भाभी बनी मेरी सेक्सी गर्लफ्रेंड

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम गौतम शाह है और में एक कॉलेज स्टूडेंट हूँ और में अहमदाबाद का रहने वाला हूँ. आज में आप सभी को अपना पहला सच्चा सेक्स अनुभव सुनाने जा रहा हूँ जो कि अभी करीब 6 महीने जिसमें मैंने अपने कज़िन भाई की पत्नी मतलब कि मेरी भाभी को अपनी तरफ आकर्षित करके चोदा.

दोस्तों जब मेरे कॉलेज के पहले साल के एग्जाम खत्म हुए थे, तब हमारे घर पर मेरा कज़िन भाई और उसकी पत्नी खुशबू आए हुए थे और तब में पहली बार अपनी नई भाभी से बहुत करीब से मिला था. वो दिखने में एकदम कयामत लगती है और उनकी हाईट करीब 5.6 फिट और उनके बूब्स का साईज़ 36, उनकी गांड का साईज 32 और कमर 28 की है. मेरी हाईट 5.11 है और दोस्तों जब वो मेरा रूम देख रही थी, तब सिर्फ़ हम दोनों ही रूम में थे. उन्होंने तब मुझसे कहा था कि उन्हे ज़्यादा हाईट वाले लोग बहुत अच्छे लगते है, लेकिन मेरे भाई की हाईट ज़्यादा नहीं है तो इसलिए मैंने उनसे पूछा कि उनकी हाईट भी तो ज़्यादा नहीं है तो फिर आपने क्यों उन्हे पसंद किया?

दोस्तों मेरे इस सवाल से उनका चेहरा बिल्कुल बिगड़ गया और वो मुझसे एक भी शब्द नहीं बोली और अपना सर झुकाए खड़ी रही और फिर में वहां से चला गया, लेकिन अब में समझ गया था कि इनके बीच में कुछ तो समस्या है, वैसे मुझे बहुत अच्छा लगा कि भाभी ने मेरे साथ इस तरह की बात की, सिर्फ़ इसलिए नहीं कि वो दिखने में अच्छी थी, लेकिन उनका स्वभाव भी बहुत अच्छा था और मेरा भाई दिखने में ज़्यादा अच्छा नहीं था, लेकिन मुझे बाद में पता चला कि भाभी के पापा को केंसर है और वो अपनी बेटी की शादी देखकर जाना चाहते थे तो इसलिए उन्होंने यह फैसला लिया था.

मेरे भाई का घर भी अहमदाबाद में ही है और शादी के बाद उनका हमारे घर पर आना जाना बढ़ गया था, मेरी और भाभी की बहुत अच्छी बनती थी और उस वक्त मेरे पास एक नया फोन था तो एक दिन बातों ही बातों में उन्होंने मुझसे कहा कि क्यों इस फोन में कोई सुंदर सी लड़की का मोबाईल नंबर तो होगा ना? तो मैंने मुस्कुराते हुए कहा कि नहीं आपने मुझे अभी तक आपका कोई नंबर दिया ही नहीं. तभी उन्होंने भी मुझे एक शरारती स्माईल दी और अपना मोबाईल नंबर बताया और मैंने एक मैसेज करके अपना नंबर भी उन्होंने दे दिया, लेकिन अब मेरी कभी भी हिम्मत नहीं हुई उनसे चेट करने की, लेकिन में कभी कभी उन्हें कोई मैसेज जरुर भेज दिया करता था और एक दिन सुबह सुबह उनका एक मैसेज आया जिसमें गुड मॉर्निंग लिखा हुआ था.

