिप किस करके बंद कर दिया. फिर उसे दर्द तो हुआ, लेकिन कुछ ही मिनटों में उसको मज़ा आने लगा. अब वो भी सामने से झटके देने लगी थी. अब में अचानक से लेट गया और उसको मेरे ऊपर ले लिया और बोला कि चल मेरी घोड़ी अब तू मेरे लंड पर सवारी कर.

    अब उसे भी बहुत मज़ा आ रहा था और अब वो मेरे लंड पर ज़ोर-ज़ोर से उछलने लगी थी. हमारा दूसरा राउंड करीब एक घंटे तक चला. अब उसका तो 3-4 बार पानी निकल गया था, लेकिन मेरा पानी अभी तक नहीं निकला था. वो अब बहुत थक गई थी. फिर मैंने उसको एक टेबल पर लेटाया और अब में खड़े-खड़े उसे चोदने लगा. दोस्तों उसकी चूत तो मानों जन्नत थी.

    अब वो तो मौन किए जा रही थी कि पेलते रहो मेरे राजा, अब आखिरकार मेरा निकलने वाला था तो मैंने सारा माल उसकी चूत में ही गिरा दिया. अब उसे बहुत मज़ा आया और मेरा मन अभी भी नहीं भरा था तो मैंने उसको बेड पर लेटाया और कहा कि अपने बूब्स पकड़ लो और मुझे तेरी बूब्स गली में लंड की सैर करनी है. अब मेरा लंड ढीला हो गया था, लेकिन उसके बूब्स देखकर मेरा लंड फिर से थोड़ा-थोड़ा जागने लगा तो मैंने रानी से कहा कि चल उसको जगा. वो तो जैसे इसी का इंतज़ार कर रही थी, वो फिर से मेरे लंड और अंडो को चाटने लगी.

    फिर मैंने उसके बूब्स कि गली में लंड को बहुत सैर करवाई और फिर मैंने उसे तीसरे राउंड में डॉगी बनाकर चोदा. अब वो तो अभी मानों बेहोश सी हो गई थी और एक बार डॉगी स्टाइल करते-करते वो तो गिर भी गई थी. फिर भी मैंने उसको छोड़ा नहीं और उसको पीछे की तरफ बेड पर लेटा दिया और उस पर पीछे से ही लंड पेलने लगा. अब उसे मज़ा तो आ रहा था, लेकिन मैंने उसकी सारी एनर्जी ख़त्म कर दी थी. फिर आखिरकार मैंने तीसरी बार अपना पानी उसकी गांड पर छोड़ दिया और फिर मैंने उससे कहा कि चलो अब में अपने काम के लिए निकलता हूँ. वो बोली कि बैंक का काम तो होता ही रहेगा, लेकिन ये काम हर हफ्ते में 2-3 बार मेरे लिए करना पड़ेगा. अब हफ्ते में दो या तीन बार तो में उसको चोद ही देता हूँ.

  • जेठ जी के अंधेपन का फायदा, jethji devrani ki chudayi sex story

    हैल्लो दोस्तों, में प्रियंका और यह मेरी एक सच्ची घटना है जिसको में आज आप सभी को सुनाने जा रही हूँ. दोस्तों यह मेरी पहली कहानी है तो प्लीज आप सभी मेरी गलतियों को माफ़ करें और अब में थोड़ा अपने बारे में बता दूँ कि मेरा नाम प्रियंका है और में बिहार की रहने वाली हूँ, मेरी उम्र 25 है और मेरे जिस्म का हर एक हिस्सा एकदम सही आकार में है मेरे बूब्स बड़े ही सेक्सी बिल्कुल गोल आकार के है और हर किसी को एकदम अपनी तरफ आकर्षित कर ले, ना ज़्यादा बड़े ना ज़्यादा छोटे, मेरा रंग गोरा, लम्बाई 5 फीट है और अब में अपनी कहानी शुरू करती हूँ.

    यह कहानी तब की है जब में 21 साल की थी और जब मेरी शादी हो गयी थी, लेकिन मेरी विदाई शादी के तीन साल के बाद हुई क्योंकि हमारे यहाँ गोना की परंपरा है जिसमे शादी के कुछ दिनों के बाद विदाई होती है, लेकिन दोस्तों जब में 18 साल की थी तब मुझे सेक्स के बारे में थोड़ा थोड़ा पता चलने लगा था और मैंने कई बार छुप छुपकर भैया-भाभी का सेक्स भी देखा था और अब मेरे इंतजार की घड़ी खत्म हो गई और मेरी सुहागरात की रात आ ही गई, में जिसके बारे में सोच सोचकर मन ही मन बहुत खुश थी.

    फिर वो मेरे पास आए और मुझसे बिना कुछ बोले ही वो अपने कपड़े उतारने लगे और फिर पूरे नंगे हो गये. मुझसे भी अब रहा नहीं गया और मैंने भी अपने सारे कपड़े खुद ही उतार दिए क्योंकि आग दोनों तरफ लगी हुई थी. वो स्माईल करते हुए मेरे ऊपर टूट पड़े. मैंने सोचा कि वो पहले मेरे होंठ पर स्मूच करेंगे, लेकिन स्मूच तो बहुत दूर था और उनका हमला मेरी चूत पर हुआ तो में जोश में आ गई क्योंकि मुझे ऐसा एहसास पहले कभी नहीं हुआ था और दस मिनट तक वो मेरी चूत को चाटते रहे और में पड़ी पड़ी सिसकियाँ लेने लगी उह्ह्ह आह्ह्हह्ह अब मुझसे भी रहा नहीं गया और में भी उनका लंड पकड़कर रगड़ने लगी.

    दोस्तों उनका लंड बिल्कुल जलते लोहे की तरह गरम, लाल और तनकर खड़ा था और इस चूसने चूसाने में हमें पता ही नहीं चला कि कब हम 69 की पोज़िशन में आ गये, लेकिन अब थोड़ी देर बाद उनका अटेक सीधा मेरी बैचारी चूत पर हुआ, लेकिन समस्या यह थी कि उनका लंड अंदर जा ही नहीं रहा था. फिर उन्होंने तब थोड़ी वेसलीन अपने लंड पर लगाई और थोड़ी मेरी चूत पर भी लगाकर एक ही ज़ोर के धक्के से लंड मेरी चूत में डाल दिया.

    में उनकी इस बेरहमी की वजह से बहुत ज़ोर से चीख पड़ी क्योंकि अब मेरी चूत में बहुत दर्द हो रहा था और मेरी चूत से खून भी निकल रहा था. तभी मैंने देखा कि वो भी अपने लंड को पकड़कर धक्के दे रहे थे क्योंकि उनके लंड का ऊपर वाला हिस्सा पलट चुका था शायद वो भी अभी तक मेरी तरह वर्जिन ही थे इसलिए उन्हें दर्द हो रहा था. वो रुक गये और मेरे बूब्स को मसलने लगे.

    फिर दो चार मिनट बाद हमारी चुदाई एक बार फिर से शुरू हो गई और अब हम दोनों जल्दी ही झड़ गये. फिर हम दोनों वैसे ही सो गये और उनका लंड उस पूरी रात मेरी चूत के अंदर ही रहा और रात भर हम एक दूसरे से लिपटे ही रहे. फिर जब सुबह हुई तो उन्होंने पहली बार मुझसे बात की और मुझसे पूछा कि क्यों कैसा लगा कल रात को? तो में उनके मुहं से यह बात सुनकर एकदम से शरमा गई और में फ्रेश होने बाथरूम में चली गई.

    फिर मैंने तैयार होकर अपने सास ससुर का आशीर्वाद लिया. दोस्तों में अपने ससुराल वालों से परिचय करवाती हूँ, मेरे पति तीन भाई है और उनसे बड़े वाले बचपन से ही अंधे है इसलिए शायद अब तक उनकी शादी नहीं हुई थी और छोटा वाला भाई स्कूल में पढ़ता था. वो हमेशा अपने घर से दूर रहकर अपनी पढ़ाई करता. दोस्तों अब पूरे दो साल गुजर गये थे और अब मेरे पति थोड़े थोड़े ठंडे पड़ने लगे थे. शायद उन्हें अपने काम काज की टेंशन कुछ ज़्यादा हो गई थी और में उतनी ही गरम होती जा रही थी और अभी तक हमें कोई भी बच्चा नहीं हुआ था.

    फिर अचानक एक हमें खबर मिली कि मेरे सास ससुर का कार एक्सिडेंट हो गया है और दोनों की मौत हो गई है और इस खबर का सबसे ज़्यादा दुख मेरे पति के बड़े भाई को हुआ क्योंकि वो ही दोनों थे जो उस अंधे की लाठी थे कुछ समय के बाद सब सामान्य हो गया. फिर एक दिन हमे खबर मिली कि मेरे पति का तबादला दूसरी जगह हो गया है. में उनके साथ जाना चाहती थी, लेकिन उनके अंधे भाई के कारण नहीं जा पाई और अब घर पर में और पति के बड़े भाई ही रह गये थे. मुझे उन पर बहुत गुस्सा आ रहा था क्योंकि में उनकी वजह से अपने पति के साथ जा नहीं पाई.

    फिर रात को में सो गई तभी मुझे कुछ गिरने की आवाज़ आई, वो हुआ क्या था कि सूरदास जी बाथरूम में गिर गये थे. मैंने पूछा कि क्या हुआ? तो वो बोले कि में सू सू करने आया था और मेरा पैर फिसल गया और में गिर गया. बहू तुम मुझे प्लीज़ कमरे तक पहुंचा दो. मैंने उनकी मजबूरी को देखकर उन्हे उठाया तो उनकी लूँगी नीचे गिर गई और उनका काला सांप जैसा लंड अचानक से मेरा हाथ में आ गया, लेकिन उन्हे कुछ नहीं हुआ, शायद अंधे होने के कारण उन्हें सेक्स का ज्ञान नहीं था.

    फिर मैंने उन्हे उनके रूम तक पहुंचा दिया और अब में अपने रूम में आकर लेट गई, लेकिन मुझे नींद नहीं आ रही थी फिर में कुछ देर के बाद उठी और बाथरूम में जाकर सू सू करने लगी. तभी मैंने सोचा कि क्यों ना अंधेपन का फायदा उठाया जाए और में तेल लेकर उनके कमरे में चली गई और उनके लंड की मालिश करने लगी. वो जाग गए और मुझसे पूछा कि कौन है? तो मैंने कहा कि में हूँ और में आपकी मालिश करने आई हूँ, शायद आपको दर्द हो रहा होगा. वो बोले कि वो सब तो ठीक है, लेकिन आज तक किसी ने मेरी मूती मालिश नहीं की, तो मैंने कहा कि इसे मूती नहीं लंड कहते है और में तो आपके भाई की हर रोज़ करती थी.

    वो बोले कि ठीक है और में अब लगातार उनका लंड रगड़े जा रही थी, लेकिन मैंने महसूस किया कि उनके लंड में बिल्कुल भी तनाव नहीं आ रहा था. फिर में उसे चूसने लगी और कुछ देर चूसते चूसते उनका लंड अब खड़ा हो ही गया. दोस्तों तब मैंने बहुत ध्यान से देखा कि उनका लंड मेरी पति के लंड से थोड़ा बड़ा और मोटा था. फिर मैंने अपना पेटीकोट पूरा ऊपर किया और उनके लंड को चूत के मुहं पर रखकर धीरे धीरे बैठ गयी और फिर धीरे धीरे इधर उधर करके लंड को चूत में पूरा का पूरा अंदर डाल लिया उनका लंड जैसे जैसे मेरी चूत के अंदर जाता तो मेरे मुहं से चीख निकल जाती, क्योंकि बहुत दिनों से बिना चुदी होने की वजह से मेरी चूत बहुत टाईट हो गई थी और ऊपर से उनका वो मोटा, लम्बा लंड भी मेरी चूत पर कहर ढाने लगा था और अब कुछ देर बाद में लंड पर उछलने लगी. में उस समय पूरे जोश में थी इसलिए मुझे अपनी चूत को शांत करने के सिवा कुछ भी नहीं दिख रहा था.

    फिर कुछ देर बाद वो मुझसे पूछने लगे कि तुम्हारी यह कैसी मालिश है? मैंने कहा कि यह मालिश आपको बहुत आराम और मज़ा देगी, लेकिन आप बस मेरा पूरा पूरा साथ देते रहो और फिर उन्होंने ऐसा ही किया. में लगातार लंड पर ऊपर नीचे बैठती रही और वो मुझे मेरी कमर को पकड़कर सहारा देते रहे और लगभग एक घंटे तक लगातार चुदने के बाद उनका गरम गरम वीर्य मेरी चूत में ही निकल गया.

    मैंने उनसे पूछा कि क्यों कैसी लगी मेरी मालिश? तो वो बोले कि तुम मालिश को छोड़ो, यह देखो कि यह गरम गरम चिपचिपा सा क्या निकल गया है और में पूरी तरह ठीक तो हूँ ना? तो मैंने उन्हें बहुत प्यार से समझाते हुए कहा कि आपको कुछ नहीं हुआ है और यह तो हर लड़का लड़की करते है तब ऐसा ही निकलता है, लेकिन उन्हे अब भी कुछ समझ में नहीं आया और अब में ऐसे ही जब भी मेरा मन करता था उनकी लूँगी को एक साईड करके लंड पर बैठकर उनसे चुदवा लेती हूँ और आज मुझे एक बच्चा भी और मुझे पक्का विश्वास है कि यह बच्चा मेरे पति का नहीं है, लेकिन है तो घर का ही मेरे पति को पता नहीं है कि यह बच्चा उनका नहीं है और में अभी भी अपने पति से ज़्यादा उनके भाई से चुदवाकर अपनी चूत की आग को ठंडा करती हूँ क्योंकि मेरे पति अपनी नौकरी की वजह से हमेशा बाहर ही रहते है.

  • कविता भाभी की चुदाई, bhabhi sex story

    हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम रोहन है और ये मेरा पहला सेक्स अनुभव कविता भाभी के साथ हुआ. अब में कहानी शुरू करता हूँ, में दिल्ली का रहने वाला हूँ और कॉलेज में पढ़ रहा हूँ. ये बात 2 साल पहले की है, जब मेरे 12वीं क्लास के बोर्ड एग्जाम ख़त्म हुए थे तो में बिल्कुल फ्री था. मेरे पड़ोस में एक फेमिली रहती है, उनसे हमारा अच्छा रिश्ता है. उनके 2 बेटे है एक की शादी हो चुकी थी और एक बेटा है, उनकी पत्नी का नाम कविता है. जब मैंने उन्हें पहली बार देखा था तो में उन्हें देखकर पागल हो गया था और हमेशा उसे चोदने के बारे में सोचा करता था.

    हमारे घर पास पास थे, तो वो रोज सुबह बालकनी पर कपड़े सुखाने आती थी तो में भी बालकनी पर पहुँच जाता और बातें भी करता रहता था और में उनकी बालकनी से उनकी पेंटी चुरा लेता और उनकी पेंटी को चाटता और मुठ मारता. एक दिन उनके परिवार वाले गावं जाने वाले थे और सिर्फ़ मेरा कज़िन और भाभी ही घर पर थे तो भैया ने मुझसे कहा कि वो आज उनके घर रुक जाए और भैया ऑफिस चले गये. भाई के जाने के बाद में उनके घर गया तो भाभी ने गेट खोला उन्होंने पिंक कलर की साड़ी पहनी थी. वो क्या मस्त लग रही थी? और हम अंदर आ गये. फिर, वो मेरे लिए नाश्ता लेने गई और फिर हम दोनों ने नाश्ता किया. फिर उन्होंने कहा कि में कपड़े धोने जा रही हूँ तुम बैठो, तो में उनके बेटे के साथ खेलने लगा, फिर थोड़ी देर बाद वो सो गया तो मैंने उसे बेड पर लेटा दिया.

    फिर मैंने सोचा भाभी के साथ बात कर लेता हूँ, वो बाथरूम में कपड़े धो रही थी. फिर में बाथरूम के पास गया तो गेट खुला था और जैसे ही मैंने देखा तो वो टायलेट कर रही थी और मुझे देखकर अचानक से उठी जिससे उनकी साड़ी गंदी हो गयी और कहा कि जाओ यहाँ से और में पीछे हट गया और फिर वो गुस्से से बाहर आई और मुझे गुस्से से देख रही थी. फिर मैंने भाभी से कहा मुझे पता नहीं था. फिर उन्होंने पूछा तुम यहाँ क्यों आए थे? फिर मैंने कहा भाभी मुन्ना सो गया था इसीलिए मैंने सोचा आपके साथ बात कर लेते है.

    फिर उन्होंने कहा ठीक है, लेकिन फिर ऐसा मत करना और फिर वो कपड़े धोने लगी और में उनके कमरे में कंप्यूटर पर बैठा था और इंटरनेट पर पोर्न साईट खोलकर वीडियो देखने लगा. फिर भाभी छत पर कपड़े सुखाकर आई और मुझे आवाज़ दी उनकी आवाज़ सुनते ही मैंने नेट बंद कर दिया. फिर उन्होंने कहा तुमने मेरे सारे कपड़े गंदे कर दिए में नहाने जा रही हूँ और में फिर से वीडियो देखने लगा और भाभी के बारे में सोचने लगा.

    फिर में बाथरूम के होल में से भाभी को देखने लगा, वाह्ह्ह क्या गोरा बदन था? और उन्हें देखकर मुठ मारने लगा तो अचानक से मेरा बैलेन्स बिगड़ गया और में गेट से टकरा गया, शायद उन्होंने गेट लॉक नहीं किया था और में अन्दर गिर पड़ा. मुझे देखकर वो ज़ोर से चिल्लाई और कहा कि तुम यहाँ क्या कर रहे हो? और जल्दी से टावल से खुद को ढक लिया. में तो फटी आँखो से उन्हें देखता ही रह गया और वो कहने लगी ये क्या बतमीजी है? फिर मैंने उनको पकड़ लिया और भाभी से कहने लगा मुझे माफ़ कर दो.

    फिर मैंने उनको बताया कि में उन्हें बहुत पसंद करता हूँ और मैंने भाभी से कहा कि भाभी प्लीज़ मुझे माफ़ कर दो, आप जो कहोगे में करूँगा, लेकिन मुझे माफ़ कर दो. तो उन्होंने कहा में जो कहूँगी करोंगे, तो मैंने कहा हाँ करूँगा, फिर उन्होंने दुबारा पूछा सच जो कहूँगी करोंगे, तो मैंने कहा हाँ करूँगा और मेरे हाँ कहते ही उन्होंने अपना टावल फेंक दिया और मुझे अपनी और खींचा और कहा कि चोदो मुझे, ऐसा कहते ही में तो हैरान रह गया.

    फिर मैंने कहा क्या? तो उन्होंने कहा में जानती हूँ कि तुम मेरी पेंटी चुरा लेते हो और अभी भी कंप्यूटर पर सेक्स वीडियो देख रहे थे. में भी काफ़ी समय से तुमसे चुदवाना चाहती हूँ और उनके ये कहते ही में उन पर टूट पड़ा और किस करने लगा. हम बाथरूम में थे इसीलिए मैंने अपने कपड़े उतार दिए और पेंट भी ऊतार दी थी. फिर भाभी ने कहा, वाह्ह्ह रोहन तुम्हारा क्या लंड है? इतना बड़ा तो मेरे पति का भी नहीं है और हम किस करने लगे और ऊपर शॉवर चल रहा था.

    फिर में उनके बूब्स चूसने लगा और वो, आह्ह्हह्ह कर रही थी. कई बार में उनके बूब्स को काट लेता और वो चिल्लाती रही. फिर हम दोनों ने खुद को पोछा और फिर मैंने उन्हें गोद में उठाया और बेडरूम में लेकर आया, मुन्ना अभी भी सो रहा था तो मैंने उसे उठा कर अलग सोफे पर लेटा दिया और भाभी को सोफे पर लेटाकर उनके पैरों के पास बैठ गया. मैंने एक वीडियो में बॉडी को चाटना देखा था, तो मैंने सोचा कि वैसा ही करता हूँ और उनके पैरो की उंगलियों को चाटने लगा.

    फिर उनके दोनों पैरो को चाटने के बाद मैंने उसके पूरे पैर को उनकी जांघ तक चाटा और उनकी गोरी चूत तक जा पहुंचा, उनकी चूत पर एक भी बाल नहीं था. फिर मैंने उनकी चूत चाटनी शुरू की और फिर मैंने उनकी चूत पर जीभ लगाते ही, वो ज़ोर से उछली और सिसकारियां लेने लगी. उनकी चूत को चाटने में मुझे जन्नत का मज़ा आया और फिर में कुत्तो की तरह चूत चाटने लगा.

