जयपुर में साली को मस्ती में चोदा

हैल्लो दोस्तों, में आज पहली बार अपना एक सच्चा अनुभव उस घटना को लिख रहा हूँ जिसको में पिछले कुछ समय से लिखकर आप तक पहुँचाने के बारे में विचार बना रहा था. दोस्तों वैसे मैंने पिछले कुछ सालों में बहुत सारी सेक्सी कहानियों को पढ़ा है और वो सभी मुझे अच्छी भी लगती है और में ऐसा लगातार करता आ रहा हूँ. ऐसा करने में मुझे बड़ा मज़ा आता है और अब में अपनी आज की कहानी को शुरू करने से पहले अपने मेरे बारे में भी बता दूँ. दोस्तों मेरा नाम शान है और में एक शादीशुदा लड़का हूँ और मेरी उम्र 24 साल है और में राजस्थान जयपुर का रहने वाला हूँ.

दोस्तो यह बात जिसको आज में आप सभी को सुनाने के लिए आपकी सेवा में आया हूँ यह घटना करीब एक साल पहले की है तब मेरी शादी हो चुकी थी और में अपने शादीशुदा जीवन में बहुत सुखी था. हम दोनों पति पत्नी का प्यार एक दूसरे के लिए बहुत अच्छा था और मुझे मेरी अच्छी किस्मत से वो लड़की भी बहुत अच्छे नेचर मिलनसार स्वभाव की थी जो अब मेरी पत्नी बन चुकी थी और मेरी एक बहुत ही सुंदर और सेक्सी 18 साल की साली भी है.

उसका व्यहवार भी अपनी बड़ी बहन की तरह है, जो मुझे बहुत पसंद भी किया करती है और में भी उसको बहुत पसंद करता हूँ या आप यह कहे कि में अब उससे मन ही मन में प्यार करने लगा था, लेकिन दोस्तों ऐसा नहीं था, वो आग हम दोनों में बराबर लगी हुई थी और वो भी मुझे इतना ही प्यार करती थी जितना में उसको करता था.

अब मेरी शादी को पूरे सात साल हो गई है और में उसको पहले दिन जब से मैंने उसको देखा है तब से बहुत प्यार करता हूँ, लेकिन तब वो उम्र में बहुत छोटी थी और में कभी भी उससे अपने मन की यह बात कहने की हिम्मत नहीं कर पाया था, क्योंकि में मन ही मन में सोचता था कि अगर में उससे अपने मन की यह बात कहूँगा तो वो पता नहीं मेरे मेरे बारे में क्या सोचेगी और उसकी नजरो में मेरी इज़्ज़त का क्या होगा और अगर उसने किसी को बोल दिया तो मेरे साथ क्या होगा? उसके घरवाले मेरे बारे में क्या सोचेगें? और मेरे गलत समय पर वो कदम आगे रखने की वजह से शायद मेरी पत्नी के बीच हमारे उस रिश्ते पर भी कुछ गलत असर हो सकता था और ऐसे ही बहुत सारे सवाल मेरे मन में हमेशा रहा करते थे.

लेकिन फिर भी मेरे मन में अब जब से वो बड़ी होकर पहले से भी ज्यादा हॉट सेक्सी नजर आने लगी थी इसलिए मेरी उसको चोदने की बहुत इच्छा होने लगी थी क्योंकि वो थी ही कुछ ऐसी और उसका पूरा जिस्म में एक अजीब सा आकर्षण है जिसकी वजह से में हमेशा उसको देखते ही उसकी तरफ खिंचा चला जाता हूँ और मुझे उसका मेरे लिए वो प्यार भरा व्यहवार, वो बातें हंसी मजाक करने के तरीके से लगता था कि यही बात मुझे उसके अंदर भी लगती थी कि वो भी मेरे बारे में ऐसा ही कुछ महसूस किया करती थी, लेकिन शायद वो मुझे अपने मन की बात को बताने से डरती थी.

दोस्तों अभी एक साल पहले ही हम दोनों के बीच इतने सालों के प्यार और अपने मन की सभी छुपी हुई बातों का इज़हार हो गया और उसके बाद से वो मुझसे बिल्कुल खुलकर रहने लगी थी और अब वो मुझसे चुदने को भी तैयार थी और दोस्तों पहली बार मैंने उसको इस तरह से गरम कर दिया कि वो मेरे लंड को अपनी प्यासी चूत में डलवाने को तड़प गई थी, लेकिन में अब कोई अच्छा एकदम सही मौका नहीं होने की वजह से उसकी चुदाई नहीं पाया था, लेकिन दोस्तों उसकी क्या मस्त एकदम टाइट चूत थी उसके अंदर मेरी एक उंगली भी बड़ी मुश्किल से जा रही थी.

