चुदक्कड़ परिवार के सदस्य

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम प्रदीप है और मैंने अपनी मम्मी और छोटी बहन को खूब चोदा था. उस समय मेरे पापा और मेरी बड़ी बहन घूमने गए थे. फिर पापा और मेरी बड़ी बहन शाम को वापस आ गये. अब में अपने कमरे में बैठकर ब्लू फिल्म देख रहा था और मेरी छोटी बहन अपनी फ्रेंड के घर गई हुई थी.

मेरी बहन ने कमरे में आते ही अपनी पेंटी उठाई और बाथरूम में नहाने चली गई और नहाकर सिर्फ़ पेंटी पहनकर बाहर आई और मम्मी के कमरे में चली गई. अब पापा भी नहाकर नंगे ही बेड पर बैठे थे और मम्मी उनकी गोदी में बैठी थी. फिर में उठकर पापा के कमरे में गया तो मेरी बड़ी बहन मम्मी के बूब्स को चूस रही थी और पापा मम्मी की चूत को चाट रहे थे.

फिर मेरी बहन ने पापा का लंड मम्मी की चूत पर लगाया और पापा, मम्मी को चोदने लगे. अब में और मेरी बहन सोफे पर बैठकर मम्मी पापा की ब्लू फिल्म देखने लगे थे. फिर मैंने बहन की चूत पर अपना एक हाथ रखा तो मेरी बहन ने मना कर दिया, उसको माहवारी आ रही थी.

थोड़ी देर में मेरी छोटी बहन भी आ गई और पापा को नंगा देखकर अपने कपड़े उतारकर पापा से लिपट गई. फिर पापा और मैंने मेरी छोटी बहन को एक साथ चोदा. मेरा लंड पापा के लंड से थोड़ा छोटा था. फिर मेरी छोटी बहन झड़ने के बाद सोफे पर ही लेट गई और पापा और में भी वही लेट गये. फिर मम्मी ने टावल लेकर हमारा लंड और मेरी बहन की चूत साफ की.

फिर मम्मी ने बताया कि हमारी मौसी और उनका परिवार हमारे घर रहने आ रहा है, तो हम सब खुश हो गये. मेरी मौसी विधवा है, उनकी उम्र 45 साल है, उनके एक बेटी और एक बेटा है, उनकी बेटी की उम्र 22 साल और बेटे की उम्र 20 साल की है. मेरी मौसी का नाम सीमा है और उनकी बेटी का नाम रजनी है और बेटे का नाम राजू है. मैंने पहली बार मौसी को मम्मी के कहने पर चोदा था, जब गर्मी की छुट्टियों में में और मम्मी मौसी के घर में रहने के लिए गये थे. उस समय मौसी के पति को गुजरे हुए कुछ समय ही हुआ था.

उस समय रजनी की उम्र 20 साल की थी और राजू 18 साल का था. मौसी के घर का माहौल हमारे घर की तरह खुला हुआ नहीं था, लेकिन में रोज रात को चुदाई किए बिना नहीं सोता था. फिर मौसी के घर में मम्मी, मौसी के कमरे में और में राजू और रजनी के कमरे में शिफ्ट हो गया, लेकिन अब मुझको नींद नहीं आ रही थी तो में रात को पानी पीने के लिए किचन में गया, तो मौसी के कमरे से आवाज़े आ रही थी. फिर मैंने कमरे में देखा तो मौसी और मम्मी नंगे लेटे लेस्बियन सेक्स कर रहे थे, तो में वहीं खड़ा होकर देखने लगा.

अब मम्मी मौसी की चूत चाट रही थी और मौसी अपनी चूची के निप्पल को खींच रही थी. फिर में भी अपनी अंडरवियर उतारकर मुठ मारने लगा और में मुठ मारते-मारते दरवाज़े से टकरा गया और दरवाज़ा अंदर की तरफ खुल गया, तो मम्मी और मौसी चौंक गई. फिर मम्मी ने उठकर मुझको बेड पर बैठाया और मेरे कपड़े उतारने लगी.

में मौसी की बालों वाली चूत को देखने लगा, तो मम्मी ने मेरा एक हाथ पकड़कर मौसी की चूत पर रख दिया. उस रात मैंने मम्मी के कहने पर मौसी और मम्मी को 3 बार चोदा था. फिर ऐसे ही 1 साल तक में मौसी को चोदता रहा.

अब मौसी जब भी घर पर आती तो पापा और में मिलकर मौसी को खूब चोदते थे. फिर एक दिन में किसी काम से मौसी के शहर गया और मौसी के घर पर एक हफ्ते के लिए रुका. अब मौसी बहुत खुश थी, क्योंकि मौसी 7 दिनों तक मेरी पत्नी बनकर रहने वाली थी. अब रात को जब में मौसी को चोद रहा था तो रजनी ने मुझको और मौसी को देख लिया और चुपचाप अपने कमरे में चली गई.