    करीब 15 मिनट तक चूत चाटने के बाद उनकी चूत में से पानी निकला और मैंने सारा पानी पी लिया. क्या मस्त पानी था? फिर मैंने उन्हें उल्टा करके उनकी गांड पर 6-7 थप्पड़ मारे और उनकी गांड को भी चाटने लगा. फिर मैंने उनको मेरा लंड चूसने को कहा और वो मेरा लंड चूसने लगी, वाह्ह्ह्ह क्या मज़ा आ रहा था? और फिर 10 मिनट तक मेरा लंड चूसने के बाद मेरा लंड पूरा रोड की तरह सख्त हो गया.

    फिर मैंने उनकी टाँगे खोलकर अपना लंड उनकी चूत से लगाते ही वो सिसकी और मैंने एक झटका मारा और मेरा आधा लंड उनकी चूत में चला गया और वो ज़ोर से चिल्लाई. फिर में उन्हें किस करने लगा और बूब्स दबाने लगा, फिर मैंने अचानक से एक और तगड़ा झटका मारा और इस बार मेरा पूरा लंड उनकी चूत के अंदर चला गया था, वो चिल्लाना चाहती थी, लेकिन उनकी चीख मेरे मुँह में ही रह गई. मैंने फिर से लंड अंदर बाहर करना शुरू किया और वो आआआहह्ह्ह्ह ऊह्ह्ह्हह्ह की सेक्सी आवाज करने लगी और जिससे मेरी स्पीड और तेज हो गयी. वो कहने लगी हाँ चोदो मुझे, हहहाहा और तेज और तेज और में बहुत तेज-तेज चोद रहा था और करीब आधे घंटे के बाद में झड़ने वाला था तो उन्होंने कहा कि मेरी चूत में ही झाड़ दो और मैंने सारा वीर्य अंदर झाड़ दिया और उनके ऊपर लेट गया और धीरे धीरे किस करता रहा.

    फिर मैंने अचानक देखा कि मुन्ना जाग गया है और हम दोनों को देख रहा था. फिर में अचानक दूर हुआ तो भाभी ने कहा क्या हुआ? अरे ये तो अभी एक साल का ही है क्यों डर रहे हो? फिर में दुबारा बेड पर आया और उन्हें क़िस करने लगा.

    फिर मैंने भाभी से उनकी गांड मारने को कहा तो उन्होंने कहा रुके क्यों हो? तो मैंने उन्हें डॉगी स्टाइल में करके उनकी गांड पर लंड रखा, लेकिन उनकी गांड बहुत टाईट थी. तो फिर में ऑयल लेकर आया और भाभी की गांड की मालिश करने लगा और अपने लंड पर भी ऑयल लगाया और एक ज़ोर के झटके में लंड अंदर डाला, लेकिन उनकी गांड बहुत टाईट थी. मेरा लंड थोड़ा ही गांड में गया था, शायद उन्होंने कभी गांड नहीं मरवाई थी.

    फिर मैंने एक और ज़ोर का झटका मारा और पूरा लंड अंदर डाल दिया और वो बहुत ज़ोर से चिल्लाई थी, फिर में घपाघप उनकी गांड मारता रहा और थोड़ी देर के बाद में झड़ गया. फिर उस दिन हमने कई बार सेक्स किया और जब तक उनके घरवाले गावं से नहीं आए हम रोज पूरा दिन सेक्स करते थे.

  • भाभी की बड़ी गांड मारी, bhabhi ki gaand chudayi

    हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम अमित है और में पंजाब का रहने वाला हूँ. यह घटना तब की है जब में नौकरी की तलाश में दिल्ली गया हुआ था और वहाँ पर मैंने एक कमरा किराए पर लिया था. वहीं पर मेरी मकान मालिक एक औरत थी और उसकी देवरानी भी उसके साथ ही वहीं पर रहती थी, उसे में बड़ी भाभी कहकर बुलाता था.

    कुछ समय में ही में उनसे बहुत घुल मिल गया था. बड़ी भाभी अपने रिश्ते में ही बड़ी नहीं है बल्कि उनके शरीर का हर एक हिस्सा भी बड़ा है और जिस्म भी बहुत सेक्सी है और में सच कहूँ तो वो कामरूपी देवी है साड़ी में ही वो इतनी ग़ज़ब ढाती है कि कोई भी मर्द उनको देखे बिना नहीं रह सकता. दोस्तों मेरी भाभी का नाम शिल्पा है और उनकी उम्र करीब 38 साल है.

    उनके दो बच्चे है, लेकिन फिर भी वो एकदम सेक्सी लगती है. उनके चेहरे को देखकर नहीं लगता कि वो शादीशुदा है. उनके 15 साल के बच्चे होने के बाद से भाभी का शरीर बहुत तेज़ी से बड़ा अभी उनका फिगर उनकी उम्र से भी ज्यादा हो चुका है. उनकी गांड का साईज 42 और बूब्स 40 के है और उनकी कमर 38 की है. भाभी की हाईट 5.10 है और अब तो आप लोग भी अंदाज़ा लगा सकते हो कि उनके कामरूप का. उनका कलर एकदम गोरा है और शरीर की बनावट ऐसी है कि जैसे कि हर वक्त वो सेक्स के लिए खड़ी रहती हो और अब में अपनी स्टोरी पर आता हूँ.

    दोस्तों कुछ दिनों पहले भैया और भाभी अपने नये मकान में रहने चले गये क्योंकि उनका एक बड़ा सा घर बना है, लेकिन जब से वो वहां पर गए है तब से में उनसे मिलने नये घर में नहीं जा पाया और भाभी ने बहुत बार मुझे फोन भी किया था और फिर एक दिन मैंने आखिरकार वहां पर जाने का प्लान बना ही लिया. मेरे भैया अधिकतर समय अपने बिज़्नस टूर पर ही रहते है और वो अधिकतर समय रात को बहुत लेट आते है. यह बात मुझे बहुत अच्छी तरह से पता थी और दोनों बच्चे दिन में अपने स्कूल चले जाते है और वो शाम को चार बजे तक वापस आते है. अब में भाभी को अचानक वहां पर पहुंचकर हैरान करना चाहता था और उनके ऊपर तो में पहले से ही बहुत आकर्षित था.

    में उनके साथ सोने के लिए हमेशा सोचता रहता था, लेकिन कभी मुझे कोई अच्छा मौका मिल ही नहीं पा रहा था इसलिए मैंने सोचा कि में अचानक से दिन में जाऊंगा तो भाभी घर पर अकेली होगी और में उन्हे चकित कर दूँगा तो उस दिन में वहां पर पहुंच ही गया. दिन के करीब दो बजे थे. में सीधा उनके घर पर पहुंच गया और फिर मैंने दरवाजे पर लगी घंटी बजाई और छुप गया. तभी भाभी दरवाजे पर आई और उन्होंने दरवाजा खोलकर बाहर देखा और मैंने साईड में से एकदम से आकर उन्हे डरा दिया.

    वो उस समय गुलाबी कलर की मेक्सी पहने हुई थी. वो उनके बदन पर एकदम टाईट थी जिसकी वजह से उनके जिस्म का हर एक हिस्सा उभरा हुआ और बहुत सेक्सी दिख रहा था. तभी वो मुझे अचानक से वहां पर देखकर एकदम चकित रह गई और अब वो खुश भी बहुत हुई और फिर वो मुझसे बोली कि क्यों अच्छा मतलब कि आज आखिरकार आपको यहाँ पर आने का टाईम मिल ही गया देवर जी? तो में मुस्कुराया और उनसे कहा कि अब अंदर भी बुलाओगी या में यहीं से वापस चला जाऊँ? तो वो बोली कि अरे ऐसे कैसे जाओगे, आज तो तुम्हारी खातिर होगी. आप तो कभी अपने पूरे दर्शन ही नहीं देते. तो मैंने कहा कि यार भाभी चलो अब अंदर बहुत गरमी लग रही है और फिर भाभी आगे आगे चली और में उनके पीछे पीछे. उनकी क्या मस्त गांड लग रही थी. उनकी उस एकदम टाईट मेक्सी में मेरा तो मन कर रहा था कि अभी ही उनकी मेक्सी को खोलकर लंड डाल दूँ और मेरा लंड तो मान ही नहीं रहा था.

    मैंने उसे बहुत मुश्किल से कंट्रोल किया और वो अंदर जाकर मुझसे बोली कि आओ अंदर बेडरूम में बैठते है, वहां का ऐसी चालू है. में इतनी देर से वहीं थी, तो मैंने कहा कि जैसा आप कहें आज तो वैसे भी आपको मेरी पूरी खातिरदारी करनी है, तभी वो बोली कि बिल्कुल हाँ देवर जी आप तो बस मुझे हुक्म करें वो सब कुछ आपके सामने हाजिर हो जाएगा, लेकिन उन्हे नहीं पता था कि मुझे अब उनसे क्या चाहिए था? वो तो बस ऐसे ही कह रही थी. उन्हे क्या पता था कि थोड़ी देर में उन्हे क्या क्या मेरे लिए करना पड़ेगा?

    अब उन्हे थोड़ी देर में गरमी लग रही थी तो भाभी मुझसे बोली कि बताओ अब आप क्या लोगे गर्म या ठंडा? मैंने कहा कि भाभी इतनी गरमी में क्या गरम पिलाओगी? तो वो बोली कि अरे तो तुम ही बताओ ना यार कि तुम्हे क्या चाहिए? मैंने कहा कि नहीं भाभी मुझे कुछ भी नहीं चाहिए, तो वो बोली कि नहीं ऐसा बिल्कुल भी नहीं चलेगा, चलो ठीक है तुम रूको में तुम्हारे लिए कोल्डड्रिंक लेकर अभी आती हूँ. मैंने कहा कि भाभी आपको पता तो है कि में कोल्डड्रिंक कभी नहीं पीता हूँ, लेकिन तभी वो झट से बोली कि अच्छा तो फिर ठीक है में तुम्हारे लिए ठंडा दूध बना देती हूँ. तो मैंने कहा कि नहीं भाभी अभी मेरा मन नहीं है. दोस्तों जैसे ही वो दूध बोली मैंने उनके बूब्स की तरफ घूरकर देखा और फिर उन्होंने भी इस बात पर गौर किया और फिर मैंने मुस्कुराकर कहा कि अच्छा ठीक है आप दूध पिला दो.

    वो मुझसे बोली कि में अभी लेकर आती हूँ तो मैंने कहा कि ठीक है आप थोड़ा जल्दी से ले आओ और फिर वो जल्दी से किचन में जाकर मेरे लिए दूध लेकर आ गई, लेकिन मेरा मन तो उनके बूब्स के दूध में था. मैंने उनके हाथ से दूध लेकर थोड़ा सा पिया और उनके बूब्स को लगातार घूरता रहा, लेकिन मुझे उसका स्वाद बिल्कुल भी अच्छा नहीं लग रहा था. में उसे ऐसे ही लेकर बैठा रहा और पीने का नाटक करता रहा.

    तभी कुछ देर बाद भाभी बोली कि क्या हुआ? तो मैंने कहा कि मुझे इस दूध का स्वाद एकदम बेकार लग रहा है, तो वो थोड़ा मुस्कुराने लगी और फिर बोली कि तो आपको मुझसे अब कौन सा दूध चाहिए देवर जी? तभी मेरे मुहं से अचानक से निकल गया कि आपका. वो मेरे मुहं से यह बात सुनकर अचानक से थोड़ा चकित होकर मुझसे बोली क्या? और फिर में एकदम से घबरा गया और अब मैंने मौका देखकर अपनी बात को बदल दिया और वो भी भूल गई. उसके बाद वो मुझे घर दिखाने ले गई वो आगे-आगे और में उनके पीछे चल रहा था, लेकिन अब भी मेरा पूरा ध्यान उनकी गांड पर था.

    एक दो बार मैंने मौके का फायदा उठाकर उनकी गांड को छूने की कोशिश भी की, लेकिन उन्होंने फिर से हमारे बीच में थोड़ी दूरी बना ली और जब वो मुझे अपना बाथरूम दिखाने वहां पर ले गई तो मैंने देखा कि उनके बाथरूम में उनकी पेंटी रखी हुई थी और वो गीली थी. वो एकदम से उसको उठाने के लिए थोड़ा सा झुकी और में पीछे से उनकी गांड को छूने लगा, जिसकी वजह से उनकी गांड से मेरा लंड पूरे मज़े ले रहा था. फिर हम उनके बेडरूम में आ गए और वहीं पर बैठकर बातें करने लगी. बातों ही बातों में वो मुझसे बोली कि बताओ यार तुम्हारी गर्लफ्रेंड कैसी है? तो मैंने एकदम से चकित होकर कहा कि क्या मेरी गर्लफ्रेंड?

    वो बोली कि हाँ हाँ में तुम्हारी ही गर्लफ्रेंड के बारे में तुमसे पूछ रही हूँ, तुम यह बात सुनकर ऐसा व्यहवार क्यों कर रहे हो? क्या तुम्हारी अब तक कोई गर्लफ्रेंड नहीं है? तो मैंने कहा कि भाभी में किसी भी लड़की को पसंद नहीं करता हूँ और यह सब आपको तो पहले से ही पता है, फिर आप क्यों मुझसे ऐसा मज़ाक कर रही हो? तो वो बोली कि मैंने माना कि आप लड़कियाँ पसंद नहीं करते, लेकिन क्या कोई औरत भी आपको पसंद नहीं है? अब में उनके मुहं से यह बात सुनकर मुस्कुराने लगा.

    वो बोली कि पहले तुम मुझे अपनी बात का जवाब तो दो. फिर मैंने कह दिया कि हाँ में किसी सुंदर औरत को तो बहुत पसंद करता हूँ. वो मेरे मुहं से यह बात सुनकर ज़ोर से हंस पड़ी और फिर बोली कि तुम भी क्या आजकल बहुत मज़ाक करने लगे हो? मैंने कहा कि नहीं भाभी में एकदम सच बोल रहा हूँ मुझे आपकी उम्र की औरतें बहुत पसंद है. तभी वो बोली कि हट पागल में तो अब तक तुझसे सिर्फ मज़ाक कर रही थी. तभी मैंने कहा कि लेकिन भाभी में आपसे बिल्कुल भी मज़ाक नहीं कर रहा था. में एकदम सच कह रहा हूँ और में आपको बहुत पसंद करता हूँ, आप मुझे बहुत अच्छी लगती हो.

    दोस्तों वो मेरे मुहं से यह सब बातें सुनकर बिल्कुल चकित रह गई और फिर बोली कि में तो मोटी और अब बूढ़ी होने वाली हूँ. मुझमें अब ऐसा रखा भी क्या है? तो मैंने कहा कि क्यों आप मुझसे ऐसा मज़ाक करती हो? यार आप जैसी औरत जिस किसी को भी मिल जाए उसकी तो किस्मत ही पलट जाए और यह बात कहकर में उनके पास जाकर एकदम चिपककर बैठ गया और उनसे बोला कि भाभी में आपसे बहुत प्यार करता हूँ और मैंने उन्हे पकड़कर एक लंबा किस कर दिया. वो भी बहुत प्यासी थी और मेरा साथ देने लगी.

    अब मैंने उनकी मेक्सी के बटन को एक एक करके खोलना शुरू किया और दो मिनट में मैंने उनकी मेक्सी को खोल दिया. तभी मैंने मेक्सी को खोलकर देखा कि उन्होंने अंदर ब्रा नहीं पहनी हुई थी और ना ही उसके अंदर पेंटी पहनी हुई थी. मेरा लंड पहले से ही पूरा टाईट था और अब यह सब देखकर वो भाभी की प्यासी चूत को सलामी देने लगा और झटके दे देकर अपने आकार को और भी बड़ा करने लगा. मैंने अब उनके बूब्स को चूसना दबाना शुरू कर दिया और वो आहे भर रही थी और ज़ोर ज़ोर से सिसकियाँ ले रही थी, बस अब छोड़ दो अह्ह्ह्हह प्लीज उह्ह्ह्हह मेरे साथ ऐसा मत करो.

    अब में उनकी कोई भी बात कहाँ सुनने वाला था. में उनकी हर एक बात को अनसुना करके अपने काम में पूरी लगन से लगा हुआ था और अब उनके मोटे मोटे 40 साईज के बूब्स मेरे मुहं में थे. मैंने उन्हे चूस चूसकर एकदम लाल कर दिया था. फिर मैंने उनकी नाभि को भी चाटा और फिर कुछ देर बाद नीचे सरकता हुआ सीधा उनकी चूत पर आ गया. मैंने देखा कि उनकी चूत मस्त बालों वाली है. मैंने उनसे पूछा कि भाभी क्या आप अपनी चूत के बालों को कभी साफ नहीं करती?

    तो वो मुस्कुराते हुए बोली कि आजकल तुम्हारे भैया को तो मेरे साथ सेक्स करने का टाईम ही नहीं मिलता. उन्हे मेरे साथ सेक्स किए महीनों निकल जाते है इसलिए में इसको साफ किसके लिए करूं? तो मैंने कहा कि धन्यवाद भाभी क्योंकि मुझे एसी ही बालों से भरी चूत बहुत अच्छी लगती है और फिर में उनकी चूत में घुस गया और मैंने उनकी चूत को बहुत देर तक चाटा और बहुत चाटा जिसकी वजह से भाभी चिल्लाने लगी और अपने चूतड़ को ऊपर उठाकर अपनी चूत को मुझसे चूसने के लिए कहने लगी. हाँ आज फाड़ दो मेरी चूत को तुम बहुत अच्छे हो. में भी तुम्हे बहुत पसंद करती हूँ आईईईइ और अब में तुम्हारे बिना नहीं जी सकती. प्लीज अब थोड़ा जल्दी से मेरी चूत की आग को ठंडा कर दो उह्ह्हह्ह हाँ और ज़ोर से चूसो उफफ्फ्फ्फ़ हाँ ऐसे ही चाटो.

    मैंने कहा कि में इतनी आसानी से अपना लंड नहीं डालूँगा. तुमने भी मुझे इतने सालों तक तड़पाया है और फिर मैंने उन्हे उल्टा होने को बोला तो वो पूछने लगी कि पीछे क्या है? तो मैंने बोला कि यार वहीं पर तो असली जन्नत है. वो मेरी यह बात सुनकर ज़ोर से हंस पड़ी और फिर वो उल्टी होकर लेट गई और आज मेरे सपनों की रानी मेरी भाभी की गांड ठीक मेरे सामने थी. उनकी 42 साईज की मोटी बड़ी गांड जिसको देखकर मेरा लंड फिर से झटके मारने लगा और मैंने भाभी की गांड खोली और गांड की दरार को चाटने लगा. अंदर तक पूरी जीभ डालकर चाटने लगा. तभी उन्होंने कहा कि देवर जी क्या यह सब करना आपको अच्छा लगता है? तो मैंने कहा कि भाभी यही तो जन्नत है और आज में आपकी गांड को खा जाऊंगा.

    तभी वो बोल पड़ी कि आप तो बिल्कुल पागल हो, आपके भैया ने तो कभी मेरे पीछे यह सब नहीं किया, लेकिन सच कहूँ तो आपके ऐसा करने से मुझे बहुत मज़ा आ रहा है देवर जी. फिर मैंने झट से कहा कि भाभी आपको असली मज़ा तो तब आएगा जब में आज आपकी गांड में अपना लंड डालकर उसे फाड़ दूंगा. वो बोली कि अरे नहीं आप ऐसा मेरे साथ बिल्कुल भी मत करना, वर्ना मुझे बहुत दर्द होगा क्योंकि आपका लंड तो 7 इंच का है और आपके भैया का लंड तो सिर्फ 5 इंच का है. आपका लंड तो मेरी गांड के चिथड़े चिथड़े कर देगा और वो पूरी तरह से फट जाएगी.