मैंने एक बार अपनी ऊँगली को उसकी मुलायम चूत में डालकर उसका अनुभव लेकर महसूस किया था और उसी दिन मैंने पहली बार अपने लंड के दर्शन भी उसको करवा दिए. मेरे लंड की लम्बाई तो 5 इंच है जिसको वो पहली बार देखकर बिल्कुल मस्त हो गई थी और फिर मैंने सही मौका देखकर उसको कंप्यूटर पर एक सेक्सी फिल्म की सीडी दिखाई, जिसमें कुछ देर बाद वो लड़का उस लड़की की चूत को अपनी जीभ से चाटकर उसको चूसकर अब अपना लंड उसमे डालकर उसको जोरदार धक्के देकर चोदने लगा था.

मेरी साली अपनी आखों से उस फिल्म की उस मजेदार चुदाई को देखकर कुछ ही देर बाद गरम हो गई और तब वो उस फिल्म को देखकर सब कुछ समझ गई और फिर वो मेरे साथ वैसा ही करने को भी तैयार हो गई थी, लेकिन दोस्तों वो समय उसकी चुदाई के लिए ठीक नहीं था इसलिए मैंने उसको छोड़ दिया और वैसे मैंने अभी उसको दो महीने पहले भी बहुत जमकर चोदा है. अब हमें इतने दिनों से ऐसा कोई भी सही मौका नहीं मिल रहा था जिसका हम फायदा उठाकर चुदाई के वो मज़े ले सकते.

फिर उस दिन रात के समय मेरी अच्छी किस्मत ने मेरा साथ दे ही दिया और तब उसके घर पर हम दोनों ही अकेले थे और हम दोनों ने पहले ही इस चुदाई का विचार बना लिया था कि उस दिन हम दोनों चुदाई के पूरे मज़े लेंगे और सारी कमी कसर उस रात को पूरी कर देंगे.

फिर हमारे प्लान के हिसाब से में उसके घर पर सबके सामने ही चला गया था और वहां जाने पर वो लोग मुझे रात में आने नहीं देते है, लेकिन उस दिन उन लोगों ने मुझे वहीं पर रुकने को कहा क्योंकि उन सभी घरवालों को कहीं बाहर जाना था और अब मेरी साली घर पर अकेली रह जाती तो इसलिए उन्होंने मुझे वहां पर रोक दिया और हम दोनों भी यही सब चाहते थे मुझे वहां पर रोककर वो लोग चले गये, जिसकी वजह से अब हम दोनों अकेले ही थे.

अब मैंने एकदम सही मौका देखकर खुश होकर मेरी साली को पीछे से अपनी बाँहो में ले लिया और में उसके 32 इंच के बूब्स को ज़ोर से मसल दिया और में उसके नरम गुलाबी होंठो को चूसने लगा. फिर वो कुछ ही देर बाद पूरी तरह से गरम होकर बोली कि “जीजू अब मेरी पेंटी गीली हो गई है” फिर मैंने उससे कहा कि “कितनी गीली हो गई है और कितनी देर से गीली है? तो वो बोली कि जीजू मेरी यह पेंटी तो आपको एक बार देखकर ही गीली हो जाती है, लेकिन बस आज आप मुझे इतना मत तड़पाओ, आज आप मुझे अपनी पूरी घर वाली बना दो.

फिर मैंने उससे पूछा कि तुम कैसे बनोगी मेरी पूरी घर वाली मेरी जानू? तो वो कहने लगी कि तुम अपना लंड बाहर निकालकर मेरी इस चूत में डालकर इसको आज फाड़ डालो और बना दो मुझे अपनी साली से घर वाली. फिर मेरा लंड पूरा तनकर खड़ा हो गया और अब मैंने मेरी साली के बूब्स को दबा दिया और उनको ज़ोर ज़ोर से मसल दिया, तो वो उस वजह से और भी ज़्यादा गरम हो गई और फिर मैंने उसके सारे कपड़े उतारकर उसको बिल्कुल नंगा कर दिया और फिर उसने भी मेरे सारे कपड़े निकालकर मुझे भी नंगा कर दिया और मैंने उसके पूरे जिस्म को बहुत जमकर किस किया और उसको सहलाया.

फिर मेरे ऐसा करते हुए ही उसकी चूत से एक बार तो पानी निकल गया, जिसको देखकर वो मुझसे बोली कि जीजू मेरा तो पहली बार बिना चुदे ही निकल गया. फिर मैंने उससे कहा कि मेरी जानेमन अभी तो मेरा लंड खड़ा ही हुआ है तेरा तो असली काम अब होगा और इतना कहकर अब मैंने उससे मेरे लंड को चूसने को कहा, तो उसने मुझसे कहा कि जीजू नहीं मुझसे यह सब नहीं होगा और अब मैंने उसकी चूत को चूसना शुरू किया, जिसकी वजह से वो सिसकियाँ लेकर अपने दोनों पैरों को फैलाकर मुझे अपनी चूत में घुसाकर अपनी चूत की चटाई करवाने लगी.

फिर मैंने अब उससे कहा कि देखो में भी तो तुम्हारी चूत को कितने मज़े लेकर चूस रहा हूँ, तो तुम भी तो एक बार मेरा लंड चूसकर देखो इस काम को करने में कितना मज़ा आता है? अब वो भी मेरे इतना कहने समझाने के बाद मेरे लंड को बड़े मस्त तरीके से चूसने लगी थी और फिर कुछ देर बाद उसने मुझसे कहा कि वाह जीजू यह तो बहुत ही मज़ेदार है, मज़ा आ गया और वो फिर से गरम हो गई जिसकी वजह से अब उससे रहा नहीं जा रहा था और मेरी भी हालत उसकी तरह खराब हो रही थी.