अब मुझको और मौसी को डर था कि कहीं रजनी शोर ना मचा दे, तो मौसी ने मम्मी को फोन किया और फिर उठकर रजनी के कमरे में चली गई और 1 घंटे के बाद मौसी रजनी को लेकर कमरे में आई और कमरे में आते ही मौसी ने अपनी नाइटी उतार दी और रजनी के सारे कपड़े भी उतार दिए और मुझसे चिपक गये.

फिर उस रात मैंने रजनी की सील तोड़ी और मौसी ने रजनी की चूत चाटी और रजनी मेरे लंड को अपने मुँह में लेकर लॉलीपोप की तरह चूस रही थी. फिर मौसी ने मेरे लंड को पकड़कर रजनी की चूत पर लगाया और इस तरह मैंने सारी रात रजनी और मौसी को चोदा. फिर एक दिन में, मम्मी, रजनी और मौसी सेक्स कर रहे थे, तो तभी राजू घर वापस आ गया. फिर मम्मी ने राजू को समझाकर हमारे ग्रूप में जॉइन करवा लिया और अब हम सब मिलकर सेक्स का मजा लेते है.

अब मौसी के घर में भी हम सब नंगे ही रहते और जब दिल करता सेक्स कर लेते और फिर इस तरह से मौसी और उनका परिवार हमारे परिवार में शामिल हो गया. फिर मौसी अगले दिन शाम को आ गई, तो हमने सोने के लिए लॉबी में फ्लोर पर ही बिस्तर लगा लिया और खाना खाने के बाद हम सब लॉबी में आकर लेट गये. अब मेरी दोनों बहनों ने सिर्फ़ ब्रा और पेंटी पहन रखी थी और मम्मी ने सिर्फ़ पेंटी और पापा और मैंने सिर्फ़ अंडरवियर पहन रखा था. तभी मौसी और उनकी बेटी और बेटा लॉबी में आए, तो में चौंक गया, वो सभी नंगे थे.

फिर मौसी आकर मम्मी और पापा के साथ लेट गई और उनकी बेटी मेरे साथ और उनका बेटा मेरी दोनों बहनों के बीच में लेट गया. अब मौसी पापा का अंडरवेयर उतारने लगी थी और फिर अंडरवेयर उतरने के बाद उन्होंने पापा का लंड अपने मुँह में डाल लिया और चूसने लगी, तो पापा ने भी मम्मी की पेंटी खींचकर उतार दी और मम्मी की चूत को चाटने लगे. अब राजू भी मेरी दोनों बहनों को नंगा करके उनको चूमने लगा था. अब में रजनी की चूत को अपने एक हाथ से सहला रहा था और उसकी चूचीयों को चूस रहा था.

अब रजनी मेरे लंड को चूस रही थी. अब पापा मौसी की चुदाई कर रहे थे और राजू लेटा हुआ था और मेरी छोटी बहन राजू के मुँह के ऊपर बैठी थी और वो उसकी चूत चाट रहा था और मेरी बड़ी बहन राजू के लंड को अपनी चूत में डालकर अंदर बाहर कर रही थी और में रजनी की चुदाई कर रहा था. फिर में, पापा और राजू एक साथ झड़ गये. अब पहले दौर के बाद हमने अपने-अपने पार्ट्नर बदल लिए थे और फिर सारी रात एक दूसरे की चुदाई करते रहे और फिर एक दूसरे से चिपककर सो गये.

सुबह जब में उठा तो पापा मौसी की चूत में अपना लंड डालकर सो रहे थे और राजू मेरी मम्मी की चूत में अपना लंड डालकर सो रहा था. फिर में रजनी की चूत से अपना लंड बाहर निकालकर बाथरूम में गया तो थोड़ी देर के बाद मम्मी और मौसी भी उठकर बाथरूम में आ गई और फिर हम तीनों एक साथ नहाने लगे और मैंने नहाते समय मौसी और मम्मी की चूत मारी. फिर मम्मी और मौसी किचन में चली गई और में अपने बेडरूम में आ गया.

अब दूसरे बाथरूम में मेरी बहनें, रजनी, राजू और पापा एक साथ नहा रहे थे और नहाने के बाद वो नंगे ही घर में घूमने लगे. फिर हमने नाश्ता किया और पापा तैयार होकर ऑफिस चले गये और मेरी दोनों बहनें रजनी को अपने साथ लेकर कॉलेज चली गई. अब राजू भी उनके साथ घूमने चला गया था. अब मैंने आज छुट्टी ले ली थी तो उनके जाने के बाद मौसी मेरे कमरे में आई और मेरे लंड से खेलने लगी.