    फिर मैंने उन्हे समझाकर कहा कि ऐसा कुछ नहीं होगा. बस आपको पहली बार थोड़ा दर्द जरुर होगा और फिर उसके बाद आप मुझसे जिंदगी भर गांड ही मरवाएगी और वैसे भी इस दिन का इंतजार तो मुझे पिछले 15 सालों से था और अब मैंने मौका देखकर बातों ही बातों में लंड को उनकी गांड के ऊपर रख दिया और एक बार छेद में उंगली करके पूरे दम से लंड को जबरदस्ती घुसा दिया. दोस्तों मेरा लंड इतने जोश में था कि पहली ही बार में मैंने उनकी गांड को फाड़ दिया और वो बहुत ज़ोर से चीखने चिल्लाने लगी. वो बहुत ज़ोर ज़ोर से रोई, लेकिन मैंने उनको नहीं छोड़ा क्योंकि उनकी गांड में ही मेरी जान थी.

    में पूरे जोश से लंड को धमा धम अंदर डालता गया और फिर आख़िर में कुछ देर की ताबड़तोड़ चुदाई के बाद मेरे लंड ने उनकी गांड में अपना गरम गरम वीर्य छोड़ दिया. में उनके ऊपर ही अपना लंड गांड में डालकर थककर लेट गया और फिर वो दर्द से करहाने लगी. मैंने उन्हे प्यार किया. तभी वो मुझसे बोली कि वाह तुमने तो आज सही में पूरी तरह संतुष्ट कर दिया तुम्हारे भैया ने मुझे आज तक कभी ऐसे पीछे से नहीं चोदा. तुम्हारी चुदाई में मुझे दर्द बहुत हुआ, लेकिन अब बहुत अच्छा लग रहा है. तुम अब मुझे कभी भी चोद सकते हो. यह चूत, गांड अब आज से तुम्हारी है, लेकिन अब मुझे बाथरूम जाना है.

    फिर में उन्हे अपनी गोद में उठाकर बाथरूम ले गया और फिर उन्होंने मेरे सामने पेशाब किया और मैंने उनकी चूत, गांड को पहले पानी से धोया और उसके बाद वहीं पर चाट चाटकर अच्छी तरह साफ कर दिया और एक बार फिर से मैंने उन्हे बाथरूम में ही चोदा, लेकिन इस बार मैंने उनकी चूत को बहुत जमकर चोदा और उसकी आग को भी ठंडा कर दिया. दोस्तों मुझे सेक्स करना बहुत अच्छा लगता है, लेकिन सबसे अच्छा मुझे किसी की गांड मारना लगता है क्योंकि गांड मुझे बहुत अच्छी लगती है.

  • दुबई में होने वाली साली को चोदा, saali ki chudayi sex story

    हैल्लो दोस्तों, में आपको अपनी एक सच्ची कहानी बताने जा रहा हूँ जो कि मेरी होने वाली साली के साथ है. ये कहानी आज से 5 साल पुरानी है और मेरा नाम यासिर है और मेरी उम्र अभी 27 साल है. मेरे लंड का साईज 7 इंच लम्बा और 3 इंच मोटा है. अब में आपका समय ख़राब ना करते हुए सीधे स्टोरी पर आता हूँ.

    में दुबई में एक अच्छी कंपनी में काम करता हूँ और उधर मेरी होने वाली साली अपने पति के साथ रहती है. में हमेशा उसके घर छुट्टी के दिन जाता था और में जब भी जाता था तो वो अक्सर अपने घर के काम में लगी रहती थी, लेकिन वो मुझसे हमेशा फ्रेंकली होकर बातें करती थी. वो बहुत ही सेक्सी है और उसकी उम्र 37 साल है. फिगर साईज़ 34-30-36 है और फेयर कलर बिल्कुल दूध की तरह. वो हमेशा फिटिंग सलवार कमीज पहनती थी और काम के टाईम उसके बूब्स हमेशा उसकी कमीज से आधे बाहर दिख जाते थे.

    एक दिन वो काम कर रही थी तो मेरी नज़र उसके बूब्स पर पड़ी और फिर में उसके पास गया और उसकी काम में मदद करने लगा, लेकिन मेरी नज़र उसके बूब्स पर ही थी. वो नोटीस कर रही थी कि में उसके जिस्म को देख रहा हूँ, लेकिन वो कुछ नहीं बोली. फिर मुझसे सहन नहीं हुआ तो मैंने उसको पीछे से जोर से पकड़कर उसके बूब्स दबाने लगा, तो वो हैरान हो गई और बोलने लगी कि ये क्या कर रहे हो? प्लीज मुझे छोड़ो नहीं तो में अपने पति को बता दूंगी, लेकिन मेरे दिमाग में तो सिर्फ उसके जिस्म से खेलने के अलावा और कोई बात समझ में नहीं आ रही थी और में उसके बूब्स दबाते-दबाते उसके लिप पर किस करने लगा.

    फिर करीब 10 मिनट तक मैंने उसके लिप चूसे और बूब्स दबाता रहा. अब वो भी गर्म हो गई थी और सिसकियाँ भर रही थी, अहह आहह अहह.

    अब में उसे गोद में उठाकर उसके बेडरूम में ले गया और उसे बेड पर सीधा सुला दिया, उस समय उसकी आँखें बंद थी और फिर मैंने अचानक उसकी कमीज उतार दी तो वो अन्दर लाल कलर की ब्रा पहने हुई थी. फिर में भूखे शेर की तरह उसके बूब्स पर टूट पड़ा. फिर मैंने उसकी ब्रा भी निकाल दी और में उसके पेट और पूरे जिस्म को आहिस्ता-आहिस्ता चूमता-चाटता नीचे चूत सहलाने लगा, तो वो मदहोशी में आहें भर रही थी. फिर मैंने उसकी सलवार ऊतार दी तो अब वो लाल रंग की पेंटी में थी.

    मैंने उसके पूरे जिस्म को देखा तो मुझे वो एक परी लग रही थी और उसका पूरा शरीर दूध जैसा गोरा था. फिर मैंने उसकी पेंटी जोर से फाड़ दी और उसकी चूत को अपनी जबान और उंगली से चोदने लगा. फिर पाँच मिनट में ही उसकी चूत से पानी निकला जो सीधा मेरे मुँह पर गिरा और में गीली चूत को चाटने से बहुत ज्यादा उत्तेजित हो गया, उसकी चूत से बहुत अच्छी स्मेल आ रही थी.

    फिर 30 मिनट तक मैंने उसकी चूत चाटी और उंगलियाँ डालता रहा. इतने टाईम में वो 4 बार झड़ चुकी थी. फिर जब मैंने अपनी पेंट उतारी तो वो मेरा 7 इंच का मोटा लंड देखकर हैरान हो गई और बोली कि मैंने आज तक इतना बड़ा लंड नहीं देखा है और ना ही सुना है क्योंकि उसने सिर्फ़ शादी के बाद ही अपने पति से ही चुदाई की है.

    उसके बाद वो बोली कि उसके पति का लंड तो बहुत छोटा है और वो सिर्फ़ चोदता ही है और कुछ नहीं करता. उसकी शादी को 7 साल हो गए थे, लेकिन बच्चा एक भी नहीं था. उसने बहुत टेस्ट करवाये तो डॉक्टर उसे बोलते थे कि तुम्हारे पति का वीर्य तुम्हारी बच्चेदानी तक नहीं पहुँचता है. उसने ये बात अपने पति को बताई तो वो अपना ईलाज करवाने लगा.

    फिर जब मैंने अपना लंड उसके मुँह में लेने के लिए बोला तो उसने मना कर दिया और वो बोली कि ये भी क्या चूसने की चीज़ है? फिर मैंने गुस्से में आकर ज़बरदस्ती उसके बाल पकड़कर उसके मुँह में अपना लंड डाला और चोदता रहा. फिर करीब 5 मिनट तक में उसको मुँह में चोदता रहा और फिर में उसकी चूत की तरफ बढ़ा और उसकी चूत में अपना लंड डालने लगा तो मेरा लंड उसकी चूत नहीं जा रहा था और में समझ गया कि इसकी चूत अभी तक कुँवारी है.

    फिर मैंने उसको बेड पर सुलाकर उसकी टाँगे अपने कंधो पर रखकर एक ज़ोरदार झटका मारा तो मेरा 4 इंच लंड चूत में अंदर घुस गया और वो बहुत जोर से चिल्लाई और उसकी आँखों से आँसू निकल रहे थे. फिर वो मुझे बोलने लगी कि प्लीज़ मुझे छोड़ दो बहुत दर्द हो रहा है, लेकिन मैंने उसकी एक ना सुनी और एक दूसरा झटका मारा तो मेरा पूरा लंड उसकी चूत में बच्चेदानी से टकराया. फिर जब मैंने उसको देखा तो वो पसीना-पसीना हो गई थी और बेहोश भी हो गई थी और में घबरा गया. फिर झट से अपना लंड उसकी चूत से निकाला और देखा तो मेरे लंड पर और बेडशीट पर खून लगा था.

    फिर में फ्रिज से ठंडा पानी लाया और थोड़ा पानी उसके चेहरे पर डाला तो उसको थोड़ा होश आ गया और फिर मैंने उसे अपनी गोद में लेकर कोल्डड्रिंक खोलकर उसको पिलाई और किस करता रहा और वो गर्म होती गई. फिर मैंने अपने काम को अंजाम दिया. में फिर से उसको चोदने लगा, लेकिन वो मना करने लगी तो मैंने उसको समझाया कि अब कुछ नहीं होगा और आराम-आराम से उसको चोदता गया. अब उसको भी मज़ा आने लगा था, तो फिर मैंने अपनी स्पीड तेज कर दी और करीब 30 मिनट तक में उसको चोदता रहा. इस दौरान वो 8 बार झड़ चुकी थी. उसके बाद मेरा भी पानी निकलने वाला था तो मैंने उससे पूछा कि में झड़ने वाला हूँ तो वो बोली कि मेरी चूत में ही झड़ जाओ. में तुम्हारा बच्चा लेना चाहती हूँ. फिर मैंने भी अपना पूरा पानी उसकी चूत में छोड़ दिया. उसके बाद में हमेशा छुट्टी के दिन उसको उसके घर में ही चोदता था. अब वो मेरे 4 बच्चो की माँ है और उसका पति भी बहुत खुश है, वो समझता है कि ये बच्चे उसी के है.

  • रीता भाभी और उनकी बेटी की ठुकाई, bhabhi ki chudayi

    हैल्लो दोस्तों, में शाहिद एक बार फिर से आप सभी के सामने अपनी एक और सेक्सी कहानी के साथ आप सभी के सामने आया हूँ. दोस्तों में रीता भाभी और ऋतु भाभी को चोद चुका हूँ. रीता भाभी की बेटी मुझसे उम्र में थोड़ी छोटी है, लेकिन उसके बूब्स 34 इंच के है, एकदम ऋतु भाभी के बूब्स के बराबर. वो भी बिल्कुल पतली दुबली है और इतनी गोरी है कि उसके बूब्स से टपकता हुआ दूध दिखाई ही नहीं देता, क्योंकि उसके बूब्स ही इतने सफेद है. दोस्तों मुझे उसकी लड़की को चोदकर जो मज़ा आया वो आज तक किसी कुंवारी चूत की लड़की को चोदकर नहीं आया और रही रीता आंटी की बात वो थोड़ी सी मोटी है, लेकिन इस वजह से उनके बूब्स भी बहुत बड़े है और मेरा पूरा मुहं उनके बूब्स में ही दब जाता है वो हमेशा सेक्सी साड़ी पहनती है और वो हमेशा उनकी नाभि को दिखाती रहती है. वो पीछे से पूरा खुला हुआ ब्लाउज पहनती है जिसे देखकर में हमेशा गरम हो जाता था.

    दोस्तों एक दिन अपनी ऋतु भाभी की ब्रा को चाट रहा था और जब भाभी ने मुझे देख लिया और फिर मुझसे चुदवाया. यह कहानी ऋतु भाभी ने रीता भाभी को भी बता दी थी और उन्होंने यह भी बता दिया कि मेरा लंड 7 इंच का काला और चूत का बहुत प्यासा है. एक दिन रीता भाभी आई हुई थी और में भाभी के घर पर अचार पहुँचाने गया हुआ था और फिर जैसे ही ऋतु भाभी किचन की तरफ गई तो रीता भाभी मेरे लंड पर हाथ रगड़ने लगी और मुझे चूमने लगी.

    फिर मैंने भी उनके स्मूच का पूरा पूरा साथ दिया और फिर भाभी की नीयत देखकर मेरा लंड और भी बड़ा और तनकर खड़ा होता जा रहा था. स्मूच करते हुये भाभी मुझसे बोली कि मैंने सुना है कि तूने ऋतु को पटक पटककर चोदा है, कभी मुझे भी अपना जलवा दिखा? तो उनके मुहं से यह बात सुनकर मुझे जोश आ गया और अब में क्या बोलता? मैंने झट से हाँ कर दी और फिर हम दोनों थोड़ी देर तक स्मूच करते रहे और ऋतु भाभी ने हमें स्मूच करते हुए देख लिया था, लेकिन उन्होंने कुछ नहीं बोला, क्योंकि वो तो मुझे जानती ही थी और इसके बाद में ऋतु भाभी को उनके बाथरूम में ले जाकर चूमने, चाटने लगा और कुछ देर बाद अपना माल उनके मुहं में छोड़ दिया और अब में वहाँ से निकल गया.

    उस दिन के बाद में बहुत दिनों तक रीता भाभी से नहीं मिला, लेकिन एक शनिवार को जब में ऋतु भाभी को चोद रहा था तो रीता भाभी का मेरे पास फोन आने लगा और अब में समझ गया कि उन्हे आज मेरे लंड की जरूरत है मैंने उसी वक़्त ऋतु भाभी को यह बात बताई और वो अपनी दोस्त की खातिर इतना करने को तैयार हो गई. भाभी ने कहा कि लेकिन मुझे तो एक बार फ्री कर जा.

    फिर मैंने झट से अपनी दो तीन उंगली उनकी चूत में डाली और ज़ोर ज़ोर से हिलाने लगा, भाभी मज़े से उछलने लगी और उनकी गांड को हवा में उठाने लगी उनकी आआहह उह्ह्ह्ह माँ मरी की आवाज से में समझ गया कि अब भाभी की चूत का पानी निकल चुका है. दोस्तों में उस समय बहुत जल्दी में था इसलिए मैंने उनकी चूत को एक बार भी चाटा नहीं और फिर में वहाँ से रीता भाभी के घर के लिए निकल गया और जैसे ही में वहाँ पर पहुँचा तो मैंने दरवाजे पर लगी हुई घंटी बजाई तो भाभी ने ही दरवाज़ा खोला उन्होंने नारंगी कलर की साड़ी पहनी हुई थी.

    उनका पेट बहुत सुंदर नज़र आ रहा था और उनका ब्लाउज भी पीछे से बिल्कुल खुला हुआ था और उसमें से उनकी काली कलर की ब्रा नज़र आ रही थी. मुझे देखते ही भाभी ने मेरे लंड को पकड़ा और अब वो मुझसे बोली कि आ गया तू, चल कपड़े उतार और बेड पर चल, आज तू मेरी रांड है. तो मैंने कहा कि क्यों रांड तो आप मेरी हो ना भाभी जी? भाभी ज़ोर से हंसी और मेरा हाथ अपने बूब्स पर रखकर दबाने लगी और अब मेरा लंड तो बहुत लंबा हुआ जा रहा था, बस फिर क्या था?

    में भाभी जी को चूमने लगा और में उनको बिस्तर पर लेटाकर मैंने उनकी ब्रा को फाड़ डाला. में उनकी चूत को भी मसलने लगा जिसकी वजह से भाभी बहुत ज़ोर ज़ोर से गरम गरम साँसें भर रही थी आअहह आआआहनन्न उफ्फ्फ्फ़ में जब भी उनकी चूत में अपनी जीभ डालकर हिलाता तो भाभी एकदम से मस्त हो जाती थी और मेरा मुहं अपनी चूत पर दबाने लगती और इन सबसे मेरा लंड भी बहुत कड़क होता जा रहा था. फिर बहुत देर तक चूत को चाटने के बाद मैंने भाभी से कहा कि अब आपकी बारी है और फिर मैंने अपना लंड उनके मुहं की तरफ कर दिया.

    अब भाभी ने मेरे लंड को गुस्से से दबोचा और बोली कि बहनचोद क्या मुझसे अपना लंड चुसवाएगा तू? और मेरे लंड को वो बहुत जोश में आकर चूसने लगी और अब मुझे उनकी हवस से पता चल रहा था कि उन्हे बहुत टाईम से किसी का लंड नहीं मिला था और उनके मुहं को चोदते चोदते जब में मुहं में झड़ गया तो मैंने अपना वीर्य भाभी के मुहं से गर्दन और बूब्स पर डाल दिया. भाभी उस वीर्य को चाटने लगी और बोली कि बस बिना चोदे ही झड़ गया क्या साले?

    दोस्तों भाभी का यह बात कहने का तरीका मुझमें और भी जोश भर रहा था. फिर भाभी ने फिर से मेरे लंड को चूसना शुरू किया और जैसे ही मेरा लंड खड़ा हुआ तो भाभी उठी और अपनी चूत में मेरा लंड घुसा दिया. उनकी चूत बहुत सालों की चुदाई के बाद बहुत ढीली हो चुकी थी, इसलिए मेरा लंड उनकी चूत में बहुत आराम से अंदर घुस गया और बीस मिनट तक हिलाने के बाद मैंने मौका देखकर भाभी से कहा कि भाभी चुदाई में मुझे बिल्कुल भी मज़ा नहीं आ रहा है प्लीज एक बार मुझे आपकी गांड में डालने दो ना?

    यह बात सुनकर भाभी ने मेरी तरफ देखा और मुझे एक स्मूच दिया. फिर वो झुकी और मेरा लंड चूत से निकालकर अपनी गांड में डालने लगी. दोस्तों माँ कसम, गांड मारने में जो मज़ा है वो किसी और छेद में लंड को डालकर चोदने में नहीं है. में भाभी को चोद रहा था और अपने लंड को जबरदस्ती उनकी गांड में ठोक रहा था और चुदाई के पूरे पूरे मज़े ले रहा था.

    तभी उसी समय उनकी दरवाजे पर लगी घंटी बजी तो भाभी बहुत डर गई और वो कहने लगी कि लगता है रिया आ गई? दोस्तों रिया उनकी बेटी थी. वही हॉट, सेक्सी, कमसिन वर्जिन लोंडिया जिसका ज़िक्र मैंने कुछ देर पहले किया था. अब भाभी अपने कपड़े उठाने लगी, लेकिन उनकी ब्रा को तो मैंने फाड़ दिया था उन्होंने बिना ब्रा के ही अपनी साड़ी को पहन लिया और जैसे ही उन्होंने रिया के लिए दरवाज़ा खोला और उसने अपनी मम्मी को बिना ब्रा के एक पराए मर्द के साथ देखा तो वो अब सब कुछ समझ गई कि यहाँ पर सेक्स चल रहा है और क्योंकि रिया अब तक वर्जिन थी इसलिए उसकी चूत भी हर वक़्त गीली ही रहती थी और अब उसमें भी चुदने की तड़प थी.

    फिर अच्छा मौका देखते ही उसने अपनी माँ से तेज आवाज में पूछा कि मम्मी यहाँ पर क्या चल रहा था? तो भाभी बात को इधर उधर घुमाने लगी, लेकिन वो उसके सामने ना कामियाब रही. फिर रिया बोली कि या तो यह लड़का अब हम दोनों को चोदेगा या फिर में आज शाम को सब कुछ सच सच पापा को बता दूँगी कि मेरी माँ कितनी बड़ी रंडी है और उसकी चूत को कोई भी लंड चोदकर चला जाता है, क्योंकि वो बहुत बड़ी चुदक्कड़ है? दोस्तों रीता भाभी को इतनी देर तक चोदते चोदते मेरा लंड अब बहुत थक चुका था, लेकिन रिया कि यह बात सुनकर मेरा लंड फिर से खड़ा होने लगा.

    रीता भाभी पहले थोड़ा बहुत हिचकिचाई, लेकिन उनके पास अब और कोई रास्ता भी तो नहीं था. वो चुपचाप आई और अपने कपड़े उतार कर रिया के पास गई और उसके मुहं पर अपने बूब्स रगड़ने लगी. रिया भी फुल मज़े ले रही थी और यह सब देखकर में रिया को स्मूच करने लगा. मैंने अपना एक हाथ उसकी पेंटी में डाल दिया और उसकी चूत के दाने को रगड़ने लगा. जिसकी वजह से उसकी चूत का माल मेरे हाथ पर लग रहा था. वो अब पूरी तरह गरम होकर मुझसे चुदने को तैयार थी. मैंने अपना लंड बाहर निकाला और रिया के मुहं में दे दिया और रीता आंटी को उसकी चूत चाटने को कहा. आंटी पूरे मज़े से अपनी बेटी की वर्जिन चूत को मेरे लंड से चुदने के लिए भिगोने लगी और यह सब होता देखकर मेरा लंड सख़्त होता जा रहा था.