फिर मैंने उसकी गांड के नीचे एक तकिया लगा दिया और बहुत सारा तेल अपने हाथ में लेकर उसकी चूत और मेरे लंड पर लगाकर उसकी चूत पर अपने चिकने लंड को सटाकर उसकी चूत को टोपे से सहला दिया, जिसकी वजह से वो मस्त हो गई.

फिर मैंने सही मौका देखकर धीरे से अपने लंड को उसकी चूत के अंदर धक्का लगा दिया जिसकी वजह से तो वो एकदम तड़प गई और वो बोली कि आईईईईईइ प्लीज जीजू मुझे बहुत ज्यादा दर्द हो रहा है उफ्फ्फफ्फ्फ़ आपने यह क्या किया? क्या आप धीरे से नहीं डाल सकते थे जो ऐसे जानवर बने जा रहे हो? तो मैंने उससे कहा कि मेरी जानेमन तुम्हे कुछ देर थोड़ा सा दर्द होगा, लेकिन फिर तो बस मज़ा ही मज़ा तुम्हे आने वाला है और अब मैंने उससे यह बात कहकर बिना देर किए मेरे लंड की एक और टक्कर उसकी चूत में मार दी, जिसकी वजह से मेरा लंड आधा ही उसकी चूत में चला गया और वो अब उस दर्द की वजह से ज़ोर से चिल्ला पड़ी आह्ह्हह्ह ऊउईईईईइ माँ में मर गई जीजू आप यह क्या कर रहे हो, आपको क्या मेरा दर्द नजर नहीं आ रहा है जो आप धक्के पे धक्के दिए जा रहे हो और आज आप क्या मेरी जान ही निकालकर मेरा पीछा छोड़ने वाले हो. कुछ तो मेरे दर्द पर तरस खाओ, अब बस करो मुझे बहुत दर्द है.

दोस्तों मैंने देखा कि अब उसकी चूत से खून भी बाहर निकल आया था, लेकिन में फिर भी उसको अपना पूरा लंड उसकी चूत में डालकर उसकी चुदाई करना चाहता था. फिर मैंने उसकी कमर पर अपनी मजबूत पकड़कर को बनाकर अपने आधे लंड को थोड़ा सा उसकी चूत से बाहर निकाला और फिर उसको दोबारा से एक जोरदार धक्के के साथ अंदर डाल दिया, जिसकी वजह से वो पूरी हिल गई और उसकी सिसकियों की आवाज पहले से ज्यादा तेज होने लगी थी और मैंने उसके दर्द की तरफ बिना ध्यान दिए ऐसा एक दो बार किया. फिर कुछ देर बाद मैंने महसूस किया कि अब वो भी मस्त होने लगी थी और उसको भी मेरे धक्के से दर्द से ज्यादा मज़ा आने लगा था.

फिर मैंने उसके खुश चेहरे को देखकर एक बार फिर से एक जोरदार टक्कर अपने लंड की उसकी चूत में मारी जिसकी वजह से मेरा पूरा लंड अब उसकी गीली प्यासी चूत में चला गया और तब मैंने महसूस किया कि अब उसकी चूत की पूरी सील टूट चुकी थी. मैंने उसको बहुत मस्त होकर जोश में आकर चोदा और करीब बीस मिनट तक मैंने उसको कभी धीरे तो कभी तेज, लेकिन लगातार धक्के देकर मस्त मज़े लेकर चोदा और वो इस बीच दो बार झड़ चुकी थी, लेकिन में अभी नहीं झड़ा था.

फिर मेरे लंड में उतना ही जोश ताकत थी इसलिए में धक्के देता रहा मेरा लंड बराबर फिसलता हुआ अंदर बाहर होता रहा जिसके मज़े हम दोनों को मिलते रहे और कुछ देर बाद जब मेरा झड़ने का समय हुआ तो मैंने अपने लंड को उसकी चूत से बाहर निकालकर अपने वीर्य को उसके पेट बूब्स पर निकाल दिया, वो बहुत गरम होने के साथ साथ ज्यादा मात्रा में भी था, जो अब उसके गोरे बूब्स की हल्के भूरे रंग की निप्पल को ढक चुका था और उसके चेहरे से मुझे उसकी संतुष्टि साफ साफ नजर आ रही थी.

दोस्तों मैंने उसको उस पूरी रात में करीब पांच बार वैसे ही जमकर चोदा और वो अपनी चुदाई करवाती रही, जिससे वो अब मेरे लंड को अपनी चूत में ऐसे ही लेकर उसके मज़े लेने के लिए पूरी तरह से दीवानी हो गई और अब मुझे जब भी कोई अच्छा मौका मिलता है तो हम दोनों पूरी तरह जोश में आकर मस्ती से चुदाई करके मज़े लेते है, जिसमें वो हर बार मेरा पूरा साथ देती है.

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