फिर मैंने भी उन्हें एक अच्छा सा मैसेज किया और वो आगे की बात करने लगी. फिर मैंने मजाक मजाक में उनसे कहा कि आपको क्या शर्म नहीं आती कि घर में आपका पति है तो भी आप किसी और को मैसेज करती है? फिर उन्होंने कहा कि वो घर पर कहाँ रहते है? में खुद घर पर अकेली दिन भर बोर हो जाती हूँ. फिर मैंने उनसे कहा कि आप कोई किताब पढ़िए, उन्होंने कहा कि नहीं आज मुझे बाहर बाजार में कुछ कपड़े खरीदने जाना है और साथ में मुझे भी ऑफर भी किया कि क्या तुम मेरे साथ चलोगे? फिर में उनकी यह बात सुनकर खुश तो बहुत हुआ, लेकिन फिर सोचने लगा कि में अपने घर पर क्या बहाना बनाऊंगा?

तभी उन्होंने कहा कि तुम आंटी से कह देना कि आज ऑटो की हड़ताल होने की वजह से तुम मुझे अपनी बाईक पर बैठकर बाजार ले जा रहे हो और अब मैंने ठीक वैसा ही किया जैसा उन्होंने मुझसे कहा और में दोपहर को अपने घर से निकलकर उनके फ्लेट के नीचे उनका इंतजार कर रहा था और फिर कुछ देर बाद वो आई. दोस्तों में तो उन्हे आखें फाड़ फाड़कर देखता ही रह गया क्योंकि ऐसी हॉट, सेक्सी, लड़की तो हमारे पूरे कॉलेज में भी नहीं थी, उन्होंने एकदम टाईट जींस और बिना बाँह की एकदम टाईट टी-शर्ट पहनी हुई थी और उस टी-शर्ट में से उनके बूब्स कुछ ज़्यादा ही बाहर निकलते हुए दिख रहे थे और उस जींस से उभरी हुई गांड बाहर आ रही थी और मेरी बाईक नयी पल्सर है तो इसलिए उन्हें बैठने में बहुत समस्या हो रही थी और फिर उनको मुझे पकड़कर बैठना पड़ा, जिसकी वजह से उनके बूब्स मेरी पीठ को छू रहे थे.

दोस्तों उस दिन पहली बार कोई लड़की मेरी बाईक पर मुझसे बिल्कुल चिपककर बैठी हुई थी और इसलिए मुझे कुछ कुछ हो रहा था. फिर कुछ देर बाद मेरे मन की बात जानकर मेरी हालत देखकर उन्होंने मुझसे पूछा कि क्या हुआ क्या तुम्हारी गर्लफ्रेंड ऐसे नहीं बैठती? दोस्तों वैसे वो बहुत अच्छी तरह से जानती थी कि मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है, लेकिन फिर भी मैंने बहुत धीरे प्यार से कहा कि वो मुझसे ऐसे चिपककर नहीं बैठती.

फिर वो मुझे अब कुछ ज़्यादा टाईट पकड़कर बोली कि क्या वो ऐसे बैठती है? फिर मैंने उनसे पूछा कि आप तो मेरी गर्लफ्रेंड नहीं हो ना? तभी उन्होंने कहा कि नहीं हूँ तो अब बन जाती हूँ और मुझे इसमें क्या आपत्ति है? तो मैंने कहा कि फिर तो में कुछ भी कर सकता हूँ ना? फिर उन्होंने मेरे सर पर धीरे से मारा और कहा कि तुम अब कुछ ज्यादा ही बहुत बड़े हो गये हो.