    फिर मैंने रिया को गोद में उठाया और उसे उल्टा करके उसकी चूत में अपना लंड डाल दिया, लेकिन उसकी चूत बहुत ज़्यादा टाईट थी इसलिए मेरा लंड इतनी आसानी से जा ही नहीं रहा था. वो बार बार इधर उधर फिसल रहा था. तो मैंने एक ज़ोर का झटका दिया तो उसकी चूत की सिल टूट गई और मेरे लंड पर उसकी चूत का खून लग गया, लेकिन में फिर भी नहीं रुका.

    मैंने ज़ोर ज़ोर से धक्के देना चालू रखा और रिया भी बहुत ज़ोर से दर्द होने के कारण चिल्ला रही थी, लेकिन कुछ देर बाद में वो भी अपनी चूत के दर्द को भुलाकर अपनी चुदाई के मज़े लेने लगी. फिर रीता आंटी भी उनकी चुदाई को देख देखकर अपनी चूत रगड़ रही थी और अपना माल निकालने की कोशिश में लगी हुई थी. फिर अगले आधे घंटे तक में रिया को लगातार धक्के देकर ठोकता रहा और रीता आंटी की चूत को पीता रहा और चूसता रहा. ऐसे ही चोदते चोदते मैंने पहले रिया को चोदकर फ्री किया और फिर अपना लंड हिलाकर दोनों माँ बेटी के मुहं में अपना वीर्य छोड़ दिया. फिर मैंने कुछ देर थोड़ा आराम करके उन दोनों को एक बार फिर से बारी बारी से चोदा और उन दोनों को शांत किया.

  • रंडी माँ और बहन का बिजनेस, maa or behen sex story

    हैल्लो दोस्तों, में जब 6 साल का था तो मेरे पापा की मौत हो गई थी और तब मेरी माँ 27 साल की ही थी और मेरी एक बहन है जो 8 साल की थी और में 8वीं क्लास में आ गया था और मेरी बहन 10वीं क्लास में थी. मेरे घर के हालात अच्छे नहीं थे. मेरी माँ के पास कोई जॉब भी नहीं थी और पापा की पेंशन इतनी कम थी कि हम दोनों के खर्चे भी पूरे नहीं होते थे और अब तो पढाई का खर्चा भी बहुत ज्यादा हो गया था. मेरी बहन को 12वीं की परीक्षा के बाद उसको पढाई के लिए एक अच्छी कोचिंग की ज़रूरत थी, लेकिन उसके लिए घर में इतने पैसे नहीं थे कि उसका एड्मिशन करवा सक़ते.

    मेरे पापा का एक दोस्त है जिनका मेरे पापा के साथ बहुत अच्छा रीलेशन था और पैसो के मामले में भी उनका साथ अच्छा था. यह सोचकर मेरी माँ उनसे 1 लाख रुपये उधार लेने गई. अंकल ने हाँ कर दी, लेकिन वो माँ को बोला कि इसके बदले आप मुझको क्या दोगे? तो माँ ने बोला आप मेरा घर गिरवी रख लो. लेकिन वो बोला में 1 लाख रुपये तो दे दूंगा, लेकिन आपको कुछ और काम करना होगा तो माँ बोली में कुछ भी कर लूंगी? लेकिन माँ को नहीं पता था कि वो क्या करवायेगा. फिर उसने माँ से बोला कि वो एक हफ्ते के लिए उसके साथ किसी हिल स्टेशन पर चले. माँ मज़बूर थी और वैसे भी बहुत साल तक मेरी माँ की चूत में लंड नहीं गया था तो उसने हाँ कर दी.

    फिर वो निर्मल अंकल के साथ एक हफ्ते के लिए चली गई और वहाँ निर्मल अंकल के बिजनस पार्टनर ने भी मेरी माँ की चुदाई की. माँ बहुत खुश थी उसको बहुत टाईम के बाद लंड मिला था और वैसे भी एक हफ्ते का 1 लाख मिल रहा था. फिर एक हफ्ते के बाद वो वापस आई और वो बहुत खुश और फ्रेश लग रही थी. में यह सोच रहा था कि इस रांड को में भी चोदूं तो यह खुश हो जायेगी. एक सिलसिला अब स्टार्ट हो गया था और निर्मल अंकल अब मेरी माँ को अपने काम के लिए नये नये ग्राहकों को चुदाई के लिए भेज देता था. अब मेरी माँ अच्छी कमाई कर रही थी और घर में सब खुश थे. अब तो माँ कार में जाती थी. फिर एक दिन जब मेरी बहन घर पर थी तो निर्मल अंकल घर आए और मेरी बहन जो कि सच में किसी मॉडल से कम सुंदर नहीं है, उस पर उसकी नज़र पड़ी, वो अब तक वर्जिन थी. फिर उसने मेरी माँ से बोला कि तू जो कीमत बोलेगी वो दूंगा, अपनी बेटी को मेरे साथ 1 हफ्ते के लिए भेज दे. फिर माँ ने बोला कि सुमन (मेरी बहन) से बात करके उसको मनाना होगा अगर वो मान जाती है तो ठीक है.

    फिर माँ ने 2 लाख रुपये बोले और सिर्फ़ तुम ही करोंगे और कोई आदमी नहीं होगा तो निर्मल अंकल मान गये और माँ ने उस रात सुमन को भी मना लिया. फिर अगले दिन ही सुमन और मेरी माँ निर्मल अंकल के साथ चल दी और एक हफ्ते बाद वो वापस आई तो उसकी हालत बहुत खराब थी. उससे चला भी नहीं जा रहा था, उसकी गर्दन, लिप पर और बॉडी पर काटने के निशान थे. मुझे ऐसा लग रहा था कि जैसे उसके साथ बहुत जबरदस्ती सेक्स किया गया हो. वो तो कोई भी होता तो मेरी बहन के साथ यह ही करता, क्योंकि वो कुछ ज्यादा ही सुंदर है. अब तो मेरे घर में दो रांड हो गई थी. मेरा भी दिल करता था कि अपनी बहन और माँ दोनों की चूत में लंड डाल दूँ और उनको अपनी क्रीम पिला दूँ.

    एक दिन में और मेरी बहन घर पर अकेले थे और माँ किसी ग्राहक के साथ चूत ठंडी करवाने गई थी और उस रात मैंने पूरा सोच लिया था कि आज में अपनी रांड बहन की चुदाई करके ही रहूँगा. रात के 11 बजे का टाईम होगा में सुमन से कहा कि एक बात बता इस टाईम माँ क्या कर रही होगी? तो वो एकदम चुप हो गई और फिर उसने बोला मुझे पता नहीं है. फिर में बोला कि सुमन तुमको तो अच्छी तरह पता है बताओ ना. तो वो बोली तेरे को शर्म नहीं आती अपनी माँ के बारे में यह बोलते हुए.

    मैंने कहा कि अगर माँ और तुम मजा ले सक़ती हो तो में भी ले सकता हूँ और में बोला मेरे तो घर पर ही मजा लेने के लिए 2 रांड है तो बाहर जा कर कौन पैसे देगा? तो उसने बोला शट-अप. फिर में बोला सच ही बोल रहा हूँ और एकदम से मैंने सुमन को पकड़ लिया और किस करना स्टार्ट कर दिया. अब मेरा लंड खड़ा हो गया और में उसकी चूत को रगड़ने लगा. उसने नाईट सूट ही पहना था.

    मैंने उसका टॉप ऊपर कर दिया. उसने ब्रा नहीं पहनी थी तो में बोला कि रांड की तरह तुम भी ब्रा नहीं पहनती हो, क्योंकि कभी भी खोलनी पड़ सकती है ना, तो वो बोली हाँ और अब वो गर्म हो गई थी.

    फिर वो बोली आज तो फ्री का कस्टमर है. फिर में बोला मेरा लंड अपने मुँह में डालो तो उसने बहुत अच्छे से मेरे लंड को चूसा. फिर में उसके बूब्स और निप्पल को ज़ोर-ज़ोर से दबाने और चूसने लगा. अब वो चिल्ला रही थी. फिर मैंने बोला कि रांड मेरे करने पर तो दर्द हो रहा है और जो पैसे देता है उनसे मजा आता है.

    फिर वो बोली आज से में तेरी बहन नहीं तेरी रांड हूँ और तू मेरा दलाल है. आज से हम पति पत्नी की तरह ही रहेंगे और मेरा पति मेरा दलाल होगा. फिर मैंने सुमन की चूत को चाटा और बोला कि इस चूत में कितने लंड गये है तो वो बोली अभी तक तो ज्यादा नहीं गये, लेकिन अब मेरा पति मेरी चूत में लंड डालेगा और हर रोज नये नये लंड डलवायेगा. फिर में बोला कि में माँ की चूत मारना चाहता हूँ. में अपनी माँ का भी दलाल बनूँगा, फिर क्या था? फिर उसने बोला कि यह काम वो कल ही करवा देगी, यह तो बहुत नॉर्मल काम है. अब तू माँ का यार बन जा, तू बहनचोद तो बन गया, अब मादरचोद भी बन जायेगा फिर तो अच्छा काम चलेगा हम माँ बेटी दोनों का यार एक होगा.

    फिर उस रात मैंने अपनी रांड बहन को 4 बार चोदा. अब वो बहुत खुश थी की अब, वो हर रोज किसी से भी चूत चुदवा सकती है अब वो एक पूरी रांड बन गई थी. फिर अगले दिन जब माँ घर आई तो उसकी हालत बहुत खराब थी, तो सुमन ने बोला माँ क्या हुआ आज तो आपकी हालत बहुत खराब हो गई है? फिर उसने बताया कि 2 आदमी की बात करके ले गये थे और वहाँ 8 आदमी थे और उन सब ने पूरी रात मेरी माँ की चूत मारी, और गांड भी मारी, माँ ने सब के लंड भी चूसे, और वो सारी रात उसकी चुदाई करते रहे.

    यह बात सुनकर मेरा लंड खड़ा हो गया, जब सुमन ने मुझको यह बात बताई तो जब से मेरा भी दिल कर रहा था की अभी अपनी माँ की चूत में अपना लंड डाल दूँ और उसकी चूत मार लूँ. फिर में सुमन से बोला कि में अभी माँ की चूत मारना चाहता हूँ तो वो बोली कि नहीं अभी तो मुश्किल है. फिर में बोला अभी ही मारनी है, तो उसने कल रात वाली बात माँ को बताई तो माँ ने बोला रात को कर लेगा. लेकिन मुझसे मेरा कंट्रोल नहीं हो रहा था तो मैंने सुमन पर ज़ोर डाला और माँ को मना लिया.

    मेरी रांड माँ की चूत दर्द कर रही थी और फिर में उसके ऊपर चढ़ गया. उसकी हालत बहुत खराब थी, लेकिन फिर भी उसने मुझे अच्छी सर्विस दी जैसे वो ग्राहक को देती होगी. फिर वो बोली अब तू मेरा बेटा नहीं बल्कि हम दोनों का दलाल है और फिर क्या था? अब मेरी माँ और बहन दोनों अच्छा बिजनेस कर रही है और में भी उनकी चूत मार रहा हूँ.

  • छोटे भाई से बूब्स दबवाने का मजा, chota bhai

    हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम समीरा है और यह मेरी पहली सेक्स घटना है और जिसमें मुझे मेरे छोटे भाई ने चोदा. अब में आप सभी को अपनी उस घटना का अनुभव पूरी तरह विस्तार से सुनाने जा रही हूँ और में उम्मीद करती हूँ कि आप सभी को इसे पढ़ने में बहुत मज़ा आएगा और अब में अपना परिचय करवा देती हूँ. में समीरा और मेरी उम्र 22 साल है, में दिखने में बहुत सुंदर, गोरी मेरा गदराया हुआ बदन, बड़ी बड़ी आंखे, गोल चेहरा, पतली कमर, बड़े ही सुडोल बड़े बड़े आकार के बूब्स, मस्त सेक्सी गांड को देखकर हर किसी का लंड पानी छोड़ने पर मजबूर हो जाता है, मेरी लम्बाई 5.7 इंच है.

    दोस्तों यह घटना एक साल पुरानी है, जब मेरी उम्र 21 साल और मेरे भाई की उम्र 18 साल थी और उस दिन मेरे मम्मी और पापा किसी काम से कुछ दिनों के लिए आउट ऑफ स्टेशन गये हुए थे तो उस दिन में और मेरा छोटा भाई रूम में बैठे हुए थे और उस समय वो फोन पर गेम खेल रहा था और में बेड पर बैठी हुई थी और मैंने उस समय गहरे गले की नाईटी पहनी हुई थी और जिसमें से मेरे बूब्स बड़े आकार के होने की वजह से बहुत ही सुंदर और आधे से ज्यादा नंगे दिख रहे थे तो वो अब मेरी तरफ चोरी चोरी देख रहा था और मुझे बहुत अजीब सा लगा, लेकिन थोड़ा थोड़ा अच्छा भी लग रहा था और वैसे में घर पर ज्यादातर नाईटी ही पहना करती थी और बाहर जाते समय बिल्कुल टाईट जींस और टी-शर्ट पहना करती थी, जिसकी वजह से बाहर का हर एक लड़का मुझे देखकर लाईन मारता था.

    फिर थोड़ी ही देर के बाद मैंने उससे कहा कि टीनू प्लीज मेरे पैर दबा दे बहुत दुख रहे है, उसने एकदम से बोला कि हाँ अभी दबा देता हूँ दीदी और अब उसकी आखें जैसे बिल्कुल चमक सी उठी हो. मैंने एक कंबल ले रखा था और अब वो मेरे पैर दबाने लगा और में बेड पर लेट गई. दोस्तों उसका व्यहवार पिछले कुछ दिनों से मेरे लिए एकदम बदल सा गया था, क्योंकि मैंने बहुत बार गौर किया कि वो मुझे किसी ना किसी बहाने से छूने की कोशिश किया करता था और मेरी छाती को घूर घूरकर देखता रहता तो कभी मेरे कूल्हों को पकड़कर छूने लगता और मुझे भी उसका यह सब करना बहुत अच्छा लगता था.

    मैंने उससे कहा कि टीनू प्लीज थोड़ा और अंदर से दबा दे और अब वो बोला कि ठीक है दीदी तो वो कंबल के अंदर हाथ डालकर मेरे पैर दबाने लगा. मुझे धीरे धीरे थोड़ा आराम आने लगा और नींद भी और थोड़ी देर के बाद मुझे महसूस हुआ कि टीनू मेरे पैर दबा रहा है और जब मेरी आँख खुली तो मैंने उससे कहा कि पैर दबा. वो बोला कि ठीक है दीदी, लेकिन अब मुझे फिर से नींद नहीं आ रही थी, वो बार बार मेरी जांघ की तरफ आ रहा था और मेरी आंखे बंद थी.

    फिर वो थोड़ी देर के बाद घुटनों के ऊपर से मेरी जांघे दबाने लगा, लेकिन मैंने उससे कुछ नहीं बोला, लेकिन मेरी पेंटी को उस बात का इंतजार हो रहा था. फिर मैंने कंट्रोल किया कि यह मेरा छोटा भाई है. फिर एकदम से उसने अपना हाथ मेरी पेंटी पर रख दिया और वो धीरे धीरे आगे बढ़ने लगा. तभी में एकदम झट से उठ गई और उससे बोली कि तू यह क्या कर रहा है टीनू?

    वो मुझसे बोला कि दीदी सॉरी वो सब ग़लती से हो गया. में तो सिर्फ़ आपको सुलाने की कोशिश कर रहा था. फिर में बिल्कुल शांत, चुपचाप होकर लेट गई और अब वो फिर से मेरे पैर दबाने लगा, लेकिन थोड़ी ही देर के बाद फिर उसने मेरी पेंटी पर हाथ रख दिया, लेकिन इस बार मैंने उससे कुछ नहीं बोला. फिर मैंने सोचा कि शायद इस बार भी वो मुझे सुलाने के लिए यह सब कर रहा है. वैसे दोस्तों में सच सच बताऊँ तो मुझे उसके हाथ का स्पर्श अपने जिस्म पर बहुत अच्छा लग रहा था और मेरे अंदर एक अजीब अहसास आने लगा था.

    फिर वो अपना हाथ धीरे धीरे मेरी पेंटी पर रगड़ने लगा और में ऐसा व्यहवार कर रही थी कि जैसे में अब गहरी नींद में सो रही हूँ. तभी अचानक से उसने अपना एक हाथ मेरी पेंटी के अंदर डाल दिया और अपना दूसरा हाथ मेरे बूब्स पर रख दिया, जिसकी वजह से मेरी हालत बहुत खराब हो रही थी और अब में उसे रोकना चाहती थी, लेकिन पता नहीं क्यों रोक नहीं पा रही थी. वो मेरा छोटा भाई था और उसका स्पर्श मुझे बहुत मज़ा भी दे रहा था.

    फिर में कुछ देर बाद थोड़ी हिम्मत करके एकदम से उठी और फिर उस पर ज़ोर से चिल्लाई कि टीनू क्या तुझे बिल्कुल भी शर्म नहीं आती, में तेरी बहन हूँ? लेकिन इसके चेहरे पर तो एक शरारती स्माईल थी और अब वो मुझसे कहने लगा कि दीदी तुम बहुत सुंदर हो. फिर मुझे बहुत गुस्सा आया और फिर वो मुझसे बोला कि दीदी तुम्हारा जिस्म बहुत सुंदर है और तुम्हारे बूब्स, चूत तो मुझे बहुत ही अच्छे लगते है. फिर मैंने गुस्से में उसे एक ज़ोर का थप्पड़ लगा दिया, लेकिन उसने अब मुझे कसकर पकड़ लिया. में उसके ऊपर चिल्लाई और अब वो मुझसे बोला कि चुप कर रंडी साली कुतिया बाहर के लोगो से मरवा सकती है तो फिर तुझे मेरे से क्या दिक्कत है?

    फिर उसने भी मुझे एक थप्पड़ मारा और मुझे बेड पर पटक दिया और बोला कि आज तो तू मुझसे चुदेगी समीरा. फिर में ज़ोर ज़ोर से रोने लगी और उससे बोली कि प्लीज टीनू में तेरी बहन हूँ, प्लीज मुझे छोड़ दे और फिर वो बोला कि हाँ तो में भी बहनचोद हूँ और अब वो मेरे ऊपर लेट गया और मुझे किस करने लगा. फिर मैंने उसे अपने ऊपर से हटाने की बहुत नाकाम कोशिश की, लेकिन उसमें बहुत दम था. वो मुझसे बोला कि साली रांड रोना बंद कर और मेरे साथ साथ अपनी चुदाई का पूरा पूरा मज़ा ले. फिर उसने अपना लंड पेंट से बाहर निकाला और मेरे सर के बालों को ज़ोर से पकड़कर मेरे मुहं में डाल दिया तो एकदम में कांप उठी और वो ज़ोर जोर से हंसने लगा.

    फिर करीब दस मिनट में उसने मेरे मुहं में अपने लंड को आगे पीछे ज़ोर ज़ोर से धक्के देने के बाद अपना गरम गरम वीर्य डाल दिया और अब मुझे भी उसका ऐसा करना थोड़ा थोड़ा अच्छा लग रहा था. फिर उसने मुझे किस करना शुरू किया और अब मैंने भी उसका पूरा पूरा साथ दिया. अब वो मेरे बूब्स को पागलों की तरह चूसने और दबाने लगा.

    फिर मैंने उससे कहा कि प्लीज आईईईइ थोड़ा आराम से टीनू उह्ह्ह्ह प्लीज में तेरी बहन हूँ थोड़ा प्यार से कर. वो बोला कि चुपकर कुतिया भोसड़ी की और मेरे बूब्स बिल्कुल लाल हो गए और मेरी सिसकियों की आवाज़ अब धीरे धीरे तेज होती जा रही थी. फिर में उससे बोली कि प्लीज मेरे आह्ह्हह्ह्ह्ह भाई आराम से यह तेरी ऊईईईईईई बहन मर जाएगी, प्यार से कर मेरी जान.