अब मेरा लंड खड़ा हो गया था. फिर मम्मी अपना काम ख़त्म करके कमरे में आ गई और मौसी की चूची से खेलने लगी. फिर मैंने तेल की बोतल लेकर मम्मी और मौसी के बदन की मालिश की और उनकी चूत के बाल भी साफ कर दिए और फिर उन दोनों को बाथरूम में खूब चोदा और शाम तक मैंने मम्मी और मौसी को 3 बार चोदा और फिर इस तरह से मौसी जितने दिन घर में रही, हम सबने खूब चुदाई की.

फिर मौसी को छोड़ने के लिए पापा ने मुझको मौसी के घर भेज दिया, तो में, मौसी और उनकी बेटी और बेटा एक साथ उनके घर पर आ गये. फिर घर आने के बाद रजनी और राजू अपने कमरे में फ्रेश होने के लिए चले गये और में मौसी के कमरे में आ गया. अब मौसी बाथरूम में नहा रही थी, तो में भी अपने कपड़े उतारकर मौसी के साथ नहाने लगा.

नहाते समय मौसी ने मेरे लंड पर और छाती पर साबुन लगाया, तो मैंने भी मौसी की चूत और गांड पर रगड़-रगड़कर साबुन लगाया. फिर नहाने के बाद मौसी नंगी ही किचन में चाय बनाने चली गई और में रजनी और राजू के कमरे में चल पड़ा.

मैंने कमरे के बाहर से देखा कि वो दोनों बिल्कुल नंगे एक दूसरे को देखकर अपने-अपने अंगो को सहला रहे थे और रजनी बेड पर लेटकर अपनी टाँगे फैलाकर अपनी चूत में उंगली कर रही थी और राजू सामने सोफे पर बैठकर अपना लंड हिला रहा था. अब मौसी चाय लेकर मेरे पीछे खड़ी थी और वो यह सब देखकर हँसने लगी और मुझको अपने साथ लेकर बेडरूम में आ गई.

फिर उनको देखकर रजनी और राजू अपनी माँ के पास आकर बैठ गये और चाय पीने लगे. फिर मेरे पूछने पर मौसी ने बताया कि हम घर के अंदर तीनों नंगे ही रहते है, रजनी की चूची जब मैंने उसे पहली बार चोदा था उससे काफ़ी बड़ी हो गई थी और राजू का लंड भी लंबा और मोटा हो गया था. फिर इतने में घर की डोर बेल बजी, तो रजनी उठकर नाइटी पहनकर दरवाज़ा खोलने चली गई.

अब बाहर रजनी की फ्रेंड नेहा आई थी, तो रजनी उसे लेकर बेडरूम में ले आई, जहाँ हम सब बैठे थे. तो में घबरा गया, क्योंकि हमने कुछ भी नहीं पहना हुआ था. फिर बेडरूम में आते ही वो राजू के साथ चिपककर बैठ गई और राजू उसकी चूचीयों को कपड़े के ऊपर से ही दबाने लगा. फिर उसके जाने के बाद मौसी ने बताया कि वो हम सबको अपनी बर्थ-डे पार्टी के लिए बुलाने आई थी और फिर मौसी ने बताया कि वो राजू की होने वाली वाईफ है.

फिर अगले दिन रात को हम उनके घर जाने के लिए तैयार होने लगे. मौसी और रजनी काफ़ी सेक्सी लग रही थी, उन्होंने काफ़ी कम कपड़े पहने हुए थे, तो मेरे पूछने पर वो हँसने लगी. फिर जब हम उनके घर पहुँचे, तो उनका घर काफ़ी बड़ा था. फिर दरवाजे की बेल बजाने पर नेहा की मम्मी और पापा आए, उन्होंने कुछ भी नहीं पहना था.

दरवाज़ा बंद करने के बाद नेहा की मम्मी ने राजू और मेरे कपड़े उतार दिए और उसके पापा ने रजनी और मौसी को नंगा कर दिया. फिर वो मौसी और रजनी की गांड पर अपना हाथ रखकर ऊपर हॉल में चले गये और में और राजू नेहा की मम्मी के साथ हॉल में आ गये. अब वहाँ पर सभी लोग नंगे बैठकर एक दूसरे के अंगो से खेल रहे थे और नेहा पूरी नंगी होकर सोफे पर लेटी हुई थी और लंड को चूस रही थी और एक आदमी उसकी चूत को चाट रहा था.