फिर हम जब बाजार में पहुंचे तो वहां पर बहुत से कपल्स एक दूसरे के हाथ में हाथ डालकर चल रहे थे. फिर मैंने उन्हें देखकर भाभी से कहा कि क्यों आप मेरी गर्लफ्रेंड हो ना? तो अब आपको भी ऐसा सब कुछ करना पड़ेगा. दोस्तों वो दिखने में इतनी सेक्सी लगती थी कि जैसे कोई कॉलेज स्टूडेंट हो और वो मुझसे उम्र में सिर्फ चार साल बड़ी थी. अब उन्होंने मेरे मुहं से यह बात सुनते ही झट से मेरा हाथ पकड़ लिया और फिर गर्लफ्रेंड, बॉयफ्रेंड की तरह मुस्कुराते हुये बातें करते हुए मेरे साथ चलने लगी और कुछ देर बार उनकी कुछ ड्रेस लेने के बाद उन्होंने मुझसे कहा कि मुझे ब्रा, पेंटी लेने है. फिर मैंने मुस्कुराते हुए कहा कि में आपका बाहर खड़ा इंतजार करता हूँ आप ले आओ, लेकिन भाभी ने मेरा हाथ पकड़कर कहा कि तुम अब मेरे लवर हो तो तुम्हे मेरे साथ अंदर भी आना पड़ेगा.

दोस्तों भाभी को में आज पहली बार इतना खुश देख रहा था और अब अंदर आने के बाद भाभी कुछ पसंद करके ट्रायल रूम में चली गई और फिर उन्होंने मुझे एक मैसेज किया कि यहाँ आकर देखो तो यह मुझ पर कैसी है? और जब में ट्रायल रूम के बाहर गया तो उन्होंने मुझे अंदर बुलाया और उन्होंने उस समय जींस के ऊपर सिर्फ़ काली कलर की ब्रा ही पहनी हुई थी. फिर मैंने कहा कि में आपका बॉयफ्रेंड हूँ तो में अब कुछ भी कर सकता हूँ ना? वो मेरी बात सुनकर थोड़ा मुस्कुराई तो मैंने उनकी कमर पर हाथ रखकर उन्हें मेरी तरफ खींच लिया, उनकी दोनों आखें बंद थी तो मैंने मौके का फायदा उठाते हुए उन्हें एक किस किया और उन्होंने भी मेरा पूरा पूरा साथ दिया.

फिर में बाहर आ गया और कुछ देर के बाद में मैंने उनको अपने घर पर छोड़ दिया, लेकिन उन्होंने आते समय मुझसे कुछ नहीं बोला और बस चुपचाप मुझसे चिपककर बैठी रही और में उनके बड़े मुलायम बूब्स की गर्मी लेता रहा और मेरा भाई उस दिन आउट ऑफ टाउन था तो में जब अपने घर पर पहुंचा तो मेरी माँ ने कहा कि तुम्हारी भाभी का कॉल आया था, तुम्हारा भाई घर पर नहीं है और इसकी वजह से तुम्हारी भाभी को रात के समय घर पर अकेले बहुत डर लगता है तो उसने तुझे वहां पर बुलाया है और तू आज रात को वहीं पर सो जाना. मैंने तेरे पापा को यह बात बताकर उनसे पूछकर तुझसे यह बात कही है.

दोस्तों में अपनी माँ के मुहं से यह बात सुनकर बहुत खुश हो गया और अब मन ही मन अपनी भाभी को चोदने के सपने देखने लगा और दिन भर जैसे तैसे बिताकर शाम को में भाभी के घर पर चला गया और मैंने देखा कि वो खाना खाने के बाद अपने बेडरूम में बैठी हुई थी और में वहां पर पहुंचकर बैठक रूम में सोफे पर बैठकर टी.वी. देख रहा था और अब तक हमने कुछ भी बात भी नहीं की थी. तभी थोड़ी देर बाद भाभी अपने बेडरूम से उठकर बाहर आई और उन्होंने मुझसे कहा कि क्यों गौतम अगर तुम्हे कोई दिक्कत ना हो तो तुम आज मेरे साथ मेरे बेड पर ही सो जाओ?

फिर में मन ही मन बहुत खुश होकर उन्हे झट से हाँ कहकर चुपचाप टी.वी. देखने लगा और जब में कुछ देर के बाद उनके रूम में गया तो भाभी वही मेक्सी पहनकर सोई हुई थी जो हमने आज दिन में बाजार से ली थी और वो उस बिल्कुल टाईट मेक्सी में बहुत सेक्सी लग रही थी और में उनके पास में लेट गया. तभी थोड़ी देर बाद उनका एक हाथ मेरी छाती पर था, मुझे तब तक नींद नहीं आ रही थी और मुझे लगा कि वो शायद गहरी नींद में है, लेकिन वो अब मेरी तरफ देखकर मुस्कुराई और में चुप रहा.