    फिर वो बोला कि हाँ हरामजादी में आज तुझे मार ही डालूँगा और तभी में बहुत ज़ोर से चिल्ला उठी, जब उसने मेरे बूब्स पर बहुत ज़ोर से काटा उफफफफफफफफफफ्फ़ टीनू मरररर गई आऐईईईई माँ बचाओ मुझे, प्लीज अब छोड़ दे मुझे, लेकिन उसने अब मुझे एक थप्पड़ मारा और बोला कि बिल्कुल चुप हो जा रंडी और अब वो मेरी चूत को चाटने लगा ऊऊईईइ माँ वाह दोस्तों मुझे ऐसा अहसास हुआ जैसे कि में आज जन्नत में थी, जब वो मेरी चूत को चाट रहा था और अपनी गरम गरम जीभ से मुझे चोद रहा था और में थोड़ी ही देर में झड़ गई.

    तभी उसने बस एक मिनट लगाया और मेरी बैचेन चूत में एक ही बार में अपना पूरा का पूरा लंड अंदर घुसा दिया और अब ज़ोर ज़ोर से अंदर बाहर करने लगा और मुझे बहुत मज़ा आ रहा था, में बोल रही थी कि टीनू हरामी हाँ आज और ज़ोर से चोद अपनी उह्ह्ह्ह्ह्ह्ह बहन को साले और चोद हाँ और ज़ोर से धक्का अह्ह्ह्ह्ह दे देकर चोद मुझे आज. तभी उसकी चुदाई करने की स्पीड और भी तेज हो गई और हमने करीब आधे घंटे तक लगातार चुदाई की और फिर वो झड़ गया, लेकिन दोस्तों उसके बाद उस दिन हमने तीन बार और चुदाई की और उसके बाद मेरा सारा शरीर दर्द कर रहा था और मुझे ऐसा लग रहा था कि जैसे मेरा रेप हुआ हो, लेकिन मुझे उस चुदाई मे बहुत मजा आया और उसने मेरी चूत को बहुत देर तक जमकर चोदा.

  • बहन की चुदाई गर्लफ्रेंड की मदद से, behen ki chudayi

    हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम राज है और में अपनी पहली स्टोरी आपके साथ शेयर करना चाहता हूँ. ये एक सच्ची कहानी है. अगर आपको भी ज़िंदगी में मज़ा चाहिए है तो ज़िंदगी में एक बार तो अपनी बहन की चूत का मज़ा ले लो, ये बहुत मुश्किल है, लेकिन असंभव नहीं है. अब में सीधा स्टोरी पर आता हूँ. में एक सामान्य फेमिली का लड़का हूँ, अच्छी बॉडी और 6 इंच के लंड का मालिक हूँ.

    मेरी बहन का नाम सिया है और वो एक खूबसूरत चूत की मालकिन है. उसकी उम्र 20 साल है और में 22 साल का हूँ. वो 12वीं क्लास फैल हो गई है और अब घर में ही रहती है. वो बिल्कुल हिरोइन ही लगती है. वो 8वीं क्लास से ही भैया और भाभी के साथ रहती थी और अभी उसे हमारे घर आए एक साल हो गया है और हम एक अपार्टमेंट में रहते है, जिसमें डबल बेडरूम है. उसके आने के बाद वो रात को मेरे ही कमरे में सोती थी. मुझे कभी उसके बारे में बुरा ख्याल नहीं आया, क्योंकि मुझे लड़कियों की कोई कमी नहीं थी. मेरे 3 गर्लफ्रेंड थी और इसी वजह से में हफ्ते में 2 या 3 बार चूत का मज़ा लेता था.

    एक बार 15 दिन से ज़्यादा हो गये थे, लेकिन मैंने चूत का मज़ा नहीं लिया था तो मैंने मेरी एक गर्लफ्रेंड अंकिता को फोन किया और कहा कि आज मेरे एक फ्रेंड के रूम की चाबी मेरे पास है तो क्या तुम शाम को आ सकती हो? तो उसने बहुत नाटक किया और हाँ बोल दिया और शाम को एक बियर पीकर मेरे फ्रेंड के रूम पर उसका इंतज़ार करने लगा और वो 9 बजे आई थी. मैंने उससे पूछा वो लेट कैसे आई? तो उसने कहा रात को आना बहुत मुश्किल होता है और फिर हम दोनों ने खाना खाया और बेडरूम में आ गये और वो अभी भी चुदवाने के लिए बहुत नाटक कर रही थी.

    अब मुझसे कंट्रोल नहीं हुआ और मैंने फोर्स करते हुए उसकी टी-शर्ट को निकाल दिया और उसने गुस्से में आकर कह दिया कि तुमने आज तक मुझे बहुत बार चोदा है तो आज छोड़ नहीं सकते हो. में ऐसा करूँगी कि तुम मुझे टच भी नहीं कर सकोगे. वो ये कहकर टी-शर्ट लेने के लिए आ गई. तब में उसकी ब्रा निकालने के लिए गया तो वो मुझसे मज़ाक करते हुए कहने लगी कि मुझे मत लूटो तो मुझे गुस्सा आ गया और मैंने कहा तुम ऐसा क्यों कह रही हो? में तुम्हारा बॉयफ्रेंड हूँ. तभी उसने कहा कि अगर आज रात तुम मुझे चोदने के लिए आए हो तो में तुम्हें भैया ही कहूँगी और तुम मुझे चोद भी नहीं सकते. ये कहते हुए वो मेरे सामने ही अपनी ब्रा निकाल कर सिर्फ़ टी-शर्ट पहनने लगी.

    फिर कुछ मिनट के बाद उसने मुझसे कहा कि तुम ज़रा बाहर जाओ, क्योंकि मुझे मेरी पेंटी उतारनी है. वो बिना ब्रा पेंटी के सोती थी. फिर मैंने कहा कि में बाहर नहीं जाऊँगा तो उसने कहा कि मुझे मेरे भैया के सामने नंगा होने में कोई प्रोब्लम नहीं है कहते हुए उसने अपनी पेंटी निकाल दी. अब वो कहने लगी कि अगर तुम बाहर नहीं गये तो तुम तुम्हारी बहन की चूत देखोगे. मैंने कहा सॉरी डियर सिस्टर अगर तुझे ड्रेस बदलना ही है तो अपने भाई के सामने ही बदलो ये कहकर में भी उसको घूरने लगा, तभी उसने कहा ओके नो प्रोब्लम. उसने अपनी पेंटी निकाली, और उसने शायद अपनी चूत का शेव आज ही किया होगा. अब मुझसे कंट्रोल नहीं हुआ और में उसे अपने बेड पर ले आया, वो अब सिर्फ़ एक टी-शर्ट पहने थी. फिर मैंने उसकी चूत पर हाथ लगाया तो वो अब गर्म हो गई थी और फिर से कहने लगी कि अपनी बहन की चूत को टच करने में शर्म नहीं आती है?

    फिर मैंने कहा कि अगर टच ही किया है तो ज़रा टेस्ट भी करता हूँ, ये कहकर में उसकी चूत को चाटने लगा तो उसको गुस्सा आया और वो कहने लगी ये तुम्हारी बहन सिया की चूत समझ कर चाटो और वो हंसने लगी. मुझे बहुत गुस्सा आया, लेकिन मेरे सामने एक नंगी चूत थी. फिर मैंने मज़ाक में ऐसे ही कहा हाँ कह दिया और में फिर से उसकी चूत चाटने लगा. अब वो मज़ा लेती हुई भैया ज़ोर से चाटो और उंगली भी डालो कहने लगी. अब मुझे भी बहुत मज़ा आ रहा था तो मैंने भी हाँ सिया कहकर उसकी टी-शर्ट निकाल कर उसे पूरा नंगा कर दिया और उसकी चूत में मेरा लंड रख दिया. अब उसने मज़े लेते हुए मुझसे पूछा क्या तुमने अपनी बहन सिया को कभी नंगा देखा है क्या? तो मैंने कहा नहीं देखा. तो उसने पूछा अगर ग़लती से वो नंगी आई तो क्या करोगें? तो मैंने कहा कुछ नहीं करूँगा. उस रात मैंने उसको मेरी बहन बनाकर 3 बार चोदा और सुबह उठते ही उसने कहा हम 2 साल से चुदाई कर रहे है, लेकिन पहले कभी ऐसा मज़ा नहीं आया. फिर वो मेरे लंड को उसके मुँह में ले रही थी. मुझे सुबह सेक्स करना बहुत अच्छा लगता था तो में भी शुरू हो गया. अब वो बहुत मज़े से मेरे लंड को चाट रही थी और मुझे भी बहुत मज़ा आ रहा था.

    फिर मैंने ग़लती से उससे कहा सिया चाटो मेरा लंड तो वो चौंक गई और बोली कि कल की बात तुम अभी तक नहीं भूले? तो मैंने कहा कि मैंने तो बस मज़ाक किया है. शायद उसे पता चल गया था कि मुझे उसको बहन बनाकर चोदना अच्छा लग रहा है, लेकिन में भी मज़ाक नहीं कर रहा था, तो मैंने कहा कि मुझे मेरी बहन की चूत में उंगली डालना अच्छा लगता है तो उसने वो मज़ाक समझ लिया, लेकिन वो मज़ाक नहीं था. मुझे सच में उसे मेरी बहन बनाकर चोदना अच्छा लग रहा था. फिर सुबह चुदाई नहीं हुई, क्योंकि कंडोम ख़त्म हो गये थे इसलिए मैंने मेरी उंगली से उसे ठंडा किया.

    फिर हम दोनों अपने अपने घर गये और घर जाते ही मैंने देखा कि मेरी बहन सो रही थी और वो स्कर्ट पहन कर सोई थी और उसकी पेंटी ज़रा सी दिख रही थी ये सब देखते ही में गर्म हो गया और बाथरूम में जाकर मेरी बहन के नाम की मुठ मारने लगा. फिर जब में बाहर आया तो वो बेड पर नहीं थी और फिर मेरी गर्लफ्रेंड का फोन आ गया और ऐसे ही बात करते-करते मैंने उसे बताया कि मैंने आज घर जाते ही फिर मुठ मारी और वो भी मेरी बहन के नाम से तो वो सीरीयस हो गयी और कहने लगी कि तुमने ये ग़लत किया. तो फिर मैंने उससे कहा कि ओके आज के बाद में ऐसा नहीं करूँगा, लेकिन जब भी में तुझे चोदूंगा अपनी बहन बनाकर ही चोदूंगा, क्योंकि मुझे ऐसे चोदना अच्छा लग रहा है. फिर उसने हँसते हुए हाँ भैया कहा और में तुम्हें राखी भी बांधूगी और वो भी तेरे लंड पर, लेकिन मुझे मेरी बहन को देखकर मुठ मारना अच्छा लग रहा था और में जब मेरी गर्लफ्रेंड से मिलता तो उसे अपनी बहन बनाकर चोदता था और वो भी बहुत खुश थी, क्योंकि में उसे हफ्ते में 4-5 बार चोद रहा था.

    फिर एक दिन अचानक से मेरी गर्लफ्रेंड को 2 महीने के लिए उसके गाँव जाना पड़ा, तो मुझे बहुत बुरा लगा, क्योंकि सिर्फ़ यही मेरी बहन बनकर चुदती थी. उसके जाने के बाद वो वहाँ पर बहुत फ्री रहती थी इसलिए वो रात को 10 बजे के बाद सेक्स चैट और फोन पर बात भी करती थी. अब उसको गये हुए 4 दिन हो गये थे और मुझे उसकी चूत की बहुत याद आ रही थी, तभी उसने फोन किया और कहने लगी कि मुझे तुम्हारे लंड की बहुत याद आ रही है. फिर मैंने कहा कि मुझे भी तुम्हारी चूत की बहुत याद आ रही है. तब उसने कहा झूठ मत बोलो, तुम तो रोज़ चूत के साथ ही सोते हो कहकर हंसने लगी. फिर मैंने कहा चूत तो है, लेकिन में उसे देख भी नहीं सकता और छू भी नहीं सकता, इसका क्या फायदा? फिर उसने कहा छू तो नहीं सकते, लेकिन देखकर मुठ तो मार सकते हो ना. फिर मैंने कहा वो कैसे? तो मेरी गर्लफ्रेंड ने पूछा कि तुम्हें चूत या अपनी बहन की चूत देखना जरुरी है? तो तभी मेरी बहन नहाकर आ गयी और में बालकनी में जाकर बात करने लगा.

    फिर मेरी गर्लफ्रेंड ने पूछा तुम्हारी बहन रोज़ रात को नहाकर सोती है क्या? तो में बोला हाँ, अभी रोज़ नहाकर सोती है, क्योंकि गर्मीयों के दिन है. फिर उसने कहा बाथरूम तो अटेच है और तुम रोज़ उसको होल से देखकर मुठ मार लिया करो तो मुझे भी ये आइडिया अच्छा लगा और अगले दिन रात को मैंने भी उसे होल से देखने का प्लान बना लिया, लेकिन मुझे कुछ ठीक से नहीं दिख रहा था तो में जाकर सो गया और फिर रात को 1 बजे मेरी गर्लफ्रेंड का फोन आया और कहने लगी कि सॉरी में मेरी फेमिली के साथ मूवी देखने गयी थी इसलिए में फोन नहीं कर पाई. मैंने कहा ओके नो प्रोब्लम कल बात करेंगे, तो उसने कहा मुझे बहुत मूड है और में उंगली कर रही हूँ कुछ देर बात करो तो में बोला सॉरी डियर मुझे बहुत नींद आ रही है और में सो रहा हूँ.

    फिर उसने कहा कि अपनी बहन को गर्म नहीं करोगे? तो में मूड में आ गया और मैंने कहा कि बहन को चोदने के लिए तो बहुत मूड है इसलिए मैंने आज उसे होल में से नहाते वक़्त देखना चाहा, लेकिन में मेरी बहन को ठीक से देख नहीं पाया. फिर मैंने मेरी बहन को आवाज़ लगाई ये देखने के लिए कि वो सो रही है या नहीं. वो सो रही थी. फिर मेरी गर्लफ्रेंड ने कहा कि चलो वो सो रही है तो तुम जाकर उसकी ब्रा निकालो. अब मुझे डर लग रहा था, लेकिन मुझे भी देखने का मन कर रहा था तो मैंने हिम्मत करके उसके नाईट टॉप के 2 हुक को खोल दिया और वो अन्दर ब्रा नहीं पहने थी. अब उसके आम साईज़ के बूब्स देखते ही मुझसे कंट्रोल नहीं हुआ और मैंने मुठ मारना चालू कर दिया. मेरी गर्लफ्रेंड अब भी मुझसे फोन पर बात कर रही थी और कह रही थी कि बूब्स को प्रेस करो तो में थोड़ा डर गया था इसलिए मैंने कुछ नहीं किया और मुठ मारकर सो गया. फिर अगले दिन जब में उठा तो मेरी बहन उठकर ब्रेकफास्ट बना रही थी क्योंकि पापा और माँ कज़िन की शादी के लिए गये थे, वो तो अब 10 दिन तक आने वाले नहीं थे. फिर में तैयार हो कर ब्रेकफास्ट करके कॉलेज के लिए निकल गया और अब में मेरी बहन को चोदने का प्लान बना रहा था? अब घर में पापा और माँ तो नहीं थे इसलिए मैंने एक बियर पीकर घर जाने का प्रोग्राम बना लिया. रात को घर जाने के बाद मेरी बहन ने खाना दिया और खुद नहाने के लिए चली गयी.

    फिर मैंने खाना खाने के बाद बेडरूम में जाकर अपनी गर्लफ्रेंड को फ़ोन किया और कहा कि पापा और माँ घर में नहीं है तो आज में पीकर आया हूँ तो वो बोली तुम जब पीते हो तो बहुत रोमांटिक बात करते हो और में रात को सब के सोने के बाद 12 बजे कॉल करूँगी कहकर उसने फोन रख दिया. तभी मेरी बहन माँ की नाइटी पहनकर बाथरूम से बाहर आई तो मैंने पूछा कि तुमने माँ की नाइटी क्यों पहनी है? तो उसने कहा गर्मी है ना और मेरे पास कोई ढीले कपड़े नहीं है कहकर वो सो गयी. अब मुझे भी नींद नहीं आ रही थी तो मैंने मेरी गर्लफ्रेंड को फोन किया और बालकनी में जाकर बात करने लगा. फिर मेरी गर्लफ्रेंड ने पूछा कि आज नहाते वक़्त चूत नहीं देखी क्या? तो मैंने ना कहा, तो वो हंसने लगी.

    फिर जब में सुबह उठा तो मेरी बहन अभी भी सो रही थी. फिर मैंने मेरे लंड को अंडरवेयर से बाहर निकाल कर सोने का नाटक करते हुए बेड पर ही सो गया. कुछ मिनट के बाद मेरी बहन उठी और मेरे खड़े हुए लंड को देखकर मुझसे कहा कि भैया ठीक से सो जाओ कहकर बाहर चली गयी और उसके जाते ही में मेरे लंड की मालिश करने लगा. फिर कुछ मिनट के बाद मुझे वापस उसका आना महसूस हुआ तो फिर में सोने का नाटक करने लगा और वो मेरे लंड को घूरने लगी. मैंने मेरी आँख आधी खुली ही रखी थी. अब वो मेरे लंड को देखकर अपने हाथ को चूत पर रख रही थी. तभी में समझ गया कि मेरा काम हो गया और मालिश करने के बाद मेरा लंड खड़ा हुआ था.

    फिर कुछ मिनट के बाद वो बाथरूम में चली गयी और फिर जब वो बाथरूम से बाहर आई तो में उठाकर चाय बना रहा था. फिर मैंने उसे देखते ही सॉरी कहा तो उसने इट्स ओके कहा और फिर मैंने अचानक से उससे पूछा कि इट्स ओके क्यों? तो उसने हँसते कहा कि तुम्हारी बतमीज़ी के लिए कहकर चली गयी. फिर मैंने फ्रेश होकर बाहर जाकर मेरी गर्लफ्रेंड को सब कुछ बता दिया, तो वो दुखी हुई और कहने लगी चान्स मिला है तो टच कर लो, लेकिन चोदना मत क्योंकि वो तुम्हारी बहन है. अब मुझे भी बुरा लगने लगा कि मैंने अपनी बहन को लंड दिखाया और में रात को बियर पीकर घर गया. फिर रात को मेरे घर जाते ही मेरी बहन मुझे बताने लगी कि मम्मी का फोन आया था उन्हें वापस आने में 2 हफ्ते लगेगें और वो कहने लगी कि उसे नॉनवेज खाने का मन कर रहा है प्लीज खाना बाहर से लेकर आओ और मुझे खाना लेने भेज दिया. फिर मैंने नॉनवेज ऑर्डर किया और फिर में एक बियर पीने के लिए बैठ गया और रात को 11 बजे घर आया.

    फिर मेरी बहन ने पहले खाना खाया और उसने पूछा तुम नहीं खाओगें? तो मैंने मना कर दिया. फिर वो नहाने के लिए चली गयी. अब वो कुछ गुस्से में थी शायद मैंने बहुत ज्यादा पी ली थी. फिर वो नहाकर बाहर आई तो वो स्कर्ट पहने थी और उसमें वो बहुत हॉट लग रही थी. वो स्कर्ट सिर्फ़ जब रात को में घर पर नहीं रहता था तब ही पहनती थी. फिर वो मुझे कहने लगी कि तुम्हारा पजामा नहीं मिला तो तुझे आज भी कल जैसे ही सोना पड़ेगा कहकर बेड पर बैठ गयी और मुझे भी कपड़े निकाल कर सोने के लिए कह दिया. फिर मैंने हाँ कहा, लेकिन मेरी उसके सामने ड्रेस चेंज करने की हिम्मत नहीं हो रही थी, क्योंकि मेरा लंड उसको शॉर्ट स्कर्ट में देखकर खड़ा हो गया था. फिर उसके आँख बंद करने के बाद में सिर्फ़ अंडरवेयर पहनकर और सारे कपड़े उतार कर सोने के लिए चल गया. वो अभी तक नहीं सोई थी तो उसने मुझसे पूछा क्यों शर्ट नहीं पहननी? तो मैंने कहा गर्मी बहुत है और वो हँसते हुए सो गयी.