वो हमें देखकर हमारे पास आई और हमें लेकर एक कोने में चली गई. अब नेहा के पापा एक कोने में किसी को चोद रहे थे. फिर उनके झड़ने के बाद वो हमारे पास आए और रजनी और मौसी को लेकर कमरे में चले गये और नेहा राजू को लेकर दूसरे कमरे में चली गई. अब में अकेला बैठकर उन सबकी चुदाई देखने लगा था, अब मेरा लंड खड़ा हो गया था.

फिर नेहा की मम्मी मेरे पास आई और मेरा लंड चूसने लगी. फिर उस पूरी रात मैंने बहुत सारी लड़कियों और औरतों की चूत मारी, उस रात मुझे बहुत मज़ा आया था. फिर सुबह जब में उठा तो नेहा की मम्मी मुझसे चिपककर सो रही थी और सभी मेहमान नंगे ही एक दूसरे से लिपटकर सो रहे थे.

में उठकर कमरे में गया तो मैंने देखा कि मौसी और रजनी नेहा के पापा से चिपककर सो रही थी और राजू नेहा के साथ सो रहा था. फिर में बाथरूम होकर नेहा की मम्मी के साथ उनकी चूत में अपना लंड डालकर लेट गया और धीरे-धीरे अपनी कमर चलाने लगा और 1 घंटे बाद मैंने अपना पूरा वीर्य नेहा की मम्मी की चूत में ही डाल दिया. फिर सुबह सारे लोग अपने-अपने घर चले गये.

अब सबके जाने के बाद नेहा, रजनी की चूत को सहला रही थी और राजू नेहा की मम्मी की चूत को चाट रहा था और नेहा के पापा मौसी की चूत में अपना लंड डालकर धक्के मार रहे थे. फिर इतने में मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया और मैंने नेहा की दोनों टाँगे खोलकर उसकी चूत पर अपना लंड रखकर उसे चोदने लगा. फिर नेहा की मम्मी के झड़ने के बाद उसकी मम्मी मौसी की चूत को अपने हाथ से सहलाने लगी. फिर हम सब एक साथ झड़े गये, मुझे इतना मजा पहले कभी नहीं आया था. नेहा अपने माँ बाप की अकेली संतान है. फिर हम सब अपने घर आ गये और अब सारी रात चुदाई करने के कारण हम काफ़ी थक गये थे.

बेडरूम में आते ही हम अपने-अपने कपड़े उतारकर पलंग पर लेट गये और लेटते ही सो गये. फिर रात को जब में उठा तो मौसी किचन में खाना बना रही थी और राजू और रजनी नंगे ही सो रही थे. फिर में उठकर किचन में चला गया और मौसी से पीछे से चिपक गया और मौसी को किचन की पट्टी पर बैठाकर उनकी दोनों टांगो को खोलकर उनकी चूत को चाटने लगा और उनकी चूत काफ़ी सूज़ी हुई थी.

अब मैंने मौसी की चूत को चाटकर ही उनको झाड़ दिया था. अब मौसी मेरे लंड को चूसने लगी थी, लेकिन रात की चुदाई के कारण अब मेरा लंड झड़ नहीं रहा था.

फिर में कमरे में आकर रजनी की चूत में अपना लंड डालकर सो गया. फिर 1 घंटे के बाद मौसी ने हम सबको जगाया, तो हम सब खाना खाने के बाद टी.वी पर ब्लू फिल्म देखने लगे. अब राजू अपनी मम्मी की गोदी में बैठकर उनकी चूचीयों को चूस रहा था. फिर मैंने भी रजनी को अपनी गोद में खींच लिया और अब वो मेरा लंड चूसने लगी थी, तो में भी लेटकर मौसी की चूत को चाटने लगा.

30 मिनट के बाद राजू मौसी को चोदने लगा और में रजनी को चोदने लगा और चोदने के बाद थककर लॉबी में ही सो गये. फिर सुबह जब में उठा तो रजनी और राजू कॉलेज चले गये थे और में उठकर बाथरूम में गया और मौसी के बेडरूम में चला गया.

मौसी ने मुझे उठाकर नाश्ता दिया और फिर एक साथ नाश्ता करने के बाद मैंने मौसी के बदन की मालिश की और मौसी के बूब्स को अच्छी से तरह मसला और उनकी चूत में अपनी एक उंगली डालकर खूब चोदा और उनकी गांड की मालिश की. अब तो हमारे परिवार में जो भी जब चाहे किसी को भी चोद लेता है.

One Reply to “चुदक्कड़ परिवार के सदस्य”

  1. Bahut sundar kahani he me rohit hu mera lund 8 inch lumba or 3 inch mota he agar aap chahe to me aapki family ki aurato ko chodna chahta hu mera number 6006086026 he

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