तभी उसने मुझसे कहा कि में तुमसे एक बात कहना चाहती हूँ. मैंने कहा कि हाँ कहो और फिर उसने मुझसे कहा कि मेरे पति तुम्हारे भैया ने आज तक मेरे साथ कभी भी सेक्स नहीं किया और यह बात बोलते बोलते वो रोने लगी. फिर में उनके मुहं से यह बात सुनकर बिल्कुल दंग रह गया, में भैया को पहले बहुत अच्छा मानता था, लेकिन मुझे यह बिल्कुल भी नहीं मालूम थी कि वो ऐसा भी होगा. फिर भाभी बोली कि उनके पति ने उनसे कहा है कि हम अभी पांच साल तक इंतज़ार करेंगे और अब उसे रोती हुई देख मैंने उन्हें गले लगा लिया, वो मेरे बालों में हाथ घुमा रही थी.

फिर मैंने उसकी गर्दन पर किस किया, लेकिन वो मुझसे कुछ नहीं बोली और फिर मैंने उनके होंठ पर किस किया और उनकी आखों में देखा तो वो बहुत खुश थी, अब हमने 15 मिनट तक लगातार लिप किस किया और मैंने पास में पड़ी हुई बॉटल में से पानी पिया, तभी भाभी मुझसे बोली कि मुझे भी पानी पीना है. फिर मैंने उन्हे वो बॉटल दे दी, लेकिन वो बोली कि ऐसे नहीं तुम्हारे मुहं से. फिर मैंने थोड़ा पानी पीकर अपने मुहं से उनके मुहं में डाल दिया और यह सब करना मुझे बहुत अच्छा लगा. मैंने उनकी ब्रा को खोल दिया और उनके हल्के गुलाबी निप्पल को चूसने लगा. दोस्तों उनके बूब्स बहुत स्वादिष्ट, मुलायम, बड़े आकार के, एकदम गोल थे.

फिर में अपने एक हाथ से बूब्स को दबा रहा था और दूसरे हाथ से उनकी पेंटी को उतार रहा था तो वो बहुत सेक्सी आवाज़ कर रही थी और वो मुझसे कह रही थी हाँ और ज़ोर से चूसो जान, गौतम में तुमसे बहुत प्यार करती हूँ, प्लीज ज़ोर से सक करो हाँ और ज़ोर से प्लीज. फिर मैंने उनकी चूत में अपनी एक उंगली को डाल दिया और उन्होंने मुझे कसकर पकड़ लिया. दोस्तों मैंने अपनी उंगली को आगे पीछे, अंदर बाहर डालकर महसूस किया कि उनकी चूत बहुत टाईट थी और सच में वो अब तक बिल्कुल वर्जिन थी और उनकी चूत पूरी तरह से गीली थी, लेकिन फिर भी मेरी दो उंगलियाँ आसानी से अंदर नहीं जा रही थी तो मुझे बहुत ज़ोर लगाना पड़ रहा था और उसको बहुत दर्द हो रहा था तो वो ज़ोर ज़ोर से सिसकियाँ ले रही थी और मचल रही थी और में उन्हे अपनी दो उँगलियों से चोद रहा था, अब उनकी सिसकियों की आवाज़ बहुत ज़ोर से आ रही थी और वो मुझसे चुदने की भीख माँग रही थी और वो मुझसे कह रही थी कि प्लीज अब मुझे और मत तड़पाओ, अह्ह्ह्हह्ह प्लीज मुझे अब चोद दो, आईईईईई प्लीज मुझे एक बार अपना वो दे दो. फिर मैंने उनकी यह बात सुनकर उन्हे खींचकर बेड के कॉर्नर पर ले लिया और अब उनकी प्यासी चूत चाटने, चूसने लगा और अपनी जीभ से चोदने लगा.