    फिर मैंने एक घंटे के बाद उसे आवाज़ दी तो वो नहीं उठी. तभी मैंने अपनी गर्लफ्रेंड को फोन किया और कहा कि आज बात नहीं कर पाऊँगा, क्योंकि में सिर्फ़ अंडरवेयर में हूँ और बालकनी में जाकर बात करना मुश्किल होता है, लेकिन वो मानने वाली नहीं थी. मुझे उसको पटाने का प्लान मिल गया था तो उसने कहा कि तुम्हारी बहन की चूत में खुजली हो रही है तो में जोश में आने लगा और मेरी बहन के पास बैठकर उसके नंगे पैरों को देखते हुए मेरे लंड को हाथ में पकड़कर कहा कि इसलिए मेरी बहन आज शॉर्ट स्कर्ट पहन कर सोई है. इतना कहते ही उसने कहा आज अच्छा मौका है तुम उसकी चूत को देख लो. मैंने भी पी रखी थी तो मैंने हिम्मत करके उसकी स्कर्ट को ज़रा सा उपर हटाया और में पूरा नंगा हो गया. फिर में चादर ओढ़कर उसकी टाँगो को टच करने लगा. वो बिल्कुल भी नहीं हिली तो मैंने जोश में आकर उसकी स्कर्ट ऊपर कर दिया. वो अन्दर पेंटी नहीं पहने थी.

    अब मुझे उसकी चूत दिखते ही मेरे मुँह में पानी आ गया. लाईट बंद थी तो मुझे कुछ ठीक से नहीं दिख रहा था. फिर मैंने अपनी गर्लफ्रेंड से कहा कि वो हिल रही है, में कल बात करूँगा कहकर फोन कट कर दिया. अब मुझे उसकी चूत को देखने में बहुत मज़ा आ रहा था. अब मेरा उसको टच करने का मन कर रहा था और उसकी गुलाबी चूत देखकर कोई भी क़ह सकता है कि वो वर्जिन है. अब हिम्मत करके उसकी चूत के ऊपर मेरा हाथ रख दिया. फिर मेरा हाथ रखते ही उसकी सांसे तेज हो गई और मुझे डर लगने लगा कि क्या ये सो रही है या नाटक कर रही है? लेकिन में खुश भी था क्योंकि वो मज़े ले रही थी और में ये पता करने के लिए उसकी चूत पर धीरे-धीरे से हाथ फेरने लग गया कि वो सो रही है या नहीं. तभी वो बहुत तेज़ी से साँस लेने लगी तो मुझे यकीन हो गया कि वो जाग रही है. अब मुझे बहुत जोश आने लगा था.

    फिर मैंने हाथ फेरना छोड़कर उसकी चूत को चाटना शुरू कर दिया. क्या नमकीन चूत थी? इसके लिए तो में मेरी सभी गर्लफ्रेंड को छोड़ने के लिए तैयार था. अब मुझे चूत चाटने में बहुत मज़ा आ रहा था और अब में उसकी चूत तेजी से चाटने लगा. तभी मेरी बहन ने अपनी टांगे खोल दी और उसने उसका एक हाथ मेरे सिर पर रख दिया और में जैसे जैसे जोश में चाट रहा था वैसे ही वो मेरे बाल को टाईट पकड़ रही थी. फिर मैंने उसको आवाज़ लगाई तो उसने कुछ भी नहीं कहा. अब इतना काम होने के बाद मुझे भी अब उसको चोदने की कोई जल्दी नहीं थी. फिर मैंने मेरे लंड को उसकी चूत के सामने ही मुठ मारा और वीर्य सीधा जाकर उसकी चूत पर ही पड़ा मैंने वो साफ नहीं किया और में उसकी गांड उठाकर उसकी स्कर्ट पूरी ऊपर करके सो गया. मुझे कब नींद लगी पता ही नहीं चला.

    फिर जब सुबह 7 बजे मेरी आँख खुली तो मैंने देखा कि मेरी बहन सोई हुई थी. वो वैसे ही थी और अपनी चूत के दर्शन करवा रही थी और उसकी चूत पर कुछ वीर्य पड़ा था और अब उजाले में उसकी चूत को देखकर मुझसे कंट्रोल नहीं हो रहा था. फिर मैंने बाथरूम में जाकर मुठ मार लिया. अब सुबह के 8 बज रहे थे और अभी तक मेरी बहन उठने का नाम नहीं ले रही थी. फिर में किचन में जाकर दूध गर्म कर रहा था कि अचानक से मेरी बहन आई और वो बहुत दुखी लग रही थी. उसने आते ही कहा कि सॉरी भैया तो मैंने तुरंत जवाब दिया थैंक्स. फिर वो हँसते हुए बाथरूम में चली गयी. फिर वो फ्रेश होकर आई तो मैंने उसे दूध दिया तो उसने थैंक्स कहा और मैंने उससे पूछा तुम लेट क्यों उठी? तो उसने कहा रात में ठीक से नींद आई थी. फिर उसने पूछा तुम कितने बजे उठे थे? तो मैंने कहा में 7 बजे उठा था, लेकिन मैंने उससे झूठ बोला कि में 6 बजे उठा हूँ.

    फिर वो बोली इतनी जल्दी उठकर तुमने 2 घंटे तक क्या किया? तो मैंने कहा कि में पढाई कर रहा था. फिर उसने पूछा कि कहाँ पर तो मैंने कहा बेडरूम में, वो हैरान हो गयी और शरमा भी गयी. फिर कुछ देर तक उसने मेरे साथ ठीक से बात तक नहीं की और ब्रेकफास्ट के बाद फिर से सोने के लिए जाने लगी. मैंने पूछा क्या हुआ तबीयत तो ठीक है ना? तो उसने कहा कि कुछ नहीं बस कल रात को नींद ठीक से पूरी नहीं हुई थी तो मैंने पूछा क्यों? तो उसने कहा कि कल रात मुझे एक सपना आया था. फिर मैंने उससे पूछा अच्छा या बुरा? तो उसने कहा सपना था, लेकिन मुझे बहुत अच्छा लगा? तो में खुशी से पागल हो गया. फिर मैंने उससे पूछा कि अगर तुम्हारा सपना पूरा हो जाए तो तुम मुझे क्या दोगी? तो उसने कहा सब कुछ तो तुम्हारा ही है और क्या चाहिए है. फिर हम दोनों पापा माँ के रूम में जाकर बात करने लगे. उसने फिर से मुझे सॉरी कहा, तो मैंने पूछा तुम मुझे बार-बार सॉरी क्यों बोल रही हो? तो उसने कहा हम कोई दूसरी बात करते है.

    फिर मैंने कहा तुम्हें बताना ही पड़ेगा और फिर मेरे बहुत ज़िद करने के बाद उसने मुझसे बोला कि जब सुबह उठने के बाद सब अच्छा सोचते है कि दिन अच्छा गुज़रे, लेकिन मेरी वजह से तुझे बुरी बात सोचनी पड़ी. मैंने पूछा बुरी सोच क्या? तो उसने कहा कि प्लीज हम कोई दूसरे टॉपिक पर बात करे. मैंने कहा कि तुम सच बताओ कि तुमने मुझे थैंक्स क्यों कहा? और फिर मैंने भी उसे सॉरी कहा और बोला कुछ नहीं बस ऐसे ही. तो वो कुछ गुस्से में आ गई और बोलने लगी कि अगर तुमने नहीं बताया तो में तुमसे कभी बात नहीं करूँगी. फिर मैंने कहा अगर मैंने बताया तो भी तुम मुझसे बात नहीं करोगी. फिर उसने कहा कि में तुमसे वादा करती हूँ कि में पहले जैसी ही रहूंगी. फिर मैंने उससे कहा कि तुमने मुझे आज 2 घंटे तक अपने शरीर के दर्शन दिए थे इसलिए मैंने तुम्हें थैंक्स कहा था.

    दोस्तों अब मेरी बहन को बहुत गुस्सा आया और उसने कहा कि में तुम्हारी बहन हूँ तुम्हें शर्म नहीं आती है तो मैंने कहा पहले तुम एक औरत हो और उसके बाद मेरी बहन हो. तभी उसने मुझसे बोला कि मम्मी भी एक औरत है और ये कहते ही मुझे बुरा लगा, लेकिन वो शरारत के मूड में आ गई. अब में भी नॉर्मल हो गया था और मैंने पूछा कि कल रात बिना पेंटी क्यों सोई थी? तो उसने गुस्से में आकर कहा कि अपनी बहन से कोई ऐसे पूछता है क्या? तो मैंने कहा कि नहीं सिया पहले कभी ऐसा नहीं हुआ तो पूछ लिया. फिर उसने अपने कूल्हों को दिखाया और कहा कि यहाँ पर कुछ प्रोब्लम है. फिर मैंने कहा कि अपनी पेंट खोलो और दिखाओ तो उसने कहा कि तुझे शर्म नहीं आती क्या? तो मैंने कहा कि जब मैंने सुबह बिना शर्म के सब देख ही लिया है तो इसमें शर्म की क्या बात है और फिर वो हँसते हुए नाटक करने लगी. तभी मैंने उससे बोला कि चलो दिखाओ. फिर वो कुछ देर तक सोचने के बाद अपनी पेंट ज़रा सी नीचे करके अपने कुल्हें दिखाने लगी, उसको कुछ भी नहीं हुआ था.

    फिर मैंने फ़ायदा उठाया और उससे कहा कि यहाँ पर लाल हो गया है और ऑयल से मालिश करने पड़ेगी नहीं तो बहुत दर्द होगा. फिर कुछ देर तक नाटक करने बाद उसने हाँ कर दी और अपना इलास्टिक पेंट ज़रा सा नीचे करके उल्टा सो गई. अब में उसकी गांड में ऑयल लगा रहा था, उसकी क्या मस्त गांड थी? जैसे कोई पॉर्न स्टार की होती है. अब वो शरमा रही थी और अपनी पेंट ज़्यादा नीचे नहीं कर रही थी. अब में मालिश के नाम पर सिर्फ मज़ा ले रहा था. तभी उसने मुझसे पूछा कि तुमने पहले कभी किसी को ऐसे देखा है क्या? तो मैंने कहा नहीं देखा है. वो बोली झूठ मत बोल, कल रात को तू तेरी गर्लफ्रेंड के साथ बहुत गंदी-गंदी बात कर रहा था. फिर में समझ गया कि कल रात को वो जाग रही थी और मज़े ले रही थी. फिर मैंने उससे बोला कि ऐसा है, लेकिन मैंने कभी किसी की चूत नहीं देखी है, तो उसने कहा भैया झूठ मत बोलो, मैंने तुम्हारा वो देखा तो मुझे तुम्हारा वो बहुत अच्छा लगा.

    फिर मैंने कहा क्या देखा तो? तो उसने शरमाते हुए कहा कि तुम्हारा लंड देखा. फिर मैंने पूछा तुमने कब देखा? तो उसने बोला कि जब तुम मुझे सॉरी बोल रहे थे. में हंसने लगा और उससे पूछा कैसा लगा? तो वो गुस्से से कहने लगी कि मम्मी के सामने बताउंगी कैसा था? अब मुझे उसके मुँह से लंड और चूत सुनने में बहुत अच्छा लग रहा था और जोश भी आ रहा था. फिर मैंने जोश में आकर उसके कूल्हों की मालिश करते-करते उसकी पेंट को ज़रा सा नीचे कर दिया और मेरी एक उंगली को कूल्हों में डालने की कोशिश करने लगा. तभी वो गुस्सा करने लगी और बस करो कहने लगी.

    फिर मैंने बोला कि पूरी पेंट निकाल दो तो में ठीक से मालिश करूँगा, मुझसे ऐसे मालिश नहीं हो रही है. फिर उसने हाँ कहा, लेकिन आँखे बंद करके मालिश करो. फिर मैंने हाँ कहते ही उसका इलास्टिक पेंट पूरा निकाल दिया, वो उल्टी सोई थी. फिर कुछ देर तक मालिश करने के बाद में उसकी टाँगो के बीच में उसकी चूत को टच करने लगा. अब वो गर्म होने लगी थी और कहने लगी कि तुम कुछ ग़लत कर रहे हो. फिर मैंने भी गुस्से में कहा कि अगर गलत हो रहा है तो अपनी आँख बंद करके रखो और में ज़ोर से अपने दोनों हाथों से उसके कूल्हों को दबाने लगा. वो फिर से चुप हो गई और फिर में अपने हाथ से उसकी चूत को टच करने लगा. वो कुछ नहीं बोली और मुझमें हिम्मत आ गई और मैंने अपनी एक उंगली को उसकी चूत में डाल दिया. उसने अपनी बॉडी को फुल टाईट करते हुए कहा कि भैया बहुत दर्द हो रहा है.

    फिर मैंने उससे सॉरी कहा, तो उसने कहा इट्स ओके भैया, लेकिन में अपनी उंगली को चूत से बाहर नहीं निकाल रहा था. फिर धीरे से में अपनी उंगली को उसकी चूत में घुसाने लगा, लेकिन उंगली चूत के अन्दर नहीं जा रही थी इसलिए मेरी बहन ने बिना कुछ बोले अपने पैरो को खोल दिया. तभी मैंने ज़ोर से अपनी उंगली को उसकी चूत में घुसा दिया और उसने मेरे हाथ पकड़ लिए. फिर मैंने 5 मिनट तक उंगली को उसकी चूत में अन्दर बाहर किया और वो अब सिसकियां ले रही थी. फिर मैंने उसे सीधा सोने के लिए कहा तो तभी वो ना कहने लगी और फिर मैंने ही उसे सीधा किया और उसकी चूत को देखने लगा. तभी उसने कहा कि भैया सुबह से ऐसी क्या बात है, ऐसे क्यों घूर रहे हो? कहते हुए अपने हाथों से चूत को ढकने करने लगी. तभी मैंने उससे कहा कि मुझे चूत चाटनी है, तो उसने कुछ नहीं कहा सिर्फ़ अपना हाथ चूत के ऊपर से हटा दिया.

    फिर मैंने उसकी चूत को एक किस किया और पूछा कैसा लगा? तो उसने कहा भैया कल रात से भी अच्छा लगा, तो मैंने नाटक करते हुए उससे पूछा कि कल रात को क्या हुआ? तो वो बोली कि मुझे सुबह तक वो सपना ही लगता था, लेकिन फिर जब में उठी तो चूत के ऊपर तुम्हारे वीर्य के धब्बे पड़े हुए थे, तब मुझे वो सपना सच लगा. फिर मैंने हँसते हुए उसकी टी-शर्ट और ब्रा निकाल दी और उसकी चूत को चाटने लगा. अब वो कह रही थी कि तू बहुत बड़ा बहनचोद है, चाटो और चाटो कहने लगी.

    अब मुझे उसकी नमकीन चूत चाटना बहुत अच्छा लग रहा था और में मेरे हाथ से उसके बूब्स को दबा रहा था और चूत भी चाट रहा था. अब वो बहुत बुरी तरह से बात कर रही थी और अपने एक हाथ से मेरे बालों को ज़ोर से पकड़ रही थी. फिर में अपनी पेंट निकाल कर पूरा नंगा हो गया और उसको मेरा लंड चूसने को कहा तो वो मना करने लगी और मैंने उसे ज्यादा फोर्स नहीं किया. तभी में उसके ऊपर सोकर मेरा लंड उसकी चूत में डालने लगा और वो ना कहने लगी, तो मैंने पूछा क्यों? तो उसने कहा कि तेरी आधे इंच की उंगली से इतना दर्द हो रहा है तो ऐसे में इतना बड़ा लंड इसमें जा नहीं सकता, प्लीज चुदाई को भूल जाओ.

    फिर मुझे गुस्सा आया और मैंने उससे पूछा कि आज तक तुमने किसी मर्द से चुदवाया नहीं है क्या? तो उसने बताया कि में तेरी जैसी चोदूं नहीं हूँ, कहकर हंसने लगी. फिर तभी मुझे मेरी गर्लफ्रेंड का फोन आ गया और मेरी बहन मुझे स्पीकर पर बात करने को फोर्स करने लगी, लेकिन तब तक फोन कट हो गया. फिर उसने पूछा रात वाली थी क्या?

    मैंने हाँ कहा और मेरी बहन मुझे फिर से कॉल करने के लिए कहने लगी. अब मुझे चोदना था और वो नहीं मान रही थी. फिर मैंने उससे कहा कि उसको भूल जाओ बस मुझे तेरी चूत में लंड डालना है, तभी उसने कहा भैया में ले लूंगी अगर तुम स्पीकर फोन पर बात करो तो. फिर मैंने उसे हाँ कह दिया और उससे बोला कि में तेरी चूत में लंड डालकर बात करूँगा.

    फिर मेरी बहन ने हाँ कहा, लेकिन फोन मेरे हाथ में होगा तुम कॉल कट नहीं करोंगे, तो मैंने उसे हाँ कहा और उसके हाथ में फोन दे दिया. फिर उसने अपनी दोनों टाँगो को खोलकर धीरे से डालो कहने लगी, फिर मैंने हाँ कहते हुए उसकी चूत के ऊपर लंड रखकर डालना चालू कर दिया, लेकिन उसकी चूत बहुत टाईट थी, जिससे लंड अन्दर नहीं जा रहा था. अब वो अपने एक हाथ से मेरे लंड को अन्दर डालने में मेरी मदद कर रही थी और एक हाथ से फोन करने लगी.

    फिर मेरी गर्लफ्रेंड ने फोन उठाया और सीधा पूछने लगी कि क्या कल रात तुमने सिया की चूत को देखा तो अब मेरी बहन मुझे घूर रही थी और मैंने हाँ कहते हुए में मेरी बहन की टाईट चूत में लंड डालने की कोशिश कर रहा था. फिर मेरी गर्लफ्रेंड ने पूछा कि चूत कैसी लगी? मेरे से भी ज्यादा हॉट है क्या? तो मैंने कहा हॉट भी है और तेरे से टाईट भी है, तो उसने कहा क्या? तुम्हें कैसे पता चला, तुमने चोद दिया क्या? तो मैंने कहा नहीं बस उंगली डाली थी. फिर मेरी गर्लफ्रेंड ने कहा वाह्ह उसे कुछ पता चला? तो मैंने कहा कुछ पता नहीं चला, तो वो बोली तेरी बहन बहुत बड़ी रंडी है, शायद उसे पता चल गया होगा, साली रंडी मज़े ले रही होगी.

    अब मेरी बहन को बहुत गुस्सा आ रहा था और मैंने मेरी गर्लफ्रेंड से कहा कि प्लीज यार गाली मत दो, तो उसने गुस्से में कहा कि गाली क्यों ना दूँ? उस रंडी की वजह से तुम पाँच महीनों से मेरी चूत को उसकी चूत कहकर चोद रहे हो और अभी उसकी चूत देखने के बाद मेरी चूत को भूल जाओगे और वो कहने लगी कि अभी तुमने अपनी बहन की चूत में उंगली डाली है और अब अगली बार तुम्हारी माँ की गांड में भी उंगली डालोगे. तो मैंने कहा नहीं डियर, तो उसने पूछा और बोली कि उस रंडी की चूत में सिर्फ़ उंगली डाली थी या लंड भी डाला था. मैंने मेरी बहन कि तरफ देखा तो वो अब बहुत गुस्से में थी. फिर मैंने सोचा कि अगर अब ज़्यादा हुआ तो परेशानी हो सकती है. फिर मैंने थोड़ा जोर लगाया तो मेरा आधा लंड मेरी बहन की चूत में घुस गया और मेरी बहन चिल्लाने लगी और अब मुझे भी दर्द हो रहा था.

    तभी मेरी गर्लफ्रेंड ने पूछा वहाँ पर कौन है? तो मैंने तुरंत अपनी बहन से फोन लेकर मेरी गर्लफ्रेंड से कहा कि में बाद में कॉल करूँगा कहकर फोन स्विच ऑफ कर दिया. फिर मैंने देखा तो मेरी बहन की आँख में से पानी आ रहा था, लेकिन मुझे सिर्फ़ एक प्यासी चूत दिख रही थी. फिर में धीरे-धीरे उसकी चूत में मेरा लंड आगे पीछे करने लगा.

    फिर करीब 2 मिनट के बाद मेरा स्पर्म उसकी चूत पर गिर गया, लेकिन मैंने अपना लंड उसकी चूत में से बाहर नहीं निकाला. फिर मैंने धीरे से अपना लंड बाहर निकाला और उसे सॉरी कहा, तो वो कुछ नहीं बोली और अब उसकी चूत से खून और आँख से पानी निकल रहा था, शायद उसे अब भी बहुत दर्द हो रहा था.

    फिर उसने 15 मिनट तक बात नहीं की और उसके बाद वो अपनी चूत साफ करने लगी तो मैंने उसकी मदद की. वो अब बिल्कुल चुप थी और फिर उसने अपनी टी-शर्ट और स्कर्ट पहनी. शायद उसे बहुत दर्द हो रहा था इसलिए वो बिना चड्डी पहने ही हॉल में चली गयी और में नंगा ही उसके पीछे-पीछे जाने लगा. फिर मैंने उससे पूछा क्या हुआ? तो उसने बताया कि मुझे एक घंटा आराम करना है और मुझे बहुत दर्द हो रहा है ये कहकर वो अपने बेडरूम में चली गयी और में कपड़े पहनकर बाहर से लंच लेने चला गया. फिर मैंने आकर उसको लंच करने के लिए उठाया. अब वो खाना खाने के बाद कुछ ठीक लग रही थी. फिर वो फिर से बेडरूम में गयी और 10 मिनट के बाद मुझे आवाज दी, तो मैंने पूछा कुछ चाहिए तो उसने कहा मुझे डर लग रहा है तो प्लीज मुझसे लिपटकर सो जाओ और प्लीज़ कुछ मत करना.

    फिर में भी उसको हग करके सो गया और फिर जब शाम को लैंडलाईन का फोन रिंग हुआ तो में उठा और टाईम देखा तो 8 बज गये थे. वो भी बेड से उठ गयी. फिर मैंने उससे कहा कि तुम सो जाओ, में बाहर से खाना लेकर आता हूँ और तुम आराम करो. फिर उसने हाँ कहा और नहाने चली गयी. फिर में खाना लेकर आया तो मैंने देखा कि वो माँ की नाईटी पहने थी. फिर हमने खाना खाया और वो उसके बारे में कुछ भी बात नहीं कर रही थी. अब मुझे डर लग रहा था कि फिर कभी में उसकी चूत देख पाऊँगा या नहीं.

    फिर बेडरूम में जाते ही मैंने उससे सॉरी कहा तो उसने कुछ नहीं कहा और एक स्माइल देकर बालकनी में खड़ी हो गयी. फिर में उसको बेड पर लाकर पूछने लगा कि ऐसे चुप क्यों हो? कुछ बात करो ना तो वो बोली कि कुछ नहीं दर्द हो रहा था. फिर मैंने उससे पूछा कि क्या में तेरी चूत की मालिश करूँ? तो उसने बताया कि में रोज़ सोने का अंडे देने वाली मुर्गी बनना चाहती हूँ. अगर तुमने मालिश के अलावा कुछ ज़्यादा किया तो तुम कभी मेरी चूत नहीं देख सकते हो कहकर अपनी नाईटी निकालने लगी.

    फिर में तेल लेकर आया और उसकी चूत को देखकर मुझे भी बहुत बुरा लगा. फिर आधे घंटे तक मालिश करने के में बाथरूम जाने लगा तो उसने कहा कि देर हो गई है. अगर तुम मुठ मारने के लिए जा रहे हो तो यहाँ पर ही मारो. फिर मैंने कहा कि नहीं तुम ऐसी हालत में हो और में कैसे ऐसा कर सकता हूँ. फिर उसने कहा कि तुम 1 घंटे से मेरी चूत की मालिश कर रहे हो और तुम भी एक मर्द हो में समझ सकती हूँ, निकाल अपना पजामा कहकर हंसने लगी. फिर में नंगा हुआ और मैंने मुठ मारना शुरू कर दिया.

    अब वो पूरी बॉडी पर चादर डालकर सब देख रही थी. फिर 10 मिनट के बाद भी जब मेरा वीर्य नहीं आया तो उसने पूछा में कुछ मदद करूँ. तो मैंने कहा करना ही है तो बस तुम्हारी चादर हटा लो, तो उसने हटा लिया और फिर में उसकी चूत को देखकर मुठ मारने लगा. फिर कुछ देर के बाद मेरी बहन भी अपने हाथों से मेरा लंड हिलाने लगी. उसके हाथ के स्पर्श से वीर्य जल्दी बाहर आ गया.

    फिर रात को में एक हाथ उसकी चूत पर रखकर और वो मेरा लंड पकड़कर हम दोनों ऐसे ही नंगे सो गये. फिर जब में सुबह उठा तो मैंने उसके माथे पर एक गुड मोर्निंग किस दिया और मुझे आज सेक्स करने का मूड नहीं था. फिर मेरी बहन ने कहा सिर्फ़ माथे को किस किया तो उसने कहा कि मेरी बहन को गुस्सा आ जायेंगा. फिर मैंने पूछा कि तुम्हारी कौन सी बहन? और मेरे पूछते ही उसने अपनी चूत दिखाई. फिर मैंने उसकी चूत को एक किस किया और 10 मिनट तक चाटा और फिर में फ्रेश होने चला गया.

    फिर मेरी बहन ने मुझे चाय बना कर दी और वो पीकर हम दोनों ने मिलकर शॉवर बाथ लिया और मेरी बहन ने मेरा लंड पकड़कर सुबह-सुबह मुठ मारी. फिर ब्रेकफास्ट के बाद मेरी बहन ने मुझसे पूछा कि कॉलेज नहीं जाना तो मैंने बताया कि नहीं, मुझे आज मेरा पूरा लंड अपनी बहन की चूत में घुसाना है तो उसने हंसते हुए पूछा कि फोन वाली रंडी को कितनी बार चोदा है? तो मैंने कहा 2 साल से चोद रहा हूँ और वो पूछने लगी कि किसी आंटी को चोदा है? तो मैंने कहा नहीं चोदा है. तो वो बोली किसी ना किसी आंटी की चूत देखी होगी? तो मैंने कहा नहीं देखी है. फिर वो बोली मम्मी की चूत भी नहीं देखी है क्या? तो मैंने कहा नहीं देखी है.

    फिर मैंने उससे पूछा कि तुमने मम्मी की चूत देखी है क्या? तो उसने कहा कि बहुत बार देखी है, जब भी माँ हेयर रिमूवर लगाती है तो मदद के लिए मुझे ही बुलाती है. मैंने कहा तुम बहुत लकी हो तो उसने कहा भैया इसमें लकी क्या है? मैंने चूत बहुत सी देखी है मगर क्या फ़ायदा? मुझे तो सिर्फ़ मम्मी की चूत को देखना अच्छा लगता है. मैंने पूछा क्यों? तो उसने बताया कि वो चूत बहुत काली है और उसका छेड़ बहुत बड़ा है. उसकी चूत में तो तेरा लंड आराम से अन्दर चला जायेगा.

    फिर मैंने पूछा कि मम्मी की इतनी तारीफ़ क्यों कर रही हो? कही मुझे चुदवाने का प्लान तो नहीं है? तो उसने हंसते हुए कहा कि नहीं भैया में तो बस मम्मी की चूत के छेद का साईज़ देखकर सोच रही थी कि पापा का लंड कितना बड़ा होगा? वो ये कहकर मेरा लंड ज़ोर से पकड़कर हिलाने लगी.

    फिर मैंने उससे पूछा कि तुमने तो बहुत चूत देखी है तो मुझे भी बताओं ना और किस-किस की चूत देखी है. तो उसने कहा, कॉलेज फ्रेंड्स, मम्मी की और शिवानी भाभी और उसकी बेटी सोनिया की चूत देखी है. फिर मैंने उसके कपड़े निकाल कर उसे पूरा नंगा कर दिया और उसके बूब्स को मेरे दातों से काटने लगा.

    अब वो मज़े लेते हुए बोली कि भैया आज धीरे से चोदना तो मैंने हाँ कहकर उसकी चूत को चाटना शुरू कर दिया. दोस्तों अगर जन्नत है तो बहन की चूत चाटने में है, वाह्ह क्या चूत है? फिर 10 मिनट तक चूत चाटने के बाद मैंने धीरे से लंड उसकी चूत में घुसाया तो अब वो बहुत दर्द सहन कर रही थी और में जोश में आकर धक्का दे रहा था. अब वो सिर्फ़ सिसकियां लेती हुई अपनी टाँगे ऊपर करके चुदवा रही थी.

    फिर मैंने उससे पूछा कि पानी पीना है या चूत में डाल दूँ, तो उसने कहा कि चूत में ही डाल दो, में गोली खा लूंगी. अब में उसे ज़ोर-जोर से चोद रहा था और मेरा स्पर्म निकल ही नहीं रहा था, क्योंकि सुबह से 3 बार मुठ मारी थी. अब मेरी बहन भी जोश में आ गई और कहने लगी कि पूरा लंड डालो. फिर मैंने जोश में आकर एक ज़ोर का धक्का दिया और आगे पीछे करने लगा. अब मेरी बहन भी अपनी गांड को उछाल-उछाल कर चुदवा रही थी. फिर कुछ देर के बाद उसकी चूत में से पानी निकल गया और मैंने लंड बाहर निकाल दिया. अब मैंने मेरे लंड को देखा तो वो खून से लाल हो गया था.

    फिर मैंने उससे कुछ नहीं कहा तो उसने ही मुझसे पूछा कि भैया मैंने अपनी सील अपने पति के लिए बचाकर रखी थी, आपको तोड़कर कैसा लगा? तो मैंने उससे कहा कि आज से में ही तुम्हारा पति हूँ और फिर से लंड उसकी चूत में घुसा दिया और ज़ोर-ज़ोर से धक्के मारने लगा. अब वो बहुत मज़ा ले रही थी और दर्द की वजह से उसकी आँख में पानी आ रहा था.

    फिर कुछ मिनट के बाद जब मेरा स्पर्म उसकी चूत में गिरा तो वो खुशी से पागल हो गयी और उसने कहा भैया आज तो कल से भी ज़्यादा दर्द हो रहा है, लेकिन मुझे खुशी इस बात की है मैंने 23 साल तक एक उंगली भी चूत में अन्दर नहीं डाली थी और आज मैंने तुम्हें चूत गिफ्ट कर दी. तो मेरी आँख में भी खुशी के आँसू आ गये और मैंने भी उसे हग करते हुए थैंक्स कहा और उसके बाद 1 हफ्ते तक मैंने उसे नहीं चोदा, क्योंकि उसे ठीक से चला भी नहीं जा रहा था.

    फिर जब वो नॉर्मल हुई तो तब तक पापा और माँ आ गये और अब इस बात को 2 साल हो गये है और वो इन 2 सालों में कभी भी, कहीं भी मुझे चूत देती थी और अब अगले 8 महीने के बाद उसकी शादी है इसलिए जीजू को शक नहीं हो सके इसलिए में अभी सिर्फ़ उसकी रोज़ गांड मार रहा हूँ.

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    हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम संजय है और में 22 साल का हूँ और इलाहाबाद में रहता हूँ, मेरे साथ मेरे घर में मेरे पापा और मम्मी रहते है. मेरे पापा की उम्र 47 साल है और मम्मी की उम्र 45 साल है. अब में आपको माँ के बारे में थोड़ा विस्तार में बता दूँ. उनका नाम रेणु है, हाईट 6 फुट, बदन गदराया और भरा हुआ, चूची 42 साईज़ की और पेंटी 120 सेमी की पहनती है, रंग सांवला है इसलिए वो सेक्सी औरत नज़र आती है. जबसे मैंने होश सम्भाला है तब से में उसे चुदवाते हुए ही देखता आया हूँ, उसे चुदवाने का बड़ा शौक था.

    जब वो और भी जवान थी और में बच्चा था, उस टाईम उसने 5-6 मर्दो को पटा रखा था. जब भी पापा शहर से बाहर जाते थे, तो वो उन मर्दो को बारी-बारी से घर बुलाकर अपनी चूत और गांड की खुजली शांत करवाती थी. यह सिलसिला सुबह 11 बजे से शुरू होता था और रात भर चलता था. कई बार तो वो पूरी रात 2 मर्दो के साथ बिताया करती थी. खैर उस टाईम पर में बच्चा था इसलिए कुछ समझ नहीं पाता था, लेकिन जैसे-जैसे में बड़ा होता गया तो मर्दो का आना कम होता गया और फिर धीरे धीरे पूरा ही आना बंद हो गया, शायद डर से वो सुधर गयी. खैर बड़ा होने के बाद मुझे वो पुरानी बातें तो याद थी, लेकिन में उसके बारे में सोचता नहीं था, मेरे और माँ के बीच नॉर्मल माँ-बेटे का रिश्ता था, लेकिन साल भर पहले सब कुछ बदल गया.

    एक रात की बात है, पापा, माँ और में खाना खाकर सोने के लिए अपने-अपने रूम में आ गये, रूम में आने के 30 मिनट के बाद मेरा मोबाईल बजा तो मैंने कॉल रिसीव किया तो वो पापा के ऑफिस के स्टाफ का फोन था. उन्होंने कहा कि उन्हें मेरे पापा से ज़रूरी बातें करनी है, लेकिन पापा कॉल रिसीव नहीं कर रहे है, उन्होंने कहा कि में पापा से जाकर बोल दूँ कि वो उनसे बात कर ले. फिर में यह बात बताने पापा-माँ के रूम की तरफ गया, रूम में लाईट जल रही थी, मैंने नॉक किया, कई आवाज़ लगाई, लेकिन कोई रेस्पॉन्स नहीं मिला.

    फिर मुझे बड़ा अजीब लगा कि जब यह लोग जाग रहे है तो रेस्पॉन्स क्यों नहीं दे रहे है? उस रूम में एक खिड़की थी, जो खुली हुई थी, लेकिन अंदर से पर्दे लगे हुए थे. फिर मैंने बिना कुछ सोचे समझे हाथ बढ़ा कर पर्दे को थोड़ा साईड में किया, अब अंदर का जो नज़ारा था, वो में देखता रह गया. सबसे पहले तो मुझे दुनिया की सबसे बड़ी गांड नज़र आई. असल में उस टाईम वो दोनों बिल्कुल नंगे थे. वो अपने पति की टाँगो के बीच घुटनो के बल बैठकर लंड चूस रही थी. इस वजह से उसकी गांड खिड़की की तरफ थी.

    में इंटरनेट पर बहुत सारी लड़कियों की गांड देख चुका था, लेकिन इतनी बड़ी और फैली हुई गांड पहली बार देख रहा था. फिर लंड चूसते-चूसते उसने अपनी चिकनी और चौड़ी जाँघ को फैला दिया, इससे मुझे उसकी हसीन और रसीली चूत भी दिखने लगी. उसकी चूत काली, बड़ी और फुली हुई थी, उसके चारों तरफ बहुत सारे बाल थे. काफ़ी देर तक लंड चूसने के बाद वो घोड़ी बन गयी और फिर मेरे बाप ने उसकी गांड में लंड पेल दिया और उसकी गांड मारने लगा. खैर में भी अपने रूम में आ गया, लेकिन मेरी आँखो के सामने, वो ही सीन आ रहा था, जब सुबह मेरी नींद खुली तो मुझे वो सपना याद आया जो मैंने रात में देखा था.

    मैंने यही सपना देखा था कि में अपनी माँ की गांड मार रहा हूँ और वो भी बड़े प्यार से मुझसे गांड मरवा रही है. फिर कुछ देर के बाद वो चाय लेकर मेरे रूम में आई, तो उसे देखते ही मुझे उसका नंगा बदन याद आने लगा, वो उस वक़्त नाइटी पहने थी और शायद रात की चुदाई के बाद उसने ब्रा नहीं पहनी थी, इसलिए उसकी पहाड़ जैसी चूची का कुछ भाग नाइटी से बाहर दिख रहा था.

    फिर उसने चाय टेबल पर रखी और अपनी बड़ी-बड़ी गांड हिलाते हुए वापस चली गयी. यह सब देखकर मेरा लंड खड़ा हो गया, फिर में तुरंत बाथरूम में गया और पहली बार अपनी माँ के नाम पर मुठ मारी. मुझे पहले कभी मुठ मारने में इतना मज़ा नहीं आया था जितना उस दिन आया. पहली बार मेरे लंड से इतना ज़्यादा माल निकला था, फिर क्या था? मेरी माँ मुझे सेक्सी माल नज़र आने लगी और में हर रोज़ उसके नाम की मुठ मारने लगा. इससे ज़्यादा मैंने कभी नहीं सोचा था.

    में जानता था कि भले वो बहुत सारे लंड खा चुकी है, लेकिन वो अपने बेटे का लंड कभी नहीं लेगी, इसलिए मैंने कभी कोशिश भी नहीं की, लेकिन मेरी सोच ग़लत थी. में यह नहीं जानता था कि आज भी वो इतनी गर्म औरत है कि मिलने पर तो वो अपने बेटे का लंड भी ले सकती है. फिर 5-6 महीने तक मुठ मारने के बाद, आख़िर में वो दिन आ ही गया जब मेरी गर्म माँ मुझसे चुद गयी.

    एक बार की बात है. मेरे घर में कुछ मेहमान आए हुए थे और रात को मेरा रूम उन लोगों को दे दिया गया था इसलिए माँ और मुझे एक ही रूम में सोना था. फिर रात में खाने के बाद में रूम में आया और मेरे आने के कुछ देर बाद, वो भी सोने के लिए आ गई. फिर सोने से पहले वो नाइटी लेकर बाथरूम में गयी और फिर नाइटी पहनकर बाहर आई और मेरे बगल में सो गयी, लेकिन मुझे नींद नहीं आ रही थी. पिछले 5-6 महीने से जिस औरत के बारे में सोचकर में हर रोज़ मुठ मारता था, वो मेरे बगल में सोई थी. फिर करीब 1 घंटे तक में चुपचाप बेड पर पड़ा रहा, फिर मेरी नज़र माँ की तरफ गयी. रूम में नाईट बल्ब जल रहा था और वो गहरी नींद मे सो रही थी और सांस के साथ उसकी पहाड़ जैसी चूचीयाँ ऊपर नीचे हो रही थी.

    अब यह सीन देखकर मुझसे कंट्रोल नहीं हुआ और मैंने धीरे से उसकी चूची के ऊपर अपना हाथ रख दिया और हल्के हाथ से दबाने लगा, उसकी चूची गजब की बड़ी थी. फिर कुछ देर तक इसी तरह से दबाता रहा, फिर अचानक से माँ हिली तो में डर गया और हाथ हटाकर सोने का नाटक करने लगा. फिर वो दूसरी तरफ करवट लेकर सो गयी, अब उसकी गांड मेरी तरफ थी में कुछ देर तक चुपचाप पड़ा रहा. फिर मुझे लगा कि वो गहरी नींद में सो रही है, तो फिर में धीरे-धीरे उसकी नाइटी को ऊपर करने लगा और कमर तक ले आया, वो पेंटी नहीं पहने थी इसलिए उसकी बड़ी सी गांड मेरे सामने आ गई.

    फिर मैंने अपने शॉर्ट्स को नीचे किया और अपना लंड बाहर निकाला जो कि पूरी तरह से खड़ा था. फिर में लंड को उसकी बड़ी सी गांड के बीच में लगाकर रगड़ने लगा. फिर कुछ देर तक ऐसा करने के बाद वो हुआ जो मैंने सोचा भी नहीं था, वो बोली-शशश, आह्ह्ह्ह, सिर्फ़ रगड़ता रहेगा या डालेगा भी. में यह सुनकर हैरान हो गया, इससे पहले कि में कुछ करता या बोलता, वो सीधी हुई और मुझे अपनी बाहों में खींचकर मेरे होठों को चूसने लगी. करीब 2 मिनट तक होंठ चूसने के बाद वो मुझसे अलग हुई और बोली की लाईट जला दे, फिर मैंने ऐसा ही किया जब में लाईट जलाकर वापस आया, तो वो हँसते हुए बोली.

    माँ – तू तो बड़ा बदमाश हो गया है.

    में – बदमाश नहीं हुआ, लेकिन जवान हो गया हूँ.

    माँ – जवान होने पर क्या कोई लड़का अपनी माँ की गांड पर लंड रगड़ता है?

    में – नहीं.

    माँ – फिर तूने ऐसा क्यों किया?

    में – क्योंकि, दूसरे लड़को में और मुझमें फ़र्क है.

    माँ – क्या फ़र्क है?

    में – सबके पास तुम्हारी जैसी सेक्सी माँ नहीं होती है.

    माँ – हट बदमाश, अपनी माँ को सेक्सी बोलता है.

    में – तुम बहुत सेक्सी हो माँ, इसलिए अपने आप पर काबू नहीं रख सका, फिर माँ मुझे बाहों में लेती हुई बोली.

    माँ – में तुझे बहुत सेक्सी लगती हूँ.

    में – हाँ.

    माँ – तुझे मुझमें क्या अच्छा लगता है?