फिर वो पूरे जोश में आकर मेरा सर उनकी चूत पर दबा रही थी और अब वो बहुत कामुक हो गई थी और मुझे बार बार चोदने को बोल रही थी, लेकिन में उसे तड़पा रहा था, क्योंकि हर काम को करने से पहले उसकी तड़प जितनी ज़्यादा होती है तो मज़ा उतना ही ज़्यादा आता है और फिर हम 69 की पोज़िशन में थे, लेकिन वो करीब दस मिनट में ही झड़ गई. उसकी सुगंध बिल्कुल अच्छी नहीं थी, लेकिन फिर में उसके चूत रस को पी गया और उन्होंने मेरा लंड चूस चूसकर लोहे जैसा बना दिया था और अब मैंने अपना 8 इंच का लंड उनकी चूत के पास रखा और उसकी चूत के मुहं पर धीरे से रगड़ने लगा और वो सिसकियों के साथ मुझसे बहुत भीख माँग रही थी, प्लीज गौतम अब मुझे और मत तड़पाओ, में मर जाउंगी, प्लीज़ मुझे एक बार चोदकर खुश कर दो. फिर मैंने लंड को चूत के अंदर डालने की बहुत कोशिश की, लेकिन लंड आसानी से अंदर नहीं गया और वो मेरे हर बार धक्के से चिकनी चूत के ऊपर से फिसलकर इधर उधर जा रहा था.

तभी उन्होंने मेरा लंड एक हाथ से पकड़कर अपनी चूत के छेद पर पकड़कर रखा और मुझे धक्का देने का इशारा किया और मैंने जब एक और ज़ोर का झटका मारा तो मेरा आधा लंड अब अंदर जा चुका था और वो रो रही थी, आआहह आईईईईइ प्लीज गौतम मुझे बहुत दर्द हो रहा है ऊईईईईई माँ प्लीज अब बाहर निकालो इसे, लेकिन मैंने उनकी एक ना सुनी और एक झटका मारा और मेरा पूरा का पूरा लंड अंदर चला गया था और वो बैहोश हो गई थी.

फिर मैंने उसे किस किया और वैसे ही पांच मिनट लेटा रहा. फिर में उनके बूब्स को सहलाने लगा और धीरे धीरे से दबाने लगा, लेकिन दोस्तों अब मेरे लंड में भी थोड़ा थोड़ा दर्द हो रहा था. फिर कुछ देर बाद जब उसे थोड़ा अच्छा लगने लगा तो मैंने अपनी चुदाई की स्पीड को बढ़ा दिया और वो मेरे साथ चुदाई के मज़े लेने लगी और सारे रूम में उनकी सिसकियों और पच पच की आवाज़ आ रही थी और बीस मिनट के बाद वो झड़ गई और झड़ने के वक्त उन्होंने मेरी पीठ पर इतने नाख़ून मारे कि मुझे बहुत दर्द हो रहा था और में भी तुरंत झड़ गया, वो मेरी इस चुदाई से बहुत खुश थी और उसने मुझे हग किया और कहा कि तुम बहुत अच्छे हो और में तुम्हे बहुत प्यार करती हूँ, तुमने मुझे चोदकर पूरा कर दिया है और तुम बहुत अच्छा चोदते हो, वाह मज़ा आ गया. अब हम इतने थक चुके थे कि कब सो गये और हमे पता ही नहीं maचला. सुबह 6 बजे वो उठी तो मैंने देखा कि उनसे अब ठीक तरह से चला भी नहीं जा रहा था और दिन में 12 बजे तक भैया आने वाले थे. फिर हम साथ में नहाए और एक बार फिर से सेक्स किया और तब से हम रोज़ फोन सेक्स करते है.

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