    में – तुम तो ऊपर से ले कर नीचे तक अच्छी हो, लेकिन मुझे तुम्हारी बड़ी सी चूची और तुम्हारी बड़ी गांड बहुत ज़्यादा पसंद है.

    माँ – मेरा दूध पियेगा.

    में – हाँ, इतना कहकर माँ ने अपनी नाइटी को उतार दिया. अब वो पूरी तरह से नंगी थी.

    माँ – आ जा मेरा राजा बेटा, दूध पी ले, अब में उसकी एक चूची को मुँह में लेकर चूसने लगा और एक को दबाने लगा, उसके मुँह से मादक सिसकियाँ निकलने लगी थी. फिर काफ़ी देर तक में उसकी चूची को चूसता रहा और दबाता रहा, फिर वो बोली.

    माँ – सिर्फ़ मेरा ही चूसता रहेगा या मुझे भी कुछ चूसने के लिए देगा, में समझ गया कि, वो मेरा लंड चूसना चाहती है. फिर में बेड पर लेट गया और वो मेरी टाँगो के बीच में आ गई और बड़े प्यार से पहले मेरा लंड सहलाने लगी, फिर मुँह में लेकर मेरा लंड चूसने लगी में तो जन्नत में सैर कर रहा था. फिर कुछ देर के बाद मुझे लगा कि में झड़ने वाला हूँ तो मैंने बोला कि..

    में – माँ में झड़ने वाला हूँ.

    माँ – मेरे मुँह में ही झड़ जा मुझे इसका स्वाद बहुत पसंद है.

    फिर में उसके मुँह में ही झड़ गया और वो मेरा सारा पानी पी गयी. फिर वो उठकर बाथरूम गयी और अपना चेहरा धोकर आई और मुझे बाहों में लेकर बोली.

    माँ – कैसा लग रहा है?

    में – बहुत अच्छा माँ.

    माँ – लेकिन, मेरा तो कुछ हुआ ही नहीं, मुझे भी तो थोड़ी शांति दे, बड़ी गर्मी छा हुई है.

    फिर में उसे बाहों में लेकर उसके रसीले होंठ चूसने लगा और उसकी चूची दबाने लगा. फिर धीरे-धीरे नीचे की तरफ़ बढ़ने लगा, फिर उसके पूरे बदन को चूमते चाटते हुए में उसकी चूत तक पहुँचा. फिर पहले उसकी चूत में उंगली डालकर चोदने लगा, फिर उसके बाद उसकी चूत को जीभ से चूसने लगा, फिर काफ़ी देर तक ऐसा करने के बाद वो बोली.

    माँ – अब रहा नहीं जाता, चोद डाल मुझे.

    में – माँ में तेरी गांड का दिवाना हूँ, में सबसे पहले तेरी गांड मारना चाहता हूँ.

    माँ – मार लेना में हर रोज़ तुझसे गांड मरवाऊंगी, लेकिन अभी तू मेरी चूत चोद, इसमें गजब की खुजली मची है.

    फिर मैंने माँ की बात मानते हुए उसकी चूत पर अपना लंड लगाया और एक ज़ोर का धक्का मारा. मेरी रांड माँ इतने लंड ले चुकी थी कि एक बार में ही मेरा पूरा लंड उसकी चूत में चला गया.

    माँ – आह्ह्ह्ह मेरे राजा, चोद डाल मुझे, ज़ोर से चोद, मेरी बहुत प्यासी चूत है, आह्ह्ह्ह मेरे मादरचोद बेटे, चोद दे अपनी माँ की चूत को, उसकी बातें सुनकर मुझे जोश आ गया और मैंने अपनी रफ़्तार बड़ा दी और उसे तेज़ी से चोदने लगा.

    माँ – बहुत मज़ा आ रहा है, गजब का लंड है तेरा, मुझे पता होता कि तेरा लंड इतना मजबूत है तो में अब तक बहुत बार तुझसे चुदवा लेती, ज़ोर से चोद मादरचोद, फाड़ दे अपनी रंडी माँ की चूत को.

    वो इसी तरह जोश में आकर बोले जा रही थी और में उसे चोदे जा रहा था, फिर 15 मिनट के बाद, वो बोली.

    माँ – अबे मादरचोद तू इंसान है या सांड, इतनी देर से चोदे जा रहा है में 3 बार झड़ चुकी हूँ, लेकिन तू एक बार भी नहीं झड़ा, साले रंडी की औलाद जल्दी से झाड़ दे मेरी चूत में, बहुत दर्द हो रहा है.

    में – साली कुत्तिया तू माल ही ऐसी है कि तुझे पूरी रात कोई भी चोद सकता है और जब चूत में इतनी खुजली है तो धंधा क्यों नहीं कर लेती? अच्छे पैसे कमा लेगी साली.

    माँ – मुझे धंधे पर बैठा देगा, तो खुद क्या करेगा? मुठ मार कर गुजारा करेगा क्या?

    में – सबसे पहले तो में तुझे चोदूंगा, फिर कोई और इतनी देर में मुझे लगा कि में अब झड़ने वाला हूँ, तो में माँ से बोला कि झड़ने वाला हूँ, बोल मेरी कुत्तिया, रंडी, चुदक्कड माँ, में कहाँ डालूं?

    माँ – झड़ जा मादरचोद मेरी चूत में, कोई प्रोब्लम नहीं है, तेरे पैदा होने के बाद ही मैंने अपनी चूत का ऑपरेशन करवा लिया था. फिर कुछ देर में में झड़ गया. फिर कुछ देर तक हम दोनों ऐसे ही पड़े रहे, फिर रात में मैंने अपनी माँ की गांड भी मारी.

  • साली को चोदा सास के सामने, sali ki chudayi sex story

    नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम समीर है. दोस्तों में आज आप सभी को अपनी एक सच्ची कहानी सुनाने वाला हूँ जिसमे मैंने अपनी गर्भवती साली को चोदा और अब में उस घटना को थोड़ा विस्तार से सुनाता हूँ. दोस्तों में 25 साल का शादीशुदा लड़का हूँ और मेरी शादी तीन महीने पहले हुई थी और मेरी बीवी एक हॉट सेक्सी मस्त गांड वाली लड़की है. हम लोगों की जब से सगाई हुई थी तब से ही हम चुदाई करते आ रहे थे. में गुजरात का रहने वाला हूँ और प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता हूँ, मेरे घर में माँ, पापा और मेरी बीवी और में रहता हूँ. दोस्तों मेरी एक बड़ी शादीशुदा बहन है और वो भी गुजरात में ही रहती है.

    मेरे ससुराल में मेरी बीवी की एक बड़ी बहन यानी मेरी साली और सास, ससुर रहते है, उसका नाम आरती है, वो करीब 30 साल की एकदम सेक्सी औरत है और वो कुछ समय पहले गर्भवती होने के दौरान अपने मायके चली आई थी और अब उसका 8 महिना चल रहा है और अगर में उसके बारे में बताऊँ तो वो करीब 5.7 इंच लंबी है और वो दिखने में बहुत सुंदर और उसके बूब्स बड़े बड़े और गांड फूली हुई है और उसके फिगर का साईज करीब 36-30-36 होगा जिसके कारण वो बहुत बड़ी चुदक्कड़ दिखती थी और वैसे मेरी नज़र उस पर शादी से पहले से ही थी और जब भी में अपनी बीवी की चूत मारता था तो में आरती को ही सोचकर उसे चोदता था. दोस्तों उसका नाम लेने से ही वीर्य निकलता था.

    एक दिन में अपनी बीवी से मिलने अपने ससुराल गया हुआ था. मेरी साली आरती प्रेग्नेंट थी. मेरी बीवी घर पर नहीं थी, आरती और मेरी सास घर पर अकले थे और जब में वहां पर गया तो आरती पानी और चाय लेकर आई में चाय पानी लेने के बहाने से उनको छूने लगा और उसको शायद पता नहीं होगा मेरे मन में उसकी चुदाई के ख्याल चल रहे थे? आरती ने मुझसे कहा कि कोमल (मेरी बीवी) शाम को आएगी तो में बहुत खुश हो गया कि आज मज़ा आएगा आरती के साथ.

    फिर मैंने आरती से कहा कि आपकी तबीयत कैसी है? तो उसने कहा कि समीर वैसे तो सब ठीक है, लेकिन पेट पर बहुत खुजली होती है तो डॉक्टर ने मुझे एक दवाई लगाने को कहा है और तुम्हारे जीजू दो दिन से नहीं आए तो मैंने अपने आप नहीं लगाई तो आज मुझे बहुत खुजली हो रही है. फिर मैंने कहा कि अरे दीदी इतनी सी बात लाओ में लगा देता हूँ, तो आरती ने कहा कि ठीक है और वो दवाई की ट्यूब लेने बेडरूम में चली गई में उठा और उसके पीछे पीछे बेडरूम में चला गया और बोला कि दीदी आप यहीं पर लेट जाओ में ट्यूब लगाकर मसाज कर देता हूँ आपकी सारी खुजली और गर्मी में आज दूर कर दूँगा, मैंने यह सब सेक्सी तरीके से कहा. फिर उसने भी सेक्सी अंदाज़ से मेरी हर एक बात का जवाब दिया, हाँ समीर देखो ना तुम्हारे जीजू को तो मेरी गर्मी और खुजली दोनों को दूर करने का वक़्त ही नहीं मिलता चलो तुम ही करो उनके बदले और वो थोड़ा तिरछा होकर पलंग पर लेट गई और उसने उस समय एक ढीला ढाला पयज़ामा और एक ढीली सी टी-शर्ट पहनी हुई थी और फिर मैंने उससे कहा कि..

    में : आरती चलो थोड़ा अपनी टी-शर्ट को उठाओ.

    आरती : अरे तुम मुझे ऐसे मेरे पति की तरह क्यों बुला रहे हो क्या तुम्हे पता है कि में तुम्हारी बीवी की दीदी हूँ?

    में : दीदी में तो आपके पति की तरह आपकी सेवा कर रहा हूँ ना इसलिए आपको ऐसे बुला रहा था और आप हो ही इतनी सुंदर कि में अपने आपको रोक ही नहीं सका. में तो बहुत नसीब वाला हूँ कि मुझे आप बीवी के रूप में नहीं तो साली के रूप में तो मिली जिनकी सेवा करना मेरा अधिकार है और वैसे भी साली भी तो घर वाली ही होती है ना? मैंने उनके गालों को छूकर सेक्सी अंदाज़ से बोला.

    आरती : हाँ होती तो है, लेकिन सिर्फ़ आधी घर वाली पूरी नहीं, उसने मेरे गालो को प्यार से सहलाते हुए कहा.

    में : पहले आज आधी तो मिल जाए, में तो धन्य हो जाऊंगा अगर आज आप मेरी आधी घर वाली बन जाओ.

    आरती : चलो समीर अब जल्दी से मसाज शुरू करो नहीं तो मम्मी या कोमल आ जाएँगी.

    फिर मैंने आरती की टी-शर्ट को उसके बूब्स तक ऊपर उठाया और मेरा हाथ उसके बूब्स को छूते ही उसने हल्की सी अंगड़ाई ली और मेरे लंड ने एक ज़ोर की करवट और फिर मैंने उसके पेट पर हाथ रखा जो कि प्रेग्नेंट होने के कारण थोड़ा फूला हुआ था और वो जैसे मचल सी गई. फिर मैंने कहा कि क्या हुआ यार मेरी प्यारी आरती को? तो वो बोली कि ऐसा लगा जैसे मुझे करंट का झटका सा लग गया हो और फिर मैंने उसके पेट पर थोड़ी सी दवाई ली और मसलने लगा.

    मेरा लंड अब जाग चुका था और अब बाहर आने को बिल्कुल बेताब था और दवाई को मलते हुये में उसके बूब्स के निचले हिस्से तक पहुंच गया और धीरे से बूब्स को छुआ. फिर वो एकदम से सिहर उठी और वो मेरे पेंट में बने तंबू को देखकर मुस्कुराई और बोली कि आपकी पेंट में क्या कुछ फंस गया है? क्यों यह आगे से बहुत फूला हुआ लग रहा है? फिर मैंने उसके पेट पर किस करते हुए कहा कि अंदर मेरा प्यार छुपा हुआ है जो आपके प्यार में समा जाने को बेताब है. फिर आरती ने आँहे भरते हुए कहा कि समीर मुझे ऊपर तक मसाज करो और आज मुझे बहुत प्यार करो.

    दोस्तों में समझ गया कि वो अब बिल्कुल गरम हो चुकी है और मुझसे चुदने के लिए एकदम तैयार है. उसकी चूत मेरा लंड लेने के लिए अब मचल रही है और मैंने भी अभी तक कभी भी कोई प्रेग्नेंट रंडी को नहीं चोदा था. फिर मैंने उसकी टी-शर्ट के ऊपर से उसके बूब्स को दबाना शुरू किया, पहले धीरे से और फिर एकदम जंगली जानवर बनकर और उसके मोटे मोटे बूब्स मुझे मस्त कर रहे थे और वो भी उछल उछलकर बोल रही थी और सिसकियाँ ले रही थी ओहह्ह्ह्ह समीर दबा डाल हाँ और आईईईई दम लगाकर ज़ोर से उह्ह्ह्ह चूस मेरे बूब्स को मसल डाल, खा जा बहनचोद और उसकी गंदी गंदी गाली सुनकर में भी मस्ती में आ गया और शैतान बनकर उस पर टूट पड़ा और बूब्स को काटने लगा. उसकी गुलाबी कलर की निप्पल बड़ी और कड़क हो चुकी थी और उसके आधे बूब्स मेरे मुहं में थे और फिर वो चिल्लई ओह मेरे राजा तेरा मुहं है कि जन्नत का दरवाज़ा. ले मेरे बहनचोद रंडी बना मुझे और ज़ोर से चूस मेरे बूब्स आईईईइ आज से में तेरी रंडी हूँ अह्ह्ह्हह्ह तू मुझे अपनी रखैल बना ले. फिर मैंने कहा कि मेरी रंडी आरती तुझको देखते ही में तेरे बूब्स को चूसना चाहता था और मुझे आज मौका मिला है साली रंडी भोसड़ी की, मदरचोद.

    मैंने अपने सारे कपड़े उतार लिए और उसका पाजामा भी खींच लिया और फिर उसकी ब्रा और पेंटी को भी उतार दिया. मैंने देखा कि उसकी जांघे बहुत बड़ी थी और फिर मैंने उसकी चूत में अपना मुहं घुसा दिया और जीभ को चूत में डालकर चूसने और चाटने लगा. फिर वो ज़ोर ज़ोर से चिल्ला रही थी हाँ और ज़ोर से चाट मेरी चूत को मेरे कुत्ते अपनी साली की चूत को कच्चा चबा जा मेरे लंड, मेरे स्वामी, मेरी चूत के मालिक, अह्ह्ह्हह कितना मज़ा आ रहा है तेरे जीजू ने कभी नहीं चाटा वो मदारचोद साला नामर्द है, तू ही असली मर्द है और अब आज से तू मेरा असली पति है और में तेरी रंडी हूँ अह्ह्ह्ह हाँ और ज़ोर लगा. फिर उसकी ऐसी बातों से में उत्तेजित होकर और ज़ोर ज़ोर से चूत चाट रहा था और इतने में ही उसने मेरे मुहं में अपना सारा पानी छोड़ दिया और में सारा पानी पी गया.

    फिर मैंने उसको बेड पर बैठाया और अपना लंड उसके हाथ में दिया और फिर मेरा लंड देखकर वो बोली कि साले समीर मदारचोद तेरा लंड है कि लंड की सेना? ऐसे लंड से में तो क्या मेरी माँ ( मेरी सास ) भी तुझसे चुदने को कभी भी मना नहीं करेगी वाह कितना लंबा, मोटा और कड़क लंड है तेरा मेरे बहनचोद आअहह कितना रसीला है? इसे चाटने चूसने में कितना स्वाद आ रहा है, ह्म्‍म्म्म हनमम्म आआहह. फिर में उसका सर पकड़कर उसके मुहं को धीरे धीरे से धक्के देकर चोद रहा था और अब मैंने कहा कि साली रंडी चल अब एकदम सीधी लेट जा अब में तुझे चोदूंगा.

    आरती : समीर ज़रा आराम से में अभी प्रेग्नेंट हूँ तुम मुझे चोदो लेकिन बहुत प्यार से और वैसे भी में पूरी ज़िंदगी तुम्हारी रखैल बनकर ही रहने वाली हूँ. फिर तू मुझे जब चाहे जी भरकर चोदना और इसलिए अभी थोड़ा आराम से और प्यार से चोदना मेरे चुदक्कड़ जीजाजी.

    फिर मैंने अपना लंड उठाया और उसकी चूत के मुहं पर सुपाड़ा लगाया. पहले धीरे से धक्का मारा तो सुपाड़ा अंदर चला गया और फिर वो चिल्लाई, लेकिन मैंने और ज़ोर से धक्का मारा और मेरा 8 इंच का लंड उसकी कामुक चूत में फिसलता हुआ अंदर चला गया और में ज़ोर ज़ोर से धक्के देकर चोदने लगा और अब उसको बहुत मज़ा आ रहा था.

    फिर वो बोली कि हाँ चोद मुझे में तेरी रंडी हूँ, चोद आआहहाआ ऊह्ह्ह्हह और ज़ोर से आईईईईइ चोद फाड़ दे आज मेरी चूत को मदारचोद कितना लंबा लंड है मेरे गर्भ तक जा रहा है? आआहह तू आज मेरी चूत से गांड में निकाल अपने लंड को आआहह वो गालियाँ देती जा रही थी और में अपनी प्रेग्नेंट साली को बेरहमी से चोदे जा रहा था.

    करीब बीस मिनट चूत की चुदाई के बाद उसका पानी निकल गया और वो बोली कि चूत से लंड बाहर निकाल लो और अब मेरी गांड में डालो, क्योंकि मुझे गांड मरवाने का बहुत शोक है और में हर कभी अपनी गांड में बेलन, गाजर, मूली सब डालती रहती हूँ और तेरे जीजा का 5 इंच का लंड मुझे संतुष्ट नहीं कर पाता, इसलिए तू आज मेरी गांड को चोद दे.

    फिर मैंने डॉग स्टाइल में मेरी आरती रंडी को बैठाया और उसकी गांड में लंड डाला, आधा लंड अंदर चला गया और वो दर्द से चिल्ला उठी. फिर मैंने कहा कि साली, मादरचोद, छिनाल एकदम चुप रहकर चुदाई करवा नहीं तो मेरी सास उठ जाएगी और जब वो एक बार मेरा लंड देख लेगी तो उसकी चूत में भी पानी आ जाएगा और वैसे भी उसको एक दिन चोदना ही है, लेकिन आज तेरी बारी है और तू आज जमकर मेरा लंड ले अपनी गांड में और इतना कहते ही मैंने ज़ोर के धक्के से पूरा 8 इंच अंदर डाल दिया और फिर में ज़ोर ज़ोर से धक्के देकर उसकी गांड मारने लगा. वो भी उछल उछलकर गालियाँ देकर चुदवा रही थी.

    तभी मेरी नज़र दरवाज़े की और गयी तो में देखकर हैरान एकदम से हो गया, क्योंकि मैंने दरवाजे पर अपनी सास को खड़ा हुआ देखा और मैंने देखा कि वो हमारी चुदाई को बहुत ध्यान से देखकर अपनी उंगली से अपने आपकी चुदाई कर रही है और मेरी सास ने भी देख लिया कि मैंने उनको दरवाज़े से देख लिया है, लेकिन मैंने अब भी ज़ोर की चुदाई चालू रखी और 15 मिनट के में आरती की मोटी गांड में झड़ गया और हम दोनों लेट गये. फिर मैंने देखा कि मेरी सास भी अब वहां से चली गयी और तब से लेकर आज तक में आरती की हफ्ते में एक दो बार चुदाई जरुर करता हूँ और अब वो एक लड़की की माँ बन चुकी है इसलिए अब चुदाई में और भी मज़ा आता है. में उसकी चूत को बहुत मज़े से बिना किसी के डर के चोदता हूँ, क्योंकि हमारी चुदाई अंदर होती है तो मेरी सास बाहर किसी के आने का ध्यान रखती है और वैसे भी अब उसकी चूत से बच्चा बाहर आ चुका है, जिसकी वजह से में बहुत डर डरकर उसको चोदता था और अब में उसको जोरदार धक्के देकर चोदने लगा हूँ, जिसकी वजह से वो हमेशा मुझसे खुश रहती है.